पिंजौर, मोरनी में पर्यटन विकास पर खर्च होंगे 92 करोड़ रुपए: डॉ अरविंद शर्मा

Faculty Training School under UGC Networking Programme concludes at UIPS, PU

Chandigarh January 23, 2021

The one-week long Training School under UGC Networking Resource Centre in Pharmaceutical Sciences on the theme “Training Pharmacy Professionals to Accomplish Mission – Make in India: Step Forth to Promote Academic Entrepreneurship” conducted by University Institute of Pharmaceutical Sciences (UIPS), Panjab University, from January 18 to 23, 2021 successfully concluded today virtually via Cisco WebEx Events.

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During the Programme, a group of 31 faculty and research scholars from 12 states of the country was trained. A total of 19 lectures and 5 sessions were conducted by 25 eminent speakers‎ from various academic institutions, industries, CEOS, MDs of start-ups, innovation officers and ambassadors and research organizations with expertise in diverse disciplines of of pharmaceutical sciences, together with the in-house faculty of UIPS.

During the valedictory programme, Dr Manish Diwan, Head, Strategic Planning and Entrepreneurship Development, BIRAC, New Delhi, was the Chief Guest and delivered the valedictory lecture on “Biosciences to Bioeconomy”. He emphasized on Nurturing innovations from ideation to commercialization. He gave an insight into the ample number of grants available to the faculty and students with innovative ideas. He also motivated all the participants to take up entrepreneurship.

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Earlier, Professor Indu Pal Kaur, Chairperson, UIPS & Programme Coordinator, UGC-NRC, delivered the welcome address. Professor Ranju Bansal, Dean, Faculty of Pharmaceutical Sciences, welcomed the august gathering. Professor O. P. Katare, Course Coordinator, briefed about the antecedents of the weeklong course. Feedback from the participants was also invited.  Dr Vandita Kakkar, Joint Course Coordinator of the School, presented the Vote of Thanks.

A special Colloquium on “Creating a culture of Innovation– the people aspect” by Ms Veena Swarup, Former Director HR, Engineers India Ltd, and Chairperson, NOWE@DMA (Network of Women Entrepreneurs) was the main highlight of the week. In her talk, she exquisitely explained the treasure of human resource in any Institute. She quoted “Best way to predict your future is to create it” and emphasized that we should value and appreciate all employees or any human resource involved in the working of academic or industrial set-up. All the participants enjoyed her illustrious talk.

Around 200 faculty, students and selected faculty participants enthusiastically attended the weeklong events.

पिंजौर, मोरनी में पर्यटन विकास पर खर्च होंगे 92 करोड़ रुपए: डॉ अरविंद शर्मा

उपायुक्त ने बताया कि जिला सचिवालय के सभागार में 11वां जिला स्तरीय मतदाता दिवस वर्चुअल तौर पर मनाया जाएगा।

पंचकूला 23 जनवरी । उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि जिला सचिवालय के सभागार में 11वां जिला स्तरीय मतदाता दिवस वर्चुअल तौर पर मनाया जाएगा।

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उपायुक्त ने बताया कि इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में जिला के अन्य अधिकारी भी वर्चुअल तौर पर जुड़े रहेंगे। उन्होंने बताया कि मतदाता दिवस जिला स्तर से लेकर मतदान केंद्र स्तर तक मनाया जाएगा जिसमें मतदाताओं को उनके संवैधानिक अधिकारों के प्रति जागरूक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के चलते भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशन में राज्य में फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का दो बार विशेष संक्षिप्त पुनर्निरीक्षण किया गया।

 
उपायुक्त ने बताया कि निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाताओं को जागरूक करने के लिए ‘सभी मतदाता बनें सशक्त, सतर्क, सुरक्षित एवं जागरूक’ विषय पर सेमीनार किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस मतदाता दिवस पर मतदाताओं को दो चरणों में ई-एपिक की सुविधा प्रदान की जाएगी। पहला चरण 25 जनवरी से 31 जनवरी तक होगा जिसमें यूनिक मोबाइलयुक्त नए बने मतदाता शामिल होंगे। दूसरे चरण में यह सुविधा सभी पंजीकृत मतदाताओं के लिए उपलब्ध हो जाएगी।

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पिंजौर, मोरनी में पर्यटन विकास पर खर्च होंगे 92 करोड़ रुपए: डॉ अरविंद शर्मा

स्मैंम स्कीम के तहत किसानों को मिलेगी 50ः अनुदान पर कृषि यंत्र- उपायुक्त

पंचकूला  23 जनवरी।    उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि पंचकूला के किसानांे को वर्ष 2020-21 में कृषि एंव किसान कल्याण विभाग, हरियाणा द्वारा ‘‘सब मिषन आॅन एग्रीकल्चर मेकेनैजिम समेम स्कीम के अंतर्गत किसानों को विभिन्न कृषि यन्त्रों एवं मषीनें  पर 40ः से 50ः अनुदान पर उपलब्ध करवाई जाएगी। इस स्कीम के अंतर्गत पंचकूला जिलें में व्यकितगत किसान श्रेणी में सामान्य, लघु एवं सीमांत,  अनुसूचित जाति के लिए विभिन्न कृषि यन्त्रों के लिए 31 जनवरी तक आॅनलाईन आवेदन कर सकते  है।

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उपायुक्त ने बताया कि किसानों को स्ट्रा बेलर, हेेरेक, श्रब मास्टर , रोटरे स्लेसर,  पीटीओ आॅपरेटिड वीडर, ट्रैक्टर आॅपरेटिड क्राॅप रीपर कम बांइडर, लेजर लेण्ड लेवलर, स्ट्रा रीपर, ट्रैक्टर माउंटिड स्पेयर पम्प, रीपर बांईडर, मल्टी क्राॅप प्लांटर, मेज प्लांटर, न्यूमेटिक प्लांटर, कोटन सीडस ड्रिल, ट्रैक्टर आॅपरेटिड बूम स्पे्रयर दिए जाएगें।  आवेदन के लिए किसान के नाम पंचकूला जिलें में रजिस्टर्ड टैªक्टर की वैध आर0सी0, किसान के नाम जमीन व उसकी पटवारी रिपोर्ट, किसान का बैंक, आधार कार्ड और पैन कार्ड की आवष्यकता है। इसके अलावा मेरा फसल मेरा ब्यौरा पर भी रजिस्ट्रेषन करवाना भी अनिवार्य है। आॅनलाईन आवेदन करने के बाद चयन होने के उपरान्त यदि किसी भी प्रकार की त्रुटी पायी जाती है तो आवेदन रदद् हो जायेगा।

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उपायुक्त ने बताया कि आॅनलाईन आवेदन करते समय जमीन, जाति(श्रेणी), अकाउंट डिटेल व अन्य जानकारी ध्यानपूर्वक भरंे। एक किसान लाभार्थी अधिकतम 3 विभिन्न प्रकार के कृषि यंत्र के लिए आवेदन कर सकता है। लक्ष्यों से अधिक आवेदन प्राप्त होने पर लाभार्थियों का चयन ड्रा के माध्यम से किया जायेगा। जिन किसानों ने पिछले 4 सालों में इन कृषि यंत्रों पर अनुदान लिया है, वे किसान इस स्किम में उसी यंत्र पर आवेदन करने के लिए पात्र नहीं होंगे।


उपायुक्त ने बताया कि किसान इस पोर्टल पर उपलब्ध सूचीबद्ध निर्माताओं में से अपनी पसंद के निर्माता से मषीन खरीद सकते हैं। इसके अतिरिक्त 2.5 लाख रूपये से कम कीमत के कृषि यंत्रों के लिए आवेदन करने पर 2500/- तथा 2.5 लाख रूपये से अधिक तक कीमत के कृषि यंत्रों के लिए 5000/- आवेदन ष्का षुल्क जमा करवाना अनिवार्य है जो चयन उपरांत वापिस कर दिया जायेगा। यंत्रों की अधिक जानकारी के लिए अपने जिले के कृषि विभाग के उप निदेषक/सहायक कृषि अभियन्ता, पंचकूला या विभाग के कंट्रोल रूम 18001802117, 0172-2521900 पर किसी भी कार्य दिवस को सुबह 09 बजे से सांय 05 बजे तक संपर्क कर सकते हैं।

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प्रश्नौतरी प्रतियोगिता का भी आयोजन करवाया गया।

कालका/पंचकूला 23 जनवरी- राजकीय महाविद्यालय कालका में प्राचार्य प्रोमिला मलिक के मार्गदर्शन में पोषण ज्ञान विषय पर पोस्टर, प्रश्नोतरी एवं व्याखान  प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। सरकार की नंदिनी आरोग्य योजना के तहत विद्यार्थियों ने  पाष्ेाण पर मनभावक एवं लुभावने पोस्टर बनाए।  

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इस संबध में जानकारी देते हुए प्रो0 बिन्दु ने बताया कि पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में भावुक धीमान, किस्मत तिवारी, निकिता, रूपा गुप्ता, हर्ष, यश अव्वल रहे। प्रतियोगिता गृह विभाग की डा. सोनाली की अध्यक्षता में हुई। पोषण आहार विशेषज्ञ शिवानी गुलाटी ने पोेषण विषय पर विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि स्वस्थ्य जीवन शैली बनाए रखने के लिए पोष्टिक संतुलित आहार लेना अनिवार्य है। सभी प्रकार के पोष्टिक तत्व ही हमें सदैव चलाएमान रखते है। निर्णायक मण्डल में प्रो0 नीना शर्मा, प्रो09 बिन्दु व प्रो0 मीनू रही। इसके अलावा रेडक्रास प्रभारी  नीतू और महिला प्रकोष्ठ प्रभारी अंजना द्वारा व्याख्यान व प्रश्नौतरी प्रतियोगिता का भी आयोजन करवाया गया।

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पिंजौर, मोरनी में पर्यटन विकास पर खर्च होंगे 92 करोड़ रुपए: डॉ अरविंद शर्मा

Annual Global Alumni Meet in Dept of Guru Nanak Sikh Studies PU

Chandigarh January 22, 2021

Today a web based Global Annual Alumni Meet was organized in the department of Guru Nanak Sikh Studies PU Chandigarh in collaboration with Panjab University Alumni Association on the occasion of its 50th Golden Jubilee Celebration. Program was started with the recitation of Shabad Gayan “Deh Shiva bar mohe ihai shubh karman te kabhun na taron” by students of Gurmat College Patiala.

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In her welcome-cum-introductory address Prof. Jaspal Kaur Kaang, Professor & Academic Incharge of the Department gave a brief account of achievements of the department during 50 years as well as of it’s alumni. Department was established in the year of 1970 by Government of India on the occasion of 500th Birth centennial of Guru Nanak Dev ji. Two digital projects Documentation of History and Achievements of the department during the last 50 years, and Vichar Prabandh of Guru Tegh Bahadur Bani were launched on this occasion.

In his inaugural address, Dr. V R Sinha, Dean Research of university said that Alumni are real Brand Ambassadors of any institution. Alumni always gives a fine exposure and glimpse of their institution. The worth of any institution is determined by the contributions and positions of it’s students.

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The Eminent Speaker was Dr. Gurinder Singh Mann, Director, Global Institute of Sikh Studies California (USA). In his address he said that Guru Nanak established a path full of spiritual and practical knowledge. He said that we should be futuristic in our belief, actions and spirit based upon the valuable knowledge that consists in the Shri Guru Granth Sahib.

Dr. Jaspal Singh, Former VC PU Patiala & Member of Minority Commission, GoI and Dr. Jasbir Kaur, Former Dean, PU Patiala & Principal, Gurmat College, Patiala were hounoured for their valuable contributions in their respective fields.

Chief guest was Dr. R K Singla, DUI of PU Chandigarh. The president of the session was Dr. Jaspal Singh, Former VC PU Patiala & Member of Minority Commission, GoI. In his presidential address he said that Guru Granth Sahib is not only a spiritual Granth but also a storehouse of political, social and economic thoughts. He also said that Guru Nanak was a global teacher, educator and mentor and Sikh Studies is a comprehensive approach which works for all-rounded development and growth of the whole society.

Guest of Honour were Dr. Satish Kumar Verma, Professor Emeritus, Desh Bhagat University, Mandi Gobindgarh; Dr. S.S Bhatti, Former Dean, Design & Fine Arts Faculty, Panjab University Chandigarh; Dr. Ronki Ram, Shaheed Bhagat Singh Professor, Department of Political Science, Panjab University; Dr. Jasbir Kaur, Former Dean, Punjabi University Patiala & Principal, Gurmat College, Patiala; Dr. Opinderjit Kaur, Director of Centre for Sikh and Punjab studies, University of Wolves, Hampton, UK; Dr. Asma Qadrii, Associate Professor, Department of Punjabi, University of the Punjab, Lahore and Charanjit Singh, Educational Researcher, Centennial College, Toronto, Canada.

People from all over the world participated in the webinar including PU Chandigarh, PU Patiala, PU Lahore, UK, Australia, US, England etc. and made the program successful. All the alumni remembered their old days and shared their memories. Stage was conducted by Dr. Sukhwinder Singh. In the end of Meet, Prof. Gurpreet Kaur of dept of Evening Studies-MDRC, PU gave a vote of thanks to all the participants and dignatries from across the Globe; specially of Dr. Raj Kumar, vice—chancellor of the University for their cooperation and inspiration.

पिंजौर, मोरनी में पर्यटन विकास पर खर्च होंगे 92 करोड़ रुपए: डॉ अरविंद शर्मा

गणतंत्र दिवस समारोह का विरोध नहीं करेंगे किसान : रतनमान

भारतीय किसान यूनियन की किसानों से अपील, समारोह में किसी तरीके का व्यावधान न डाला जाए

पंचकूला :  26 जनवरी को मनाए जाने वाला गणतंत्र दिवस साधरण दिन नहीं है। यह वह दिन है जब हमारे भारत देश को पूर्ण रूप से स्वतंत्रता की प्राप्ति हुई थी, क्योंकि भले ही देश 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्र हो गया था, लेकिन यह पूर्ण रूप से स्वतंत्र तब हुआ जब 26 जनवरी 1950 के दिन ‘भारत सरकार अधिनियम’ को हटाकर भारत के नवनिर्मित संविधान को लागू किया गया। उस दिन से 26 जनवरी के इस दिन को भारत में गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। यह एक महान पर्व है। यह बात भारतीय किसान यूनियन (रजि.) के प्रदेश अध्यक्ष रतन मान ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में कही।

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प्रदेश अध्यक्ष रतन मान ने भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि 26 जनवरी को प्रदेश में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में किसी भी प्रकार का व्यावधान न डाला जाए, क्योंकि यह दिवस असंख्य कुर्बानियां देने के बाद हमें प्राप्त हुआ है। मान ने कहा कि 26 जनवरी का कार्यक्रम कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं होता, ऐसे में नाराजगी जाहिर करना या देश की शान में आयोजित समारोह में व्यावधान डालना उचित नहीं है।देश के सभी नागरिकों के लिए यह गर्व का दिन है, इसलिए सभी किसान भाइयों से अपील है कि सभी किसान इस दिवस को गौरवशाली तरीके से मनाएं और सरकारी आयोजनों में किसी तरीके का व्यावधान न डालें। तीन कृषि कानूनों को लेकर किसान आंदोलन बदस्तूर जारी रहेगा और जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाती तब तक किसान आंदोलन करते रहेंगे। 26 जनवरी के कार्यक्रम का विरोध किया जाना किसी भी स्तर पर उचित नहीं है। किसान देशभक्त है, इसलिए गणतंत्र दिवस समारोह के भव्य आयोजनों में बाधा नहीं बनेगा।

रतन मान ने चेतावनी देते हुए कहा कि किसानों की आड़ में किसी राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ता या असामाजिक तत्व देश की गरिमा को ठेस पहुंचाने की चेष्टा करेंगे तो किसान यूनियन उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करती है।

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रतन मान ने कहा कि भारतीय गणतंत्र दिवस वह दिन है, जब इसी दिन सन् 1950 में हमारे देश का संविधान प्रभाव में आया। गणतंत्र दिवस का दिन भारत के राष्ट्रीय पर्वों में से एक है, यहीं कारण है कि इसे हर जाति तथा संप्रदाय द्वारा काफी सम्मान और उत्साह के साथ मनाया जाता है। देश की गरिमा किसान के लिए सर्वोपरि है।

 इस दिन होने वाले आयोजन हमें आजादी व हमारे गणतंत्र के महत्व का अहसास कराते हैं। यहीं कारण है कि इसे पूरे देश भर में इतने जोश तथा उत्साह के साथ मनाया जाता है। इसके साथ ही यह वह दिन भी है जब भारत अपने सामरिक शक्ति का प्रदर्शन करता है, जोकि किसी को आतंकित करने के लिए नहीं अपितु इस बात का संदेश देने के लिए होता है कि हम अपनी रक्षा करने में सक्षम हैं।मान ने कहा कि 26 जनवरी का यह दिन हमारे देश के लिए एक ऐतहासिक पर्व है इसलिए हमें पूरे जोश तथा सम्मान के साथ इस पर्व को मनाना चाहिए। इस दिन को हमारे देश के आत्मगौरव तथा सम्मान से भी जोड़ा जाता है, इसलिए पर्व का विरोध नहीं करेंगे बल्कि उत्सव के रूप में मनाएंगे ताकि अंतर्राष्ट्रीय पटल पर देश का मान बढ़े। मान ने संयुक्त किसान मोर्चा के निर्णय का हवाला देते हुए कहा कि जो किसान दिल्ली किसान ट्रेक्टर परेड़ में नहीं जा सकते तो वे राज्य स्तर, जिला स्तर व ब्लॉक स्तर पर किसान ट्रेक्टर परेड निकाल सकते हैं. उन्होंने 26 जनवरी को दिल्ली में आयोजित किसान ट्रेक्टर परेड में ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचने की अपील की! रतन मान ने कहा कि हमारी मातृभूमि भारत लंबे समय तक ब्रिटिश शासन की गुलाम रही जिसके दौरान भारतीय लोग ब्रिटिश शासन द्वारा बनाए गए कानूनों को मानने के लिये मजबूर थे, भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा लंबे संघर्ष के बाद अंतत: 15 अगस्त 1947 को भारत को आजादी मिली। लगभग ढाई साल बाद भारत ने अपना संविधान लागू किया और खुद को लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में घोषित किया। लगभग 2 साल 11 महीने और 18 दिनों के बाद 26 जनवरी 1950 को हमारी संसद द्वारा भारतीय संविधान को पास किया गया। खुद को संप्रभु, लोकतांत्रिक, गणराज्य घोषित करने के साथ ही भारत के लोगों द्वारा 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रुप में मनाया जाने लगा। 

गणतंत्र दिवस का पर्व हमारे अंदर आत्मगौरव भरने का कार्य करता है तथा हमें पूर्ण स्वतंत्रता की अनुभूति कराता है यही कारण है कि इस दिन को पूरे देश भर में इतने धूम-धाम तथा हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।  आज के समय यदि हम स्वतंत्र रुप से कोई भी फैसला ले सकते हैं या फिर किसी प्रकार के दमन तथा दुर्वव्यस्था के खिलाफ आवाज उठा सकते हैं, तो ऐसा सिर्फ हमारे देश के संविधान और गणतांत्रिक स्वरुप के कारण संभव है। यहीं कारण है कि हमारे देश में गणतंत्र दिवस को एक राष्ट्रीय पर्व के रुप में मनाया जाता है। रतन मान ने किसानों से पुनः अपील की कि गणतंत्र दिवस समारोह में किसी तरीके का व्यावधान न डाला जाए, बल्कि इस दिवस को उत्साह व ऊर्जा के साथ मनाएं।

पिंजौर, मोरनी में पर्यटन विकास पर खर्च होंगे 92 करोड़ रुपए: डॉ अरविंद शर्मा

भारतीय वैक्सीन कौवेक्स और कोविशील्ड की गुणवत्ता असर और सुरक्षित है

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पंचकूला 22 जनवरी-   हरियाणा के राज्य औषधि नियन्त्रक नरेन्द्र आहूजा विवेक ने कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड का टीका नागरिक हस्पताल सेक्टर 6 पंचकूला में डॉ सुवीर सक्सेना पी एम ओ की उपस्थिति में लिया। टीकाकरण के बाद बात करते हुए नरेन्द्र आहूजा विवेक ने बताया कि हमें भारतीय वैक्सीन कौवेक्स और कोविशील्ड की गुणवत्ता असर और सुरक्षित होने पर पूरा भरोसा है और हम सभी को इस वैश्विक महामारी कोरोना के विरुद्ध टीकाकरण की  निर्णायक जंग में अपना नम्बर आने पर टीका अवश्य लगवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार के भरम या गलत दुष्प्रचार से बचना चाहिए। हम सभी हैल्थ केयर वर्कर का तो आगे आकर इस टीकाकरण को सफल बनाना हमारा नैतिक दायित्व बनता है। इसलिए बिना भय के टीकाकरण करवाएं और इस बीमारी से निजात पाएं।

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पिंजौर, मोरनी में पर्यटन विकास पर खर्च होंगे 92 करोड़ रुपए: डॉ अरविंद शर्मा

हरियाणा भवन एवं सन्निर्माण श्रम कल्याण विभाग द्वारा विभिन्न योजनाओं के माध्यम से भवन एवं सन्निर्माण श्रमिकों के लिए क्रियान्वित कई तरह की योजनाएं एवं सुविधाएं दी जा रही हैं।

पंचकूला  22 जनवरी- उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि   हरियाणा भवन एवं सन्निर्माण श्रम कल्याण विभाग द्वारा विभिन्न योजनाओं के माध्यम से भवन एवं सन्निर्माण श्रमिकों के लिए क्रियान्वित कई तरह की योजनाएं एवं सुविधाएं दी जा रही हैं। इनमें श्रमिकों की बेटी की शादी के लियेे 51,000 रुपये की राशि कन्यादान के अलावा मकान की खरीद अथवा निर्माण हेतु 2 लाख रुपये तक ब्याज मुक्त ऋण तथा मुख्यमंत्री सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत श्रमिक की मृत्यु पर 5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता जैसी योजनांए शामिल है।


उपायुक्त ने यह जानकारी देते हुए बताया कि बोर्ड द्वारा कन्यादान योजना की राशि का लाभ श्रमिको की तीन बेटियों तक ही प्रदान किया जाता है। इसके अलावा विधवा पैंशन योजना के तहत 2 हजार रुपए प्रति माह, मातृत्व लाभ के लिए 36 हजार रुपए तथा पितृत्व लाभ के लिए 21 हजार रुपए की राशि प्रदान की जाती है। उन्हांेने बताया कि कामगारों को 5 वर्ष में एक बार नए औजारों  की खरीद हेतु 8 हजार रुपए, पंजीकृत महिला कामगारों को उनकी सदस्यता के नवीनीकरण के समय साड़ी, सूट, चप्पल, रेन कोट, छाता, रबड़ मैट्रेस, बर्तन तथा नैपकीन आदि खरीदने के लिए 5100 रुपए की राशि दी जाती है। इसी तरह, कामगारों को साइकिल खरीदने के लिए 3 हजार रुपए की वित्तीय सहायता एवं  महिला श्रमिक को सिलाई मशीन प्रदान की जाती है।


उपायुक्त ने बताया कि पंजीकृत कामगार व उसके परिवार के 4 सदस्यों को चार वर्ष में एक बार धार्मिक व ऐतिहासिक स्थलों के भ्रमण हेतु रेलवे की द्वितीय श्रेणी व साधारण रोडवेज बसों का किराया दिया जाता है। इसी तरह, पंजीकृत कामगारों के जो बच्चे मेडिकल अथॉरिटी द्वारा 50 प्रतिशत या इससे अधिक शारीरिक अथवा मानसिक रूप से अक्षम व दिव्यांग घोषित किए गए हैं, उन्हें 2 हजार रुपए प्रति माह सहायता राशि दी जाती है। कार्यस्थल पर किसी दुर्घटना में स्थाई रूप से दिव्यांग होने पर पंजीकृत कामगार को दिव्यांग प्रतिशतता के आधार पर डेढ़ से 3 लाख रुपये तक की एकमुश्त वित्तीय सहायता दी जाती है। किसी संक्रामक बीमारी या कार्य स्थल पर दुर्घटना के कारण दिव्यांग होने पर उसे 3 हजार रुपये प्रतिमाह पैंशन भी दी जाती है।


उपायुक्त ने बताया कि बोर्ड की योजनाओं लाभ लेने व अधिक जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर-1800-180-2129 पर संपर्क किया जा सकता है। इसके अलावा, हरियाणा श्रम कल्याण बोर्ड के वैब पोर्टल hrylabour.gov.in पर जाकर भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। उन्हांेने बताया कि जिला के मजदूरों को इन योजनाओं का लाभ उठाना  चाहिए तथा अपना बोर्ड में पंजीकरण भी अवश्य करवाना चाहिए।

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फसल अवशेष प्रबन्धन व कृषि यन्त्रों पर दिया जा रहा अनुदान-उपायुक्त

पंचकूला 19 जनवरी- उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि कृषि तथा किसान कल्याण विभाग द्वारा कि वर्ष 2020-21 में जिला में कृषि मशीनीकरण को बढावा देने के लिए सब मिशन आॅन एग्रीकल्चर मैकेनिजम, समेम योजना के तहत फसल अवशेष प्रबन्धन व अन्य कृषि यन्त्रों पर अनुदान दिया जा रहा है। किसान इन अनुदान योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाऐं।

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उपायुक्त ने बताया कि  कृषि विभाग हर वर्ष केन्द्र की समेम योजना के अन्तर्गत छोटे व मंझले किसानों को 50 प्रतिशत व बडे़ किसानों को 40 प्रतिशत की दर से अनुदान उपलब्ध करवा रहा है। इस योजना के तहत फसल अवशेष प्रबन्धन यन्त्रों जैसे कि स्ट्रा बेलर,  हरैक, शर्ब मास्टर/रोटरी शलेशर, टैªक्टर चालित पाॅवर वीडर, टैªक्टर चालित रिपर-कम-वाइन्डर, लैजर लैंड लैवलर, स्ट्रा रिपर, टैªक्टर चालित स्प्रेयर पम्प, रिपर वाइन्डर (4/3 पहिया), मल्टि काॅप प्लांटर/मक्का बिजाई मशीन, न्युमैटिक प्लांटर, काॅटन सीड ड्रिल, टैªक्टर चालित बूम स्प्रेयर इत्यादि पर अनुदान उपलब्ध करवाया जा रहा है।


उपायुक्त ने बताया कि किसान इन यनत्रों से न केवल अपनी खेती का मशीनीकरण कर सकते हैं अपितु इन कृषि यन्त्रों को कियाए पर चला कर लाभ कमा सकते हैं। योजना का लाभ लेने हेतू इच्छुक किसान विभाग की वैबसाईट (www.agriharyanacrm.com)  पर 31 जनवरी 2021 तक आनॅलाईन आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि किसान को आवेदन के समय जिन कृषि यन्त्रों की लागत 2.5 लाख से कम है उसके लिए 2500/-रू0 व जिन यन्त्रों की लागत 2.5 से अधिक है उसके लिए 5000/-रू0 की टोकन राशि जमा करवानी होगी जोकि रिफन्डेबल होगी।

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उन्होंने बताया कि किसान उक्त कृषि यन्त्रों में से अलग-अलग तरह के किन्ही तीन यन्त्रों हेतू आॅनलाईन आवेदन कर सकते हंै। किसान ने उसी कृषि यन्त्र पर पिछले चार वर्षाे मंे अनुदान का लाभ न लिया हो। टैªक्टर चलित कृषि यन्त्र पर अनुदान हेतू किसान के पास हरियाणा राज्य में पंजीकृत अपना टैªक्टर होना अनिवार्य है। किसान का मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण होना अनिवार्य है। जिले में कुल 143 कृषि यन्त्रों का सीमित लक्ष्य रखा गया है। लक्ष्य से ज्यादा आवेदन प्राप्त होने पर लाभार्थियों का चयन ड्रा के माध्यम से किया जाएगा।


उपायुक्त ने बताया कि इसके उपरान्त किसान को कृषि यन्त्रों की खरीद सूचिबद्ध कृषि यन्त्र निर्माताओं से करके अपने कृषि यन्त्र को बिल, ईवे बिल, स्वयं  घोषणा पत्र व कृषि यन्त्र के साथ लाभार्थी की फोटो इत्यादि पोर्टल पर अपलोड करवानी होगी साथ ही इन सभी की मूल प्रतियां सहायक कृषि अभियन्ता के कार्यालय में जमा करवानी अनिवार्य है। इसके उपरान्त उपायुक्त की अध्यक्षता में गठित कमेटी द्वारा भौतिक सत्यापन के उपरान्त बजट की उपलब्धता अनुसार सामान्य वर्ग के किसान को 40 प्रतिशत व आरक्षित वर्ग, महिला, अनुसूचित जाति, लघु व सिमांत किसान को 50 प्रतिशत का अनुदान राशि का लाभ दिया जाएगा।

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स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को प्रदान की गई प्री-पेड सुविधा-आहूजा

पंचकूला 22 जनवरी – उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि बिजली वितरण निगमों ने उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए मिस्ड काॅल अलर्ट सर्विस शुरू की गई है। जिसके तहत उपभोक्ता को अपने रजिस्टर्ड मोबाइल से मिस्ड काॅल करने पर मैसेज के माध्यम से एक लिंक प्राप्त होगा, जिस पर क्लिक करके उपभोक्ता अपना बिजली बिल डाउनलोड व भुगतान कर सकते हैं।

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उपायुक्त ने बताया कि बिजली निगम ने उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम के उपभोक्ता अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से 70870-19636 नंबर पर मिस्ड काॅल देकर अपने बिजली बिल से संबंधित सूचना प्राप्त कर आॅनलाईन माध्यम से सीधे बिजली बिल का भुगतान कर सकते हैं। मिस्ड काॅल की सुविधा का लाभ लेने के लिए उपभोक्ताओं का मोबाइल नंबर बिजली मीटर एकाउंट से जुड़ा होना चाहिए। इसके अलावा उपभोक्ता अपना मोबाइल नंबर व आधार अपडेट कर सकते हैं। नंबर भी


उन्होंने आगे बताया कि बिजली निगम की ओर से दी जाने वाली सब्सिडी और मिस्ड काॅल अलर्ट सुविधा प्राप्त करने से पहले बिजली उपभोक्ता को आधार अपडेट करवाना होगा तभी उपभोक्ता को सरकार की ओर से दी जा रही सब्सिडी का लाभ मिलेगा। इस सुविधा से उपभोक्ताओं को अब बिजली बिल के लिए मीटर रीडर और बिल डिलिवरी का इंतजार नहीं करना होगा।

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उन्होंने यह भी बताया कि हरियाणा बिजली वितरण निगम पंचकूला शहर के स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिए 26 नवम्बर, 2020 से प्रीपेड बिलिंग की सुविधा भी शुरू की है। प्री-पेड कनैक्शन लेने के लिए उपभोक्ता को किसी भी प्रकार की सिक्योरिटी जमा नहीं करवानी पड़ेगी। उपभोक्ताओं को महीने के मौजूदा बिजली बिल पर नियमानुसार 5 प्रतिशत की छूट मिलेगी तथा मीटर रीडिंग का झंझट भी खत्म होगा। उपभोक्ता मोबाईल ऐप के माध्यम से अपने अकाउंट बैलेंस को चैक कर सकते हैं जिसके लिए प्ले स्टोर ऐप स्टोर से UHBVN Smart Meter  मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं।  


उपायुक्त ने बताया कि बिजली वितरण निगम वैश्विक कोरोना महामारी के काल में उपभोक्ताओं को घर बैठे बिजली बिल से संबंधित सूचना उपलब्ध करवाने व सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को निर्बाध एवं सुचारू रूप से बिजली सप्लाई उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध हंै।