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पिंजौर, मोरनी में पर्यटन विकास पर खर्च होंगे 92 करोड़ रुपए: डॉ अरविंद शर्मा

विश्व क्षय रोग दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम हुआ सम्पन्न

-टीबी के उन्मूलन के लिए एकजुट होना अत्यंत आवश्यक-मैथ्री

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पंचकूला, 26 मार्च- विश्व क्षय रोग दिवस 2025 के उपलक्ष्य में, राष्ट्रिय आयुर्वेद संस्थान, पंचकुला के चिकित्सा विभाग ने अस्पताल परिसर में एक प्रभावशाली जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। यह कार्यक्रम भारत सरकार के नि-क्षय- 100 दिन तीव्र अभियान के तहत आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य देश से क्षय रोग (टीबी) के उन्मूलन के लिए जागरूकता बढ़ाना और कार्रवाई करना है। इस वर्ष के अभियान का विषय था- हम टीबी को ख़त्म कर सकते हैं-प्रतिबद्ध रहें, निवेश करें, परिणाम दें।
कुलपति प्रो. संजीव शर्मा, डीन प्रो. गुलाब चंद पमनानी, एवं डीन-इन-चार्ज प्रो. सतीश गंधर्वे के कुशल नेतृत्व में यह कार्यक्रम संपन्न हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. एचएस मैथ्री सहायक प्रोफेसर, कायचिकित्सा विभाग द्वारा स्वागत भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने विश्व क्षय रोग दिवस के महत्व और टीबी उन्मूलन की वैश्विक प्रयासों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने सभी विशिष्ट अतिथियों और उपस्थित लोगों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम का माहौल सकारात्मक बनाया। प्रोफेसर सतीश ग्रार्धव रिप्रजेंटेटिव डीन इंचार्ज ने कार्यक्रम में प्रेरणादायक उद्घाटन सम्बोधन प्रस्तुत किया। उन्होंने इस दिन के महत्व को उजागर करते हुए समझाया कि टीबी के बारे में जागरूकता बढ़ाना क्यों जरूरी है। उनके शब्दों ने इस बात पर जोर दिया कि समाज में टीबी के उन्मूलन के लिए एकजुट होना और सहयोग करना आवश्यक है। इसके बाद, डॉ. गौरव गर्ग, डीएमएस एनआईए पंचकुला द्वारा एक प्रेरणादायक टीबी शपथ दी गई। इस शपथ में ओपीडी में उपस्थित आम जनता और मरीजों ने टीबी के खिलाफ संघर्ष करने, जागरूकता फैलाने और उपचार के पालन की
प्रतिबद्धता व्यक्त की। इसके बाद, डॉ. एचएस मैथ्री ने टीबी पर एक विस्तृत और जानकारीपूर्ण व्याख्यान दिया, जिसमें उन्होंने टीबी के कलंक को समाप्त करने, डाॅटस उपचार प्रणाली का पालन करने, और लेटेंट टीबी के महत्व पर चर्चा की। उन्होंने यह भी बताया कि आयुर्वेद कैसे लेटेंट टीबी के प्रबंधन में सहायक हो सकता है और समग्र टीबी उपचार में योगदान कर सकता है। उनका व्याख्यान पारंपरिक और वैकल्पिक चिकित्सा के बीच सहयोग का महत्त्वपूर्ण संदेश देने में सफल रहा।
कार्यक्रम का समापन एक प्रभावशाली नुक्कड़ नाटक (सड़क नाटक) के साथ हुआ, जिसे बीएएमएस प्रथम वर्ष के छात्रों ने प्रस्तुत किया। इस नाटक ने टीबी से जुड़ी सामान्य भ्रांतियों को तोड़ते हुए उपचार के महत्व पर जोर दिया और लोगों को समय पर निदान और उपचार प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया।
यह कार्यक्रम टीबी के प्रति जागरूकता बढ़ाने में अत्यधिक सफल रहा और लगभग 250 स्वास्थ्य लाभार्थियों को इस व्याख्यान का लाभ हुआ। एनआईए पंचकुला में उपस्थित मरीजों, आम जनता और कर्मचारियों की सहभागिता ने टीबी उन्मूलन के प्रति सामूहिक प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया और सरकारी पहल के समर्थन को और मजबूत किया।

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पिंजौर, मोरनी में पर्यटन विकास पर खर्च होंगे 92 करोड़ रुपए: डॉ अरविंद शर्मा

हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन ने अंतर्राष्ट्रीय तपेदिक दिवस पर गांव भोरिया में टीबी जागरूकता शिविर में मुख्यातिथि के रूप में करी शिरकत

-ग्रामीणों को टीबी को जड से उखाड फेकने का किया आह्वान-रेणू भाटिया

-महिलाओं को स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखने की जरूरत

-महिला आयोग समाज के हर स्तर पर महिलाओं के अधिकारों की कर रहा है रक्षा-भाटिया

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पंचकूला, 26 मार्च- हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेणू भाटिया ने आज अंतर्राष्ट्रीय तपेदिक दिवस पर गांव भोरिया के हैल्थ वेलनेस सेंटर में टीबी जागरूकता शिविर में मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने ग्रामीणों को टीबी को जड से उखाड फेकने का आह्वान किया।  
उन्होंने कहा कि महिलाएं घर सवारने के साथ साथ अपने स्वास्थ्य को भी गंभीर होकर रूटिन चैकअप जरूर करवाएं ताकि समय पर किसी भी बीमारी का पता लग सके और उसका समय पर इलाज लिया जा सके। इस अवसर पर श्रीमती  भाटिया ने ग्रामीणों से स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में व आयुषमान कार्ड कितने लोगों के बने है, विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने आशा व आंगनवाॅडी वर्कर्स को निर्देश दिए कि वे भोरिया के ग्रीमाणों के आयुषमान कार्ड कितने बने है और कितने ग्रामीणों के नहीं बने है, दो दिनों में इसका ब्यौरा दें ताकि सही डाॅटा का पता लग सके और बचे हुए ग्रामीणों के जल्द से जल्द सरकार द्वारा दी जा रही कल्याणकारी योजनाओं का लाभ भी पंहुचाया जा सके।
उन्होंने कहा कि हम सब यहां एकजुट होकर ’विश्व तपेदिक दिवस’ मनाकर टीबी को भगाने के लिए एकत्र हुए हैं, ताकि हम तपेदिक (टीबी) के खिलाफ जागरूकता फैला सकें और इस बीमारी को खत्म करने के प्रयासों को तेज कर सकें। उन्होंने कहा कि तपेदिक एक संक्रामक बीमारी है, इस बीमारी ने हमारे समाज में काफी परिवारों को प्रभावित किया है। यह एक ऐसी बीमारी है, जो किसी भी उम्र, वर्ग और लिंग के व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है लेकिन, महिला आयोग महिलाओं को जागरूक कर उन्हें टीबी के दुष्प्रभाव चैकअप और महिलाओं को अपनी सेहत के प्रति उपेक्षा का सामना करना पड़ता है।
श्रीमती भाटिया ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, तपेदिक का इलाज संभव है, लेकिन यह केवल तभी संभव है जब हम समय पर इसके लक्षणों को पहचानें और इलाज शुरू करें। आज भी कई महिलाएं समाज में छिपे हुए डर के कारण तपेदिक के इलाज से कतराती हैं। इसलिए, यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम उनके बीच इस बीमारी के बारे में सही जानकारी पहुंचाएं और उन्हें सही उपचार लेने के लिए प्रेरित करें।
उन्होंने बताया कि महिलाओं के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है क्योंकि समाज में वे प्रायः परिवार की देखभाल करने वाली मुख्य कड़ी होती हैं। जब एक महिला बीमार होती है, तो पूरा परिवार प्रभावित होता है। इसलिये, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि तपेदिक का इलाज समय पर हो और कोई भी महिला इस बीमारी से ग्रस्त होने के बावजूद इलाज से वंचित न रहे।
श्रीमती भाटिया ने बताया कि हमारे देश में, महिला आयोग समाज के हर स्तर पर महिलाओं के अधिकारों के लिए काम करता है। हम न केवल महिला शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए प्रयासरत हैं, बल्कि अब हम तपेदिक के खिलाफ भी जागरूकता फैलाने में अपनी भूमिका निभा रहे हैं।

मेरी आप सभी से अपील है कि आप अपने आस-पास की महिलाओं को तपेदिक के लक्षणों के बारे में बताएं। किसी भी महिला को खांसी, बुखार, वजन में कमी और रात में पसीना आने जैसे लक्षण दिखें, तो उसे तुरन्त डॉक्टर से संपर्क करने के लिए प्रेरित करें। साथ ही, यह भी सुनिश्चित करें कि इलाज में कोई रुकावट न हो, क्योंकि इलाज के दौरान पूर्ण अनुशासन और समय पर दवाइयां लेना अत्यंत आवश्यक है।

उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर प्रयास करें तो हम न केवल तपेदिक को हराकर, बल्कि अन्य कई गंभीर बीमारियों को भी समाज से समाप्त कर सकते हैं। हम सभी विश्व तपेदिक दिवस पर संकल्प लें कि हम महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे और समाज में जागरूकता फैलाकर तपेदिक को समाप्त करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
अर्बन पाॅली सेंटर के डाॅक्टरों की टीम ने एसएमओ राजेश कुमार व दीपक गुप्ता के नेतृत्व में स्टाॅल लगाकर ग्रामीणों की स्वास्थ्य की जांच की। इस अवसर पर 80 ग्रामीणों ने अपना हैल्थ चैकअप करवाया।  
इस अवसर पर अर्बन पाॅलीकल क्लीनिक के एसएमओ राजेश कुमार, कमांड अस्पताल पंचकूला से लैफिटिनेंट कर्नल  सुनीता, जिला बाल संरक्षण अधिकारी सोनिया सब्रवाल, हैल्थ इन्सपेक्टर बलवंत सिंह, सेक्टर-6 नागरिक अस्पताल से सीनियर लैब सुपरवाईजर वंदना शर्मा, प्रोमिला शर्मा तथा संबंधित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।

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बच्चों की यौन अपराधों से सुरक्षा अच्छे भविष्य का निर्माण विषय पर जागरूकता कार्यक्रम हुआ संपन्न

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पंचकूला, 26 मार्च- हरियाणा राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य सुमन राणा , गणेश कुमार की अगुवाही मे पिंजौर ब्लॉक में यौन अपराधों से बालकों का संरक्षण विषय को लेकर सरपंचों ,आंगनवाड़ी वर्करों, ,समुदाय के लोगों के लिए जागरूकता सैमिनार का आयोजन किया गया, श्रीमति सुमन राणा ने  यौन अपराधों से बालकों को कैसे सुरक्षित रखना है व घटना के उपरांत कहा रिपोर्ट करना है  व सरकार द्वारा चलाई जा रही स्कीमों का ब्यौरा दिया।

आयोग के सदस्य. श्री गणेश कुमार ने भी बाल अधिकारों के प्रति संबोधित किया। उन्होंने बैठक कर बच्चों से जुड़े हुए विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की और बाल अधिकारों के संरक्षण बारे जागरूकता लाने के लिए सभी को जागरूक किया।प्रोग्राम मैं उपस्थित सभी सदस्य को रेफरेशमेंट दी गई।
इस दौरान जिला बाल संरक्षण अधिकारी पंचकुला निधि मलिक के द्वारा पोक्सो एक्ट के बारे में व जिला बाल संरक्षण इकाई के कार्य के बारे मे विस्तार से बताया गया। उन्होंने स्पोनसरशिप, फोस्टर केयर व अडॉपशन स्कीमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। सभी को विभाग की चलाई जा रही स्कीमों से सम्बंदित आई० इ० सी० मटिरिअल भी दिया गया।
इस अवसर पर पंचकूला के हरियाणा राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य सुमन राणा , गणेश कुमार, महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी, पिंजौर  ,जिला बाल संरक्षण अधिकारी व् समस्त स्टाफ मौजूद रहे।

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श्री माता मनसा देवी पर चोला अर्पित करने की ऑनलाइन बुकिंग प्रक्रिया शुरू

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पंचकूला, 25 मार्च – श्री माता मनसा देवी श्राइन बोर्ड के मुख्य प्रशासक एवं उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने बताया कि श्री माता मनसा देवी पूजास्थल बोर्ड के मंदिरों में चोला अर्पित करने की  ऑनलाइन बुकिंग प्रक्रिया  शुरू हो गई है। उन्होंने बताया कि 16 मार्च से 30 अप्रैल के दौरान चोला अर्पित करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

उन्होंने बताया कि श्री माता मनसा देवी पूजास्थल बोर्ड के श्री माता मनसा देवी मुख्य मंदिर, पटियाला मन्दिर व सती मंदिर पंचकूला, श्री काली माता मंदिर कालका व श्री चण्डीमाता मंदिर, चण्डी मंदिर में देवी को चोला अर्पित करने के लिये ऑनलाईन बुकिंग प्रक्रिया के माध्यम से माता को दिनांक 16 मार्च से 30 अप्रैल की अवधि के दौरान चोला अर्पित करने के लिये ऑनलाइन बुकिंग 10 मार्च प्रातः 10 बजे से “पहले आओ पहले पाओ“ के आधार पर शुरू कर दी है।

उन्होंने बताया कि सभी इच्छुक श्रदालु लाभ उठाने के लिए पूजास्थल बोर्ड की वैबसाईट www.mansadevi.org.in पर रजिस्ट्रेशन कर प्रक्रिया में सम्मिलित हो सकते है। इस वैबसाईट के होम पेज पर ही ऑनलाइन चोला बुकिंग लिंक पर जा कर सीधा चोला बुक किया जा सकता है।

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एमएलए कालका ने प्राकृतिक खेती करने की किसानों से करी अपील

-जिला स्तरीय किसान मेले में लगभग 600 किसानों ने बढचढ कर लिया भाग

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पंचकूला, 24 मार्च- गांव करनपुर ब्लाक पिंजौर जिला पंचकूला में कृषि तथा किसान कल्याण विभाग द्वारा प्राकृतिक खेती को बढावा देने के उदेश्य से जिला स्तरीय किसान मेले का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 600 किसानों ने बढचढ कर भाग लिया।


प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देेने के कार्यक्रम में श्रीमती शक्ति रानी, विधायक कालका द्वारा मुख्य अतिथि के तौर पर शिरक्त की। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक विधियों से खेती अपनाने की समय की मांग व प्राकृतिक खेती से उत्पादित कृषि उत्पाद के उच्च दामों के बारे में विस्तार से बोलते हुए विधायिका कालका ने किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने हेतु आहवान किया, जिससे किसानों को आय में भी वृद्धि होगी। उन्होंने किसानों को बताया कि क्षेत्र के किसानों हेतु साथ लगते पंचकूला एवं चण्डीगढ़ शहर प्राकृतिक खेती के कृषि उत्पादों की बिक्री हेतु एक बेहतर बाजार के रूप में उपलब्ध है। किसान अपने उत्पादों को उच्च दामों पर बेच कर अपनी आय में वृद्धि कर सकते है।  


प्राकृतिक खेती को बढावा देने के कार्यक्रम में उप कृषि निदेशक डा0 सुरेन्द्र सिंह, उप मण्डल कृषि अधिकारी डा0 बलबीर भान, कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डा0 गुरनाम सिंह ने खेती में अधिक मात्रा में हो रहे रसायनिक व कीटनाशक के प्रयोग से क्षीण होती जा रही मृदा-उपजाऊ क्षमता तथा मानव स्वास्थय व प्रर्यावरण पर पडने वाले दुष्प्रभावों बारे बताते हुए  उपस्थित किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने हेतु प्रोत्साहित किया। प्राकृतिक खेती को बढावा देने हेतु हरियाणा सरकार द्वारा किसानों को देसी गाय खरीदने के लिए 30000/- रूपये तथा प्राकृतिक खेती प्रदर्शन प्लाट लगाने के लिए  4000/- रूपये प्रति एकड़ की दर से अनुदान राशि प्रदान करी जा रही है। इसके अतिरिक्त जैसे पशुपालन, मत्स्य, बागवानी आदि विभागों के उपस्थित अधिकारियों ने अपने-2 विभाग से संबंधित किसान हितेशी स्कीमों का विस्तार से ब्यौरा दिया। इस मौके पर प्रश्नोतर कार्यक्रम का आयोजन करते हुए, किसान मेले में विभिन्न योजनाओं के संबंध में किसानों को दी गई जानकारी के आधार पर विभाग के अधिकारियों द्वारा संवाद स्थापित किया गया, जिसके अंर्तगत पूछे गए प्रश्नों के सही उतर देने वाले किसानों को विधायिका कालका ने पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया गया।

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उपायुक्त ने नवनिर्वाचित मेयर, प्रधान एवं सदस्यों का शपथ ग्रहण की तैयारियों का लिया जायजा

शपथ ग्रहण समारोह की भव्य आयोजन के लिए संबंधित अधिकारियों को दिए दिशा निर्देश

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पंचकूला, 24 मार्च- उपायुक्त श्रीमती मोनिका गुप्ता ने हरियाणा राज्य की पालिकाओं के नवनिर्वाचित मेयर, प्रधान एवं सदस्यों का 25 मार्च 2025 को सेक्टर-5 के इंद्रधनुष आॅडिटोरियम में आयोजित होने वाले शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने समारोह की भव्य तैयारियों को लेकर संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए।
इस अवसर पर अर्बन एंड लोकल बाॅडी के निदेशक पंकज, नगर निगम आयुक्त अपराजिता, डीसीपी हिमांद्री कौशिक, अतिरिक्त उपायुक्त निशा यादव भी उपस्थित थी।
उन्होंने बताया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सैनी शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यातिथि के रूप में शिरकत करेंगे। उन्होंने बताया कि हरियाणा राज्यों की विभिन्न पालिकाओं के जनता द्वारा चुने गए मेयर, प्रधान व अन्य सदस्यगण के शपथ ग्रहण समारोह का भव्य आयोजन किया जाएगा। उपायुक्त ने सभी अधिकारियों को अपनी-अपनी लगाई गई ड्यूटी को गंभीरता से पालन करने के निर्देश दिए ताकि समारोह को भव्य और सफलतापूर्वक आयोजित किया जा सके।
इस अवसर पर नगर निगम की  संयुक्त आयुक्त, डिप्टी एमसी, अधीक्षक अभियंता, एचएसवीपी के कार्यकारी अभियंता मानव मलिक, पब्लिक हैल्थ के कार्यकारी अभियंता समीर शर्मा, एसडीओ, जेई, एएसओ, पीडब्ल्यूडी बी एंड आर के एक्शन, स्वास्थ्य विभाग, चीफ सेनेटरी अधिकारी तथा अन्य संबंधित अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।

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पी एम श्री राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सेक्टर 15   में दिन विद्यालय द्वारा सफलतापूर्वक आयोजित  एक दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण (Exposure Visit) का आयोजन किया गया।

पंचकूला, 23 मार्च

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पी एम श्री राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सेक्टर 15   में दिन विद्यालय द्वारा सफलतापूर्वक आयोजित  एक दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण (Exposure Visit) का आयोजन किया गया।

 यह कार्यक्रम हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद (HSSPP) के सहयोग से आयोजित किया गया।

इस भ्रमण में छात्राओं को चंडीगढ़ स्थित सुखना लेक एवं रोज़ गार्डन जैसे प्रकृति से भरपूर और शैक्षणिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थलों का भ्रमण करवाया गया।

 छात्राओं के लिए ब्रेकफास्ट, स्नैक्स एवं लंच की सम्पूर्ण व्यवस्था विद्यालय प्रशासन द्वारा परिषद के सहयोग से की गई, जिससे बच्चों को यात्रा के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो।

यात्रा का शुभारंभ विद्यालय की इंचार्ज श्रीमती मीना गल्होत की अध्यक्षता में हुआ, जिसमें समस्त स्टाफ सदस्यों ने सहयोग प्रदान किया। हर बस में संबंधित कक्षा अध्यापक के साथ एक सहयोगी स्टाफ सदस्य को भी नियुक्त किया गया, जिससे यात्रा सुरक्षित, अनुशासित और आनंददायक रही।

यह भ्रमण बच्चों के लिए न केवल एक मनोरंजन का माध्यम था, बल्कि उनके सामाजिक, मानसिक और व्यवहारिक विकास के लिए भी अत्यंत लाभकारी सिद्ध हुआ। विद्यार्थियों ने इस अवसर पर सरकार एवं विभाग का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह की शैक्षणिक यात्राएँ उन्हें जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा देती हैं।

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ITBP लगातार चौथी बार  चैंपियन 

43वीं अखिल भारतीय पुलिस  एवं घुड़सवार पुलिस ड्यूटी मीट  2024-25 मे ITBP की टीम बनी चेम्पियन । 

पंचकूला, 23 मार्च 

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घुड़सवारी प्रतियोगिता समापन समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. श्रीमती सुमिता मिश्रा, भारतीय प्रशासनिक सेवा अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) हरियाणा सरकार थी। मुख्य अतिथि ने आई टी बी पी चैंपियन टीम ओर अन्य विजेताओं को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया।उन्होंने कहा कि खेल को खेल की भावना से खेला जाना चाहिए, हार जीत खेल का हिस्सा है।

43वीं अखिल भारतीय पुलिस घुड़सवारी प्रतियोगिता एवं घुड़सवार पुलिस ड्यूटी मीट 2024-25 का आयोजन ITBP के प्राथमिक प्रशिक्षण केंद्र भानू में किया गया है। इस प्रतियोगिता का शुभारंभ 15 मार्च को किया गया था जिसमे देशभर से 19 राज्यों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPFs) की टीमों के साथ 588 महिला एवं पुरुष घुड़सवारों ने भाग लिया। 

 तरफ से सभी प्रतिभागियों, ITBP के  सेवानिवृत पदाधिकारियों, मीडिया बंधुओं, सभी दर्शकों व हिमवीरों का आभार  व्यक्त किया।   

सर्वप्रथम श्री संजय कुमार चौधरी, अपर महानिदेशक पश्चिमी कमान आईटीबीपी ने मुख्य अतिथि, महानिदेशक महोदय, जूरी मेम्बर्स, उपस्थित सभी पदाधिकारियों का तथा मेहमानो एवं मीडिया बंधुओं का तथा इस प्रतियोगिता मे भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा की इस प्रकार की जिम्मेवारी मिलना बल के लिए  गर्व का विषय है। श्री चौधरी ने इस प्रतियोगिता को सफल बनाने मे सहयोग के लिए हरियाणा पुलिस, चंडीगढ़ पुलिस, पंजाब पुलिस तथा स्थानीय प्रशासन का आभार व्यक्त किया। 

इसके उपरांत श्री बिदु शेखर भा.पु.से., Joint Director (AIPSB) ने अपने सम्बोधन  में भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल द्वारा  इस प्रतियोगिता को सफलता पूर्वक सम्पन्न करवाने हेतु प्रशंसा की ।

इस प्रतियोगिता में Police Horse Test, Medley Relly Test, Quadrill Contest, Syces Test, Farrier Test, Mental Hazard Test, One Day Pre Novice, One Day Novice, Dressase Contest, Show jumping & Tent Pegging  आदि प्रतियोगिताएं कारवाई गई। 

महिला वर्ग में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल की कांस्टेबल प्रियदर्शनी ने 1 गोल्ड, 1 सिल्वर तथा 2  कांस्य जीत कर  बेस्ट महिला घुड़सवार का स्थान प्राप्त किया।  इसके लिए इनको ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया । 

पुरुष वर्ग में श्री रामेश्वर राणा द्वितीय कमान, ITBP ने कुल 8 मेडल जीत कर  बेस्ट घुड़सवार का स्थान अपने नाम किया है, जिसके लिए इनको मेवाड़ चेलेंज ट्राफी देकर सम्मानित किया गया।

इस प्रतियोगिता में कुल 25 मेडल जीत कर सर्वश्रेष्ठ टीम रही ITBP की जिसको छत्रपती चेलेंज ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया। 

सीमा सुरक्षा बल की टीम घुड़सवार पुलिस ड्यूटी मीट की चेम्पियन रही। इसके लिए इनको दोर्जी मेमोरियल ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया।   

बेस्ट अश्व में  ITBP के अश्व मारुति ने बेस्ट घोड़े का स्थान प्राप्त किया है, इसके लिए इनको चेतक ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया।  

रनर उप ट्रॉफी राजस्थान पुलिस के नाम रही । 

इस भव्य समारोह में सभी विजेताओं को मेडल व प्रमाण पत्र देने के उपरांत प्रतियोगिता की यादगार को बनाए रखने के लिए एक समारिका का विमोचन किया । मुख्य अतिथि महोदया ने अपने सम्बोधन में इस प्रतियोगिता तथा भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल की भरपूर प्रशंसा की।

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पिंजौर, मोरनी में पर्यटन विकास पर खर्च होंगे 92 करोड़ रुपए: डॉ अरविंद शर्मा

*विश्व जल दिवस पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का नागरिकों से आह्वान, पानी की एक एक बूंद बचाएं और ‘जल मित्र’ बनकर जलशक्ति अभियानः कैच द रेन 2025 को सफल बनाएं*

*जल संरक्षण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा जलशक्ति अभियानः कैच द रेन 2025*

*राष्ट्रव्यापी अभियान की शुरुआत हरियाणा से करने के लिए मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री का जताया आभार*

*नीति, नीयत, और नेतृत्व सही हो तो समाज में परिवर्तन आता है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात को सच करके दिखाया – नायब सिंह सैनी*

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पंचकूला, 22 मार्च – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने विश्व जल दिवस के अवसर पर आह्वान किया कि सभी हरियाणावासी मिलकर ये संकल्प लें कि पानी की एक एक बूंद बचाएंगे और दुरुपयोग नहीं होने देंगे। ‘जल मित्र’ बनकर जलशक्ति अभियानः कैच द रेन 2025 को सफल बनाएंगे।

मुख्यमंत्री आज जिला पंचकूला के ताऊ देवीलाल में आयोजित राष्ट्रीय स्तरीय समारोह में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी आर पाटिल द्वारा जल शक्ति अभियानः कैच द रेन 2025 के शुभारंभ करने उपरांत बोल रहे थे। इस अवसर पर सिंचाई एवं जल संसाधन मंत्री श्रीमती श्रुति चौधरी भी उपस्थित रही।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज यहां से जो अभियान शुरू हो रहा है, वह जल संरक्षण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री को हरियाणा के 2 करोड़ 80 लाख लोगों की और से विश्वास दिलाया कि हरियाणा जल संरक्षण की इस मुहिम को सफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा।

उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण की पवित्र धरा पर पधारने के लिए केंद्रीय जल शक्ति मंत्री का स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जल शक्ति अभियानः कैच द रेन 2025 की शुरुआत हरियाणा से करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी आर पाटिल का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि जब मुझे इस कार्यक्रम में आने का समाचार मिला तो मुझे एक मुख्यमंत्री के नाते ही नहीं बल्कि हरियाणा प्रदेश के नागरिक के रूप में भी खुशी हुई कि मैं जल संरक्षण के इस अभियान का हिस्सा बन रहा हूं।

उन्होंने कहा कि जल संरक्षण एक अभियान, एक आंदोलन, एक क्रांति है। आज जल संचय के जिस उद्देश्य के लिए अभियान की शुरुआत हुई है, यह केवल सरकार की एक योजना का कार्य नहीं है बल्कि यह हमारी आज और आने वाली पीढ़ी के कल के लिए महत्वपूर्ण विषय है।

*नीति, नीयत, और नेतृत्व सही हो तो समाज में परिवर्तन आता है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात को सच करके दिखाया*

श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि अगर नीति, नीयत, और नेतृत्व सही हो तो समाज में भी परिवर्तन आता है और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने इस बात को सच करके दिखाया है। उन्होंने जिस प्रकार से सामाजिक मुद्दों को उठाया, लोगों की चिंता की है, उसी का परिणाम है कि आज देश में स्वच्छता, स्वास्थ्य, बेटियों को बचाने के लिए सामाजिक चेतना या जल संरक्षण की बात हो। यह सब आज एक अभियान बन चुके हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सस्टेनेबल फ्यूचर के लिए 9 संकल्प रखे हैं। इनमें जल संरक्षण पहला संकल्प है और इसे पूरा करना इसलिए भी अधिक जरूरी है कि भारत में दुनिया के कुल फ्रेश वॉटर का केवल 4 प्रतिशत ही है, जबकि यहां विश्व की 18 प्रतिशत जनसंख्या रहती है। वैज्ञानिक भी बार-बार चेतावनी दे रहे हैं कि यदि समय रहते जल संरक्षण की दिशा में ठोस कदम नहीं उठाएंगे, तो आने वाला समय बड़ा चुनौतीपूर्ण होगा।

उन्होंने कहा कि जल शक्ति अभियान न केवल हमारी वर्तमान पीढ़ी के लिए, बल्कि भावी पीढ़ी के लिए भी बहुत महत्व रखता है। यदि वर्तमान में जल का संचय करेंगे, संरक्षण करेंगे और सदुपयोग करेंगे, तभी भावी पीढ़ी को जल संसाधन सौंप सकेंगे। इस अभियान का संदेश जल संरक्षण और जल संचयन में जन-भागीदारी और जन-जागरूकता बढ़ाना है।

*हरियाणा सरकार ने जल संरक्षण के लिए शुरू की कई योजनाएं*

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में अपने बहुत ज्यादा जल स्रोत नहीं है। हम पानी के लिए अन्य राज्यों या भूजल पर निर्भर हैं। दोनों ही जल स्त्रोतों की अपनी सीमाएं है। लेकिन एक तीसरा स्रोत भी है, वर्षा के जल को बचाना, उसे संभालना और सहेजना। हरियाणा सरकार ने जल संरक्षण के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। कृषि क्षेत्र, उद्योग, आवास आदि हर क्षेत्र में जल संरक्षण के उपाय किये हैं। किसानों को कम पानी की खपत वाली फसलें उगाने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु ‘मेरा पानी-मेरी विरासत’ योजना चलाई जा रही है। इसके तहत धान की जगह वैकल्पिक फसलें बोने पर वित्तीय सहायता दी जाती है। पहले यह सहायता 7 हजार रुपये प्रति एकड़ थी, बजट में इसे बढ़ाकर 8 हजार रुपये प्रति एकड़ किया है।

इसके अलावा, पानी की एक-एक बूंद-बूंद का सदुपयोग करने के लिए भूमिगत पाइप-लाइन बिछाकर टपका सिंचाई व फव्वारा सिंचाई जैसी तकनीकों के माध्यम से कम से कम पानी में अधिकतम सिंचाई की जा रही है। प्रधानमंत्री पर ड्रोप-मोर क्रोप की अवधारणा के तहत सूक्ष्म सिंचाई पद्धतियों पर 85 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है।

*अमृत सरोवर मिशन के तहत 2215 तालाबों का किया जीर्णोद्धार*

श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि एस.टी.पी. से उपचारित जल का सिंचाई, उद्योगों और शहरी क्षेत्रों में गैर-पेयजल आवश्यकताओं के लिए प्रयोग किया जा रहा है। तालाबों के जीर्णोद्धार एवं कायाकल्प के साथ गन्दे पानी के उपचार एवं प्रबंधन के उद्देश्य से अमृत सरोवर मिशन के तहत 2215 तालाबों का जीर्णोद्धार किया जा चुका है। राज्य सरकार वर्षा जल संचय के लिए किसानों को अपने खेतों में तालाब बनाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है और तालाब के निर्माण पर 85 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाती है। प्रदेश में 68 हजार से अधिक जल संरक्षण और वर्षा जल संचय ढांचे बनाये गए हैं।

*पानी को पानी बचाने के लिए रिड्यूस, रीयूज और रीसाइकिल की नीति को अपनाना होगा- श्रुति चौधरी*

इस अवसर पर सिंचाई एवं जल संसाधन मंत्री श्रीमती श्रुति चौधरी ने कहा कि पानी को पानी बचाने के लिए आज हमें रिड्यूस, रीयूज और रिसाइकिल की नीति को अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हरियाणा सरकार द्वारा जल संरक्षण के लिए मेरा पानी ‌मेरी विरासत योजना चलाई जा रही है, जिसके तहत किसानों को धान के स्थाजन पर वैकल्पिक फसलों की खेती करने के लिए 7 हजार रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जाती है। मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने इस बजट में इस राशि को बढ़ाकर 8 हजार रुपये प्रति एकड़ किया है। इसके ‌अलावा डीएसआर तकनीक से धान की बुआई पर भी 4500 रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार एक ऐप विकसित किया गया है, जिसके माध्यम से लोगों को यह पता लगेगा कि नहर में कितना पानी है और कब रोटेशन में पानी की आपूर्ति होगी।

*हरियाणा के लिए ये केवल एक अभियान नहीं, बल्कि लाइफ लाइन है- मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी*

हरियाणा के मुख्य सचिव श्री अनुराग रस्तोगी ने कहा कि हरियाणा के लिए ये केवल एक अभियान नहीं, बल्कि हमारी लाइफ लाइन है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में औसत वर्षा की मात्रा लगातार घटती जा रही है। प्रदेश के पानी के दो ही मुख्य स्रोत हैं, सतलुज रावी व्यास और यमुना। इन दोनों ही सिस्टम्स में पानी की उपलब्धता पिछले 40-50 वर्षों में निरंतर गिरी है, जो चिंता का विषय है, जिसकी वजह से जितना पानी पहले उपलब्ध होता था, उतना आज नहीं हो रहा। इसके अलावा, प्रदेश में भू जल स्तर भी निरंतर नीचे जा रहा है। 143 खंडों में से 88 खंड आज डार्क ज़ोन में आते हैं। लेकिन हरियाणा सरकार ने अपने तालाबों का एटलस तैयार किया है और वाटर रिसोर्सिस का सर्वे किया है। सरकार दक्षिण हरियाणा तक पानी पहुंचा रही है। मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने भी गत दिनों वित्त मंत्री के रूप में बजट अभिभाषण में मुख्यमंत्री जल संचय योजना का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने वाटर रिचार्जिंग के लिए अनेक प्रयास किए हैं। नदियों के बैड्स में पानी डाला जा रहा है। वॉटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर बना रहे हैं, लेकिन फिर भी हमें अभी बहुत कुछ करना है। मुझे उम्मीद है कि इस तरीके के कार्यक्रम से हम जल संचय करने में न सिर्फ अपना योगदान दे पाएंगे बल्कि प्रदेश की आने वाली भावी पीढ़ियों के लिए पानी को बचाकर रख सकेंगे।

*हरियाणा ने जल संरक्षण और प्रबंधन में देश के लिए प्रेरणादायक उदाहरण किया प्रस्तुत – अशोक मीणा*

जल शक्ति मंत्रालय के सचिव श्री अशोक मीणा ने अपने संबोधन में कहा कि हरियाणा ने जल संरक्षण और प्रबंधन में पूरे देश के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया है। पानी की कमी से निपटने के लिए सामुदायिक पहल और नवीन समाधान अपनाकर हरियाणा न केवल अपनी जल स्थिति को सुधार रहा है, बल्कि जल संकट से जूझ रहे अन्य क्षेत्रों के लिए भी एक प्रकाश स्तंभ बन गया है। यह अभियान जल संरक्षण और वन संरक्षण को मजबूत करने का सतत प्रयास है। इस वर्ष जल शक्ति अभियान को पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के साथ साझेदारी में आगे बढ़ाया जा रहा है, जो जल, जंगल, जन एक प्रकार का प्राकृतिक बंधन अभियान के माध्यम से जल संरक्षण और वन संरक्षण के बीच संतुलन स्थापित करने पर बल देगा। जल शक्ति अभियान कैच द रेन 2025 को जल जीवन मिशन और स्वच्छ भारत मिशन के साथ समेकित रूप से आगे बढ़ाया जाएगा, जिससे जल सुरक्षा और स्वच्छता के प्रयास को एकीकृत किया जा सके।

कार्यक्रम में हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण की अध्यक्षा श्रीमती केशनी आनंद अरोड़ा, सांसद श्री कार्तिकेय शर्मा, कालका की विधायक श्रीमती शक्ति रानी शर्मा, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष श्री मोहन लाल बड़ोली, पंचकूला के मेयर श्री कुलभूषण गोयल और विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता सहित अन्य अधिकारी व गणमान्य ‌व्यक्ति उपस्थित रहे।

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*हरियाणा को मिलेगा उसके हिस्से का पानी, संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्री के साथ की जाएगी बैठक– केंद्रीय जल शक्ति मंत्री*

*हरियाणा को पानी की कमी से निजात दिलाने के लिए केंद्र और हरियाणा सरकार मिलकर संकल्पबद्ध तरीके से करेंगे काम*

*जल संरक्षण के लिए जन-जन में जागृति लाने हेतु मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने राज्य बजट-2025-26 में विभिन्न कार्यक्रमों की रूपरेखा बनाई – सी आर पाटिल*

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पंचकूला, 22 मार्च – केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी आर पाटिल ने कहा कि हरियाणा को उसके हिस्से का पानी दिलाने के लिए अंतरराज्यीय मुद्दों को हल करने हेतु आने वाले दिनों में संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक की जाएगी। समस्याओं के हल होने से हरियाणा को उसके हक का पानी मिलेगा।

श्री सी आर पाटिल आज जिला पंचकूला के ताऊ देवीलाल स्टेडियम में आयोजित राष्ट्रीय स्तरीय कार्यक्रम में राष्ट्रव्यापी अभियान जल शक्ति अभियान कैच द रेन-2025 के शुभारंभ के उपरांत संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी और सिंचाई एवं जल संसाधन मंत्री श्रीमती श्रुति चौधरी भी उपस्थित रहे।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पहली बार इस कार्यक्रम को दिल्ली से बाहर मनाने के लिए कार्यक्रम के आयोजन के लिए जब हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी से पूछा गया तो उन्होंने तुरंत हाँ कर दी, क्योंकि वे जल का महत्व जानते हैं। जल संरक्षण और जल संचय के लिए जन-जन में जागृति आए, इसके लिए श्री नायब सिंह सैनी ने अपने राज्य बजट-2025-26 में भी बहुत से कार्यक्रमों की रूपरेखा बनाई है।

*हरियाणा को पानी की कमी से निजात दिलाने के लिए केंद्र और हरियाणा सरकार मिलकर संकल्पबद्ध तरीके से करेंगे काम*

श्री सी आर पाटिल ने कहा कि हरियाणा प्रगतिशील राज्य है, जो पानी की आपूर्ति के लिए दूसरे राज्यों पर निर्भर है। यहां बारिश भी कम होती है, ऐसे राज्य में आने वाले दिनों में पानी कमी न हो, इसकी चिंता सरकार के साथ-साथ नागरिकों को भी करने की आवश्यकता है। इसलिए जनभागीदारी के साथ-साथ केंद्र और हरियाणा सरकार मिलकर राज्य को पानी की कमी की समस्या से निजात दिलाने के लिए संकल्पबद्ध तरीके से काम करेंगे।

*जल संचय की दिशा में बढ़ना समय की आवश्यकता*

श्री सी आर पाटिल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने जल संचय-जनभागीदारी को जन आन्दोलन में परिवर्तित करने की बात कही थी और आज का यह कार्यक्रम उसी का प्रतिबिंब है। उन्होंने कहा कि जल से हम सब कुछ बना सकते हैं। आज समय में जरूरत है जल को बचाने की, क्योंकि जल को बनाया नहीं जा सकता। जल वह पहला मापदंड होगा जिसके आधार पर आने वाली पीढ़ियां हमारा मूल्यांकन करेंगी। हमें देश में भविष्य के लिए जल संरक्षण को सुरक्षित करने के लिए अलग अलग प्रयोग करते हुए विभिन्न योजनाएं बनाकर जल संचय में आगे बढ़ने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने सूरत में एक वर्चुअल मीटिंग में कहा था ‌‌कि जल संचय जन भागीदारी को जन आंदोलन में परिवर्तित करो और जो व्यापारी वर्ग है, जो अप्रवासी व्यापारी हैं वे अपनी कर्मभूमि से अपनी मातृभूमि के लिए योगदान करें। इस दिशा में हरियाणा के जो व्यापारी सूरत में हैं, उनसे बात हुई है और वे आने वाले दिनों में अपनी ओर से पैसा खर्च करके हरियाणा के गांवों में जल संवर्धन और जल संरक्षण के लिए काम करेंगे।

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व के कारण लगातार बढ़ रही पानी की कमी की समस्या में कमी आई है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश में 25 लाख महिलाओं को उनके गांव, उनके घर में आने वाले पानी के गुणवत्ता की जांच करने के लिए ट्रेनिंग दी गई और उन्हें किट भी दी गई। जबकि कांग्रेस के 70 साल में कभी किसी को ट्रेनिंग देने की आवश्यकता नहीं पड़ी, क्योंकि सरकार की ओर से कभी किसी के घर में पानी ही नहीं दिया गया। महिलाएं दूर से पानी लाती थी और वह पानी पीने लायक भी नहीं होता था। पानी की गुणवत्ता की चिंता करना उनके लिए संभव नहीं था।

उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत नल से जल योजना के तहत प्रति व्यक्ति 55 लीटर पानी दिया जाता है। उन्होंने कहा कि जो जमीन में पानी है उसे पूरा प्रयोग कर लिया जाएगा तो आने वाली पीढ़ी के लिए पानी नहीं बचेगा, इसलिए बारिश के पानी का संचय करना आवश्यक है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं कि गांव का पानी गांव में और खेत का पानी खेत में होना चाहिए। इसके लिए जल शक्ति मंत्रालय ने अलग अलग डिजाइन बनाये हैं। इन पर हरियाणा में भी काम किया जाएगा।

कार्यक्रम में मुख्य सचिव श्री अनुराग रस्तोगी, जल शक्ति मंत्रालय के सचिव श्री अशोक मीणा, हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण की अध्यक्षा श्रीमती केशनी आनंद अरोड़ा, सांसद श्री कार्तिकेय शर्मा, कालका की विधायक श्रीमती शक्ति रानी शर्मा, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष श्री मोहन लाल बड़ोली, पंचकूला के मेयर श्री कुलभूषण गोयल और विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता सहित अन्य अधिकारी व गणमान्य ‌व्यक्ति उपस्थित रहे।

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