हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद के प्रयासों के फलस्वरूप पंचकूला की तरफ रेलवे स्टेशन पर मिलेगी यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधायें
– रेल मंत्रालय की रेल भूमि विकास प्राधिकरण ने इस संबंध में किया प्रस्ताव तैयार
-पंचकूला की तरफ रेलवे स्टेशन के विस्तार की अधिक संभावनायें – विधानसभा अध्यक्ष
– चंडीगढ रेलवे स्टेशन का नाम पंचकूला-चंडीगढ रेलवे स्टेशन रखने की करी मांग-गुप्ता
पंचकूला, 26 नवंबर- हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता के प्रयासों के फलस्वरूप चंडीगढ रेलवे स्टेशन के प्रस्तावित विस्तार में पंचकूला की तरफ यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधायें मिलने जा रही है। रेल मंत्रालय की रेल भूमि विकास प्राधिकरण ने इस संबंध में प्रस्ताव तैयार कर लिया है।
रेल मंत्रालय की पेसंर्जस सर्विसिज कमेटी (रेलवे बोर्ड) के अध्यक्ष श्री रमेशचंद्र रतन ने अपने चंडीगढ दौरे के दौरान विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता से बैठक की और उन्हें विश्वास दिलाया कि आगामी 29 तारीख को होने वाली पेंसर्जस सर्विस कमेटी की बैठक में वे इस मुद्दे को गंभीरता से उठायेंगे।
विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता और रेल मंत्रालय की पेसंर्जस सर्विसिज कमेटी (रेलवे बोर्ड) के अध्यक्ष श्री रमेशचंद्र रतन ने आज चंडीगढ रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया। इस अवसर पर पत्रकारों को संबोधित करते हुये श्री गुप्ता ने कहा कि चंडीगढ रेलवे स्टेशन को एक विश्व स्तरीय रेलवे स्टेशन के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव हैं। पहले यह कार्य रेलवे स्टेशन डवैलमेंट एथोरिटी द्वारा किया जा रहा था परंतु अब इसे रेल भूमि विकास प्राधिकरण को स्थानांतरित कर दिया गया है, जिससे कार्य में तेजी आयेगी।
श्री गुप्ता ने कहा कि लगभग 2 वर्ष पूर्व भारतीय रेलवे की स्टेंडिंग कमेटी की बैठक में उन्होंने अपना पक्ष रखते हुये कहा था कि चंडीगढ रेलवे स्टेशन पर जो सुविधायें चंडीगढ की तरफ दी जा रही है, वहीं सुविधायें पंचकूला की ओर भी दी जानी चाहिये ताकि पंचकूला के यात्रियों को इसका लाभ मिल सके। इसके अलावा उन्होंने 2020 में तात्कालीन केंद्रीय रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल से भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से इस संबंध में बात की थी, जिसके बाद रेल मंत्रालय की टीम ने इस रेलवे स्टेशन का दौरा किया था।
श्री गुप्ता ने कहा कि उन्हें खुशी है कि भोपाल में जिस तरह का विश्व स्तरीय रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया गया है। चंडीगढ में भी उसी स्तर का रेलवे स्टेशन विकसित करने का प्रस्ताव तैयार किया गया हैं, जिसमें पंचकूला की तरफ भी उसी तरह के प्रवेश द्वार का प्रावधान किया गया है जैसा चंडीगढ का है। श्री गुप्ता ने कहा उन्हें आश्वस्त किया गया है कि पंचकूला की तरफ भी उतना ही विकास किया जायेगा, जितना की चंडीगढ की ओर किया जायेगा। श्री गुप्ता ने कहा कि पंचकूला की तरफ रेलवे के पास लगभग 400 एकड भूमि उपलब्ध है इसलिये यहां पर विस्तार की संभावनायें ज्यादा है। उन्होंने कहा कि चंडीगढ रेलवे स्टेशन पर चंडीगढ और पंचकूला दोनों के यात्री आते हैं इसलिये इस स्टेशन का नाम पंचकूला-चंडीगढ रेलवे स्टेशन रखा जाना चाहिये।
उन्होंने कहा कि उन्होंने मांग की है कि चंडीगढ की तर्ज पर पंचकूला की ओर रेलवे स्टेशन पर भी 24 घंटे टिकट काउंटर की सुविधा मिलनी चाहिये। पंचकूलावासियों को रेलवे स्टेशन तक आने-जाने के लिये बस सुविधा शुरू की गई हैं। फिलहाल शताब्दी रेल के समयानुसार सुबह और सायं बस सेवा आरंभ की गई है लेकिन यात्रियों की मांग को देखते हुये, और अधिक बसों की व्यवस्था की जायेगी। उन्होंने कहा कि लगभग 50 साल बाद पंचकूला में रोडवेज का डिपो बना है और पंचकूला में बसों के बेड़े में बसों की संख्या 200 तक पंहुच गई हैं। इसके अलावा पंचकूला में 20 पिंक बसे आई है, जोकि विभिन्न सेक्टरों में चलाई जा रही है।
इस अवसर पर अतिरिक्त निदेशक रेलवे श्री कर्ण सिंह, रेल मंत्रालय की पेसंर्जस सर्विसिज कमेटी (रेलवे बोर्ड) के सदस्य श्री गुरविंद्र सेठी व बीजेपी महामंत्री व कमेटी के सदस्य रामवीर भट्टी, नगर निगम के महापौर श्री कुलभूषण गोयल, बीजेपी के जिलाध्यक्ष श्री अजय शर्मा, महामंत्री श्रीमती परमजीत कौर, पार्षद श्री हरेंद्र मलिक, श्री जय कोशिक, श्री नरेंद्र लुबाना, श्री राकेश वाल्मिीकी, श्री सुरेश वर्मा सहित जिला मीडिया प्रभारी श्री नवीन गर्ग उपस्थित थे।