उपायुक्त ने जिला स्तरीय मलेरिया वर्किंग कमेटी की आयोजित बैठक की करी अध्यक्षता
डेंगू से बचाव के लिए अपने आस-पास पानी इकट्ठा न होने दें- उपायुक्त
जिन क्षेत्रों में डेंगू व मेलेरिया के मच्छर अधिक पनपने की संभावना है वहां पर की जाए नियमित फाॅगिंग
पंचकूला, 17 मई- उपायुक्त डाॅ प्रियंका सोनी ने आज लघु सचिवालय के सभागार में मलेरिया वर्किंग कमेटी की आयेजित बैठक की अध्यक्षता की तथा संबंधित अधिकारियों को उचित दिशा-निर्देश दिए।
उपायुक्त ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि मलेरिया संभावित क्षेत्रों में डेडिकेटिड टीमो को नियुक्त करने के साथ साथ पानी की प्रयाप्त सप्लाई सुनिश्चित की जाए ताकि लोगों को पानी स्टोर न करना पड़े। उन्होने कहा कि लारवा बनने का मुख्य कारण पानी की स्टोरेज है। उन्होनें कहा कि लोगों को घरों में पानी न इक्कठा करने के लिए जागरूक किया जाए । इसके अलावा जिन क्षेत्रों में डेंगू व मेलेरिया के मच्छर अधिक पनपने की संभावना है वहां पर नियमित चैकिंग की जाए तथा पानी के सैंपल लिए जाएं। साथ ही उन क्षेत्रों में सप्ताह में एक बार फाॅगिंग करवाई जाए ताकि मच्छरों को खतम किया जा सके।
उन्होंने शिक्षा विभाग को निर्देश दिये कि प्रतिदिन सुबह प्रार्थना सभा के समय स्कूलों में बच्चों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करें ताकि वे आगे अपने अभिभावकों को भी जागरूक कर सकें। इसके अलावा स्थानीय डाॅक्टरों को स्कूल में आमंत्रित किया जाए जंहा वे बच्चों को डूज एण्ड डांटस के बारे में बेहतर तरीके से बता सकें।
उन्होंने सभी विभागाध्यक्षों को निर्देश देते हुए कहा की वे अपने कार्यालयों में कार्यरत कर्मचारियों को प्रेरित करें कि वे अपने आसपास तथा घरों में स्वच्छता बनाए रखें और पानी इकट्ठा न होने दें ताकि डेंगू व मलेरिया को पनपने से रोका जा सके।
उपायुक्त ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे डेंगू से बचाव के लिए जिला प्रशासन का सहयोग करें। उन्होंने बताया कि डेंगू से बचाव के लिए अपने आस-पास पानी इकट्ठा न होने दें और यदि कहीं पानी इकट्ठा हुआ हो तो उस स्थान को मिट्टी से भर दें या उसमें जला हुआ अथवा मिट्टी का तेल डाल दें। इसके अलावा सोते समय शरीर को ढक कर सोयें अथवा मच्छरदानी या मच्छर भगाने वाली दवाई का प्रयोग करें और पूरी बाजू के कपड़े पहनें। उन्होंने बताया कि घरों के कूलर, होदी, टैंकी, पानी के बर्तनों को सप्ताह में एक बार खाली करके सुखाकर व पोंछ कर ही ताजा पानी डालें क्योंकि पुराने पानी में ही मलेरिया व डेंगू का मच्छर पनपता है। घर के आंगन व छत पर टूटा-फूटा सामान, टिन, कैन, पुराने टायर, गमले व मटकों इत्यादि को न रखें क्योंकि इनमें पानी रूक जाता है और उस पानी में डेंगू मलेरिया का मच्छर पनपता है। इसके अलावा कूलर को साफ कपड़े से सुखा कर ही भरें और बुखार होने पर अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर जाएं।
इस अवसर पर सिविल सर्जन डाॅ मुक्ता कुमार, डिप्टी सिविल सर्जन डाॅ मीनू सासन, डा सुरेश, डा राजीव नरवाल, डा राजेश खयालिया, डब्लयूएचओ से एसएमओ शिवानी गुप्ता सहित स्वास्थ्य तथा अन्य विभागों के संबंधित कर्मचारी व अधिकारी भी उपस्थित थे।