हर घर तिरंगा अभियान के तहत रायपुररानी में हुआ नाटकों क मंचन
– नाटक ’’यमराज जीवन दान योजना डाॅट काॅम’’ के माध्यम से सड़क दुर्घटनाओं के प्रति जागरूकता तथा ‘‘बसुन्धरा बोली’’ के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को किया जागरूक
-13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा अभियान के तहत घर-घर तिरंगा लगाने के लिये किया गया प्रेेरित
पंचकूला, 9 अगस्त- आजादी का अमृत महोत्सव के तहत हर घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत ऐतिहासिक स्थलों पर आयोजित किये जा रहे कार्यक्रमों की श्रृंखला में रायपुररानी में लोगों को सड़क दुर्घटनाओं के प्रति जागरूक करने के लिए ’’यमराज जीवन दान योजना डाॅट काॅम’’ तथा पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए ‘‘बसुन्धरा बोली’’ का सफल मंचन किया गया।
इस कार्यक्रम का आयोजन सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग, कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग तथा जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। नाटक के माध्यम से लोगों को 13 से 15 अगस्त तक चलने वाले हर घर तिरंगा अभियान के तहत घर-घर तिरंगा लगाने के लिये भी प्रेेरित किया गया।
नाटक ’’यमराज जीवन दान योजना डाॅट काॅम’’ तथा ‘‘बसुन्धरा बोली’’ का निर्देशन रीता राय द्वारा किया गया जबकि कार्यक्रम में संगीत विकल्प रंजन द्वारा दिया गया।
नाटक ’’यमराज जीवन दान योजना डाॅट काॅम’’ की कहानी के माध्यम से यह दिखाने का प्रयास किया गया कि धरती पर हो रही असमय दुर्घटनों के कारण किस तरह स्वर्ग में विराजमान यमराज की गणित खराब हो रही है तथा जिसके कारण तथा निदान के लिए यमराज स्वयं स्वर्ग छोड़कर धरती पर आ रहे हैं और लोगों को सड़क नियमों की पालना के बारे में अपील कर रहे हैं।
इसके साथ ही नाटक ‘‘बसुन्धरा बोली’’ में दिखाया गया कि किस प्रकार एक गांव की सरपंच अपना वैज्ञानिक का पद सिर्फ इस लिए छोड़ देती है क्योंकि वह अपने गांव की वही खुशबु को फिर से वापिस लाना चाहती है और वैसी ही मिट्टी और पानी अपनी आने वाली पीढी को सोंपना चाहती है, जैसी उसके पूर्वजों ने उसे उपहार में दी थी। इसके लिए बसुंधरा के त्याग और उसके संघर्षों को नाटक के माध्यम से दर्शाया गया।
नाटक मंडली द्वारा बड़े ही रोचक ढंग से प्रस्तुत किया गया, जिसे दर्शकों और बच्चों ने खूब सराहा।