Panjab University, Chandigarh developed AI model for identifying forged and real signatures- Copyright granted

Panjab University, Chandigarh developed AI model for identifying forged and real signatures- Copyright granted

Chandigarh December 4, 2024

For Detailed

Panjab University researchers from Department of Anthropology and Institute of Forensic Science developed an artificial intelligence based model for identifying real and forged signatures. Copyright office of the Government of India granted a copyright registration to the AI model. The model can be used to identify the frauds such as signature forgery on important documents.

The AI model was developed by Prof. Kewal Krishan and his research team namely Mr. Rakesh Meena, Ms. Damini Siwan, Ms. Peehul Krishan, Ms. Ankita Guleria, Ms. Nandini Chitara, Ms. Ritika Verma, Ms. Akansha Rana and Ms. Ayushi Srivastava. Prof. Abhik Ghosh and Dr. Vishal Sharma also guided the scholars in creating this model. Peehul Krishan is a former student of UIET and now a PhD research scholar at the School of Computing and Electrical Engineering, Indian Institute of Technology (IIT), Mandi, Himachal Pradesh.

Developing the AI model is an idea of Prof. Kewal Krishan who is a renowned forensic scientist and has devised various criminal investigation methods. Mr. Rakesh Meena is working on signature verification for his PhD research who will be utilizing this model for his PhD research.

The AI model is based upon SVM (Support vector machine), a supervised machine learning algorithm which distinguishes the real and forged signatures in practical situations. The model received an accuracy of 90% in classifying the real and forged signatures on 1400 handwritten signatures (700 real and 700 forged).

The AI model is unique and may be utilized in forensic examinations and criminal investigation where the signature forgery is involved. There is a direct utility of the model in identifying signatures on forms, cheques, drafts, treasury documents, registration of property and other bank documents etc. This will definitely save the precious time of forensic scientists and document examiners and reduce their work load for identifying forged and real signatures.

The Vice Chancellor, Professor Renu Vig has congratulated the team for developing such a practical model and encouraged other researchers and faculty members of Panjab University to utilize the knowledge of AI in research and generating new ideas.

https://propertyliquid.com

Panjab University, Chandigarh developed AI model for identifying forged and real signatures- Copyright granted

केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री टीबी उन्मूलन के 100 दिन चलने वाले कैपेन का 7 दिसम्बर को पंचकूला से करेंगे शुभारंभ

राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर अतिरिक्त उपायुक्त ने अधिकारियों को दिए दिशा-निर्देश

For Detailed

पंचकूला, 4 दिसंबर- अतिरिक्त उपायुक्त निशा यादव ने आज लघु सचिवालय के सभागार में 7 दिसंबर 2024 को राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की तैयारियों को आयोजित बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने अधिकारियों को आयोजन सम्बन्धित उचित दिशा-निर्देश दिए।

अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि 7 दिसंबर 2024 को पंचकूला के सेक्टर-5 स्थित इंद्रधुनष ऑडिटोरियम में राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में भारत के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जेपी नड्डा टीबी उन्मूलन को लेकर 100 दिन के कैपेन का शुभारंभ करेंगे। हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सैनी भी टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।

निशा यादव ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से एक प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। इसमें स्वास्थ्य सेवाओं से सम्बन्धित जानकारी मुहैया करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए उन्होंने अधिकारियों को बिजली, पानी, सफाई, मंच, बैठने की व्यवस्था, कानून व्यवस्था सहित अन्य उचित दिशा निर्देश दिए।

उन्होंने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय व हरियाणा सरकार का उद्देश्य पूरे देश को टीबी मुक्त करना है। इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए 100 दिवसीय कैपेन चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह अभियान टीबी की घटनाओं और मृत्युदर में कमी करके पूरे देश में सार्वजनिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मील का पत्थर साबित होगा।

इस अवसर पर एसडीएम गौरव चौहान, नगराधीश विश्वनाथ, उप सिविल सर्जन डा. विकास गुप्ता, डा. यादवेन्द्र, जिला टीबी अधिकारी डा. अपराजिता, नायब तहसीलदार हरदेव सिंह सहित अधिकारीगण मौजूद रहे।

https://propertyliquid.com

Panjab University, Chandigarh developed AI model for identifying forged and real signatures- Copyright granted

किसानों की भलाई के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना शुरू

फसलों का सही ब्यौरा देकर जोखिम से बचने के लिए बीमा करवाएं किसान

रबी सीजन में गेहूं, सरसों, जौ, सुरजमुखी व चना की फसलें की गई अधिसूचित

For Detailed

पंचकूला, 4 दिसंबर- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से किसानों की फसलों को विभिन्न आपदाओं से सुरक्षा देकर किसानों को आर्थिक आजादी दी जा रही है। फसलों को जोखिम मुक्त बनाने के लिए फसलों का बीमा करवाना जरूरी है। किसानों की भलाई के लिए ही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना शुरू की गई है।

उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने बताया कि सरकार ने किसानों को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लिया है। अधिक से अधिक किसान इस योजना से जुड़कर अपनी फसलों को बीमा रूपी सुरक्षा कवच पहनाऐं। उन्हांने बताया कि रबी सीजन में गेहूं, सरसों, जौ, सुरजमुखी व चना की फसलें अधिसूचित की गई है।

उन्हांने बताया कि ऋणी किसान बैकों में अपनी फसलों का सही ब्यौरा देकर अपनी फसलों का बीमा करवा सकते हैं व गैर ऋणी किसान कॉमन सर्विस सेन्टर के माध्यम से 31 दिसंबर तक अपनी फसलों का बीमा करवा सकते हैं। किसानों को गेहूं फसल के लिए 464.63 रुपये प्रति एकड़, सरसों फसल के लिए 311.85 रुपये प्रति एकड़, जौ फसल के लिए 296.10 रुपये प्रति एकड,़ सुरजमुखी की फसल के लिए 315 रुपये प्रति एकड़ तथा चना फसल के लिये 228.38 रुपये प्रति एकड के हिसाब से प्रीमियम देना होगा।

उपायुक्त ने बताया कि जो ऋणी किसान इस स्कीम का लाभ नही लेना चाहते वह इस स्कीम से ऑप्टआउट करने का आवेदन अपने बैक में जाकर कर दें सकते हैं। उन्होंने बताया कि किसान स्थानीय आपदाओं, फसल कटाई प्रयोग, फसल कटाई के बाद में हुए नुकसान के सर्वे उपरांत 6 दिन के अन्दर-अन्दर अपनी आपत्ति दर्ज करवा सकते हैं। इसी तरह बीमा कम्पनी भी इस बारे केवल 4 दिन के अन्दर-अन्दर अपनी आपत्ति दर्ज करवा सकता है।

उपायुक्त ने एग्रीकल्चर इन्सोरेंस कम्पनी के प्रतिनिधी को आदेश दिए कि फसल बीमा योजना की गाइडलाइन अनुसार अधिक से अधिक किसानों को इस स्कीम का लाभ देने के लिए बैकों में, मंडियों में तथा कृषि विभाग के कार्यालयों में बैनर लगा कर जागरूक करें। बीमा कम्पनी के प्रतिनिधी कृषि विभाग के सभी खण्ड में अपना कार्यालय खोलें, ताकि किसानों को इस स्कीम के लाभ बताए जा सकें तथा किसानों की स्कीम से सम्बन्धित समस्याओं का निपटान किया जा सकें। बीमा कम्पनी किसानों को स्कीम के लाभ बताते हुए कॉमन सर्विस सेन्टर में जाकर विशेष कार्यक्रम करते हुए अधिक से अधिक गैर ऋणी किसानों को पंजीकृत करवाए।

मोनिका गुप्ता ने बैकों को भी निर्देश दिए गए कि सभी बैक शाखा इस स्कीम की विशेषताएं बताते हुए बैनर लगाए। सभी बैक सभी ऋणी किसानों के फसल का नाम, गांव का नाम, फसल का क्षेत्रफल, जमाबन्दी तथा भूमि का रिकार्ड की सूचना ध्यानपूर्वक पोर्टल पर अपलोड करें। सभी बैकों को इन सभी कार्य हेतू अभी से ही अभ्यास करने के आदेश दिए गए है।

उन्होंने बताया कि ऋणी व गैर ऋणी किसानों के मामले में किसी प्रकार की गलती पाई जाती है तो उसके लिए सम्बन्धित बैक व कॉमन सर्विस सेन्टर स्वयं जिम्मेदार होगें। बीमा कम्पनी के प्रतिनिधी को आदेश दिए है कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की नोटिफिकेशन व दिशा निर्देश की अनुपालना की जाए। किसानों के बीमित क्षेत्रफल की समय सीमा अनुसार जांच की जाए।

https://propertyliquid.com

Panjab University, Chandigarh developed AI model for identifying forged and real signatures- Copyright granted

समाधान शिविर में शिकायत आते ही परिषद की टीम ने विश्वकर्मा कॉलोनी से उठवाया टावर का गिरा हुआ सामान

लघु सचिवालय, नगर निगम और एसडीएम कार्यालय कालका में प्रत्येक कार्यदिवस में सुबह 10 से 12 बजे तक समाधान शिविरों का हो रहा आयोजन

For Detailed

पंचकूला, 4 दिसम्बर – उपायुक्त मोनिका गुप्ता के मार्गदर्शन में आज लघु सचिवालय के सभागार में समाधान शिविर का आयोजन किया गया। सरकार के निर्देशानुसार प्रत्येक कार्यदिवस में लघु सचिवालय के अलावा नगर निगम कार्यालय पंचकूला और एसडीएम कार्यालय कालका में भी सुबह 10 बजे से 12 बजे तक समाधान शिविरों को आयोजन कर शिकायतों का निपटान किया जा रहा है। उपायुक्त ने जिलावासियों से अपील की कि वो समाधान शिविरों में अपनी समस्याओं को रखकर निपटान करवाएं।

लघु सचिवालय में आज एसडीएम गौरव चौहान की अध्यक्षता में 12 शिकायतों को सुना और अधिकतर का मौके पर ही निपटान किया गया। शिविर के दौरान कालका की विश्वकर्मा कॉलोनी के लोगों ने गिरे हुए टावर का सामान उठाने की गुहार लगाई। नगर परिषद कालका ने समाधान शिविर के समाप्त होने से पहले टावर का सामान उठवाकर शिकायत का निपटान करवाया गया। वहीं गांव बुढ़नपुर निवासी गोपाल ने बिजली निगम से बिजली का बिल ठीक करने की अपील की।

शिविर में जिलावासी पवन कुमार ने शिवालिक बोर्ड के अधीन आने वाली सड़क का निर्माण करवाने, सतबीर कटारिया ने रास्ते से कब्जा हटवाने और शीला देवी ने परिवार पहचान पत्र में इनकम को दुरूस्त करवाने की गुहार लगाई। वहीं मोहित कुमार ने अवैध माइनिंग रूकवाने, हरबंस कौर ने अपने मकान पर हुए कब्जे को छुड़वाने की अपील की। इसके अलावा कैलाश चंद ने अपने परिवार पहचान पत्र में जुड़े अनजान लोगों को पीपीपी से बाहर करवाने और एक अन्य शिकायत में 3 दिन से बंद जमीन की रजिस्ट्री को शुरू करवाने की गुहार लगाई।

नगर निगम पंचकूला में आयोजित समाधान शिविर में शहर निवासी प्राणनाथ सूद की प्रॉपर्टी आईडी में मोबाइल नंबर अपडेट की गुहार पर त्वरिक कार्रवाई करते हुए समाधान किया गया। इस मौके पर नगराधीश विश्वनाथ, जिला राजस्व अधिकारी डा. कुलदीप सिंह, एसीपी आशीष कुमार, डीडब्ल्यूओ विशाल बंसल, एक्सईएन बिजली निगम अशीष चोपड़ा, एक्सईएन पब्लिक हेल्थ समीर शर्मा, एक्सईएन एचएसवीपी एनके पायल, एएफएसओ बलजीत मलिक सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।

https://propertyliquid.com