रायपुर रानी में आयोजित मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान मेले में लोगों ने दिखाया भरपूर उत्साह
रायपुर रानी के बीडीपीओ कार्यालय में आयोजित मेले में लगभग 250 पात्र परिवार हुए लाभान्वित-उपायुक्त महावीर कौशिक
– लाभार्थियों को विभिन्न विभागों के माध्यम से उनकी पात्रता, योग्यता, तजुर्बे तथा जानकारी के अनुसार सरकार की योजनाओं का दिया जा रहा है लाभ-उपायुक्त
पंचकूला, 13 दिसंबर- मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के अंतर्गत आज रायपुर रानी में स्थित बीडीपीओ कार्यालय परिसर में मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान मेले का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 250 पात्र परिवारों को उनकी पात्रता के अनुसार सरकार की योजनाओं की जानकारी प्रदान की गई।
मेले में आए लोगों ने मेले में काफी रूचि दिखाई तथा बड़े उत्साह से मेले में लगाई गई विभिन्न विभागों की स्टालों पर जाकर अपनी पात्रता के अनुसार दिये जाने वाले लाभों के बारे में जानकारी प्राप्त की।
पंचकूला के उपायुक्त श्री महावीर कौशिक ने मेले में 18 विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों का निरीक्षण किया और वहां विभिन्न विभागों के माध्यम से प्रदान की जा रही योजनाओं के लाभ की जानकारी हासिल की। उपायुक्त ने मौके पर उपस्थित पात्र व्यक्तियों से बातचीत की तथा उन्हें प्रदान की जा रही योजनाओं से संबंधित काउंसलिंग व योजनाओं के आवेदन करने की प्रक्रिया की जानकारी प्राप्त की।
मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान मेले में उपस्थित लोगों ने उपायुक्त को अपनी-अपनी पात्रता की जानकारी दी। उन्होंने उपायुक्त को बताया कि मेले के माध्यम से उनकी आय में वृद्धि करने तथा स्वरोजगार स्थापित करने के लिए विभिन्न विभागों द्वारा स्टालें लगाई गई हैं, जहां उपस्थित प्रतिनिधियों द्वारा उन्हें उनकी पात्रता के अनुसार योजनाओं का लाभ देने के लिए सलाह दी जा रही है।
उपायुक्त महावीर कौशिक ने बताया कि 30 नवंबर से अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत मेलों का आयोजन किया जा रहा है। अब तक इस प्रकार के 5 मेले लगाए जा चुके हैं और इसी कड़ी में आज रायपुररानी में छठा मेला आयोजित किया गया है। उन्होंने बताया कि मेले में आए लाभार्थियों को सहायता प्रदान करने के लिए 6 काउंसलिंग डैस्क स्थापित किए गए हैं। इसके अलावा 18 विभागों के काउंटर लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि अंत्योदय परिवार उत्थान मेले का उद्देश्य 1 लाख रूपए से कम सालाना आय वाले परिवारों को चिन्हित करके उनकी पात्रता तथा योग्यता के आधार पर विभिन्न विभागों की योजनाओं के तहत उन्हें प्रशिक्षण व ऋण उपलब्ध करवा कर स्वरोजगार के अवसर प्रदान करना तथा उनकी सालाना आय 1 लाख 80 हजार रूपए तक करना है।
इस अवसर पर एसडीएम कालका ममता शर्मा तथा जिला योजना अधिकारी देवेन्द्र सांगवान और अन्य विभागों के अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित थे।