देश के संस्कारों का आधार है संस्कृत - राजकुमार मक्कड़

*Mayor held interaction meeting with Councillors & Officers of MCC*

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*Chandigarh, February 3: -* Mrs. Harpreet Kaur Babla, Mayor, Chandigarh, today extended her warm welcome to all the councilors and officers of the Municipal Corporation in a interaction meeting held here today. Sh. Amit Kumar, IAS, Commissioner, Sh. Gurinder Singh Sodhi, Sh. Sumit Sihag and Ms. Shashi Vasundhara, Joint Commissioners, Sh. K.P. Singh, Superintending Engineer, Horticulture & Electricity, all Executive Engineers and senior officers were also present during the meeting.

          In her brief speech, the Mayor expressed the need of time bound work by the Municipal Corporation and requested all the councillors and officers to call her for any kind of issues related to MCC and developmental work of their respective wards and departments.

She said that overall development is her priority and remained development works would be completed soon with the co-operation of councilors and officials of the Municipal Corporation. Public participation to ensure the beautification of city is necessary, the Mayor said.

The Mayor discussed other important issues including status of provisions of funds, issues be prepared to take up in the coordination meeting of UT Administration and MCC, improvement in Solid Waste Management projects, work for better rank in Swachh Survekshan 2024, works related to Ward Development Funds be taken up as priority.

She said that action would be taken against the concerned official, where the work will be found unattended. Similarly, strict action will be taken against the sanitary inspectors for littering found unattended in their respective areas.

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राज्य स्तरीय दो दिवसीय प्रशामक देखभाल कार्यशाला का  स्वास्थ्य विभाग, पंचकूला द्वारा हुआ शुभारंभ

महानिदेशक स्वास्थ्य विभाग डाॅ मनीष बंसल ने कार्यशाला में मुख्यातिथि के रूप में करी शिरकत

“यूनाइटेड बाय यूनिक”  थीम पर आधारित है दो दिवसीय कार्यशाला

4 फरवरी को हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री कार्यशाला व प्रशिक्षण शिविर में मुख्यातिथि के रूप में करेगी  शिरकत

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पंचकूला, 3 फरवरी राज्यस्तरीय दो दिवसीय पैलेटिव कार्यशाला और प्रशिक्षण शिविर का आज लोक निर्माण विभाग सैक्टर 1 के ओडिटोरियम में महानिदेशक स्वास्थ्य विभाग डाॅ मनीष बसंल ने दीप प्रज्जवलित करके शुभारंभ किया। श्री मनीष बंसल ने कार्यशाला में मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की।

डीजीएचएस ने बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य चिकित्सा अधिकारियों और फील्ड स्टाफ को घर-आधारित और परिधीय (पेरिफेरल) स्तर पर प्रशामक देखभाल की ट्रेनिंग देना है, जिससे वे कैंसर, गुर्दे की बीमारी, हृदय रोग, स्ट्रोक, न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर, पुराने घाव और अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों की उचित देखभाल कर सकें।
उन्होने बताया कि यह कार्यशाला व प्रशिक्षण शिविर इस वर्ष की थीम “यूनाइटेड बाय यूनिक” के अनुरूप है। यह थीम कैंसर देखभाल और प्रशामक प्रबंधन में सामूहिक प्रयासों के महत्व को दर्शाती है। 4 फरवरी को हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती राव कार्यशाला में मुख्यातिथि के रूप में शिरकत करेगी।  
श्री बंसल ने बताया कि प्रशामक देखभाल एक विशेष चिकित्सा पद्धति है जो गंभीर और जीवन-सीमा वाली बीमारियों से पीड़ित मरीजों के जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने पर केंद्रित होती है। यह न केवल शारीरिक लक्षणों (जैसे दर्द और थकान) को दूर करने में मदद करती है बल्कि मरीजों और उनके परिवारों को भावनात्मक, मानसिक और सामाजिक सहायता भी प्रदान करती है।
उन्होने बताया कि आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के विकास के बावजूद, कई मरीज गंभीर बीमारियों के कारण लंबे समय तक दर्द और तकलीफ झेलते हैं। इसी कारण दुनिया भर में विभिन्न देश प्रशामक देखभाल को मुख्यधारा की स्वास्थ्य सेवाओं में शामिल कर रहे हैं, ताकि मरीजों को गरिमा पूर्ण और दर्द-मुक्त जीवन मिल सके।
कार्यशाला में विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
कार्यशाला में डीजीएचएस (पी) डॉ. कुलदीप सिंह सम्माननीय अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इसके अलावा, डायरेक्टर डॉ. कुलदीप गौरी और सिविल सर्जन पंचकूला डॉ. मुक्‍ता कुमार भी गणमान्य अतिथियों के रूप में शामिल हुए।
डायरेक्टर जनरल हेल्थ सर्विसेज ने राष्ट्रीय प्रशामक देखभाल कार्यक्रम (एनपीपीसी) के महत्व पर प्रकाश डाला, जो मरीजों और उनके देखभालकर्ताओं के जीवन को बेहतर बनाने के लिए कार्यरत है।
 इस कार्यक्रम के तहत
– मरीजों को मॉर्फिन और पेन पैच जैसी दर्द निवारक दवाइयां उपलब्ध कराई जाती हैं।
– मरीजों और उनके परिवारों को भावनात्मक और मानसिक सहायता प्रदान की जाती है।
– स्वास्थ्यकर्मियों को होम विजिट की ट्रेनिंग दी जाती है, जिससे अस्पताल जाने की आवश्यकता कम हो।
– मरीजों को अस्पताल के बजाय अपने परिवार के बीच अधिक समय बिताने का अवसर मिलता है।

 दो दिवसीय पैलेटिव कार्यशाला और प्रशिक्षण शिविर में डॉ. कुलदीप सिंह, डीजीएचएस (पी) ने रोगी के उपचार के साथ करुणा के एकीकरण के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने एनपीएनसीडी कार्यक्रम के तहत विभिन्न कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने के लिए राज्य द्वारा की जा रही पहलों पर प्रकाश डाला। उन्होंने युवा लोगों को आगे आने और अपने दैनिक सेवा में उपशामक देखभाल को एकीकृत करने के लिए स्वयंसेवक बनने के लिए प्रेरित किया।

सिविल सर्जन डॉ. मुक्‍ता कुमार, जो कि बाल रोग विशेषज्ञ (पीडियाट्रिशियन) और पंचकूला अस्पताल में बाल रोग विभाग की प्रमुख हैं, ने बाल रोगियों में प्रशामक देखभाल के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि सहानुभूति (एम्पैथी) और ईमानदार संवाद माता-पिता और परिवारों को इस कठिन समय में संभालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
हरियाणा के विभिन्न जिलों से 120 से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों की भागीदारी
इस राज्य स्तरीय कार्यशाला में हरियाणा के विभिन्न जिलों से 120 से अधिक स्वास्थ्यकर्मी शामिल हुए। इनमें चिकित्सा अधिकारी, फील्ड स्टाफ और स्वास्थ्य प्रदाता शामिल हैं, जो घर और समुदाय स्तर पर प्रशामक देखभाल सेवाएं प्रदान करते हैं।
कार्यशाला में एआईआईएमएस दिल्ली, पीजीआईएमईआर चंडीगढ़, जीएमसीएच चंडीगढ़ और सिविल अस्पताल पंचकूला के विशेषज्ञों ने विभिन्न सत्र लिए। विशेषज्ञों ने प्रशामक देखभाल, ऑन्कोलॉजी, दर्द प्रबंधन और समग्र (होलिस्टिक) रोगी सहायता के विषयों पर चर्चा की।
प्रमुख विषय
– टर्मिनली इल मरीजों में दर्द और लक्षण प्रबंधन
– मरीजों और परिवारों के लिए मनोवैज्ञानिक एवं भावनात्मक सहयोग
– प्रशामक देखभाल में नैतिक मुद्दे
– होम-बेस्ड प्रशामक देखभाल और परिधीय प्रबंधन के सर्वोत्तम अभ्यास
प्रशामक देखभाल में प्रशिक्षित विशेषज्ञों की भूमिका
इस वर्ष, सिविल अस्पताल पंचकूला की ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. सुलभा मित्तल आर्या, सर्जन डॉ. निखिल बचाचेस और स्टाफ नर्स महक ने एम्स, नई दिल्ली और जीएमसीएच, चंडीगढ़ में प्रशामक देखभाल में विशेष प्रशिक्षण प्राप्त किया। इनका मार्गदर्शन डॉ. सुषमा भटनागर (उत्तर भारत में प्रशामक देखभाल की अग्रणी विशेषज्ञ) और डॉ. वनीता आहूजा (जीएमसीएच, चंडीगढ़) ने किया।
प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद, ये विशेषज्ञ हरियाणा के विभिन्न जिलों में फील्ड स्टाफ को ट्रेनिंग दे रहे हैं ताकि राज्य में होम-बेस्ड प्रशामक देखभाल सेवाओं को मजबूत किया जा सके।
पंचकूला प्रशामक देखभाल में अग्रणी जिला
पिछले कुछ वर्षों में पंचकूला कैंसर रोगियों के लिए प्रशामक देखभाल में अग्रणी जिला रहा है। यहां एक समर्पित प्रशामक देखभाल वार्ड स्थापित किया गया है, जिससे सैकड़ों मरीजों को लाभ मिला है।
इसके अतिरिक्त, पंचकूला जिला अस्पताल में मुफ्त में कीमोथेरेपी दी जाती है और जरूरतमंद मरीजों के लिए मॉर्फिन एवं दर्द निवारक पैच भी उपलब्ध कराए जाते हैं। इससे मरीजों की तकलीफें कम होती हैं और उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार आता है।
कार्यशाला का उद्देश्य
यह राज्य स्तरीय कार्यशाला चिकित्सा कर्मियों को आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है। इस पहल से हरियाणा में प्रशामक देखभाल सेवाओं को और अधिक मजबूती मिलेगी और मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

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व्यक्ति की शख्सियत का निर्माण करने में अहम भूमिका निभाते हैं खेल – चंद्रकांत कटारिया

एसडीएम ने 68वें नेशनल स्कूल गेम प्रतियोगिता के अंडर-17 महिला क्रिकेट प्रतियोगिता का सतलुज पब्लिक स्कूल सेक्टर-4 से किया उद्घाटन

पहले मैच में कर्नाटक ने उत्तराखंड को 24 रनों से हराया

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पंचकूला, 3 फरवरी – एसडीएम श्री चंद्रकांत कटारिया ने कहा कि खेल व्यक्ति की शख्सियत का निर्माण करने में अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने खिलाड़ियों को अधिक से अधिक खेलों, संस्थानों में करवाए जाने वाले शैक्षणिक मुकाबलों और अन्य गतिविधियों में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया। एसडीएम ने खिलाड़ियों को आशीर्वाद देते हुए खेल भावना से खेलों में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया

एसडीएम चंद्रकांत कटारिया स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की तरफ 68वें नेशनल स्कूल गेम प्रतियोगिता के अंडर-17 महिला क्रिकेट प्रतियोगिता का सतलुज पब्लिक स्कूल सेक्टर-4 में उद्घाटन के लिए बतौर मुख्यातिथि पहुंचे थे। मुख्यातिथि ने 25 टीमों द्वारा निकाले गए परेड मार्च की सलामी ली। सेक्टर-19 स्कूल की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी।

जिला शिक्षा अधिकारी सतपाल कौशिक ने बताया कि जिला पंचकूला को 68वें नेशनल स्कूल गेम प्रतियागिता के अंडर-17 महिला क्रिकेट प्रतियोगिता की मेजबानी करने का मौका मिला है। इसमें देशभर के अलग-अलग राज्यों, केन्द्र शासित प्रदेशों व बोर्ड संस्थानों की 25 टीमें हिस्सा ले रही हैं। पांच अलग-अलग खेल मैदानों में प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाया जा रहा है। यह प्रतियोगिता सात फरवरी तक चलेगी।

पहला मैच कर्नाटक और उत्तराखंड के बीच खेला गया। कर्नाटक ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 15 ओवरों में 107 रन बनाए। उत्तराखंड की टीम 83 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। इस मैच को कर्नाटक की टीम ने 24 रनों से जीत लिया।

इस मौके पर एसजीएफआई आब्जर्वर एवं उप-निदेशक सुनील भारद्वाज, जिला खेल अधिकारी नील कमल, सतलुज पब्लिक स्कूल के सीईओ कृत सराय, खंड शिक्षा अधिकारी डा. अनूप, जोगिन्द्र, सीमा और सुमन, एईओ दयानन्द, विपुल शर्मा, राष्ट्रीय टूर्नामेंट तकनीकी समिति के सदस्य ओम प्रकाश, अमरजीत कुमार, विपुल शर्मा, कोच मुकेश कुमार, कोच शुभकरन सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।

ये टीमें ले रहीं है प्रतियागिता में हिस्सा

पंचकूला में होने वाली अंडर-17 प्रतियोगिता में अंध्र प्रदेश, उड़िसा, चंडीगढ़, छतीसगढ़, सीबीएसई वेल्फेयर स्पोट्स ऑग्रेनाजेशन, आईसीएसई, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, आईपीएससी, झारखंड, जम्मू और कश्मीर, कर्नाटक, करेल, केवीएस, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, नवोदय विद्यालय, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडू, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल की टीम प्रतियोगिता में हिस्सा ले रही हैं।

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5 फरवरी को इंद्रधनुष में पोश और पॉक्सो अधिनियम को लेकर राज्य स्तरीय कानूनी जागरुकता कार्यक्रम

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पंचकूला, 3 फरवरी – हरियाणा राज्य महिला आयोग द्वारा 5 फरवरी को इंद्रधनुष ऑडिटोरियम में पोश अधिनियम और पॉक्सो अधिनियम को लेकर राज्य स्तरीय कानूनी कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।

हरियाणा महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती रेणु भाटिया ने इस बारे जानकारी देते हुए बताया कि राज्य स्तरीय कानूनी जागरुकता कार्यक्रम में राष्ट्रीय महिला आयोग नई दिल्ली की अध्यक्ष श्रीमती विजया रहाटकर के अलावा महिला एवं बाल विकास विभाग हरियाणा की मंत्री श्रीमती श्रुति चौधरी भाग लेंगी। कानूनी जागरुकता कार्यक्रम में हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती सुमन सैनी भी मौजूद रहेंगी।

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एसडीएम ने  समाधान शिविर में सुनी लोगों की समस्याए

समस्याओं का संबंधित अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर निवारण करने के दिए निर्देश

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पंचकूला, 3 फरवरी एसडीएम चंद्रकांत कटारिया ने आज लघु सचिवालय के सभागार में सरकार द्वारा निर्देशित समाधान शिविर में जिला के 4 लोगों की समस्याएं सुनी और  संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिए।

इस अवसर पर नगराधीश विश्वनाथ भी उपस्थित थे।
श्री कटारिया ने बताया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सैनी ने जिले की जनता की समस्याओं के समाधान के लिए प्रत्येक कार्यदिवस को जिला में प्रातः 10 से 12 बजे तक समाधान शिविर  आयोजित करने का निर्णय लिया हैं। उन्होंने बताया कि समाधान शिविर आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य जिला  की जनता की समस्याओं का मौके पर व जल्द से जल्द समाधान करना हैं।
एसडीएम ने अधिकारियों को कहा कि हम सभी यहां जिलावासियों की समस्याओं के समाधान के लिए एकत्रित हुए है। उन्होने निर्देश दिए कि जिले की जनता को बार बार अपने कार्यो के लिए चक्कर न काटने पडें। उन्होंने सभी अधिकारियों से प्राथमिकता के आधार पर लोगांेें की समस्याओं के समाधान करने के निर्देश दिए।
श्री चंद्रकांत कटारियां ने जिलावासियों से समाधान शिविर में आकर अपनी समस्याओं का जल्द से जल्द निवारण करवाने की अपील की।

इस अवसर पर हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, जिला विकास एवं पंचायत विभाग, राजस्व विभाग, जिला शिक्षा अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग, बाल कल्याण विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, मत्सय विभाग, पुलिस विभाग, माईनिंग, पीडब्लयूडी बीएंड आर, सिंचाई विभाग, जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग, यूएचबीवीएन, नगर निगम कालका व पंचकूला के अधिकारी  मौजूद रहे।

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80 हिमवीरांगनाओं सहित 650 हिमवीर हुए आईटीबीपी की मुख्यधारा में शामिल

संस्थान ने कठोर मेहनत, शारीरिक क्षमता, कई विधाओं में दिया ज्ञान

कांस्टेबल पवन सिंह, अमन नेगी, ताशी नांगयाल भूटिया तथा मुस्मान अप्पा को किया सम्मानित

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पंचकूला 3 फरवरी – आईटीबीपी के महानिदेशक राहुल रसगोत्रा ने कहा कि आईटीबीपी जैसे अनुशासित बल में रहकर देश की सेवा करना गौरवशाली है। इस संस्थान में कठोर मेहनत, शारीरिक क्षमता के अतिरिक्त अनेक विधाओं में ज्ञान अर्जित किया है। यह पूरे सेवा काल में पग-पग   पर मार्गदर्शन करेगा ओर साथ ही ड्यूटि के दौरान आने वाली चुनौतियों से निपटने में भी मदद करेगा।

महानिदेशक राहुल रसगोत्रा प्रशिक्षण केन्द्र भानू में आयोजित 490वें दीक्षांत एवं शपथ ग्रहण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने 650 हिम वीर एवं हिमवीरांगनाओं को पुलिस बल में शामिल होने की शपथ दिलवाई।

महानिदेशक ने कहा कि बल में सीखे हुए ज्ञान को आगे बढ़ाते हुए अपने जीवन में और अधिक सीखने के प्रयास के लिए प्रेरित किया। प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण पूर्ण करने पर बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए बल प्रमुख ने कहा कि आप सभी बहुत भाग्यशाली हैं। उन्होंने बी०टी०सी० के प्रशिक्षकों की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुये उन्हें भी बधाई देते हुए कहा की इन हिमवीर, हिमवीरांगनाओं के बल में शामिल होने से सीमा बल और अधिक सशक्त होगा।

प्राथमिक प्रशिक्षण केंद्र, भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल भानु (पंचकूला) हरियाणा में 490वें जीडी पुरुष व महिला बैच के 650 हिमवीर, हिमवीरांगनाओं का दीक्षांत एवं शपथ ग्रहण समारोह परेड का आयोजन हुआ जिसके उपरांत ये सभी प्रशिक्षणार्थी बल की मुख्यधारा से जुड़े। इनके प्रशिक्षण की अवधि 44 सप्ताह थी, जिसको 26 फरवरी 2024 से  शुरू किया गया था।

कोर्स के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को हथियार चलाना, युद्ध कौशल, मैप रीडिंग, आत्मरक्षा, आतंक विरोधी अभियान तथा आंतरिक सुरक्षा  के बारे में गहन प्रशिक्षण दिया गया है। इस बैच में 24 राज्य, केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशिक्षणार्थियों, जिसमें अरुणाचल प्रदेश से 211, सिक्किम से 161, लद्दाख से 57, राजस्थान से 46, हिमाचल प्रदेश से 36, उत्तर प्रदेश से 29, उत्तराखंड से 24, हरियाणा से 22, बिहार व असम से 11-11, आंध्र प्रदेश से 6, मध्य प्रदेश से 5, जम्मू व कश्मीर व पंजाब से 4-4, झारखंड, महाराष्ट्र, छतीसगढ़, मणिपुर, पश्चिम बंगाल से 3-3, दिल्ली, मेघालय से 2-2, केरल व गुजरात से 1-1 सहित कुल 650  हिमवीर, हिमवीरांगनाएं ने दीक्षांत समारोह में  शपथ ग्रहण की।
भव्य परेड के दौरान इन नव-आरक्षियों और प्रशिक्षणार्थियों ने राष्ट्र ध्वज एवं बल निशान के तले अपने-अपने धर्म ग्रन्थों को साक्षी मानकर शपथ ली ।

पी०एम०जी०, महानिरीक्षक, प्राथमिक प्रशिक्षण केंद्र भानू  अशोक कुमार नेगी ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया। मुख्य अतिथि द्वारा विभिन्न गतिविधियों में सर्वश्रेष्ठ का० पवन सिंह, का० अमन नेगी, का० ताशी नांगयाल भूटिया तथा का० मुस्मान अप्पा को ट्राफी किया सम्मानित।
ब्रिगेडियर जी० एस० गिल, उपमहानिरीक्षक द्वारा धन्यवाद करते हुए मुख्यातिथि, प्रशिक्षणार्थियों के परिजनों, बल के सेवानिवृत पदाधिकारियों एवं इस समारोह के साक्षी बने सभी जनों का आभार व्यक्त किया।  
परेड के बाद पाइप बैंड द्वारा मधुर धुनो को प्रस्तुत किया गया। आईटीबीपी का यह बैंड राष्ट्रीय स्तर पर कई प्रतियोगिताओं में विजेता रहा है। हिमवीर एवं हिमवीरांगनाओं द्वारा पी टी, वन मिनट ड्रिल, टेक्टिल स्ट्रेंथ एण्ड कंडीशनिंग का प्रदर्शन किए गया जिससे दर्शक दीर्घा में बैठे गणमान्य अतिथियों में जोश की लहर एवं उत्साह का संचार हुआ तथा बल के साहसिक एवं हैरत अंगेज कार्यों से रूबरू होकर आश्चर्य चकित हुए।
बीटीसी के सुसज्जित प्रांगण में भव्य समारोह के अवसर पर ब्रिगेडियर. एस. गिल, एडीजी एस के चैधरी, उपमहानिरीक्षक, डॉ० टेक चंद, उपमहानिरीक्षक (वेट) तथा श्री सुनील कांडपाल, सेनानी (प्रशिक्षण), नव-आरक्षियों के अभिभावक, अधीनस्थ अधिकारी तथा अन्य पदाधिकारी एवं अन्य कोर्सों के प्रशिक्षणार्थी उपस्थित रहे।
दीक्षांत एवं शपथ ग्रहण समारोह के उपरांत मुख्य अतिथि ने समारोह में आए प्रशिक्षणार्थियों व उनके अभिभावकों के साथ चर्चा में अनुभवों को साझा किया।

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