MCC opens 'Rupee Store' at  Indira Colony Manimajra Community Centre, empowering communities*

*MCC organizes special workshop for students on World Paper Bag Day*

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*Chandigarh, July 12:-* In a bid to raise awareness about the harmful impacts of single-use plastic bags and promote environmentally friendly alternatives, the Municipal Corporation Chandigarh, under the “Safai Apnao Bimaari Bhagao” campaign, organized a special workshop on making paper bags in collaboration with the Prasanchetas Foundation by recycling newspapers/papers for students on World Paper Bag Day at GMSSS, Sector 37 B.

The MC team motivated students to join the initiative to reduce plastic bag usage and promote sustainable practices in the city. The MCC also distributed appreciation certificates to the participants and encouraged them  to  be a Swachhata Champion and urge their friends and family to embrace sustainable options such as cloth, jute, or paper bags while shopping.

While speaking about the initiative, MC Commissioner Ms. Anindita Mitra, IAS, highlighted the public interest in using paper bags, as they are eco-friendly, budget-friendly, and reusable, decomposing naturally without harming the environment. She emphasized that Municipal Corporation is making all efforts by organizing such workshops and various other activities citywide to raise awareness about the pollution caused by plastic and the threat it poses to the environment.

She further said that the MCC has been implementing various initiatives to reduce plastic waste, including providing E-carts for compostable bags at subsidized prices at Mandi, Sector 26, and Apni Mandi, as part of the “Safai Apnao Bimaari Bhagao” campaign. She also mentioned that extensive challans have been issued, and substantial fines have been imposed on violators using single-use plastic bags since July 1st. A total of 525 challans have been issued, and 108 kgs of single-use plastic have been confiscated from July 1st to 12th.

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MCC opens 'Rupee Store' at  Indira Colony Manimajra Community Centre, empowering communities*

*MCC organizes Health Camp for Sanitation Workers at Pink MRF centre, sector- 25*

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*Chandigarh, July 12:-* Aiming to support the health of its sanitation workers, the Municipal Corporation Chandigarh today organized a comprehensive  health camp under Safai Apnao Bimaari Bhagao campaign in collaboration with the TCI Foundation & Homi Bhabha Cancer Hospital and Research Centre (HBCHRC) at Pink MRF Centre, Sector-25. The health camp aligns with SBM and MCC’s mission for the welfare of the Safaimitras.

The health camp was open to all sanitation workers employed in collecting garbage from households and commercial areas, as well as those working at the MRFs for Solid Waste Management processing. The camp provided free medical check-ups, vaccinations, and healthcare services to the workers, featuring dedicated stations for general health examinations, vision testing, dental check-ups, and the distribution of essential medicines.

Ms. Anindita Mitra, IAS, MC Commissioner said that the health, safety, and welfare of the sanitation workers are of utmost importance, and MC Chandigarh is committed to providing them with the best possible medical care. She also mentioned that the Municipal Corporation has already covered insurance for all garbage collectors and MRF staff, irrespective of their joining criteria.

She further said that by organising such   health camp marked a fitting tribute to these unsung heroes and stands as a testament to the city’s commitment to the well-being of its workforce.

The Commissioner further expressed gratitude towards the entire team of garbage collectors and sanitation workers, whose consistent efforts have improved segregation in the city and achieved 100% collection of segregated waste from households and commercial areas. She highlighted the city’s rise from the 66th rank in Swachh Survekshan 2021 to the 12th rank in 2022 and urged citizens to continue their efforts towards making Chandigarh a cleaner and healthier city.

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*किसान ऑर्गेनिक खेती को अपनाएं  और आय में इजाफा करें – मुख्यमंत्री*

*सरकार द्वारा ऑर्गेनिक खेती के लिए किया अलग से प्रावधान*

*बागवानी किसानों के लिए मैंगो मेला बहुत ही लाभप्रद*

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चंडीगढ, 12 जुलाई  – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किसानों को ऑर्गेनिक खेती करने के लिए प्रेरित करने हेतु प्रशिक्षण देने का कार्य किया जा रहा है ताकि किसान ऑर्गेनिक खेती को अपनाकर अपनी आय में इजाफा कर सकें। 

मुख्यमंत्री आज पिंजौर के यादवेंद्र गार्डन में 31 में मांगो मेला में लोगों को संबोधित कररहे थे।  

मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने मुख्य प्राकृतिक खेती की ओर रूझान बढ़ाने के लिए अलग से बजट का प्रावधान किया गया है।  राज्य सरकार भी इस उद्देश्य को आगे बढ़ा रही है।  उन्होंने कहा कि मेले के माध्यम से  किसानों को ऑर्गेनिक खेती के लिए आधुनिक तकनीक को अपने का मौका मिलेगा और प्रदेश के लोगों को प्रदेश के लोगों को स्वच्छ शुद्ध स्वच्छ शुद्ध खाद्य सामग्री उपलब्ध हो सकेगी।  उन्होंने किसानों से अनुरोध किया कि वे ऑर्गेनिक खेती को अपनाएं और अपने और नागरिकों के जीवन में  खुशहाली लाएं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा हर साल मैंगो मेले का आयोजन किया जा रहा है। इस मेले में लोगो को अनेक प्रकार के आमों के उत्पाद  लेने का अवसर मिलेगा। मेले में 300से अधिक किस्मों के आम देखने को मिले जिससे उन्हें बड़ी खुशी की अनुभूति हुई है। हिमाचल की सुंदर वादियों में आमों के क्षेत्र में अलग ही नजारा देखने को मिलता हैं। 

मुख्यमंत्री का बंचारी के ढोल नगाड़ा पार्टी एवम बीनवादकों ने भव्य स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने मेले में लगाई गई आम की हर स्टॉल एक अवलोकन किया और उनके बारे में विस्तार से जानकारी ली।  मुख्यमंत्री ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल होकर प्रतिभागियों को सम्मानित किया। उन्होंने प्रसिद्ध  म्यूजिशियन वादक सुभाष घोष को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। 

पर्यटन मंत्री कंवर पाल ने कहा कि इस मेले में हरियाणा, यू पी, पंजाब, हिमाचल सहित कई राज्यों के किसान आम की किस्में लेकर आते है जिससे आपसी आदान प्रदान भी होता है और किसानों भी नई जानकारी हासिल होती है। इसके अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी लोग आनंद उठाते है। विभिन्न प्रकार की स्कूली बच्चों की प्रतियोगिताएं भी आयोजित करवाई जाती है। 

*शिल्प बाजार में हथकरघा और हस्तशिल्प का हुआ प्रदर्शन*

महलों, प्राचीरों और गढ़ों पर विशेष रोशनी से उद्यानों को रोशन किया गया। इन विशेष लाइटों का उपयोग बिजली बचाने और चल रही ‘गो ग्रीन’ पहल में योगदान देने के लिए किया गया। भारतीय स्ट्रीट फूड के साथ-साथ पंजाब के स्वाद, दक्षिण की सूक्ष्म सुगंध और चाईनीज के प्राच्य स्वाद सहित मुंह में पानी लाने वाले व्यंजन परोसने के लिए एक बहु-व्यंजन फूड कोर्ट भी लोगो के लिए मनोरंजन का साधन रहे। 

इसी प्रकार शिल्प भी बाजार मेले का एक और अतिरिक्त आकर्षण का केन्द्र रहा जिसमे लोगो ने बहुत ही खरीददारी की । शिल्प बाजार में, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, राजस्थान आदि के शिल्पकारो बुनकरों द्वारा हथकरघा और हस्तशिल्प का प्रदर्शन और बिक्री रही।

*विभिन्न 300 किस्मों के आमों का प्रदर्शन*

मैंगो मेला में आम व आम से बने उत्पादों को प्रदर्शित करने 500 विभिन्न किस्मों का प्रदर्शन किया गया। आम की प्रमुख वाणिज्यिक किस्में जो मेले में प्रतिस्पर्धा कर रही हैं, उनमें दशहरी, चौसा, लंगड़ा, अमरपाली, बॉम्बे ग्रीन (मालदा), रतोल, मलिका, अंबिका, रामकेला आदि शामिल हैं। इस मेले में देश भर से बड़ी संख्या में आम उत्पादक भाग लिया और आम की विभिन्न किस्मों का प्रदर्शन कर रहे हैं। 

*स्कूली छात्रों के बीच हुई प्रतियोगिताएं होंगी आयोजित*

मेले के 31वें संस्करण में विभिन्न गतिविधियां, प्रतियोगिताएं और संध्या के सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। मेले की शुरुआत में छात्रों ने रंगोली, ड्राइंग, पोस्टर मेकिंग और मैंगो क्विज जैसी प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया। 

मेले में विभिन्न कलाकारों द्वारा नगाड़ा पार्टी, जंगम पार्टी, बिगपाइपर ग्रुप, बीन पार्टी, इकतारा पार्टी, बहुरूपदर्शक नृत्य और गायन प्रदर्शन के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने को मिला। 

*आगे ये होंगे कार्यक्रम*

मेले के दूसरे दिन 13 जुलाई को सुबह 10.00 बजे से गतिविधियों का नया दौर आयोजित किया जाएगा। छात्रों के लिए ग्रुप डांस, कहानी लेखन प्रतियोगिता, स्लोगन, नेल आर्ट, हैंड राइटिंग जैसी प्रतियोगिताएं होंगी। बाद में सायं 6.30 बजे बाॅलीबुड सनसनी विनोद राठौर अपनी प्रस्तुति देंगे। 

तीसरे दिन यानी 14 जुलाई को स्कूल की प्रतियोगिताएं जैसे ग्रुप गायन, ड्राइंग, बेस्ट आउट आॅफ वेस्ट प्रतियोगिता, महेंदी प्रतियोगिता और मैंगो ईटिंग प्रतियोगिताएं जारी रहेंगी। सायं के समय पंजाबी गायक अशोक मस्ती और गुरप्रीत घुग्गी द्वारा रिब गुदगुदी शो के प्रदर्शन से माहौल खुशनुमा होगा।

इस अवसर पर ए सी एस कला रामचंद्रन, प्रधान सचिव नवदीप सिंह वर्क,  उपायुक्त डा. यश गर्ग, डी सी पी हिमाद्रि कौशिक,, एस डी एम लक्षित सरीन सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।

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मुख्यमंत्री ने छोटी सरकारों को दी कई “नायाब सौगातें”

– पंचायतीराज प्रतिनिधियों की पेंशन में की बढ़ोतरी की घोषणा 

-मुख्यमंत्री ने 2400 करोड़ के विकास कार्यों की भी घोषणा की 

– 1861 ग्राम पंचायतों को एससी/बीसी चौपालों के लिए एक क्लिक से जारी किये 118 करोड़ 47 लाख

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चंडीगढ़, 12 जुलाई – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह ने आज पंचकूला में आयोजित राज्य स्तरीय पंचायत-सम्मलेन में पंचायतीराज संस्थाओं को एक साथ कई “नायाब सौगातें” देकर खूब वाहवाही बटोरी। उन्होंने जहां 2400 करोड़ रूपये के विकास कार्यों की घोषणा की वहीँ प्रदेश की  1861 ग्राम पंचायतों को एससी/बीसी चौपालों की मरम्मत या अधूरी पड़ी चौपालों को पूरा करने के लिए अनुदान के तौर पर एक क्लिक से 118 करोड़ 47 लाख करोड़ रूपये ट्रांसफर किए। मुख्यमंत्री ने पंचायतीराज प्रतिनिधियों की पेंशन में बढ़ोतरी करने की घोषणा भी की। 

मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह ने सरपंचों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सभी सरपंच अपने -अपने गांव के विकास के लिए कार्य करवाने हेतु रोड-मैप बनाएं , धन की कतई कमी नहीं रहने दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि वे पंचायत में प्रस्ताव पास करके अपने क्षेत्र के विधायकों को भेज दें , बिना रोक-टोक काम करवाया जाएगा। 

मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह ने कहा कि हमारी सरकार पहली सरकार है जिसने पंचायतीराज संस्थाओं के प्रतिनिधियों के मानदेय में न केवल बढ़ोतरी की है बल्कि  प्रतिनिधियों को पेंशन देना हमने ही शुरू किया है। 

मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि जिला परिषद अध्यक्ष को दी जाने वाली पेंशन को दो हजार से बढाकर तीन हजार कर दिया है। इस प्रकार , उपाध्यक्ष की पेंशन को एक हजार से बहदाकार 1500 रूपये , पंचायत समिति अध्यक्ष की पेंशन को 1500 रूपये से बढ़ाकर 2250 रूपये , उपाध्यक्ष की पेंशन को 750 रूपये से बढ़ाकर 1125  रूपये तथा सरपंच की पेंशन एक हजार रूपये बढ़ाकर 1500 रूपये कर दी है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर यह भी कहा कि सरपंचों की जो भी उचित मांगें और भी होंगी तो उन पर भी विचार किया जाएगा। 

उन्होंने प्रदेश के गांवों के विकास में सरपंचों की अहम भूमिका बताते हुए कहा कि हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा कि – ” पंचायतें भारतीय लोकतंत्र का आधार -स्तम्भ हैं जिनकी मजबूती में ही नए भारत की समृद्धि निहित है।” 

उन्होंने कहा कि 10 वर्ष पहले की सरकारें अगर किसी गांवों के विकास के लिए एक बार 5 लाख रूपये की घोषणा कर देती थी तो उसका 6 महीने तक केवल ढिंढोरा पीटती थी जबकि काम होते ही नहीं थे। लेकिन वर्तमान सरकार ने तो 5-5 लाख रूपये अनगिनत बार गांव को दिए हैं जिससे गांवों की तस्वीर ही बदल गई है। 

मुख्यमंत्री ने पूर्व की सरकारों के साथ वर्तमान सरकार की तुलना करते हुए बताया कि वर्ष 2014 से पहले पंचायतों के लिए राज्य वित्त आयोग का अनुदान 600 करोड़ रूपये था , जबकि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने यह अनुदान बढाकर 2968 करोड़ रूपये कर दिया है। उन्होंने आगे बताया कि वर्तमान सरकार ने इस वित्त वर्ष के बजट में ग्रामीण क्षेत्र के विकास हेतु 7276.77 करोड़ रूपये आवंटित किए हैं  जबकि पहले की सरकार ने वर्ष 2013 – 14 के दौरान 1898.48 करोड़ रूपये की राशि आवंटित की थी। 

उन्होंने आज 2400 करोड़ रूपये के विकास कार्यों की घोषणा करते हुए बताया कि इनमे से 900-900 करोड़ रूपये गांव व शहरी क्षेत्र के लिए दिए जाएंगे। साथ ही पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जाती वर्ग की चौपालों की मरम्मत तथा अधूरी पड़ी चौपालों को पूरा करने के लिए 118.47 करोड़ रूपये दिए गए हैं। 

श्री नायब सिंह ने सरपंचों को प्रधानमंत्री के 2047 तक विकसित भारत के सपने को साकार करने में साथ देने का आह्वान करते हुए कहा कि गांव का विकास होगा तभी देश का विकास होगा। प्रधानमंत्री की सोच को पूरा करने के लिए ही राज्य सरकार ने सरपंचों को पंचायत के माध्यम से बिना टेंडर के काम करवाने की लिमिट को 5 लाख से बढ़ाकर 21 लाख कर दिया है।  

मुख्यमंत्री ने कहा कि बदलती तकनीक को देखते हुए राज्य सरकार ने प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक कंप्यूटर ऑपरेटर देने का निर्णय लिया है ताकि सरपंचों को अपने हिसाब -किताब में आसानी हो सके। 

उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार पहली ऐसी सरकार है जिसने राज्य स्तरीय कार्यक्रमों एवं समारोहों के अवसर पर अपने क्षेत्राधिकार में जिला परिषद के अध्यक्ष , पंचायत समिति के अध्यक्ष और ग्राम पंचायतों के सरपंचों के प्रोटोकॉल का भी प्रावधान किया है।  अब जिला परिषद का चेयरमैन डीसी और एसपी के साथ कुर्सी पर बैठेंगे ।  ब्लॉक समिति के चेयरमैन को एडीसी व सीजेएम के साथ और सरपंचों को भी सम्मान देने के लिए प्रोटोकॉल लिस्ट में पहली बार शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि हरियाणा देश का पहला राज्य है जिसने शासन में पंचायतीराज संस्थाओं की अधिक भागीदारी देने के लिए अंतर -जिला परिषद का गठन किया है।  

*भाजपा की नीति से पंचायतों से 1000-1000 बीपीएल राशन कार्ड बने- श्री महिपाल ढांडा*

विकास एवं पंचायत मंत्री श्री महिपाल ढांडा ने बताया कि प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री ने प्रदेश के लोगों के लिए बीपीएल राशनकार्ड की पुरानी सभी शर्तों को खत्म करने का काम किया है। जिसके परिणाम स्वरूप आज जिन गांवों में 50-100 बीपीएल राशन कार्ड होते थे अब बढ़कर 700 से 1000 तक पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने बाबा साहेब डा.भीम राव अंबेडकर पर दिल्ली में म्यूजियम तैयार करवाया है। जहां से बाबा साहेब की पढ़ो, शिक्षित हो और आगे बढ़ो की नीति का पता चलता है।  उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सबकी समस्याओं को सुनकर उनका समाधान कर रहे हैं। ऐसा काम वहीं व्यक्ति कर सकता है, जिसने संघर्ष किया हो, जमीन से जुड़ा हुआ हो। 

*प्रदेश व गांवों का विकास करवाना है लक्ष्य – श्री कंवरपाल*

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री कंवरपाल ने कहा कि प्रदेश के विकास में गांव और पंचायत की अह्म भूमिका होती है। गांव का सरपंच खूब नाॅलेज वाला इंसान होता है। वो गांव के विकास को बिना किसी पैमाइस के करवा सकता है। उसके पास गांव के हर कोने की जानकारी होती है। इसीलिए सरपंच को किसी तकनीकि ज्ञान की जरूरत नहीं होती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार और ग्राम पंचातयों को लक्ष्य प्रदेश व गांवों का विकास करवाना है।

*गांवों का शहरों की तर्ज पर हो रहा विकास – विधानसभा अध्यक्ष*

विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि भाजपा सरकार की अनेक योजनाओं को गांव के उत्थान के लिए तैयार किया गया। आदिकाल से ही पंचायतें गौरवशाली रही हैं। जो पंचायत निर्णय कर देते है उसको देश में कहीं भी चैलेंज नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के कारण ही हरियाणा पहला राज्य बना, जहां पर पढ़ी-लिखी पंचायतें बनीं हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसी योजनाओं को लेकर आई है, जिससे अब गांवों का विकास शहरों की तर्ज पर हो रहा है। शहर जैसी सभी सुविधाएं गांवों में मुहैया करवाई जा रही हैं। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वो गांवों में भी अपने व्यवसायों को शुरू करें और अन्य युवाओं को रोजगार देने वाले बनें। श्री गुप्ता ने कहा कि स्थानीय जनप्रतिनिधि होने के कारण आज सभी पंचायत के सरपंचों व पंचों को स्वागत करता हूं।

इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री श्री रणजीत सिंह , वित्त मंत्री श्री जयप्रकाश दलाल , शिक्षा मंत्री श्रीमती सीमा त्रिखा , नगर निकाय मंत्री श्री सुभाष सुधा के अलावा कई विधायक तथा अधिकारी उपस्थित थे। 

इससे पूर्व , मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ अमित अग्रवाल ने मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह एवं अन्य अतिथियों का स्वागत करते हुए विकास एवं पंचायत विभाग की उपलब्धियों की विस्तार से चर्चा की।

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