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ताऊ देवीलाल खेल स्टेडियम में दूसरे ड्राईव थू्र वेक्सिनेशन अभियान का शुभारम्भ किया।

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पंचकूला 30 मई- केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री रतन लाल कटारिया व हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने ताऊ देवीलाल खेल स्टेडियम में दूसरे ड्राईव थू्र वेक्सिनेशन अभियान का शुभारम्भ किया। इस अभियान की शुरूआत उन्होंने दिव्यांग व्यक्तियों का टीकाकरण करवाकर की और रेडक्रास की ओर से इस मौके पर दिव्यांगों को ब्रेकफास्ट बांटा गया।


पत्रकारों से बातचीत करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि भारत की वेक्सिनेशन की दूनिया में पहचान है तथा कोरोना पर पूर्ण रूप से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में वेक्सिनेशन अभियान के दौरान 162 में 24 करोड़ लोगों का टीकाकरण किया गया जबकि सबसे बड़े प्रजातांत्रिक देश भारत में इस अभियान के दौरान 132 दिन में 21 करोड़ लोगों को वेक्सिनेशन लगाई गई। उन्होंने कहा कि अब देश में एक्टिव केसों का ग्राफ निरंतर नीचे आ रहा है तथा आगामी 15 दिन में इस पर काबू पा लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार सजगता से कार्य कर रही है तथा देश में तीसरी लहर को पनपने नहीं देगें। उन्होंने कहा कि प्रशासन, चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ लगातार कार्य कर है। इसके लिए उन्होंने आभार व्यक्त किया।

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हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि ड्राईव थू्र वेक्सिनेशन अभियान पूरे नार्थ इंडिया में सफल रहा है। पिछली बार चलाए गए अभियान में 5100 से अधिक व्यक्तियों का टीकाकरण किया गया। उसकी सफलता के मध्येनजर ओर लोगों की मांग अनुसार यह दूसरा अभियान चलाया गया। उन्होंने कहा कि वेक्सिनेशन अभियान के तहत ट्राई सिटी में पंचकूला सबसे आगे है और टीकाकरण को लेकर लोगों में भारी उत्साह एवं जोश है। इस बार 18 से 54 वर्ष तक की आयु के सभी व्यक्तियों का टीकाकरण किया जा रहा है।


उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों की ईच्छानुसार टीकाकरण अभियान चलाये जा रहे है। इसके लिए सीएचसी, अस्पतालों के अलावा हर जगर कैम्प लगाए जा रहे हैं ताकि जल्द से जल्द सभी का टीकारकण किया जा सके। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने वेक्सिनेशन लगवाई है वे कोविड से बच रहे हैं तथा स्वस्थ हैं। इसलिए सभी नागरिकों को वेक्सिनेशन अवश्य लगवानी चाहिए।


एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी वेक्सिनेशन को लेकर पूरी तरह से सतर्क एवं सजग हैं तथा वेक्सिनेशन की कमी को दूर करने में लगे हुए हैं। एक अन्य सवाल पर उन्होंने कहा कि विपक्ष सकारात्मक आलोचना करता तो हमारी सरकार उसका स्वागत करती। राष्ट्रपेमी लोग विपक्ष की नकारात्मक सोच को पसंद नहीं करते।

वेक्सिनेशन अभियान में रेडक्रास के 40 से अधिक स्वैच्छिक कार्यकर्ताओं ने गाड़ियों में ही दिव्यांगों को बे्रकफास्ट बांटने के साथ साथ पानी पिलाने का कार्य किया। स्वैच्छिक कार्यकर्ताओं ने वेक्सिनेशन कार्य में लगे हुए चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिस व अन्य कर्मचारियों को भी भोजन एवं जलपान बांटा।


इस अवसर पर उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा, अतिरिक्त उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा, सिविल सर्जन डा. जसजीत कौर, रैडक्रास सचिव सविता अग्रवाल, नगर निगम के महापौर कुलभूषण गोयल, जिला अध्यक्ष अजय शर्मा, पार्षद सुनीत सिंगला, मीडिय प्रभारी नवीन गर्ग सहित कई गणमान्य नागरिक एवं अधिकारी मौजूद रहे।

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प्रोनिंग प्रक्रिया कोविड-19 मरीजों के लिए संजीवनी-उपायुक्त

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प्रोनिंग और वैंटीलेशन की बेहतर व्यवस्था ने बचाई कई जिंदगियां

पंचकूला 30 मई- उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी सतर्कता से कार्य कर रहा है। डॉक्टरों और पैरा-मेडिकल स्टाफ समेत स्वास्थ्य विभाग का तमाम अमला इस महामारी से लगातार सक्रिय होकर लगे हुए है। ऐसे में प्रोनिंग प्रक्रिया कोविड-19 मरीजों में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने के लिए संजीवनी साबित हो रही है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें पेट के बल लेटकर ऑक्सीजन की मात्रा में सुधार लाया जा सकता है।


उपायुक्त ने बताया कि प्रोनिंग व्यक्ति के शरीर की पोजिशन को सुरक्षित तरीके से परिवर्तित करने की एक प्रक्रिया है, जिसमें व्यक्ति जमीन की तरफ मुंह करके पेट के बल लेटता है। चिकित्सा के क्षेत्र में प्रोनिंग शरीर की एक स्वीकृत अवस्था है, जो सांस लेने की प्रक्रिया को आरामदायक बनाती है और शरीर में ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाती है। सांस लेने में तकलीफ वाले कोविड-19 मरीजों, खास तौर पर होम आइसोलेशन वाले कोविड मरीजों के लिए प्रोनिंग की प्रक्रिया काफी फायदेमंद साबित हो सकती है।


उपायुक्त ने बताया कि प्रोनिंग प्रक्रिया अर्थात् पेट के बल लेटने से वैंटीलेशन को बढ़ावा मिलता है और श्वसन कोशिकाओं को खोलकर आसानी से सांस लेने में मदद मिलती है। इसकी आवश्यकता केवल उसी स्थिति में है, जब मरीज को सांस लेने में तकलीफ महसूस हो रही हो और उसका एसपीओ 2 का स्तर 94 से नीचे चला गया हो। होम आइसोलेशन के दौरान इस प्रक्रिया को अपनाकर शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाया जा सकता है। होम आइसोलेशन के दौरान तापमान, ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर जैसे अन्य लक्षणों के अलावा एसपीओ 2 को नियमित रूप से मॉनिटर करना बेहद महत्वपूर्ण है। ऑक्सीजन सर्कुलेशन की कमी मरीज की हालत और ज्यादा बिगडने का कारण बन सकती है। उचित समय पर प्रोनिंग और वैंटीलेशन की बेहतर व्यवस्था से कई जिंदगियां बचाई जा सकती हैं।

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उन्होंने बताया कि प्रोनिंग प्रक्रिया के दौरान एक तकिया मरीज की गर्दन के नीचे रखें, एक या दो तकिये छाती और जांघ के ऊपरी हिस्से के बीच रखें तथा दो तकिये पैर की पिंडलियों के नीचे रखें। सेल्फ प्रोनिंग के लिए व्यक्ति को 4 से 5 तकियों की जरूरत होगी। लेटने की पोजिशन में नियमित रूप से बदलाव करते रहना होगा और किसी भी पोजिशन पर 30 मिनट से ज्यादा का समय न लगाएं। सबसे पहले 30 मिनट से 2 घंटे तक पेट के बल लेटें, 30 मिनट से 2 घंटे तक दाईं करवट से लेटें, 30 मिनट से 2 घंटे तक शरीर के ऊपरी हिस्से को ऊपर उठाएं और बैठ जाएं, 30 मिनट से 2 घंटे तक बाईं करवट से लेटें तथा फिर से पहले वाली पोजिशन पर वापस लौटें और पेट के बल लेटें।


उपायुक्त ने बताया कि गर्भावस्था, हृदय संबंधी प्रमुख बीमारियों, अस्थिर रीढ़, जांघ या कूल्हे की हड्डी फ्रैक्चर होने की स्थिति में और भोजन के बाद करीब एक घंटे तक प्रोनिंग न करें। इसके अलावा, प्रोनिंग केवल तब तक करें जब तक आप इसे आसानी से कर पा रहे हों।

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फसल का बीमा करवाने की अन्तिम तिथि 31 जुलाई- उपायुक्त

योजना सभी किसानों के लिए स्वैच्छिक
29 जुलाई तक फसल बदलाव के लिए बैंक में सूचित करना अनिवार्य

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पंचकूला 30 मई- उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत वर्ष 2021 के दौरान खरीफ सीजन में धान, मक्का, बाजरा व कपास तथा रबी सीजन में गेहूं, जौ, चना, सरसों व सूरजमुखी फसलों का बीमा किया जाएगा। फसल का बीमा करवाने की अन्तिम तिथि 31 जुलाई, 2021 है।


उपायुक्त ने बताया कि खरीफ सीजन में इस योजना के तहत किसानों को धान के लिए प्रति एकड़ 713.99 रुपये, मक्का के लिए 356.99 रुपये, बाजरा के लिए 335.99 रुपये और कपास के लिए 1732.50 रुपये प्रति एकड़ की दर से प्रीमियम देना होगा। इसी तरह, रबी फसलों में किसानों को गेहूं के लिए प्रति एकड़ 409.50 रुपये, जौ के लिए 267.75 रुपये, चना के लिए 204.75 रुपये, सरसों के लिए 275.63 रुपये और सूरजमुखी के लिए 267.75 रुपये प्रति एकड़ की दर से प्रीमियम देना होगा।


उन्होंने बताया कि फसल की बीमित राशि धान के लिए 35699.78 रुपये, मक्का के लिए 17849.89 रुपये, बाजरा के लिए 16799.33 रुपये तथा कपास के लिए 34650.02 रुपये प्रति एकड़ निर्धारित की गई है। इसी तरह, गेहूं के लिए बीमित राशि 27300.12 रुपये, जौ के लिए 17849.89 रुपये, चना के लिए 13650.06 रुपये, सरसों के लिए 18375.17 रुपये तथा सूरजमुखी के लिए बीमित राशि 17849.89 रुपये प्रति एकड़ तय की गई है।

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उपायुक्त ने बताया कि यह योजना सभी किसानों के लिए स्वैच्छिक है। इसलिए यदि ऋणी किसान इस योजना में शामिल नहीं होना चाहते तो वे 24 जुलाई, 2021 तक अपने बैंकों में लिखित आवेदन करके योजना से बाहर (ऑप्ट-आउट) हो सकते हैं। यदि ऋणी किसान स्कीम से बाहर होने के लिए तय सीमा तक सम्बन्धित बैंक में आवेदन नहीं करता तो बैंक किसान की फसलों का बीमा करने के लिए अधिकृत या बाध्य होंगे। उन्होंने बताया कि गैर-ऋणी किसान ग्राहक सेवा केन्द्र या बीमा कम्पनी के प्रतिनिधि से अपनी फसल का बीमा करवा सकता है। यदि कोई किसान पहले से नियोजित फसल को बदलता है तो उसे अन्तिम तिथि से कम से कम दो दिन पहले यानी 29 जुलाई तक फसल बदलाव के लिए बैंक में सूचित करना होगा।


उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा इस योजना को सुचारू रूप से चलाने के लिए जिला स्तर पर परियोजना अधिकारी व सर्वेयर नियुक्त किए गए हैं, जो केवल प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का ही कार्य देखते हैं। बीमा कंपनियों ने भी किसानों की सहायता के लिए जिला व ब्लॉक स्तर पर अपने कर्मचारी नियुक्त किए हैं। उन्होंने बताया स्कीम से जुड़ी किसानों की शिकायतों के निपटान के लिए राज्य व जिला स्तर पर शिकायत निवारण समितियों का गठन किया गया है। अधिक जानकारी के लिए कृषि एवं किसान कल्याण कल्याण विभाग द्वारा जारी टोल फ्री नंबर 18001802117 पर अथवा अपनी बैंक शाखा या बीमा कंपनी से संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा, योजना के बारे में पूरी जानकारी विभाग की वेबसाइट ूूू.ंहतपींतलंदं.हवअ.पद पर उपलब्ध है।

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रविवार को 150 लाभार्थियों ने लगवाई कोरोना वैक्सीन, अब तक जिला में हुआ दो लाख 59 हजार से अधिक वैक्सीनेशन

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सिरसा, 30 मई।उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बताया कि रविवार को 150 लाभार्थियों ने कोरोना की डोज लगवाई तथा अब तक जिला में दो लाख 59 हजार 571 लाभार्थियों को वैक्सीन की डोज दी जा चुकी हैैं। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीनेशन बेहद जरूरी है। उन्होंने बताया कि 18 से 44 आयुवर्ग के 32 हजार 824 लाभार्थियों, 45 से 60 वर्ष आयुवर्ग के 66 हजार 482 लाभार्थियों ने कोरोना की पहली तथा 15 हजार 66 लाभार्थियों ने कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगवा ली है।

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इसके अलावा 60 वर्ष से अधिक आयु के 96 हजार 258 लाभार्थियों ने पहली तथा 32 हजार 672 लाभार्थियों ने कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगवा ली है।उपायुक्त ने बताया कि वैक्सीनेशन पूरी तरह से सुरक्षित व प्रभावी है और किसी तरह का इससे कोई साइड इफेक्ट नहीं है। इसलिए नागरिक बिना किसी भय व संकोच के वैक्सीनेशन के लिए आगे आएं और अपनी आयुवर्ग के अनुसार वैक्सीनेशन करवाएं। वैक्सीनेशन के साथ-साथ नागरिक बचाव उपायों की भी पालना अवश्य करें। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए कि वे अपनी नैतिक जिम्मेवारी समझ कर बचाव उपायों व एसओपी गाइडलाइन की अनुपालना करें तभी कोरोना संक्रमण से बचाव संभव है। कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए नागरिकों का सहयोग जरूरी है, इसलिए आमजन जरा भी ढील न बरतें और टेस्टिंग व वैक्सीनेशन अवश्य करवाएं।

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MASTER TRAINER ON MENSTRUAL HYGIENE MANAGEMENT (MHM) FROM GERMANY ADDRESSED PANJAB UNIVERSITY STUDENTS

Chandigarh May 30, 2021

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MASTER TRAINER ON MENSTRUAL HYGIENE MANAGEMENT (MHM)  FROM GERMANY ADDRESSED PANJAB UNIVERSITY STUDENTS 

To mark the World Menstrual Hygiene Care Day, the students were imparted with the basic information on Menstrual Hygiene Management by Komal Ramday from Germany during a special webinar organized by Centre for Social Work and NSS, Panjab University, Chandigarh.

Komal before leaving for Germany,  served as a Master trainer for MHM training programs with Water Supply Sanitation Collaborative Council, New Delhi for three years. She had acted as a resource person for more than hundreds of training sessions in different parts of our country.  In her interaction, she focused on Breaking the silence about Menstruation in our country, as it is still considered as a taboo here. She tried to explain this by citing various examples from different states of the country.  She shared that communication is the key to break the iceť on Menstruation. She also focused on the importance of info graphic materials available to facilitate our work.

She appealed to the educational institutions to come forward and start talking about all such issues and put them into the mainstream agenda.

She also shared about the environmental friendly options available in the market which can be used as an absorbent. She also highlighted the role of Social Work students to demystify the myths associated with it in the society. She said that with correct information only, the social worker’s can ignite the light of awareness among the masses.

A basic orientation session prior to this interaction was also organised by Namrata Sharma, Megha Mittal, Lagan Wadhwa, Sunaina Nain, Lakshya  Verma, Tasveer Kaur, Muskan Soni and others from MSW 2nd year students.  They also shared the prevalent myths and clarified the misconceptions about Menstruation. Babita Sharma, Robin, Arpna Rattu, Jashanjot and Aashima Kajla, PhD scholars at Centre for Social Work  also shared their experiences among the audiences.  

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The students were screened with informative videos also by the trainers for their better understanding. The other aspects related to Menstruation were also discussed which included how to respond to health issues during menstruation, what options are available in the market other than sanitary pads like silicon she- cups, tampons and how to properly dispose off the used material etc.

This programme was organised as a part of the MHM campaign being run by the Centre for Social Work with the mentorship of Dr Gaurav Gaur since January 2018. He shared that till today, we have touched more than 9000+ school, college and University students in this campaign.

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TEC PU organises webinar to Develop Technology while Studying

Chandigarh May 30, 2021

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TEC PU  organises webinar to Develop Technology while Studying 

Technology Enabling Centre (TEC) of Panjab University organized a webinar titled “Develop a Technology while doing your degree” through online mode. 

The Vice Chancellor of Panjab University Prof Rajkumar in his address, emphasized on requirement to do innovation on domestic needs of our local ecosystem and assured participants that Panjab University will give full support. 

Coordinator of first year Dr Kalpana Dahiya apprised students that soon they will be undergoing a training titled “Innovative Product Design” in which students will have to make “proof-of-the-concept” projects.

 Dr Shankar Sehgal, incharge of Btech projects (mechanical), urged students to carry same project from initial semesters to their final semester. This will bring continuity in the project work and quality of projects will appreciably improve. 

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Professor Manu Sharma, coordinator of TEC shared several cases in which innovation by common men has brought positive change. Keynote speaker of the event, Er Sudhir Dua stressed upon need to develop scientific temperament while doing engineering degree. He further exhorted students to extensively visit industry and assess requirements of industry on which innovation is required.

 About 400 students from several branches of engineering attended this webinar. 

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कोविड-19 : टेस्टिंग व उपचार को लेकर लापरवाही न बरतें नागरिक : उपायुक्त प्रदीप कुमार

सिरसा, 30 मई।

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उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि नागरिक पूरी ईमानदारी जिम्मेवारी के साथ कोविड-19 नियमों की पालना करें और जिला सिरसा को पूर्ण रुप से कोरोना संक्रमण मुक्त बनाने में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर बरती गई छोटी सी लापरवाही गंभीर रूप धारण कर सकती है, इसलिए हर नागरिक कोरोना संक्रमण पर पूरी तरह से अंकुश लगाने में अपना सहयोग दें। इसके साथ-साथ दूसरों को भी नियमों की पालना के लिए प्रेरित करें।


उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमित होने पर अस्पताल में दाखिल होना जरूरी नहीं है, व्यक्ति होम आइसोलेट होकर व चिकित्सक की सलाह से उपचार लेकर भी ठीक हो सकता है। केवल चिकित्सक की सलाह पर ही होम आइसोलेट हो सकते हैं और होम आइसोलेशन के दौरान नियमों की पूरी तरह से पालना की जाए। शुरुआती लक्षण दिखाई देेने पर नागरिक तुरंत टेस्टिंग करवाएं व उपचार लें।


उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा गांवों में भी ग्रामीण होम आइसोलेशन सेंटर बनाए गए हैं, जहां पर स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ-साथ अन्य मूलभूत सुविधाओं का भी प्रबंध किया गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से घबराएं नहीं बल्कि बचाव उपायों की गंभीरता से पालना करें तो संक्रमण के फैलाव पर अंकुश लग सकता है। इसलिए अनावश्यक घर से बाहर न निकलें और नियमों की पालना करते हुए जिला प्रशासन का सहयोग करें। इसके साथ-साथ वैक्सीनेशन के लिए आगे आएं और अपनी आयुवर्ग के अनुसार वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन करवाएं, वैक्सीन पूरी तरह प्रभावी व सुरक्षित है। इसके अलावा नागरिक वैक्सीनेशन के बाद भी कोविड-19 नियमों की पालना अवश्य करें।

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उपायुक्त ने कहा कि कोरोना संक्रमण के फैलाव पर अंकुश के लिए आमजन भी जिला प्रशासन का सहयोग करें, अनावश्यक घर से बाहर न निकलें, अतिआवश्यक होने पर मास्क लगाकर ही घर से बाहर जाएं तथा सामाजिक दूरी नियमों की गंभीरता से पालना करें।

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जिला रेडक्रॉस सोसायटी ने रविवार को 22 जरूरतमंद रोगियों को उपलब्ध करवाएं ऑक्सीजन सिलेंडर : उपायुक्त प्रदीप कुमार

सिरसा, 30 मई।

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उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बताया कि जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा होम आइसोलेट कोरोना व गंभीर बीमारियों से ग्रस्त 400 रोगियों ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाई जा चुकी हैं। रविवार को 22 जरूरतमंद रोगियों को ऑक्सीजन गैस सिलेंडर मुहैया करवाए गए। नागरिक सुविधा का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन पोर्टल ऑक्सीजनएचआरवाईडॉटइन (http://oxygenhry.in) पर रजिस्ट्रेशन करके अपनी रिक्वेस्ट डाल सकते हैं।

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रविवार को जिला रेडक्रॉस द्वारा 22 जरूरतमंद रोगियों को ऑक्सीजन गैस सिलेंडर मुहैया करवाए गए जिनमें सिरसा में सूरतगढिया बाजार निवासी कैलाशवती, रानियां रोड़ निवासी नीलम रानी, आर्य समाज रोड सिरसा निवासी बृजमोहन, राम कालोनी सिरसा निवासी शक्ति भास्कर, मोहंता गार्डन सिरसा निवासी विनोद बंसल, पुरानी हाउसिंग बोर्ड कालोनी  निवासी बलविंद्र कौर, रोड़ी बाजार निवासी अभय कुमार जैन, शमशाबाद पट्टी निवासी मोहन सिंह, हुड्डा सिरसा निवासी शारदा सभ्रवाल व मुंशी राम, ऐलनाबाद में वार्ड नं.16 निवासी राम सिंह, गांव पनिहारी निवासी जसवीर कौर, गांव पतली डाबर निवासी अंगूरी देवी, गांव मानक दीवान निवासी सावित्री देवी, गांव माधोसिंघाना निवासी प्रीतम कौर, गांव बनसुधार निवासी पृथ्वी सिंह, गांव शेरगढ़ निवासी बूटा सिंह, गांव सिकंदरपुर निवासी सतपाल, गांव संत नगर निवासी लखबीर कौर, गांव लुदेसर निवासी राजो देवी, गांव जमाल निवासी शांति देवी, गांव बुढाभाणा निवासी कौशल्या रानी शामिल है। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के दौर में होम आइसोलेट कोरोना व गंभीर बीमारियों से ग्रस्त रोगियों के परिजनों को ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए समस्या का सामना न करना पड़े, इसके लिए जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।

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योग दिवस मनाने की तैयारियों को लेकर बैठक-चेयरमैन

पंचकूला 29 मई – हरियाणा योग आयोग के चेयरमैन डा. जयदीप आर्य की अध्यक्षता में कोरोना वैश्विक महामारी में ‘‘योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा’’ से किए जा उपचार एवं 21 जून को ‘‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2021’’ की तैयारियांे को लेकर आॅनलाइन बैठक का आयोजन किया गया।

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बैठक में निदेशक डा0 संगीता नेहरा, आयुष विभाग हरियाणा, आयोग सदस्य, योग स्पेश्लिस्ट्स, आयुष विभाग व हरियाणा में स्थापित प्रमुख योग संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
आयुष निदेशक ने कहा कि कोरोना काॅल में योग, आयुर्वेद एवं प्राकृतिक चिकित्सा का बहुत महत्व हैं और योग एवं प्राणायाम को बढ़ावा देने के लिए बनाए गए क्वारंटाइन सैन्टर्स में एल0ई0ड़ी0 टी0वी0 लगाए जाने चाहिए। जहां पर प्रतिदिन प्रातः दो घंटे कोरोना मरीजों को योग एवं प्राणायाम करवाया जाए एवं योग एवं प्राणायाम से होने वाले फायदों के बारे मंे विस्तारपूर्वक अवगत करवाय जाए। इसके साथ उन्होंने बताया कि यदि कोई मरीज दूरभाष के माध्यम से यागे एवं प्राणायाम की जानकारी लेना चाहें तो इसके लिए भी विभाग की ओर से जल्द ही हेल्पलाईन नम्बर जारी किया जाए। उन्होंने सुझाव दिया कि योग दिवस को भव्य रुप से मनाने के लिए हमें एकजुट होकर तैयारियां करनी होगी।

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हरियाणा योग आयोग के सदस्य डा0 मदन मानव ने बताया कि आयोग की ओर से कोरोना पीडित मरीजों के लिए एक योग प्रोटोकाॅल का निर्माण किया गया हैं। जिसे अप्रवुल के लिए भेजा गया हैं। उन्होंने कहा कि आयोग द्वारा दिनांक 13 अप्रैल से ही आयुष मंत्रालय द्वारा प्रस्तावित योग प्रोटोकाॅल का अभ्यास करवाया जा रहा हैं। इसके अलावा कई अधिकारियों ने सुझाव दिए और किए जा रहे कार्यो के बारे में जानकारी दी। हरियाणा योग आयोग के रजिस्ट्रार डा0 हरी चंद्र ने शांति पाठ के साथ प्रतिभागियों का आभार जताया।

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कोरोना काल में बच्चों के बेहतर उत्थान एवं निरंतर लाभ पहुंचाने और उनमें मनोवैज्ञानिक सशक्तिकरण वाले कार्यक्रम अनिवार्य-आहुजा

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पंचकूला 29 मई- उपायुक्त एवं जिला बाल कल्याण अध्यक्ष मुकेश कुमार आहूजा ने बताया हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद ने बाल सलाह परामर्श जिला कल्याण केंद्र के अंतर्गत ‘राज्य बाल कल्याण परिषद के साथ दोस्ती का हाथ, फोन से बात’ एक महत्वकांक्षी योजना शुरू की है। इस योजना के तहत कोरोना महामारी के दौर में घरों में रहने को मजबूर बच्चों पर मानसिक रूप से पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव को कम करने का कार्य किया जाएगा। सभी बच्चे इस पर निशुल्क परामर्श व चर्चा कर सकेंगे।


उपायुक्त ने बताया कि इस परियोजना पर जिला के बच्चों, अभिभावकों, शिक्षकों के साथ-साथ आम जनमानस को कोरोना महामारी के हालात या जीवन के उतार-चढ़ाव के मद्देनजर सामाजिक, भावनात्मक, निजी जीवन, शिक्षा से जुड़ी, पियर ग्रुप के संबंधों बारे, घरेलू एवं आसपास के वातावरण संबंधी, परवरिश के तौर-तरीकों के संदर्भ में खुद से असहजता महसूस होने वाली समस्याओं के बेहतर मनोवैज्ञानिक निदान हेतु राज्य बाल कल्याण परिषद ने विस्तार से सुझाव मांगे है।

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उन्होंने बताया कि परियोजना में तुरंत प्रभाव से लोगों की सुखद, सकारात्मक, प्रेरणादायी, मनोवैज्ञानिक ऊर्जा व आत्म प्रेरणा बढ़ाने के लिए कार्य किया जाएगा। उन्होंने बताया कि लोगों को घर बैठे एक फोन से जुड़ कर तुरंत लाभान्वित किया जाएगा। इसके लिए आपसी सहयोग, बेहतर सामंजस्य स्थापित करके मदद के मनोभाव से कोई भी व्यक्ति मनोवैज्ञानिक समस्या के समाधान हेतु बेहतर परामर्श दे सकता है। वर्तमान कोरोना काल में बच्चों के बेहतर उत्थान एवं निरंतर लाभ पहुंचाने और उनमें मनोवैज्ञानिक सशक्तिकरण पैदा करने के लिए ऐसे प्रयासों की नितांत आवश्यकता है।