प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत किसानों को तकनीकी व वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है-दिलबाग सिंह
किसानों को तालाबों के अनुमानों की तैयारी में सहायता करने के साथ साथ गुणवत्ता वाले बीज व फीड की आपूर्ति की जाती है- दिलबाग सिंह
पंचकूला, 18 जुलाई- केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत किसानों को मछली पालन के व्यवसाय के लिये तकनीकी व वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
इस संबंध में जानकारी देते हुये जिला मत्स्य अधिकारी श्री दिलबाग सिंह ने बताया कि किसानों को मछली पालन के लिये पट्टे पर गांव के तालाबों को लेने में सहायता प्रदान की जाती है। इसके अलावा मछली संस्कृति इकाई के निर्माण के लिये ऋण की सहायता भी उपलब्ध करवाई जाती है। उन्होंने बताया कि किसानों को मछली पालन के लिये प्रशिक्षण और पुनश्चर्या पाठ्यक्रम की व्यवस्था के साथ साथ तालाब साईटों की मिट्टी और पानी का विशलेषण में भी सहायता प्रदान की जाती है।
उन्होंने बताया कि किसानों को तालाबों के अनुमानों की तैयारी में सहायता व गुणवत्ता वाले बीज और फीड की आपूर्ति की जाती है। इसी तरह मछली के विकास और रोगों की जांच में भी सहायता की जाती है। इसके अलावा मछली फसल काटने की मशीन और मछली परिवहन और विपणन में सहायता की जाती है।
श्री दिलबाग ने बताया कि राज्य सरकार मत्स्य पालन क्षेत्र में विभिन्न गतिविधियों को शुरू करने के लिये मछली किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है। इस वित्तीय सहायता में सघन मत्स्य विकास कार्यक्रम की योजना के अंर्तगत नये तालाबों की खुदाई/मछली संस्कृति के लिये सामुदायिक भूमि का नवीनीकरण करके अतिरिक्त जल क्षेत्र का निर्माण करना शामिल है। उन्होंने बताया कि मौजूदा तालाबों और सूक्ष्म जलक्षेत्रों में मछली संस्कृति को बनाये रखने के लिये मछली किसानों को तकनीकी सहायता प्रदान करना है। इसके लिये शैलो, डीप ट्यूब्वैल और जलवाहक के लिये वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाती है।




