बेहतर शिक्षा पाकर नौकरी, बिजनेसमैन के साथ अच्छा इंसान बन सकता है मुनष्य – मोनिका गुप्ता
बच्चों का प्यार और दुलार के साथ उचित पालन पोषण हो – उपायुक्त
उपायुक्त ने पुरस्कार वितरण समारोह-2024 में जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं के 456 विजेता और मण्डल स्तरीय प्रतियोगिताओं के 29 विजेता को ट्रॉफी और प्रमाण पत्र देकर किया सम्मानित
पंचकूला, 14 नवम्बर – उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने कहा कि किसी भी मनुष्य के जीवन में विद्यार्थी काल बहुत ही महत्वपूर्ण समय होता है। इस समय में जीवन की दिशा तय होती है और इसका एकमात्र माध्यम शिक्षा है। उन्होंने कहा कि बेहतर शिक्षा ग्रहण करके अच्छा इंसान बन सकता है, अच्छी नौकरी पा सकता है और अच्छा बिजनेसमैन बन सकता है। इन उपलब्धियों को पाकर माता-पिता और गुरूओं को नाम रोशन हो सकता है।
उपायुक्त मोनिका गुप्ता आज सेक्टर-1 स्थित जैनेन्द्रा गुरूकुल के आत्म ऑडिटोरियम में जिला बाल कल्याण परिषद पंचकूला द्वारा आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह-2024 में स्कूली विद्यार्थियों को सम्बोधित कर रही थी। उपायुक्त ने कार्यक्रम के दौरान विभिन्न जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं के 456 विजेता विद्यार्थियों और मण्डल स्तरीय प्रतियोगिताओं के 29 विजेता विद्यार्थियों को ट्रॉफी और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।
उन्होंने कहा कि 14 नवम्बर का दिन बच्चों को समर्पित होता है। बच्चे राष्ट्र की अमूल्य धरोहर है। देश की भावी कर्णधार पीढ़ी के स्वास्थ्य, शिक्षा और पोषण पर और अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सभी अभिभावकों का कर्तव्य है कि बच्चों का प्यार और दुलार के साथ पालन पोषण हो। हमें यह भी सुनिश्चित करना है कि बच्चों का किसी भी प्रकार की शोषण ना हो।
उपायुक्त ने बताया कि बाल दिवस 2024 के उपलक्ष्य में चार ग्रुपों प्रथम ग्रुप कक्षा पांचवी तक, द्वितीय ग्रुप कक्षा छठी से आठवीं तक, तृतीय ग्रुप कक्षा नौवीं से दसवीं तक तथा चौथा ग्रुप कक्षा ग्यारहवीं से बारहवीं तक के विद्यार्थियों के लिए 46 विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाया गया। इनमें रंगोली, ग्रुप डांस, सोलो डांस, क्ले मॉडलिंग, पोस्टर मेकिंग, कार्ड मेकिंग, गायन, समूह गायन, वन एक्ट प्ले/थियेटर प्ले शामिल रहा।
उन्होंने बताया कि इन प्रतियोगिताओं का आयोजन 14 अक्टूबर से 23 अक्टूबर 2024 तक किया गया। इन प्रतियोगिताओं में कुल 31 सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों के 840 बच्चों ने भाग लिया। इस 46 प्रतियोगिताओं में से कुल 27 सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों के कुल 456 बच्चे विजयी रहे। जिनको आज उपायुक्त महोदय ने मोमेंटोज और प्रमाण पत्रों से सम्मानित किया जा रहा है।
इन विजेतओं को किया सम्मानित
विभिन्न प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेते हुए सबसे ज्यादा स्वामी विवेकानन्द मिलिनियम स्कूल एचएमटी के सबसे ज्यादा 63 विद्याथियों विजेताओं में शामिल हुए। सतलुज पब्लिक स्कूल सेक्टर-4 पंचकूला के 54 विद्यार्थी, दून पब्लिक स्कूल पंचकूला के 50 विद्यार्थी, ब्लू बर्ड हाई स्कूल सेक्टर-16 पंचकूला के 45 विद्यार्थी, अमरावती विद्यालय सीनियर सेकेण्डरी स्कूल पिंजौर के 43 विद्यार्थी, डीएवी सीनियर सेकेण्डरी सुरजपुर के 43 विद्यार्थी विजेता रहे।
सकाई वर्ल्ड स्कूल सेक्टर-21 पंचकूला के 30 विद्यार्थी, श्री जैनेन्द्रा गुरूकुल सीनियर सेकेण्डरी सेक्टर-1 पंचकूला के 25 विद्यार्थी, पीएमश्री जीजी सीनियर सेकेण्डरी सेक्टर-15 पंचकूला के 18 विद्यार्थी, सतलुज पब्लिक स्कूल सेक्टर-2 पंचकूला के 15 विद्यार्थी, राजकीय मॉडल सीनियर सेकेण्डरी स्कूल सेक्टर-20 पंचकूला के 14 विद्यार्थी, भवन विद्यालय सेक्टर-15 पंचकूला के 11 विद्यार्थी, सार्थक राजकीय मॉडल सीनियर सेकेण्डरी स्कूल सेक्टर-12ए पंचकूला के 10 विद्यार्थी विजेता रहे।
बच्चों के अलावा प्रतियोगिताओं की निर्णायक मंडल में शामिल अशमीना, मोनिला, गुरप्रीत, कुसुम, घनश्याम, चारू, नवतिन्द्र, सलोनी, दीपा, सविता और पूजा भी उपायुक्त ने ट्रॉफी के साथ सम्मानित किया।
बाल कल्याण परिषद चला रहा 13 केन्द्र
जिला बाल कल्याण अधिकारी भगत सिंह ने बताया कि परिषद द्वारा बच्चों एवं महिलाओं के उत्थान हेतू अनेकों गतिविधियां चलाई जा रही है। इनमें तीन कंप्यूटर प्रशिक्षण केन्द्र, दो सिलाई एवं कढाई केन्द्र, एक फैशन डिजाईनिंग प्रशिक्षण केन्द्र, तीन डे केयर केन्द्र, दो ब्युटी केयर प्रशिक्षण केन्द्र, दो बाल पुस्तकालय शामिल हैं। इन 13 केन्द्रों में वर्तमान में लगभग 2300 बच्चे व महिलायें लाभांवित हो रहे है। परिषद् द्वारा लगभग 600 गरीब बच्चों एवं महिलाओं को प्रतिदिन कालका, रायपुररानी, और पंचकूला के बच्चों को केन्द्रों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि परिषद् द्वारा अनेकों पुरस्कार जैसे बाल बहादुरी पुरस्कार, बालश्री पुरस्कार, विशिष्ट वीरता उपलब्धि पुरस्कार के लिए आवेदन परिषद् के माध्यम से मुख्यालय और नई दिल्ली भेजे जाते है।