सांकेतिक भाषा जागरूकता सप्ताह का समापन, लोगों को सांकेतिक भाषा बारे किया गया जागरूक
आरकेजे श्रवण एवं वाणी निशक्तजन कल्याण केंद्र द्वारा जिला में भाषा जागरूकता सप्ताह मनाया गया। गांव जमाल के राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल व गांव भंभूर में पंचायत के सहयोग से कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
सहायक निदेशक राजेश कुमार ने बताया कि भारतीय सांकेतिक भाषा जागरूकता सप्ताह मनाया गया। जागरुकता सप्ताह के दौरान केंद्र के सभी कर्मचारी अलग-अलग विभागों में जाकर लोगों को सांकेतिक भाषा के लिए जागरूक किया गया। उन्होंने लोगों को जागरुक करते हुए बताया कि मूक-बधिर व्यक्ति भी समाज की मुख्यधारा में अपनी भारतीय सांकेतिक भाषा के माध्यम से सामान्य जन की तरह वार्तालाप कर सकते हैं। उनका कहना है कि जहां भी उनको कोई कर्मचारी या फिर गांव के लोग मिले तो उनका भारतीय सांकेतिक भाषा सिखने में भरपूर सहयोग मिला।
इस मौके पर रेनू ग्रोवर, सुमन बाला, सुनीता सक्सेना, कुमारी भावना व रजनीश तिवारी ने गांव-गांव जाकर भारतीय सांकेतिक भाषा के बारे में लोगों को जागरूक किया। वहीं इस मौके पर कोराना काल के चलते लोगों के बिच सामाजिक दुरी बनाते हुए मुंह पर मास्क व सेनेटाइजर कर प्रयोग किया। गांव भंभूर में भी पंचायत के सहयोग से संकेतिक भाषा के लिए लोगों को प्रेरित व जागरूक किया गया।