Department of Chemistry Commemorates Late Prof. Dip Singh Gill with Memorial Lecture

Department of Chemistry Commemorates Late Prof. Dip Singh Gill with Memorial Lecture

Chandigarh, January 09, 2025

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The Department of Chemistry, Panjab University (PU), Chandigarh hosted a heartfelt memorial event to honour the legacy of Emeritus Professor Dip Singh Gill, a luminary in the field of chemistry. The event included a special lecture on “Functionalized Magnetic Nanoparticles for Sustainable Applications”, delivered by his distinguished student, Dr. Mandeep Singh Bakshi, currently serving at the University of Wisconsin – Green Bay.

The program began with a lamp-lighting ceremony, led by the Chief Guest, Registrar Prof. Y. P. Verma, Chairperson Prof Ganga Ram Chaudhary and Convener Prof Gurjaspreet Singh. The department extended a warm welcome to Prof. Kiran Dip Gill, a noted biochemist and the wife of the late professor Dip Singh Gill, and Dr. Mandeep Singh Bakshi.

The event paid tribute to Prof. Dip Singh Gill, whose remarkable journey—from his early life in Maujgarh, Punjab, to becoming a renowned scientist and mentor—was highlighted. Prof. Gill, a distinguished alumnus of Panjab University, Chandigarh, held an illustrious academic career spanning decades, culminating in his role as Chairman of the Department of Chemistry. His contributions to science and education continue to inspire.

The memorial lecture by Dr. Bakshi emphasized Prof. Gill’s profound impact as a mentor and scholar. Dr. Bakshi shared insights from his research on sustainable nanomaterials, a field shaped by Prof. Gill’s mentorship.

The event concluded with a vote of thanks, expressing gratitude to the chief guest, speakers, and attendees for their participation in making this day a meaningful tribute to Prof. Gill’s enduring legacy.

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मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी डी एल एस ए ने सेक्टर 2 में बाल निकेतन नामक आश्रय गृह का किया दौरा 

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 पंचकूला 9 जनवरी – श्री अजय कुमार घनघस, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पंचकूला ने सेक्टर 2, पंचकूला में बाल निकेतन नामक आश्रय गृह का दौरा किया, ताकि वहां रहने वाले बच्चों की रहने की स्थिति का निरीक्षण किया जा सके और उनकी चिंताओं का समाधान किया जा सके। यात्रा के दौरान, श्री घनघस ने बच्चों से व्यक्तिगत रूप से बातचीत की, ताकि उनकी भलाई को समझा जा सके और उनके सामने आने वाली किसी भी समस्या की पहचान की जा सके। बातचीत का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि बच्चों को पर्याप्त देखभाल मिल रही है और उनके अधिकारों की रक्षा की जा रही है। आश्रय गृह के अधीक्षक ने सीजेएम को बताया कि एक बच्चे का क्षय रोग (टीबी) परीक्षण किया गया था, लेकिन रिपोर्ट अभी तक प्राप्त नहीं हुई है। मामले का तुरंत संज्ञान लेते हुए, सीजेएम ने डीएलएसए कार्यालय को मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ), पंचकूला से संपर्क करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि परीक्षण रिपोर्ट जल्द से जल्द प्राप्त हो। उन्होंने परीक्षण प्रक्रिया में तेजी लाने की आवश्यकता पर भी बल दिया। सीजेएम ने इस बात पर प्रकाश डाला कि यदि परीक्षण का परिणाम सकारात्मक है, तो रोग के प्रसार को रोकने और प्रभावित बच्चे की सुरक्षा और उपचार सुनिश्चित करने के लिए तत्काल उपाय किए जाने चाहिए। निरीक्षण के दौरान, श्री घनघस ने आश्रय गृह में एक दिव्यांग (बहरा और गूंगा) बच्चे की उपस्थिति देखी। बच्चे के सर्वोत्तम हित में, उन्होंने बच्चे को दिव्यांग व्यक्तियों की जरूरतों को पूरा करने वाले एक विशेष संस्थान में स्थानांतरित करने के निर्देश जारी किए ताकि उनके विकास और कल्याण के लिए बेहतर देखभाल और सहायता सुनिश्चित की जा सके। इसके अलावा, श्री घनघस ने आज दोपहर के भोजन के दौरान बच्चों को परोसे जा रहे भोजन की गुणवत्ता और प्रकार की जांच करने के लिए आश्रय गृह में रसोइए के साथ बातचीत की। उन्होंने परिसर की समग्र सफाई का भी निरीक्षण किया और आश्रय गृह में बनाए गए स्वच्छ वातावरण पर संतोष व्यक्त किया। नवविवाहित जोड़ों के लिए संरक्षण गृह का औचक किया निरीक्षण मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) और सचिव, जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए), पंचकूला श्री अजय कुमार घनघस ने क्वार्टर नंबर 5, पुलिस स्टेशन कालका में स्थित भगोड़े और नवविवाहित जोड़ों के लिए संरक्षण गृह का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि गृह में एक दंपत्ति रह रहा था। सीजेएम ने उनसे बातचीत की और पूछा कि क्या उन्हें कोई समस्या आ रही है। सीजेएम ने संरक्षण गृह में कई खामियां पाईं। परिसर में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे थे, जो कि कैदियों की सुरक्षा के लिए जरूरी हैं। इस मामले में डीसीपी पंचकूला को पहले ही पत्र भेजा जा चुका है। इसके अलावा, पाया गया कि सुविधा का रखरखाव ठीक से नहीं किया जा रहा है, दंपत्तियों के लिए पर्याप्त जगह नहीं है और कमरों की हालत भी खराब है। कई कमरों में सीमेंट का प्लास्टर उखड़ गया है और कमरों में पानी का रिसाव हो रहा है। इस संबंध में सीजेएम ने पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) पंचकूला को पत्र लिखकर तत्काल मरम्मत और सुधार का अनुरोध किया है। सीजेएम ने यह भी कहा कि भीषण सर्दी के बावजूद भोजन की कोई व्यवस्था नहीं है, अलग से रसोई नहीं है और पानी के गीजर या रूम हीटर जैसी कोई सुविधा नहीं है। इन मुद्दों के बारे में पहले भी डीसीपी पंचकूला को अवगत कराया गया था, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। निरीक्षण के दौरान संरक्षण गृह में 12 घंटे की शिफ्ट करने वाले एसपीओ जतिंदर कुमार और एसपीओ बलविंदर कौर मौजूद थे। सीजेएम ने उन्हें आश्रय चाहने वाले जोड़ों के लिए बेहतर माहौल सुनिश्चित करने के लिए कमरों की सफाई करने का निर्देश दिया। इस निरीक्षण से संरक्षण गृह में रहने की स्थिति और सुरक्षा उपायों को बेहतर बनाने के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया है।

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*सड़क दुर्घटना के पीड़ितों को अस्पताल पहुंचाने वाले राहगीरों से पूछताछ की बजाए सम्मानित करे पुलिस – रेखा शर्मा*

*पुलिसकर्मियों व कॉलेज छात्रों को रेडक्रॉस से फर्स्ट एड की दिलवाई जाएगी ट्रेनिंग – राज्यसभा सांसद*

 *दुर्घटनाग्रस्त को अस्पताल पहुंचाने के पहले कभी भी पानी नहीं पिलाना चाहिए* 

 *राज्यसभा सांसद ने जिला रोड सेफ्टी कमेटी कम सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी की बैठक की करी अध्यक्षता*

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 पंचकूला, 9 जनवरी – राज्यसभा सांसद श्रीमती रेखा शर्मा ने निर्देश देते हुए कहा कि यदि कोई सड़क दुर्घटना के पीड़ितों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाता है तो उसको प्रोत्साहन स्वरूप सम्मानित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना में घायलों को अस्पताल पहुंचाने वाले से पूछताछ नहीं होनी चाहिए। अधिकतर लोग पुलिस की पूछताछ के डर से हादसे का शिकायत होने वालों की मद्द करने से पीछे हटते हैं। समाज में फैली इस सोच को बदलने की जरूरत हैं, इसके लिए ऐसा कार्य करने वाले लोगों को प्रोत्साहन करने के लिए सम्मानित करने की प्रथा चलाई जाए। राज्यसभा सांसद श्रीमती रेखा शर्मा लघु सचिवालय के सभागार में आयोजित जिला रोड सेफ्टी कमेटी कम सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। श्रीमती रेखा शर्मा ने निर्देश दिए कि रोड सेफ्टी के लिए जो संस्थाएं जुड़ी हुई हैं, उनका नीति आयोग से रजिस्ट्रेशन होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सड़क हादसों में कमी लाने पर अभियान बनाकर काम किया जाए। साथ ही दुर्घटना का शिकार होने वालों की जान बचाने के लिए पुलिस कर्मियों व युवाओं को जागरूक किया जाए। उन्होंने जिला रेडक्रास सोसायटी को निर्देश दिए कि वो पुलिसकर्मियों, स्कूल-कॉलेजों के विद्यार्थियों के लिए शिविरों का आयोजन कर उन्हें फर्स्ट एड की ट्रेनिंग दें। इस दौरान उप सिविल सर्जन डा. विकास ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त को अस्पताल पहुंचाने के पहले कभी भी पानी नहीं पिलाना चाहिए। राज्यसभा सांसद ने कहा कि बाइक चालकों के पास आईएसआई मार्क का हेलमेट होना चाहिए। जो भी अनसेफ हेलमेट की बिक्री करते हैं उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। जिसके लिए पुलिस को चेकिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जो सड़कों पर अपने पशुओं को छोड़ते हैं, उन पर एक्शन होना चाहिए। साथ ही शराब पीकर वाहन चलाने वालों के लिए विशेष चेकिंग होनी चाहिए। * विशेष जागरूकता के लिए प्रचार अभियान चलाएं* श्रीमती रेखा शर्मा ने कहा कि सड़क सुरक्षा को लेकर समाज में विशेष जागरूकता अभियान चलाया जाए। इसके लिए सोशल मीडिया प्लेटफोर्मों को अपनाया जाए। स्कूल, कॉलेज में क्विज प्रतियोगिता का आयोजन हो। नुक्कड़ नाटक करवाएं जाएं। मोबाइल पर जागरूता मैसेज भेजें जाएं। उन्होंने कहा कि अथॉरिटी किसी भी व्यक्ति को बिना ड्राइविंग टेस्ट के लाइसेंस जारी ना करे। ड्राइविंग टेस्ट चंडीगढ़ की तर्ज पर लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ओवरलोडिड चलने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाए। *ड्रिंक एंड ड्राइव को लेकर चलाएं विशेष अभियान – उपायुक्त* उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने निर्देश दिए कि ड्रिंक एंड ड्राइव को लेकर पुलिस को विशेष अभियान चलाया जाना चाहिए। बिना हेलमेंट चलने वालों के चालान काटे जाएं। उन्हांने कालका व पंचकूला एसडीएम को निर्देश दिए कि वो सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी के तहत स्कूली वाहनों की चेकिंग खुद करें। स्कूली वाहनों में स्पीडोमीटर, जीपीएस, फीमैल परिचालक सहित सभी नियमों की बारिकी से जांच होनी चाहिए। उपायुक्त ने निर्देश दिए कि शहर में लगे सभी सीसीटीवी नियमित चलने चाहिए, ताकि यातायात का उल्लंघन करने वालों पर सख्ती हो सके। साथ ही सभी ब्लैक स्पॉटों को खत्म करने पर तेजी से काम किया जाए। उन्होंने ताउ देवीलाल स्टेडियम के पास बनी अवैध क्रॉसिंग को बंद करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि सेक्टर-1 माजरी चौक पर हादसों को रोकने के लिए राजकीय कॉलेज के सामने डिवाइडर पर ग्रील लगाई गई है। ऐसा ही कार्य अन्य सड़कों पर भी किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि आरटीए विभाग रोड सेफ्टी को लेकर बनाई योजनाओं पर काम करें। इनमें युवाओं के साइक्लॉथिन, वाहनों पर रिफ्लेक्टर व टेप लगाए जाने, जागरूकता शिविर आयोजित करने और चालकों के लिए आंखों व हेल्थ चेकअप शिविर लगाए जाने का काम किया जाए। *ये रहे मौजूद* इस मौके पर मेयर कुलभूषण गोयल, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष बंतो कटारिया, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, परमजीत कौर, अतिरिक्त उपायुक्त निशा यादव, एसडीएम चंद्रकांत कटारिया, एसडीएम कालका राजेश पुनिया, आरटीए सचिव हैरतजीत कौर, नगराधीश विश्वनाथ, नगर निगम के ज्वाइंट कमीश्नर सिमरनजीत कौर, एसीपी पुलिस शूकर पाल, जिला शिक्षा अधिकारी सतपाल कौशिक, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी संध्या, उप सिविल सर्जन डा. विकास, जिला पंचायत एवं विकास अधिकारी राजन सिंगला सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।

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*उपायुक्त ने अधिकारियों को समाधान शिविर की शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर निपटान करने के दिए निर्देश*

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पंचकूला, 9 जनवरी- उपायुक्त मोनिका गुप्ता के मार्गदर्शन में लघु सचिवालय के सभागार में समाधान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में नगराधीश विश्वनाथ ने जिलावासियों की समस्याओं को सुना और उनको प्राथमिकता के आधार पर समाधान के लिए संबंधित विभाग को निर्देश दिए। उपायुक्त ने सभी जिलावासियों से समाधान शिविर में आकर अपनी समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान करवाने की अपील की। उन्होंने बताया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सैनी ने जिले की जनता की समस्याओं के समाधान के लिए प्रत्येक कार्यदिवस को सुबह 10 से 12 बजे तक समाधान शिविर आयोजित करने का निर्णय लिया हैं। उन्होंने सभी अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर लोगों की समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिए। लोगों की समस्याओं का समाधान करने में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने बताया कि पंचकूला जिला में तीन स्थानों पर समाधान शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। शहरी लोगों की समस्याओं को नगर निगम के सेक्टर-4 स्थित कार्यालय में सुना जा रहा है। वहीं कालका विधानसभा के लोगां के लिए एसडीएम कार्यालय कालका में समाधान शिविर लगाया जा रहा है। इसके अलावा जिला स्तर पर लघु सचिवालय के सभागार में समाधान शिविर प्रत्येक कार्यदिवस में आयोजित हो रहा है। उपायुक्त ने बताया कि इन समाधान शिविरों में परिवार पहचान पत्र, प्रॉपर्टी आईडी, जमीन की रजिस्ट्री, शहरी निकाय विभाग से एनडीसी लेने, नक्शे की मंजूरी, पेंशन, राशन कार्ड एवं सार्वजनिक वितरण व्यवस्था, अपराध, बिजली-पानी संबंधी आदि शिकायतों का मौके पर ही निपटारा किया जा रहा है।

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*खेल कैश अवॉर्ड के लिए आवेदन 10 जनवरी तक करें* 

राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं के पदक विजेता कर सकते हैं आवेदन*

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 पंचकूला, 9 जनवरी। उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने बताया कि खेल विभाग द्वारा राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्टीय खेल स्पर्धाओं में प्रतिभागी रहे व पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों से छात्रवृत्ति प्रदान करने के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। ये उपलब्धियां एक जनवरी, 2023 से 31 मार्च, 2024 के बीच की अवधि की होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि हर साल खेल विभाग की ओर से पदक विजेता खिलाडिय़ों को स्कोलरशिप दी जाती है। इस बार भी स्कोलरशिप के लिए 30 जुलाई, 2024 तक आवेदन मांगे गए थे। लेकिन बहुत से खिलाड़ी आवेदन करने से वंचित रह गए थे। जिस कारण खेल विभाग ने अब 10 जनवरी, 2025 तक खिलाडिय़ों को आवेदन करने का एक और अवसर प्रदान किया है। जिसके लिए नेशनल एवं इंटरनेशनल खेलों में पदक विजेता व भाग लेने वाले खिलाड़ी आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि छात्रवृत्ति का आवेदन पत्र हरियाणास्पोर्टस. जीओवी.इन वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है। खिलाड़ी जिला खेल अधिकारी कार्यालय में दस जनवरी तक आवेदन पत्र जमा करवा सकते हैं। इसके बाद उनको और कोई मौका नहीं दिया जाएगा।

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*डॉ. अंबेडकर मेधावी छात्रवृत्ति योजना के तहत आवेदन आमंत्रित, वंचित वर्गों के छात्रों को दी जा रही आर्थिक सहायता* 

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पंचकूला, 9 जनवरी। उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने कहा कि वंचित वर्ग के मेधावी छात्रों के हितों में प्रदेश सरकार द्वारा डॉ. अम्बेडकर मेधावी छात्रवृत्ति योजना चलाई जा रही है। प्रदेश सरकार का उद्देश्य है कि किसी भी मेधावी छात्र की आर्थिक कारणों से पढ़ाई प्रभावित ना हो। उन्होंने बताया कि यह योजना सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की तरफ से चलाई जा रही है। उपायुक्त ने छात्रवृति योजना की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2024-25 की अवधि के लिए डॉ. अम्बेडकर मेधावी छात्र संशोधित योजना के तहत सरल पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन शुरू हो चुके हैं। अनुसूचित वर्ग के जिन शहरी विद्यार्थियों के कक्षा दसवीं में 70, कक्षा बारहवीं में 75 व स्नातक कक्षाओं में 65 प्रतिशत अंक हैं, वे इस छात्रवृत्ति के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसी प्रकार गांवों में अनुसूचित वर्ग के विद्यार्थी के कक्षा दसवीं में 60, बारहवीं में 70 व स्नातक कक्षा में 60 प्रतिशत अंक होने चाहिए। इसी प्रकार पिछड़ा वर्ग-ए के शहर में रहने वाले विद्यार्थी ने मैट्रिक में 70 प्रतिशत और ग्रामीण क्षेत्र में 60 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हों। पिछड़ा वर्ग-बी के शहरी छात्र या छात्रा के मैट्रिक में 80 एवं ग्रामीण विद्यार्थी के 75 प्रतिशत अंक होने चाहिए, तभी वह योजना का पात्र होगा। उन्होंने बताया कि इन विद्यार्थियों को 8 हजार रुपए दसवीं पास होने पर, एससी आवेदक को बारहवीं पास करने पर 8 से दस हजार रुपए तथा स्नातक पास होने के बाद 9 से 12 हजार रुपए आगे की पढ़ाई के लिए दिए जाएंगे। *आवेदन के साथ लगाने होंगे ये दस्तावेज* उन्होंने बताया कि डॉ. अम्बेडकर मेधावी छात्र संशोधित योजना के लिए विद्यार्थी के परिवार की वार्षिक आय चार लाख रुपए से कम का प्रमाण-पत्र, रिहायशी प्रमाण पत्र, बैंक पास बुक, वर्तमान अध्ययनरत कक्षा का आईडी कार्ड या प्रमाण, मार्कशीट, फैमिली आईडी आदि दस्तावेज आवेदन के साथ लगाने होंगे।

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