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उपायुक्त श्री मुकेश कुमार आहूजा जिला सचिवालय के सभागार में जिला सड़क सुरक्षा कमेटी की मासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए।

पंचकूला, 30 मार्च- उपायुक्त श्री मुकेश कुमार आहूजा ने सड़क निर्माण एजेंसियों को निर्देश दिये कि वे जिला में 5-5 किलोमीटर के 7 स्ट्रेचों की पहचान कर, उन्हें माॅडल सड़क के रूप में विकसित करें और दुर्घटना रहित बनाये। इनमें दो लोक निर्माण विभाग (भवन एवं सड़कें) के, एक हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड का, एक शहरी स्थानीय निकाय विभाग, एक हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के दो रोड स्ट्रेच शामिल है।


श्री आहूजा आज यहां जिला सचिवालय के सभागार में जिला सड़क सुरक्षा कमेटी की मासिक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि माॅडल रूप में विकसित करने व दुर्घटना रहित बनाने के लिये उन रोड स्ट्रेच का चयन किया जाये, जहां पर ज्यादा से ज्यादा इंटरसेक्शन व लाईट प्वाईंटस हो।


उन्होंने सभी सड़क निर्माण एजेंसियों को आदेश दिये कि वे सड़क सुरक्षा की आॅडिट रिपोर्ट जिला सड़क सुरक्षा कमेटी की अगामी बैठक मासिक से पूर्व देनी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि एजेंसिज अपनी रिपोर्ट में संभावित दुर्घटना वाले बिंदुओं और ब्लैक स्पाॅटस का उल्लेख करने के साथ साथ सुधारात्मक उपाय भी सुझाये। उन्होंने कहा कि गंभीर सड़क दुर्घटना होने पर संबंधित एसडीएम, आरटीए और पुलिस अधिकारी की टीम उस जगह का निरीक्षण करेंगी ताकि दुर्घटना के कारणों का पता कर, भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिये उपयुक्त कदम उठाये जा सके। उपायुक्त ने आदेश दिये कि यह भी सुनिश्चित किया जाये कि जिला में संचालित निजी परिवाहक सड़क सुरक्षा नियमों का पालन कर रहे है।


श्री आहूजा ने पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे सुगम यातायात को सुनिश्चित करने के लिये भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर पुलिस कर्मियों की तैनाती करें। शैक्षणिक संस्थानों के सामने होने वाली सड़क दुर्घटनाओं के मामलों पर चिंता जताते हुए श्री आहूजा ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि राष्ट्रीय व राज्यीय राजमार्ग व जिला मार्ग के साथ साथ पड़ने वाले इस प्रकार के सभी प्रतिष्ठानों का सड़क सुरक्षा के नाते अध्यन किया जाये। उन्होंने सभी सड़क निर्माण एजेंसिज को निर्देश दिये कि वे जिला सड़क सुरक्षा कमेटी की आगामी बैठक से पूर्व उनसे संबंधित सड़को के समीप स्थित प्रतिष्ठानों का अध्यन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें और साथ ही सुरक्षा उपायों को भी सुझाये।


उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिये युवाओं को जागरूक करना अति आवश्यक है। उन्होंने निर्देश दिये कि शिक्षा विभाग के सहयोग से जिला के स्कूल व काॅलेजों में सड़क सुरक्षा व यातायात नियमों पर वाद-विवाद व प्रश्नोतरी प्रतियोगिता आयोजित करवाई जाये। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिताओं के विजेताओं को नकद पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया जाये।


उन्होंने सड़क निर्माण एजेंसियों को निर्देश दिये कि वे अपने अधीन आने वाली सड़कों पर लाईटिंग का विवरण प्रस्तुत करें और बताये कि कितनी लाईटस चालू अवस्था में है। इसी प्रकार उन्होंने सड़कों पर लगे सीसीटीवी कैमरों के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाने के साथ साथ ऐसे नये स्थानों का चयन करने के निर्देश भी दिये जहां सीसीटीवी कैमरा लगाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी यातायात नियमों की पालना सुनिश्चित करने के साथ साथ सुरक्षा की दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।


श्री आहूजा ने निर्देश दिये कि सड़क सुरक्षा उपायों को सुनिश्चित करने के साथ साथ अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि सडक किनारे किसी प्रकार का अतिक्रमण न हो। उन्होंने एसडीएम कालका को निर्देश दिये कि वे पुलिस विभाग के साथ मिलकर एक मुहिम चलाये और कालका व पिंजौर के बीच में पडने वाली सड़कों के किनारे हो रहे अतिक्रमण को हटवाये।


उन्होंने कहा कि राज्य व जिला राजमार्गों पर जगह-जगह पर बोर्ड लगाये जाये, जिन पर एंबुलेंस सेवा नंबर 108 तथा पुलिस सहायता नंबर 100 अंकित हो ताकि दुर्घटना के समय इन नंबरों पर संपर्क करके पुलिस व एंबुलेंस सहायता प्राप्त की जा सके। उन्होंने कहा कि इन हैल्प लाईन नंबरों के स्टीकर छपवाकर आॅटो रिक्शा के पीछे चिपकायें जायें ताकि अधिक से अधिक लोगों को इनकी जानकारी प्राप्त हो सके। इस समय जिला में लगभग 6000 के आस पास आॅटो रिक्शा संचालित है। उन्होंने दुर्घटनाग्रस्त लोगों को शीघ्र अतिशीघ्र चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के लिये सिविल अस्पताल सेक्टर-6 पंचकूला में आपातकालीन सेवाओं को विशेषकर सायं 5 बजे से सुबह 9 बजे के बीच और सुदृढ करने के निर्देश दिये।


बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा, एसडीएम पंचकूला रिचा राठी, एसडीएम कालका राकेश संधु, आरटीए पंचकूला अमरिंद्र सिंह, डीडीपीओ कंवर दमनसिंह व अनेक विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।