गीता के श्लोकों का स्मरण करने से मन को शांति और आध्यात्मिक ज्ञान में होती है वृद्धि – शक्तिरानी शर्मा
विधायक आज जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि पहुंची
पंचकूला, 10 दिसम्बर – कालका विधायक श्रीमती शक्ति रानी शर्मा ने कहा कि हरियाणा सरकार लगातार 10 वर्षों से अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर गीता जयंती समारोह का आयोजन कर रही है। यह हमारे लिए गौरव की बात है। गीता हमें जीवन जीने का सार बताती है। आज कुरुक्षेत्र की पावन धरा से पूरे विश्व में गीता का ज्ञान फैल रहा है और गीता के पवित्र ग्रंथ का प्रकाश दुनिया में फैलाया जा रहा है। इस पवित्र ग्रंथ गीता से पूरी मानव जाति को कर्म और ज्ञान का संदेश मिल रहा है। पूरी मानवता की समस्याओं का समाधान करने का मार्ग भी इस ग्रंथ में समाहित है।
विधायक श्रीमती शक्ति रानी शर्मा आज राजकीय महिला महाविद्यालय सेक्टर 14 में आयोजित जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव के दूसरे दिन बतौर मुख्य अतिथि पहुंची। विधायक श्रीमती शक्ति रानी शर्मा का एडीसी निशा यादव ने पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया। मुख्य अतिथि ने दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने गीता जयंती महोत्सव को बड़े स्तर पर मनाने का संकेत दिया था। इसके उपरांत कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव को वर्ष 2016 से बड़े स्तर पर मनाया जा रहा है और इस पावन धरा से पूरी दुनिया को पवित्र ग्रंथ गीता को जानने का अवसर मिल रहा है। उन्होंने बताया कि गीता जयंती महोत्सव को विदेशों में मनाया जा रहा है। इस वर्ष सहयोगी देश के रूप में तंजानिया और सहयोगी राज्य के रूप में ओडिशा भाग ले रहा है। इसके साथ ही हर जिले में भी गीता जयंती को लेकर 3 दिवसीय कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
विधायक ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र की पावन धरा से पूरे विश्व को गीता का उपदेश दिया। यह उपदेश आज भी पूरे विश्व के लिए प्रासंगिक है। अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव और सभी संस्थाओं की ओर से गीता महोत्सव को परम्परागत और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र की पवित्र स्थली ज्योतिसर से पूरे विश्व को गीता का ज्ञान मिला। गीता में दिए ज्ञान में मानव की हर समस्या का समाधान निहित है। गीता के श्लोकों का स्मरण करने से जहां मन को शांति मिलती है वहीं हमारे आध्यात्मिक ज्ञान में भी वृद्धि होती है।
श्रीमती शक्ति रानी शर्मा ने कहा कि कुरुक्षेत्र स्थित ब्रह्मसरोवर व सन्निहित सरोवर के जल के आचमन मात्र से ही मनुष्य को पापों से मुक्ति मिलती है। सूर्य ग्रहण, सोमवती अमावस्या, चौदस सहित अन्य धार्मिक अवसरों पर इन सरोवरों के पवित्र जल में स्रान करने से हजारों यज्ञों के बराबर पुण्य की प्राप्ति होती है। गीता से हमारे जीवन को पुण्य का फल मिलता है। जीवन में इसके स्मरण बनाए रखना चाहिए।
इस मौके पर जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार, कॉलेज प्राचार्या ऋचा सेतिया, रीता गुप्ता भी शामिल हुए।