सरकार विधवा महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए दे रही ऋण 

कोविड महामारी में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा, एएनएम सही मायने में अग्रिम पंक्ति के योद्धा-डाक्टर ऋतु

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पंचकूला 29 मई- महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा महिला स्वास्थ्य के सम्बंध में सेमिनार का आयोजन किया गया। इसमें डॉक्टर ऋतु ने मेंटल हेल्थ की महत्ता के साथ साथ विशेषकर मासिक धर्म स्वास्थ्य, भावनात्मक स्वास्थ्य, महिला कर्मचारियों के पोषण स्वास्थ्य के बारे में विस्तार से प्रेरित किया।
उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा महिलाओं को महावारी के दौरान होने वाली समस्याओं से अवगत करवाने और उनका निराकरण करने के लिए मेगा अभियान चलाया हुआ है। यह महिलाओं की सुरक्षा और अच्छे स्वास्थ्य और बीमारी से मुक्त भविष्य सुनिश्चित करेगा।


उन्होंने कहा कि सीपीडीओ, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा, एएनएम जो सही मायने में कोविड महामारी में अग्रिम पंक्ति के योद्धा हैं वे हमेशा लोगों को जागरूकता के लिए के प्रेरित कर रही है।


उन्होंने कहा कि ये महिलाएं सीमित संसाधनों के बावजूद होम आइसोलेशन, क्वारंटाइन और उपचाराधीन मरीजों की सेवा में दिन-रात काम कर रही हैं। इन कठिन समय में उनके मनोबल को बढ़ाने और हौसला अफजाई करने के लिए, रोटरी चंडीगढ़ मिड टाउन, इनर व्हील पंचकुला और परिवर्तन एनजीओ ने वक्ताओं से हाथ मिलाया है। इसके साथ ही महिलाओं को दूसरों की मदद करते हुए अपने स्वास्थ्य की देखभाल करने के लिए प्रोत्साहित करने हेतू सेलिब्रिटी अतिथि के रूप में कनाडा से दिलज्योत शामिल हुई।

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डॉक्टर मीनाक्षी ने महावारी के दौरान इस्तेमाल होनेवाले कॉप्स के बारे में जानकारी दी। उन्हांेने कहा कि महावारी में इनका कोई भी रीऐक्शन हमारे शरीर पर नही पड़ता है। रुचि गोयल ने संतुलित आहार की जानकारी दी जो हमें पर्याप्त न्यूट्रिशन देता है। डब्ल्यूसीडी विभाग ने महिला स्वास्थ्य के लिए राज्य भर में 26000 महिलाओं को प्रशिक्षण सांझा करने पर सहमति व्यक्त की है।

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पारस अस्पताल पंचकूला में ब्लैक फंगस का हो रहा है सफल इलाज

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ब्लैक फंगस कोई नई बीमारी नहीं है: डा. खन्ना
मुंह, नाक और आंखों को साफ रखकर काले फंगस से बच सकते हैं कोविड मरीज: डा. खन्ना
कोविड की नई लहर से हो सकता है ब्लैक फंगस का संक्रमण: डॉ. वरिंदा

पंचकूला, 29 मई ( ): ब्लैक फंगस (काली फफूंदी), नाक, आंख, नासिका, मस्तिष्क और फेफड़ों की एक अवसरवादी  इन्फेक्शन (संक्रमण) है जो की अकसर उन्ही मरीजों को अटैक करती है जिनकी रोग प्रतिरोधक शक्ति धीमी पड़ चुकी होती है यां फिर मधुमेह, कैंसर या अन्य असाध्य रोगों के मरीज हों यां रोग प्रतिरोधक शक्ति को काम करने वाली दवाई ले रहे हों । यह जानकारी ईएनटी (कान, नाक और गले) विभाग, पारस अस्पताल पंचकूला के प्रमुख डॉ. संजय खन्ना ने एक प्रेस बयान में दी। डॉ. खन्ना अब तक कई ब्लैक फंगस मरीजों का इलाज कर चुके हैं।


डा. खन्ना ने कहा कि जब कोविड के मरीज ब्लैक फंगस से संक्रमित हो जाते हैं तो यह अधिक खतरनाक साबित होता है क्योंकि यह रक्त वाहिकाओं को प्रभावित करता है, जिससे थरोमबोसिस हो जाता हैं, जो हृदय, मस्तिष्क फेफड़ों के लिए खतरनाक है।


ईएनटी के असोशीएट कन्सल्टन्ट डॉ. वरिंदा नरूला ने कहा कि कोविड के मरीज अपने मुंह, नाक और आंखों को साफ रखकर ब्लैक फंगस के संक्रमण को रोक सकते हैं, क्योंकि इन अंगों के जरिए बीमारी का संक्रमण शरीर में प्रवेश करता है, उन्होंने कहा कि जिन मरीजों में ब्लैक फंगस का जल्दी पता चला था, वे पारस अस्पताल में सर्जरी के जरिए ठीक हो गए।

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डॉ. संजय खन्ना ने कहा कि ब्लैक फंगस अक्सर उन मरीजों पर हमला करता है जिनका मधुमेह नियंत्रण से बाहर है और जो डॉक्टर की सलाह के बिना स्टेरॉयड ले रहे हैं। पारस अस्पताल के जीएम (ऑपरेशन) डॉ. अमरप्रीत सिंह ने कहा कि ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज चुनोती भरा है क्यूंकी अक्सर इन  मरीजों को कोई न कोई पुरानी बीमारी होती है ।

कोविड से संबंधित काले फंगस के लक्षण और संकेत

  • नाक से दुर्गंध आना
  • सांसों की बदबू
  • नाक, मुंह के अंदर या तालू का बदरंग
  • दर्द के साथ या बिना दर्द दांत कांपना
  • नाक में खून सहित मोटे रेशों का बनना
  • आंखों का लाल होना और पलकों का गिरना
  • दृष्टि में कमी
  • भारीपन या सिरदर्द
  • लगातार खांसी, बुखार या सांस लेने में तकलीफ

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UIPS, Panjab University held an expert Talk series

Chandigarh May 29, 2021

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Indian Pharmaceutical Association (IPA), Panjab Branch in association with University Institute of Pharmaceutical Sciences & DST funded Technology Enabling Centre (TEC) Panjab University, Chandigarh organized a webinar on “Pharmaceutical Production Excellence in Regulatory Scenario” by Mr. Sanjay Kumar Sinha, President-Formulations, IPCA Laboratories Ltd. under the aegis of UIPS Expert Talk Series,today. 

Professor Indu Pal Kaur, Chairperson,UIPS; Secretary, IPA Panjab Branch and President IIC-IPS extended a cordial welcome to the audience and introduced the distinguished speaker.

Professor O. P. Katare, President, IPA, Punjab Branch emphasized upon the need for quality production of drugs under high pressure global regulations. 

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Professor V R Sinha, Dean of University Instruction,  Panjab University,  highlighted the  India’s  contribution by value (20 %)  to the global generics, with Indian products contributing to 40 % by volume of US drugs. He stressed upon the immense opportunity for India to take a leapfrog using the impetus provided by Covid-19 and to truly play the role of “pharmacy of the world”. 

Mr. Sanjay Kumar Sinha shared his expert knowledge and views on how process understanding and streamlining; risk based thinking; decision making and establishment of a continuous improvement culture can enhance production excellence. Further it encompasses the need to serve patients by providing safe and effective medicines without an interruption in supply. He emphasized upon the fact that digital transformation, focused equipment and process improvement is going to provide a huge boost to process excellence in pharmaceutical industry. At the end he sensitized that it is high time to revisit the role of Pharmacists in healthcare.  

Dr Vandana Patrawale, Professor ICT Mumbai; Professor Sanjay Jain, Head of the Department, Sagar University, M.P. and Dr Rajinder Harna Ex Assistant Drug Controller were among the distinguished guests, who steered the discussion to several relevant points of future scope of pharmacy professionals and environment control in pharma industry. 

Professor Bhupinder Singh Bhoop, Ex President, IPA, Punjab Branch  concluded the session by sharing his prudent thoughts. 

Over 100 participants attended the webinar. The session evoked excellent response among participants witnessed by an interactive Q/A session.

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कोविड समस्या के समाधान के लिए कंट्रोल रूम के नंबर 01666-248882 व हेल्पलाइन नंबर पर करें संपर्क : उपायुक्त प्रदीप कुमार

सिरसा, 29 मई।

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उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि नागरिक कोरोना से घबराएं नहीं और सावधानी सतर्कता बरतें। कोविड-19 नियमों की पालना व सावधानी अपना कर ही हम स्वयं के साथ-साथ अपने परिवार व दूसरों को भी सुरक्षित रख सकते हैं। किसी भी प्रकार की समस्या के समाधान के लिए राज्य की हेल्पलाइन नंबर-1075 पर संपर्क किया जा सकता है। इसके अलावा नागरिक बैड, ऑक्सीजन, दवाइयां व कोविड-19 से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी प्राप्त करने के लिए कोविड कंट्रोल कक्ष के दूरभाष नंबर 01666-248882, 248140 मोबाइल नंबर 98123-00947 या टोल फ्री नंबर 1950 पर संपर्क कर सकते हैं। अगर किसी व्यक्ति को अपने कोविड-19 के टेस्ट की रिपोर्ट फोन पर पता करनी है तो वह 90530-13967 पर संपर्क कर सकते है। एंबुलेंस की सेवा के लिए 108 पर संपर्क कर सकते हैं।

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ऑक्सीजन सिलेंडर सुविधा के लिए ऑनलाइन पोर्टल पर डाल सकते हैं रिक्वेस्ट : उपायुक्त प्रदीप कुमार

सिरसा, 29 मई।

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उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बताया कि होम आइसोलेट कोविड व गंभीर बीमारियों से ग्रस्त रोगियों के परिजनों को जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। नागरिक सुविधा का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन पोर्टल ऑक्सीजनएचआरवाईडॉटइन (http://oxygenhry.in) पर रजिस्ट्रेशन करके अपनी रिक्वेस्ट डाल सकते हैं। उन्होंने बताया कि अब तक जिला में 381 रोगियों को इस सुविधा का लाभ मिल चुका हैं। शनिवार को 17 जरूरतमंद रोगियों को ऑक्सीजन गैस सिलेंडर मुहैया करवाए गए।


शनिवार को 17 व्यक्तियों को उपलब्ध करवाए ऑक्सीजन सिलेंडर :


इसी कड़ी में शनिवार को जिला रेडक्रॉस द्वारा 17 जरूरतमंद रोगियों को ऑक्सीजन गैस सिलेंडर मुहैया करवाए गए जिनमें सिरसा में चोपड़ा वाली गली निवासी राजेंद्र वधवा, कंगनपुर रोड़ निवासी धर्मवीर सिंह, रानियां रोड़ सिरसा निवासी नीलम रानी, रोड़ी बाजार सिरसा निवासी बृज नंदन, आर्य समाज रोड सिरसा निवासी बृजमोहन, मोहंता गार्डन सिरसा निवासी विनोद बंसल, कोर्ट कालोनी सिरसा निवासी रोशन लाल, मंडी डबवाली निवासी लाजवंती व गुलशन कुमार, गांव नुहियांवाली निवासी महेंद्र सिंह, गांव बुढाभाणा निवासी कौशल्या देवी, गांव बनसुधार निवासी पृथ्वी सिंह, ढाणी प्रताप सिंह निवासी हाकम देवी, गांव सुखचैन सिंह जगदीप सिंह, गांव बकरियांवाली निवासी अजय कुमार, गांव संतनगर निवासी लखबीर कौर, गांव मानक दीवान निवासी सावित्री देवी शामिल है।

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उपायुक्त ने बताया कि कोरोना महामारी के दौर में होम आइसोलेट कोविड व गंभीर बीमारियों से ग्रस्त रोगियों के परिजनों को ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए समस्या का सामना न करना पड़े, इसे लिए जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा लगातार कार्य किया जा रहा है। प्रतिदिन रोगियों के परिजनों को विभिन्न माध्यमों के द्वारा ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। यदि कोई होम आइसोलेट कोविड व गंभीर बीमारियों से ग्रस्त रोगी के परिजन यह सुविधा प्राप्त करना चाहते हैं तो वे ऑनलाइन माध्यम से अपनी मांग भेज सकते हैं। जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर मुहैया करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए रोगी के परिजन  ऑक्सीजनएचआरवाईडॉटइन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करके अपनी रिक्वेस्ट डाल सकते हैं। उन्होंने बताया कि पंजीकरण प्रक्रिया जारी है, होम आइसोलेट के परिजन ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए ऑक्सीजनएचआरवाईडॉटइन पर रजिस्ट्रेशन करके इस सुविधा का लाभ उठाएं।

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शहर को स्वच्छ बनाने तथा कोविड-19 की हिदायतों की पालना में सहयोग करें नागरिक : जिला नगर आयुक्त संगीता तेतरवाल

सिरसा, 29 मई।

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जिला नगर आयुक्त संगीता तेतरवाल ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सैनिटाइजेशन एक अहम उपाय है, इसी को ध्यान में रखते हुए नगर परिषद द्वारा शहर में वार्ड अनुसार जहां गली मोहल्लों में सैनिटाइज किया जा रहा है वहीं कूड़ा उठाने वाले वाहनों के माध्यम से आमजन को स्वच्छता बनाए रखने व कोविड नियमों की पालना के लिए जागरूक भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता, कोविड-19 के नियमों जैसे सामाजिक दूरी को अपना कर, मास्क के प्रयोग से कोरोना को हराया जा सकता है। हर नागरिक जिम्मेवारी से संक्रमण से बचाव उपायों की पालना करें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
उन्होंने बताया कि नगर परिषद / नगर पालिका द्वारा कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए शहर के रिहायशी इलाकों, सार्वजनिक स्थानों, बाजारों, चौक-चौराहों और कंटेनमेंट जोन में प्रतिदिन सैनिटाइजेशन का कार्य किया जा रहा हैं। इसी कड़ी में शनिवार को नगर परिषद सिरसा की टीमों द्वारा शहर में हुड्डïा कॉलोनी पार्ट एक, एडीसी कॉलोनी, डीसी कॉलोनी, चत्तरगढ़ पट्टïी, अजय विहार मार्केट, सिविल अस्पताल, अनाजमंडी, बस स्टैंड, सब्जी मंडी व बाजार ऐरिया आदि क्षेत्रों को सैनिटाइज किया गया।

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उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में स्वच्छता का महत्व और भी अधिक बढ़ गया है, इसलिए जिलावासी स्वयं की स्वच्छता के साथ-साथ शहर की स्वच्छता बनाए रखने में अपना पूर्ण सहयोग करें। आमजन गीले व सूखे कचरे को अलग-अलग एकत्रित करे और नगर परिषद के डोर टू डोर कचरा एकत्रित करने वाले वाहनों में डालें। अपने आसपास गंदगी न जमा होने दें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। इसके साथ ही संक्रमण से बचाव के लिए सरकार व प्रशासन की हिदायतों व बचाव नियमों की पालना करें।

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पोस्ट कोविड सेंटर ‘उमंगÓ में अबतक कोरोना से ठीक हुए 40 लोगों की हो चुकी है काउसलिंग : उपायुक्त प्रदीप कुमार

सिरसा, 29 मई।

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उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बताया कि प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार कोरोना से ठीक हुए लोगों की टेस्टिंग, उपचार व मानसिक मनोबल बढ़ाने के उद्देश्य से सिरसा के नागरिक अस्पताल में पोस्ट कोविड सेंटर ‘उमंगÓ सेंटर स्थापित किया गया है। नागरिक अस्पताल के कमरा नंबर 32 व 33 में कोविड केयर सेंटर स्थापित किया गया है, इसमें अबतक कोरोना से ठीक हुए 40 व्यक्तियों की जांच, उपचार, काउंसलिंग की गई है और उन्हें खानपान के लिए भी परामर्श दिए गए है।


उपायुक्त ने बताया कि पोस्ट कोविड सेंटर ‘उमंगÓ कोरोना को मात देकर ठीक हुए मरीजों में एक नई ऊर्जा लाने व उनका मनोबल बढ़ाने का काम करेगा। पिछले दिनों हुई वर्चुअल बैठक के दौरान हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कोरोना से ठीक हुए लोगों के लिए विशेष केंद्र शुरू करने के निर्देश दिए थे, उसी कड़ी में सोमवार से स्थानीय नागरिक अस्पताल में कोविड केयर सेंटर उमंग स्थापित किया गया है। इस सेंटर की प्रभारी डा. श्वेता डूडी को बनाया गया है। उमंग सेंटर में अनुभवी चिकित्सकों को तैनात किया गया है जिनमें दो मेडिकल ऑफिसर, चार आयुष चिकित्सक, एक दंत रोग विशेषज्ञ, एक मनोचिकित्सक, एक फिजियोथेरेपिस्ट शामिल है, जो एक टीम के रुप में काम कर रही है। नागरिक अस्पताल में स्थापित उमंग सेंटर में सोमवार से शनिवार तक प्रतिदिन प्रात: आठ बजे से दोपहर दो बजे तक चिकित्सकों की टीम द्वारा अपनी सेवाएं दी जा रही हैं।

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सिविल सर्जन डा. मनीष बंसल ने बताया कि कोरोना से रिकवर हुए ऐसे लोग जिन्हें किसी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी या तनाव जैसी कोई परेशानी है तो उनकी समस्याओं के समाधान के लिए यह उमंग सेंटर स्थापित किया गया है। उन्होंने बताया कि उमंग सेंटर में अबतक 40 लोगों को चिकित्सा सुविधा व खानपान संबंधी सुझाव दिए गए हैं। सेंटर में चिकित्सकों की टीम द्वारा न केवल लोगों की टेस्टिंग व उपचार किया जाता है बल्कि उनका मनोबल बढ़ाने के साथ-साथ उचित खानपान की भी जानकारी दी जाती है।

T. T. Water Supply Shut Down on 18th June

मानसिक तनाव संबंधी समस्याओं के निदान के लिए से ‘राज्य बाल कल्याण परिषद का साथ दोस्ती का हाथ, फोन से बातÓ परियोजना शुरू : प्रवीण अत्री

सिरसा, 28 मई।

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-घर बैठे बच्चे फोन पर ले सकते हैं परामर्श, प्रदेशभर में परिषद चला रही बाल सलाह व परामर्श केंद्र
-नोडल अधिकारी के रूप में परियोजना की जिम्मेदारी मंडल बाल कल्याण अधिकारी अनिल मलिक को सौंपी


कोरोना महामारी के फैलाव को रोकने तथा बचाव के दृष्टिïगत घरों में रह रहे लोगों व बच्चों पर मानसिक रुप से प्रतिकूल प्रभाव पड़े, इसके लिए हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा प्रदेश भर में महत्वकांक्षी परियोजना बाल सलाह परामर्श व कल्याण केंद्र के अंतर्गत ‘राज्य बाल कल्याण परिषद का साथ दोस्ती का हाथ, फोन से बातÓ शुरू की है।


हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के मानद महासचिव प्रवीण अत्री ने बताया कि इस परियोजना का उद्देश्य बच्चों, अभिभावकों, शिक्षकों के साथ-साथ आम जनमानस के जीवन में वर्तमान हालात में पैदा हुई मानसिक समस्याओं का समाधान करना है। उन्होंने बताया कि ऐसी सभी समस्याओं के बेहतर मनोवैज्ञानिक निदान के लिए राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा प्रदेश के सभी मंडल बाल कल्याण अधिकारियों व जिला बाल कल्याण अधिकारियों की ऑनलाइन मीटिंग में सुझाव लिए गए। इस मीटिंग में मंडलीय बाल कल्याण अधिकारी रोहतक एवं राज्य नोडल अधिकारी बाल सलाह परामर्श व कल्याण केंद्र परियोजना अनिल मलिक ने भी उक्त विषय बारे अपने विचार रखे। बैठक में लोगों को घर बैठे मनोवैज्ञानिक परामर्श सेवाओं का लाभ देने के लिए राज्य स्तरीय परियोजना ‘राज्य बाल कल्याण परिषद का साथ दोस्ती का हाथ, फोन से बातÓ शुरु करने का निर्णय लिया गया। प्रदेश के लोग घर बैठे एक फोन से जुड़ कर मंडलीय बाल कल्याण अधिकारी, अनिल मलिक का मोबाइल नंबर  094161- 08132 अपनी मानसिक समस्याओं बारे चर्चा कर सकते हैं।

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मंडलीय बाल कल्याण अधिकारी अनिल मलिक ने बताया कि लोगों में अवसाद, तनाव, चिंता, बेचैनी, व्याकुलता, उदासी, हताशा, निराशा न बढ़े। इसके लिए सकारात्मक मनोवैज्ञानिक ऊर्जा का प्रसार जरूरी है। इस परियोजना के माध्यम से प्रदेश के सभी लोग व बच्चे नि:शुल्क परामर्श व चर्चा कर सकेंगे। हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद महामारी के समय लगातार बच्चों के कल्याण व लोगों के सहयोग के प्रति पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।

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Online Workshop on “Improving Psychosocial skills during Covid-19 Pandemic”

Chandigarh May 28, 2021

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Mahatma Gandhi National Council of Rural Education(MGNCRE), Department of Higher Education, Ministry of Education, GOI in collaboration with National Service Scheme, Panjab University organised an Online workshop entitled “Guidance on Psychosocial skills to Helpers Workshop” ,today.

The workshop was hosted by NSS Programme Coordinator, Prof. Ashwani Koul along with subject expert Dr. Ranbir Singh Battan from MGNCRE as a keynote speaker.

Dr. Ranbir stressed upon the idea of motivating the NSS volunteers for their voluntary participation in the areas around them for helping the corona victims as covid helpers. Workshop focused on the creation of teams of volunteers who will work with the support of hospitals and NGOs to help covid-19 patients by providing them different services.

NSS Unit of Dr. Sucha Singh and NSS Open Unit, UT Chandigarh offered their services to disseminate right information about covid-19, helping covid patients with food and other services and helping people to get the covid vaccine to minimize the risk of covid-19. Dr. Battan also briefed volunteers about how to identify social problems in the post COVID-19 scenario and then how to work in teams to tackle the problems faced by different people.

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Nearly 100 NSS volunteers and NSS Programme Officers attended the workshop. In the end, Prof. Koul thanked and congratulated all participants for their active engagement in the online workshop.

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उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि होम आइसोलेट मरीजों को डोर टू डोर व्यवस्था और अस्पतालों में उपचाराधीन मरीजों के लिए मांग के अनुसार ऑक्सीजन आपूर्ति की जा रही है।

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पंचकूला 28 मई- उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि होम आइसोलेट मरीजों को डोर टू डोर व्यवस्था और अस्पतालों में उपचाराधीन मरीजों के लिए मांग के अनुसार ऑक्सीजन आपूर्ति की जा रही है। अब तक 61 सिलेण्डर घरों मंे उपलब्ध करवाए गए।


उपायुक्त ने बताया कि अभी तक जिलाभर मरीजों के ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जो मरीज अस्पतालों में उपचाराधीन हैं, वे डोर टू डोर ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिलिंग के लिए आवेदन न करें। उपचाराधीन मरीजों के लिए अस्पताल में ही जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन उपलब्ध करवाई जा रही है। पोर्टल पर पंजीकृत आवेदकों के ऑक्सीजन सिलेंडर तत्काल रिफिल किए जा रहे हैं। जिसके आवेदन सही थे उन सभी को निर्धारित समय सीमा में ऑक्सीजन सिलेंडर डिलिवर कर दिए गए हैं।

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उपायुक्त ने बताया कि डोर टू डोर ऑक्सीजन रिफिल व्यवस्था होम आइसोलेट मरीज, शरीर में ऑक्सीजन लेवल की कमी का डॉक्टरी परामर्श होने पर होम डिलवरी ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल के ऑनलाइन आवेदन करें। निष्पक्ष एवं पारदर्शी व्यवस्था बनाए रखने के लिए ऑनलाइन प्रणाली अपनाई गई है। आवेदक डब्लयूडब्लयूडब्लयू डॉट ऑक्सीजनएचआरवाई डॉट इन पर ऑनलाइन आवेदन करें।


उन्होंने बताया कि डोर टू डोर ऑक्सीजन रिफिल व्यवस्था के तहत आवेदक को डब्लयूडब्लयूडब्लयू डॉट ऑक्सीजनएचआरवाई डॉट इन पर क्लिक करना होगा। साइट पर मरीज का नाम,आयु, मरीज का आधार कार्ड नंबर, पता जहां आक्ॅसीजन सिलेंडर डिलिवर होना है, जिला, सिलेंडर साइज, मरीज का एसपीओ-2 लेवल, ऑक्सीमीटर से ऑक्सीजन लेवल दर्शाते हुए फोटो या डाक्टरी परामर्श आदि वर्णन भरना होगा। इस पोर्टल पर पंजीकृत होने के बाद आवेदन समाज सेवी संस्था और रैडक्रास सोसायटी के पास रिफलैक्ट हो जाएगा। इस कार्य में जनसेवा की भावना से कार्य कर रही समाज सेवी संस्था को भी यह सुनिश्चित करना होगा कि आवेदक को सही मायनों में ऑक्सीजन सिलेंडर जरूरत है।