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लो आ गई किताबों की दुनिया पंचकूला

हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी जी करेंगे 7 दिवसीय तृतीय पंचकूला पुस्तक मेले का उद्घाटन

इन्द्रधनुष में खुलेगा ज्ञान का दरवाजा-पढेगा पंचकूला, बढेगा पंचकूला – पी के दास

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पंचकूला 3 नवम्बर – 4 से 10 नवंबर तक आयोजित हो रहे तृतीय पंचकूला पुस्तक मेले की तैयारियों की समीक्षा बैठक में हरियाणा के अध्यक्ष और ऊर्जा संस्कृति समिति के संरक्षक श्री पी के दास की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इस बैठक में मेले की व्यवस्थाओं की बारिकी से समीक्षा की गई और विभिन्न विभागों के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए।

इस पुस्तक मेले का उद्घाटन मुख्यमंत्री हरियाणा, श्री नायब सिंह सैनी द्वारा किया जाएगा। इस वर्ष मेला “एक भारत श्रेष्ठ भारत” के संकल्प को लेकर विभिन्न सांस्कृतिक और साहित्यिक कार्यक्रमों के साथ आयोजित किया जा रहा है।

श्री पी के दास ने आम जनता से इस मेले में सक्रिय रूप से भाग लेने की अपील की और कहा कि इस पुस्तक मेले में प्रतिष्ठित प्रकाशकों की भागीदारी होने जा रही है, जिसमें हिन्दी, अंग्रेजी, पंजाबी और उर्दू सहित विभिन्न भाषाओं की एक लाख से अधिक शीर्षक की पुस्तकों का प्रदर्शन किया जाएगा।

मेले का आयोजन ऊर्जा विभाग हरियाणा, पर्यावरण विभाग, पुलिस विभाग, एचएसवीपी, शिक्षा विभाग, संस्कृति विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, परिवहन विभाग, जिला प्रशासन एवं नगर निगम पंचकूला की संयुक्त पहल से किया जा रहा है। यह मेला विभिन्न विभागों का सामूहिक प्रयास है और इसका उद्देश्य समाज के सभी आयु वर्गों को ज्ञान और संस्कृति से जोड़ना है।

इस पुस्तक मेले में “आजादी के रंग, किताबों के संग” की थीम के साथ हरियाणा दिवस और दीपावली के मौके पर विशेष आयोजनों की योजना बनाई गई है। इस अवसर पर प्रतिदिन साहित्यिक विमर्श, कार्यशालाएं और रंगमंच के माध्यम से युवाओं से संवाद स्थापित किया जाएगा। “ऊर्जा संरक्षण”, “प्रकृति रक्षा का संस्कार”, “साइबर युग में किताबें” जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर युवाओं के साथ संवाद होगा।

बच्चों के लिए बाल मंडप में चित्रकला प्रतियोगिता, प्रश्नोत्तरी, समूह गीत, नृत्य, रागनी, और कवि गोष्ठी जैसी रोचक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। मेले में आर्ट एजुकेशन के तहत प्रसिद्ध चित्रकार भी हिस्सा लेंगे। साथ ही, हरियाणा की साहित्यिक अकादमियों और नेशनल बुक ट्रस्ट व एनसीईआरटी द्वारा युवा लेखन एवं बाल लेखन शिविर का भी आयोजन किया जाएगा, जो प्रदेश के युवाओं के लिए एक अनूठा अवसर है।

साहित्य प्रेमियों और पुस्तक प्रेमियों के लिए “लेखक से मिलिए” सत्र, साहित्य चौपाल और फिल्म प्रदर्शन इस मेले के विशेष आकर्षण होंगे। पंचकूला की धरा पर इस पुस्तक मेले के माध्यम से विभिन्न भाषाओं और शैलियों की उत्कृष्ट पुस्तकों का संगम देखने को मिलेगा, जिससे यह मेला एक अभूतपूर्व साहित्यिक उत्सव बन जाएगा।

किताबें बुला रही हैं, चलो इंद्रधनुष

उन्होंने बताया कि पुस्तक मेले में आ गए प्रकाशक और
मेले में प्रमुख रूप से नेशनल बुक ट्रस्ट, साहित्य अकादमी, राजपाल एंड संस, राजकमल प्रकाशन, प्रकाशन संस्थान, सामयिक प्रकाशन, रेख़्ता, सस्ता साहित्य मंडल, हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, आधार प्रकाशन, सेतु प्रकाशन, अभिषेक प्रकाशन, नई किताब, पेंगुइन, रूपा, प्रवासी प्रेम प्रकाशन, अनबाउंड स्क्रिप्ट, इकतारा, प्रभात आदि प्रकाशकों की पुस्तकें पाठकों के लिये उपलब्ध रहेंगी।

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नालसा हेल्पलाइन नंबर 15100 और ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से करेगा जागरूक

युवाओं में कानूनी जागरूकता बढ़ाने के लिए अनूठी पहल

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पंचकूला, 3 नवम्बर – मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट और सचिव जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण श्री अजय कुमार घनघस ने युवाओं में कानूनी जागरूकता और पहुंच बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में स्थानीय स्कूलों में जागरूकता अभियान शुरू करने की घोषणा की।

हरियाणा राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव श्री एसपी सिंह और पंचकूला के जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री वीपी सिरोही के मार्गदर्शन में की गई इस पहल का उद्देश्य छात्रों को नालसा हेल्पलाइन नंबर 15100 और नालसा ऑनलाइन पोर्टल के बारे में जागरूक करना है।

श्री अजय कुमार घनघस ने कहा कि इस जागरूकता अभियान में पंचकूला भर के स्कूलों की बाहरी दीवारों पर नालसा (राष्ट्रीय कानूनी सेवा प्राधिकरण) हेल्पलाइन नंबर और ऑनलाइन पोर्टल के बारे में जानकारी लिखी गई है। इस महत्वपूर्ण जानकारी को प्रमुखता से प्रदर्शित करने का उद्देश्य युवाओं को मुफ्त कानूनी सहायता सेवाओं और नागरिक के रूप में उनके अधिकारों के बारे में ज्ञान के साथ सशक्त बनाना है।

श्री अजय कुमार घनघस ने इस पहल के महत्व पर बल देते हुए कहा कि स्कूली बच्चों को कम उम्र में कानूनी ज्ञान प्रदान करने से अधिक जागरूक समाज का निर्माण हो सकता है। उन्होंने कहा, “कानूनी अधिकारों और सहायता के अवसरों के बारे में जागरूकता सभी के लिए खासकर युवा पीढ़ी के लिए आवश्यक है। यह अभियान उस ज्ञान को हमारे समुदाय के दरवाजे तक बहुत ही सुलभ तरीके से लाने में मदद करता है। इसके लिए नालसा ने हेल्पलाइन नंबर 15100 एक राष्ट्रीय टोल-फ्री नंबर है जो जरूरतमंद लोगों को मुफ्त कानूनी सहायता और सहायता प्रदान करने के लिए समर्पित है। हेल्पलाइन व्यक्तियों को निकटतम कानूनी सेवा प्राधिकरण से जोड़ती है, जहां वे कानूनी मुद्दों पर मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं और यदि पात्र हैं, तो मुफ्त कानूनी प्रतिनिधित्व प्राप्त कर सकते हैं।

इसके साथ ही नालसा ऑनलाइन पोर्टल इन सेवाओं को और आगे बढ़ाता है, जिससे उपयोगकर्ता के अनुकूल डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से मदद की मांग कर सकते हैं, जिससे उन लोगों के लिए न्याय अधिक सुलभ हो जाता है जो कानूनी प्रणाली से परिचित नहीं हैं या जिनके पास इसे स्वयं नेविगेट करने के लिए संसाधन नहीं हैं।

उन्होंने बताया कि इस आउटरीच कार्यक्रम के तहत “सभी के लिए न्याय तक पहुँच” प्रदान करने के मिशन के साथ भी संरेखित करता है। स्कूल के वातावरण में सीधे जानकारी लाकर, यह अभियान न्यायिक प्रणाली के बारे में प्रारंभिक जागरूकता को बढ़ावा देता है, छात्रों को कानूनी सहायता, जरूरतमंद व्यक्तियों, समुदायों के लिए समर्थन और न्याय तक समान पहुँच के महत्व को समझने के लिए प्रोत्साहित करता है। कक्षाओं में इन विषयों पर चर्चा को प्रोत्साहित करने के लिए इस कार्यक्रम के हिस्से के रूप में शिक्षकों और स्कूल प्रशासकों को शामिल किया जा रहा है।

हलसा के सदस्य सचिव श्री एस.पी. सिंह ने इस पहल की सराहना की, और इस बात पर जोर दिया कि स्कूल की दीवारों पर हेल्पलाइन की जानकारी प्रदर्शित करने का प्रयास अभिनव और प्रभावशाली दोनों है। “ऐसे प्रयास यह सुनिश्चित करते हैं कि ग्रामीण और शहरी सीमांत क्षेत्रों में भी, हर कोई जानता है कि कानूनी ज़रूरत के समय कहाँ जाना है। यह एक अनुस्मारक है कि न्याय प्रणाली हर नागरिक का समर्थन करने के लिए है, जिसमें वे लोग भी शामिल हैं जो आर्थिक या सामाजिक रूप से वंचित हो सकते हैं,।

पंचकूला के जिला और सत्र न्यायाधीश श्री वी.पी. सिरोही ने भी अभियान के लिए अपना पूरा समर्थन व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “इसका उद्देश्य कानूनी जागरूकता की एक मजबूत संस्कृति बनाना है जो कम उम्र से शुरू होकर पूरे समाज में व्याप्त हो।” डीएलएसए पंचकूला ने जिले के सभी स्कूलों को कवर करने के लिए इस पहल का विस्तार करने की योजना बनाई है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि प्रत्येक छात्र और परिवार एनएएलएसए हेल्पलाइन और पोर्टल के माध्यम से उपलब्ध कानूनी सहायता से परिचित हो सके। जैसे-जैसे अभियान आगे बढ़ेगा, डीएलएसए प्रतिनिधि कानूनी अधिकारों, बाल संरक्षण कानूनों और अन्य प्रासंगिक कानूनी विषयों पर आगे की चर्चाओं को बढ़ावा देने के लिए स्कूल स्टाफ के साथ जुड़ेंगे। यह जागरूकता अभियान हरियाणा में न्यायपालिका और कानूनी सहायता अधिकारियों द्वारा एक अधिक जानकार और न्याय के प्रति जागरूक समाज के निर्माण के लिए एक दूरदर्शी दृष्टिकोण है। छात्रों को इस जानकारी से सशक्त बनाकर, यह पहल न केवल कानूनी साक्षरता को बढ़ावा देती है बल्कि यह सुनिश्चित करने के लिए एचएएलएसए और डीएलएसए पंचकूला की प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करती है कि जिले के प्रत्येक व्यक्ति के लिए न्याय की पहुँच एक अधिकार है, न कि विशेषाधिकार ।

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