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Citizens can register their pet dogs through i’mChandigarh app

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Chandigarh, May 19:- In a move to promote the welfare of pet dog owners in Chandigarh, the Municipal Corporation Chandigarh has integrated the online registration facility through i’mChandigarh app for pet dog owners.


While sharing this information, Ms. Anindita Mitra, IAS, Commissioner, Municipal Corporation, Chandigarh said that to make the pet registration easier and to facilitate seamless registrations for pet owners, the MCC has got the integration in i’mChandigarh app.


Emphasizing the need for registering their pet dogs, the Commissioner appealed the citizens to vaccinate against rabies also. She said that keep the dog protected by getting it vaccinated against rabies from a Govt. or private vetenary practitioner duly registered with the veterinary council of India or State veterinary council and maintain the vaccination record duly attested by the vaccinating authorities.

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She said that straying pet dogs will be impounded by the MCC. Token issued by the registration authority must be affixed with neck collar of the dog at all the times. Littering/defecation at public places is not allowed, the owner will be liable to get it cleaned. Besides this, breading and trading of dogs for commercial purposes within the area of MCC is strictly prohibited. Violators will be penalized as per the Pet Dog Bye-laws, 2010 and amendment thereof.

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उपायुक्त ने आगामी मानसून के मौसम में संभावित बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिये की जा रही तैयारियों की करी समीक्षा

-जिला में चलाई जा रही विभिन्न बाढ़ नियंत्रण योजनाओं को 30 जून तक पूरा करने के दिये निर्देश

-उपायुक्त 15 जून को बाढ़ नियंत्रण योजनाओं का करेंगे निरीक्षण

-बरसात के मौसम में घग्गर और अन्य नालों में पानी के स्तर बढ़ने से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिये पुलिस विभाग को नियमित पैट्रोलिंग करने के दिये निर्देश

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पंचकूला, 19 मई- उपायुक्त श्री महावीर कौशिक ने सिंचाई एवं जल संसाधान विभाग के अधिकारियों को जिला में चलाई जा रही विभिन्न बाढ़ नियंत्रण योजनाओं को 30 जून तक पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि वे 15 जून को बाढ़ नियंत्रण योजनाओं का निरीक्षण करेंगे।


श्री महावीर कौशिक आज लघु सचिवालय के सभागार में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ आगामी मानसून के मौसम में संभावित बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिये की जा रही तैयारियों की समीक्षा के लिये आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।


उपायुक्त ने कहा कि पिछले मानसून के मौसम में जिला में बरसात की वजह से हुये नुकसान का आंकलन करने के उपरांत विभिन्न गांवों के लिये लगभग 3 करोड़ रुपये की 12 बाढ़ नियंत्रण योजनायें तैयार की गई थी। इन योजनाओं को मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में हुई हरियाणा राज्य सूखा राहत व बाढ़ नियंत्रण बोर्ड की बैठक में स्वीकृति प्रदान की जा चुकी हैं। उन्होंने निर्देश दिये कि इन सभी योजनाओं पर युद्ध स्तर पर कार्य करते हुये इन्हें 30 जून से पहले पूरा किया जाये।


उन्होंने सिंचाई विभाग को सिंह नाला, बिटना ड्रेन, सुखना ड्रेन और इशांन नगर ड्रेन की साफ सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिये ताकि बरसात के मौसम में इन नालों में पानी अपने स्तर से उपर ना जायें। इसी प्रकार उन्होंने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण और नगर निगम को भी उनके अधीन आने वाले सीवरेज और ड्रेन की मरम्मत व साफ सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाये कि गत वर्ष की तरह अभयपुर सेक्टर-19 में सीवर ओवर फ्लो की समस्या ना आये ताकि स्थानीय लोगों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग (भवन व सड़कें) द्वारा सड़कों के मरम्मत का कार्य बरसात शुरू होने से पहले पूर्ण कर लिया जाये।


श्री महावीर कौशिक ने निर्देश दिये कि तहसीलदार सुनिश्चित करें कि बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिये आपदा प्रबंधन के लिये आवश्यक मशीने व उपकरण जैसे कश्तियां, ओबीएम मशीन, लाईफ जैकेट, चपु आदि प्रयोग करने की स्थिति में हो। इसके अलावा गौताखोरों के नाम और संपर्क नंबर की सूची भी अपडेट की जायें ताकि आवश्यकता पड़ने पर उनकी सेवायें ली जा सके। उन्होंने कहा कि बरसात का मौसम शुरू होने से पहले सेना, रेलवेज, स्वैच्छिक एजेंसियां और गैर सरकारी संगठनों से तालमेल स्थापित किया जायें। उन्होंने कहा कि जिला में संभावित बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों की पहचान की जाए ताकि वहाँ  समय रहते सभी आवश्यक प्रबंध पूरे किए जा सकें।


श्री महावीर कौशिक ने कहा कि बरसात के मौसम में घग्गर और अन्य नालों में पानी के स्तर बढ़ने से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिये पुलिस विभाग द्वारा ऐसे स्थानों पर नियमित तौर पर पैट्रोलिंग की जाये और आस पास के क्षेत्रों से बच्चों व मवेशियों को इन जगहों पर आने से रोका जायें। उन्होंने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, सिंचाई विभाग, नगर निगम और खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी को निर्देश दिये कि वे अपने-अपने विभागों में डीवाॅटरिंग पंप की उपलब्धता की रिपोर्ट प्रस्तुत करें और यह भी बतायें कि इनमें से कितने प्रयोग करने की स्थिति में हैं।

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इस अवसर पर एसडीएम पंचकूला ऋचा राठी, एसडीएम कालका रूचि सिंह बेदी, जिला राजस्व अधिकारी नरेश जोवल, जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक नीरज शर्मा, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के कार्यकारी अभियंता अमित राठी, डीआईओ सतपाल शर्मा, एसीपी कालका मुकेश, रेडक्राॅस सोसायटी पंचकूला की सचिव सविता अग्रवाल, नायब तहसीलदार हरदेव सिंह, जनस्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग के एसडीई धमेंद्र सिंह, सिंचाई विभाग के सहायक परियोजना अधिकारी एसके शर्मा और एएसओ उपेंद्र कुमार सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

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कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग, हरियाणा तथा हरियाणा कला परिषद के संयुक्त तत्वावधान में प्रदेश के 6 मंडलों में किया जाएगा प्रतियोगिता का आयोजन-महावीर कौशिक

– निष्पादन कला (संगीत, नृत्य, रंगमंच) एवं दृश्य कला (चित्रकला, मूर्तिकला) संबंधी प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए 30 मई तक कर सकते हैं आवेदन-डीसी

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पंचकूला, 19 मई- कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग, हरियाणा तथा हरियाणा कला परिषद के संयुक्त तत्वावधान में प्रदेश के 6 मंडलों-अंबाला, गुरूग्राम, फरीदाबाद, हिसार, रोहतकतथा करनाल में मंडल स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। निष्पादन कला (संगीत, नृत्य, रंगमंच) एवं दृश्य कला (चित्रकला, मूर्तिकला) संबंधी प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए 30 मई तक आवेदन आमंत्रित किए गए हैं।


इस संबंध में जानकारी देते हुए उपायुक्त व कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग के निदेशक श्री महावीर कौशिक ने बताया कि प्रतिभागी कलाकार हरियाणा का निवासी होना अनिवार्य है। प्रतिभागी जिस मंडल का निवासी है वह उसी मंडल से संबंधित प्रतियोगिता के लिए आवेदन कर सकता है। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता के लिए आयु वर्ग को तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया है-8 से 16 वर्ष, 16 वर्ष से 36 वर्ष तक तथा 36 वर्ष से अधिक से लेकर किसी भी आयु वर्ग तक। यह प्रतिभागी की आयु सीमा 31 मार्च 2022 तक पूर्ण करता हो। आयु के प्रमाण पत्र हेतु आधार कार्ड, वोटर कार्ड तथा शिक्षा प्रमाण पत्र का निरीक्षण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रत्येक मंडल स्तर पर आयु की तीनों श्रेणियों में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय पुरस्कार दिये जाएंगे। प्रतियोगिता हेतु दल का लीडर, कलाकार, अपना नाम, पता, मोबाइल नंबर, ई-मेल, वोटर कार्ड, शिक्षा प्रमाण पत्र, आधार कार्ड तथा पैन कार्ड की प्रतियां तथा भाग लेने वाले अन्य कलाकारों का विवरण, कला विधा तथा शीर्षक सहित विभाग में ई-मेल के माध्यम से या रजिस्टर्ड डाक के माध्यम से 5 मई सायं 5 बजे तक भिजवाएं।


उन्होंने बताया कि समूह प्रतियोगिता के लिए संगीत में हरियाणवी लोकगीत व हरियाणवी गीत, समूह नृत्य में हरियाणवी लोकनृत्य तथा हरियाणवी नृत्य तथा रंगमंच में सामाजिक विषयों पर आधारित लघु नाटिका (स्क्टि) को शामिल किया गया है जबकि एकल संगीत में हरियाणवी लोकगीत, हरियाणवी गीत तथा रागनी, नृत्य में हरियाणवी लोकनृत्य व हरियाणवी नृत्य तथा रंगमंच में मोनो एक्टिंग को शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि सामूहिक प्रस्तुति हेतु एक दल में अधिकतम 15 कलाकार (सहायक संगीतज्ञों सहित) भाग ले सकते हैं तथा एकल प्रस्तुति हेतु कलाकार क साथ अधिकतम 4 पेशेवर संगीतज्ञ तथा नृत्य के संदर्भ में 2 गायक तथा 4 पेशेवर संगीतज्ञ भाग ले सकते हैं, जिन्हें आयुसीमा में छूट दी जाएगी नृत्य की प्रस्तुति जीवंत तथा रिकार्डिंग दोना पर दी जा सकती है, परंतु केवल पारंपरिक लोकगीत/गीत की इसके लिए मान्य होंगे और फिल्मी धुनों/एलबम का प्रयोग पूर्णतः वर्जित होगा। रंगमंच प्रतियोगिता में कलाकार द्वारा प्रस्तुति पारंपरिक वेशभूषा में देनी अनिवार्य होगी। सामूहिक प्रस्तुति अवधि 7 से 10 मिनट रहेगी तथा एकल प्रस्तुति केलिए अवधि 5 से 7 मिनट रहेगी।

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श्री कौशिक ने बताया कि दृश्य कला के लिए चित्रकला हरियाणवी संस्कृति पर आधारित होनी चाहिए जिसके लिए 3 घंटे का समय दिया जाएगा। इसी प्रकार मूर्तिकला प्रतियोगिता हरियाणवी संस्कृति पर आधारित, क्ले मौडलिंग के लिए साईज़ 1’x1’x1’ फुट एवं पीओपी  रिलीफ टायल कार्विंग के लिए साईज 12’’x12’’x2’’  इंच निर्धारित किया गया है, जिसके लिए 6 घंटे का समय दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रतिभागी प्रतियोगिता के लिए अपने औजार व आवश्यक सामग्री साथ लेकर आएंगे।


उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता के लिए स्थान संबंधी जानकारी दूरभाष, ई-मेल या पत्र के माध्यम से दे दी जाएगी। प्रतियोगिता में अभद्रता, जातिसूचक, सामप्रदायिक भावना को बढावा देने वाली टिप्पणियां वर्जित हैं।

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साफ शहर-सुरक्षित शहर की दिशा में सार्वजनिक स्थलों व सरकारी कार्यालयों में की जाए पार्किंग विद मार्किंग : डा. कमल गुप्ता

– जिला में डी-प्लान के तहत किए जा रहे विकास कार्यो में तेजी लाए अधिकारी : डा. गुप्ता


सिरसा, 19 मई।

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स्थानीय शहरी निकाय मंत्री डा. कमल गुप्ता ने निर्देश दिए कि साफ शहर व सुरक्षित शहर बनानेे की दिशा में तेजी से कार्य करें और यातायात व्यवस्था बेहतर हो इसके लिए हर सरकारी कार्यालयों, पार्कों, सामुदायिक केंद्रों, बैंकों के बाहर पार्किंग विद मार्किंग की जाए। शहर की सड़कों पर जाम की स्थिति न बने, इसके लिए भी सड़क के किनारों पर बने फुटपाथों पर गाड़ी पार्किंग के लिए मार्किंग की जाए। मार्किंग के बाहर खड़ी गाडिय़ों के चालान भी किए जाए।


वे वीरवार को स्थानीय लघु सचिवालय के सभागार में जिला में डी प्लान के तहत किए जा रहे विकास कार्यो की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला, विधायक डबवाली अमित सिहाग, भाजपा जिलाध्यक्ष आदित्य देवीलाल, उपायुक्त अजय सिंह तोमर, जिला नगर आयुक्त गायत्री अहलावत, अतिरिक्त उपायुक्त सुशील कुमार, एसडीएम सिरसा जयवीर यादव, एसडीएम कालांवाली उदय सिंह, एसडीएम डबवाली राजेश पूनिया, एसडीएम ऐलनाबाद वेद प्रकाश बेनीवाल, कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद संदीप मलिक, ईओ सुरेंद्र कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।


उन्होंने कहा कि अधिकारी जिला में डी प्लान के तहत किए जा रहे विकास कार्यो को प्राथमिकता से करवाते हुए निर्धारित समयावधि में पूरा करवाएं ताकि आमजन को इनका लाभ मिल सके। संबंधित विभाग के अधिकारी डी-प्लान के तहत करवाए जा रहे निर्माणाधीन कार्यो में तेजी लाएं और सकारात्मक सोच के साथ कार्य करते हुए निर्माण कार्यों का समय-समय पर निरीक्षण करें और सामग्री की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि सभी विभाग आपसी तालमेल स्थापित करते हुए डी प्लान के तहत किए जा रहे विकास कार्यो को गंभीरता से पूरा करवाए। अगर कहीं पर कोई समस्या आती है तो उनके संज्ञान में लाया जाए।


उपायुक्त अजय सिंह तोमर ने जिला विकास योजना के तहत वित्त वर्ष 2021-22 में स्वीकृत विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए बताया कि इस वित्त वर्ष में 279 विकास कार्य स्वीकृत किए गए थे। वित्त वर्ष 2022-23 जिला विकास योजना के तहत जिला में विभिन्न विकास कार्यों पर लगभग साढे 15 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जाएगी।

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उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो भी विकास कार्य स्वीकृत होते हैं, उन्हें समय अवधि में पूरा किया जाए। यदि किसी प्रकार की दिक्कत आती है, तो उस बारे अवगत करवाया जाए, ताकि समय रहते समाधान कर कार्यों को पूरा किया जा सके। उन्होंने अतिरिक्त उपायुक्त को कहा कि वे जिला विकास योजना के तहत होने वाले विकास कार्यों की मासिक बैठक कर समीक्षा करें और समय-समय पर संबंधित कार्यों को विकास कार्यों की फिजिकली निरीक्षण करने बारे दिशा-निर्देश दें।

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डीएसआर मशीन से करें धान की सीधी बिजाई, पानी एवं समय की होगी बचत

सिरसा, 19 मई।

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कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उप निदेशक डा. बाबुलाल ने बताया कि किसानों को धान की रोपाई को लेकर बिल्कुल भी चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। क्योंकि धान की सीधी बिजाई से भी भरपूर उत्पादन मिलता है और इससे पैसे व पानी की बचत होती है। कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक इस तकनीक से धान बिजाई का उपयुक्त समय 20 मई से 31 मई तक है।


पानी की 30 फीसदी बचत :


सहायक कृषि अभियंता विजय कुमार ने बताया कि धान उगाने के लिए किसान रोपाई को प्राथमिकता देते है। पानी की ज्यादा मात्रा का प्रयोग होने से लगातार जल स्तर घटता जा रहा है। ऐसी स्थिति में आने वाले समय में धान की रोपाई बंद न करनी पड़े, इसको देखते हुए सीधी बिजाई का विकल्प तैयार किया गया है। सीधी बिजाई होने पर 30 फीसदी जल की बचत होगी।

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उन्होने बताया कि अगर किसान धान की रोपाई की जगह सीधी बिजाई करते है तो वे न केवल आगामी फसल की बेहतर उपज ले सकते है, साथ ही जमीन के स्वास्थ्य को गिरने से बचाया जा सकता है। सीधी बिजाई कर अन्य कई तरह की समस्याओं से छुटकारा पा सकते है। इतना ही नही कम पानी वाले क्षेत्रों में भी धान की सीधी बिजाई एक विकल्प हो सकती है। डीएसआर मशीन से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए किसान कार्यालय सहायक कृषि अभियंता कार्यालय में संपर्क कर सकते है।