महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा साइबर क्राइम से बच्चों की सुरक्षा हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का किया गया आयोजन
पंचकूला, 17 नवंबर- महिला एवं बाल विकास विभाग पंचकुला द्वारा जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती बलजीत कौर के मार्गदर्शन में लघु सचिवालय में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यवाहक जिला बाल सरंक्षण अधिकारी कुसुम शर्मा ने बताया की जिला पंचकुला में साइबर क्राइम से बच्चों की सुरक्षा हेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमे पीपीटी के माध्यम से उपस्थित सभी स्कूलों के प्रधानचार्य को साइबर क्राइम-बच्चों की सुरक्षा के बारे में जागरूक किया गया।
इस अवसर पर सब इस्पेक्टर रघुवीर सिंह ने बताया की यदि आप भी अपनी दिनचर्या के व्यवसाय से जुड़े अधिकतम काम इंटरनेट के जरिए करते हैं तो साइबर क्राइम के बारे में जानना आपके लिए बेहद आवश्यक है, क्योंकि इंटरनेट ही एक ऐसा जरिया है जो देश विदेश मे ंबैठे लोगों को आपस मे ं जोड़ने और व्यवसाय को बढ़ाने का काम करता है। ऐसे में धीरे-धीरे साइबर क्राइम भी बढ़ता जा रहा है। यदि सरल शब्दो ंमे ंबात की जाए तो साइबर क्राइम एक ऐसा क्राइम है जिसमे ंकुछ अपराधी आपके फोन और इंटरनेट से कुछ अलग प्रकार के सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके साइबर क्राइम को अंजाम देते है।.साइबर क्राइम के अंतर्गत अपराधी आपके फोन या लैपटॉप के सॉफ्टवेयर से अपने सॉफ्टवेयर को जोड़ देते है ंऔर उसके बाद आपके बिजनेस से जुड़ी सभी जानकारी-बैंक की जानकारी प्राप्त कर अपराध को अंजाम देते है।
. रिर्सोस पर्सन श्रीमती निधि मलिक ने बताया कि साइबर क्राइम के तहत अपराधी आपकी निजी पहचान तक चुरा लेते हैं और इसी अपराध के तहत छोटे बच्चों को भी गलत मार्ग दर्शन प्रदान करते हैं। इन सबके अलावा कुछ अपराधी ऐसे भी होते हैं जो साइबर क्राइम के तहत देश में नफरत फैलाने का काम भी करते हैं।