कोरोना काल में बच्चों के बेहतर उत्थान एवं निरंतर लाभ पहुंचाने और उनमें मनोवैज्ञानिक सशक्तिकरण वाले कार्यक्रम अनिवार्य-आहुजा
पंचकूला 29 मई- उपायुक्त एवं जिला बाल कल्याण अध्यक्ष मुकेश कुमार आहूजा ने बताया हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद ने बाल सलाह परामर्श व जिला कल्याण केंद्र के अंतर्गत ‘राज्य बाल कल्याण परिषद के साथ दोस्ती का हाथ, फोन से बात’ एक महत्वकांक्षी योजना शुरू की है। इस योजना के तहत कोरोना महामारी के दौर में घरों में रहने को मजबूर बच्चों पर मानसिक रूप से पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव को कम करने का कार्य किया जाएगा। सभी बच्चे इस पर निशुल्क परामर्श व चर्चा कर सकेंगे।
उपायुक्त ने बताया कि इस परियोजना पर जिला के बच्चों, अभिभावकों, शिक्षकों के साथ-साथ आम जनमानस को कोरोना महामारी के हालात या जीवन के उतार-चढ़ाव के मद्देनजर सामाजिक, भावनात्मक, निजी जीवन, शिक्षा से जुड़ी, पियर ग्रुप के संबंधों बारे, घरेलू एवं आसपास के वातावरण संबंधी, परवरिश के तौर-तरीकों के संदर्भ में खुद से असहजता महसूस होने वाली समस्याओं के बेहतर मनोवैज्ञानिक निदान हेतु राज्य बाल कल्याण परिषद ने विस्तार से सुझाव मांगे है।
उन्होंने बताया कि परियोजना में तुरंत प्रभाव से लोगों की सुखद, सकारात्मक, प्रेरणादायी, मनोवैज्ञानिक ऊर्जा व आत्म प्रेरणा बढ़ाने के लिए कार्य किया जाएगा। उन्होंने बताया कि लोगों को घर बैठे एक फोन से जुड़ कर तुरंत लाभान्वित किया जाएगा। इसके लिए आपसी सहयोग, बेहतर सामंजस्य स्थापित करके मदद के मनोभाव से कोई भी व्यक्ति मनोवैज्ञानिक समस्या के समाधान हेतु बेहतर परामर्श दे सकता है। वर्तमान कोरोना काल में बच्चों के बेहतर उत्थान एवं निरंतर लाभ पहुंचाने और उनमें मनोवैज्ञानिक सशक्तिकरण पैदा करने के लिए ऐसे प्रयासों की नितांत आवश्यकता है।