मेडिकल प्रैक्टिशनर ग्रामीणों को कोरोना टेस्टिंग व इलाज के लिए करें प्रेरित : उप सिविल सर्जन डा. बुधराम
-कोरोना की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग की ग्रामीण मेडिकल प्रैक्टिशनर के साथ बैठक आयोजित
उप सिविल सर्जन डा. बुधराम ने कहा कि कोरोना संक्रमण का पुन: फैलाव सभी के लिए चिंता का विषय है। ग्रामीणों को कोरोना बीमारी की गंभीरता को समझते हुए कोविड टेस्टिंग व इसके उपचार कार्यों में प्रशासन का सहयोग करना होगा। इस कार्य में मेडिकल प्रैक्टिशनर एक अहम रोल अदा कर सकते हैं। लक्षण वाले मरीजों के उपचार व बीमारी से बचाव के उपायों के प्रति ग्रामीणों को जागरूक करने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाएंं। आमजन को लक्षण दिखाई देने पर टेस्टिंग के लिए प्रेरित करें तथा जिन व्यक्तियों ने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाई है, उन्हें वैक्सीनेशन के लिए भी करें।
उप सिविल सर्जन डा. बुधराम शनिवार को स्थानीय पंचायत भवन में कोरोना की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर आयोजित ग्रामीण मेडिकल प्रैक्टिशनर की बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान मेडिकल प्रैक्टिशनर को कोविड के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के लक्षणों की पहचान व उनके उपचार बारे जानकारी दी और प्रेक्टिशनर्स द्वारा कोरोना को लेकर पूछे गए सवालों के संतोषजनक जवाब देकर उनकी शंकाओं को दूर किया गया।
उन्होंने कहा कि इस महामारी को हम सभी को मिलकर हराना है और इसके लिए सभी को एकजुट होना होगा। मेडिकल प्रैक्टिशनर गांव में लक्षण वाले व्यक्ति का समय पर उपचार करके तथा संक्रमण बचाव के लिए ग्रामीणों को जागरूक करके महामारी की रोकथाम में सहयोगी बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि यदि कोरोना के लक्षण दिखते ही गांव में ही समय पर कोरोना का इलाज कर लिया जाए तो संक्रमित को अस्पताल में आने की जरूरत नहीं पड़ेगी और संक्रमण के फैलने पर भी रोक लगेगी।
उन्होंने कहा कि मेडिकल प्रैक्टिशनर का गांवों में अच्छा प्रभाव होता है और उन द्वारा दी गई सलाह को लोग मानते भी हैं। इसलिए मेडिकल प्रैक्टिशनर लोगों को समझाएं कि कोरोना बीमारी की गंभीरता को समझाते हुए उन्हें टेस्ट करवाने तथा इलाज करवाने के लिए प्रेरित करें। इसके साथ ही मास्क व अन्य बचाव उपायों बारे भी लोगों को जागरूक करें। इसके अलावा वैक्सीनेशन के लिए भी प्रेरित करें। इस अवसर पर फिजिशियन डा. जी.के अग्रवाल ने उपस्थित मेडिकल प्रैक्टिशनर को लक्षण से कोरोना संक्रमितों की पहचान तथा उपचार के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने इन दिनों में ग्रामीण क्षेत्रों में मेडिकल प्रैक्टिशनर के पास आ रहे रोगियों के बारे में भी जानकारी ली।