हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद् की राज्य स्तरीय परियोजना बाल सलाह परामर्श कल्याण केन्द्रों की स्थापना के अंतर्गत सेमीनार का किया अयोजन
पंचकूला, 20 दिसंबर- हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद् की राज्य स्तरीय परियोजना बाल सलाह परामर्श कल्याण केन्द्रों की स्थापना के अंतर्गत पिंजौर के एच.एम.टी. टाउनशिप स्थित सेंट विवेकानंद मिलेनियम स्कूल में अध्यनरत किशोरावस्था के विद्यार्थियों के लिए‘ बाल दुरव्यवहार और संरक्षरणः मनोवैज्ञानिक प्रेरक तकनीकों के माध्यम से केस स्टडीज पर चर्चा’ विषय पर सेमीनार का आयोजन किया गया।
इस सेमीनार का आयोजन पंचकूला जिला के 5वें तथा राज्य के 146वें मनोवैज्ञानिक परामर्श केंद्र के स्थापना अवसर पर किया गया था।
इस अवसर पर मण्डलीय बाल कल्याण अधिकारी, रोहतक एवं राज्य नोडल अधिकारी अनिल मलिक ने मुख्या वक्ता के तौर पर संबोधित करते हुये कहा कि मनोवैज्ञाानिक प्ररेणादायक वातावरण स्थापित करके बाल किशोर मन को समझाते हुये उनकी समस्याओं का समय रहते मनोवैज्ञानिक तरीके से निदान किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि दूसरों को धैर्यपूर्वक सुनना और कही गई बात को सही से समझने से समस्या का समाधान सही ढंग से हो सकता है। यूं तो बाल सुरक्षा संरक्षण प्ररेणा प्रोत्साहन की नैतिक और सामाजिक जिम्मेदारी हर व्यक्ति विशेष की है फिर भी किशोर युवाओं को खुद को शारीरिक-उचयमानसिक-उचयभावनात्मक स्वास्थ्य प्रदान करके मनोवैज्ञानिक रुप से सशक्त बनाते हुये भविष्य निर्माण कार्य योजनायंे बेहतर तौर-तरीकों से तैयार करनी होगी। उन्होंने कहा कि बच्चों का यौन शोषण छिपी हुई समस्या है। मामला दर्ज करवाने के लिए, उन्हे प्रोत्साहित करना चाहिये।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये स्कूल के प्रिंसीपल पीयूष पूंज ने कहा कि सकारात्मक चर्चा निरंतर संवाद के अवसर बच्चों की विभिन्न समस्याओं की जानकारी एकत्रित करने में सहायक हो सकती है।
कार्यक्रम के दौरान विशेष उपस्थिति जिला बाल कल्याण अधिकारी भगत सिंह, कार्यक्रम अधिकारी मंजू चैधरी व कार्डिनेटर शोभा की रही।