सरसो खेत दिवस का आयोजन
पंचकूला 13 जनवरी – कृषि विज्ञान केन्द्र, पंचकुला के तत्वाधान मे जिला के गांव शाहपुर मे सरसो खेत दिवस का आयोजन किया गया। इस आयोजन मे गांव के प्रगतिशील किसानो ने भाग लिया।
केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ.आर.एस.चैहान ने इस अवसर पर किसानो को संबोधित करते हुए कहा कि यदि किसान कृषि विश्वविधालय हिसार द्वारा विकसित तकनीको का प्रयोग करेंगे तो निश्चित तौर पर फसलों का उत्पादन बढेगा। कम लागत से वे अपनी फसलो से अधिक आय प्राप्त कर सकते है।
उन्होने बताया कि इस प्रकार के आयोजनो के माध्यम से किसानो को विश्व विधालय द्वारा विकसित प्रौद्योगिकी उनके खेत पर ही दिखाई जाती है। अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन व खेत पर दिखाए गए प्रदर्शन गांव के अन्य किसानो को दिखाए जाते हैं ताकि वे सम्बन्धित तकनीकी को परम्परागत तकनीक के मुकाबले स्वयं अवलोकन कर सके तथा भविष्य मे उसका प्रयोग अपने खेतो मे कर सकें।
इस मौके पर सरसों मे लगने वाली विभिन्न बिमारियों जैसे अल्टरनेरिया ब्लाइट, सफेद रतुआ न तना गलन के लक्षणो के बारे किसानो को जानकारी दी। वैज्ञानिको ने किसानो को सलाह दी कि वे सरसो मे मैन्कोजैन की 600 ग्राम मात्रा का प्रति एकड छिडकाव करे। साथ ही साथ फरवरी माह तेला व चेपा कीट का प्रकोप भी होता है । इन कीटो की रोकथाम के लिए कॉन्फीडार की 40 मि.ली. या एक वारा की 40 ग्राम या मैलाथियान नामक दवा की 250-400 मि.ली. दवा का प्रति एकड छिडकाव करे।