मुख्य सचिव आलोक निगम ने कहा कि जिला के प्राईवेट अस्पतालों में 30 प्रतिशत बैड कोरोना पाॅजिटीव मरीजों के लिये आरक्षित किये जायेंगे।
पंचकूला, 19 अप्रैल- लोक निर्माण (भवन एवं सड़के) विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आलोक निगम ने कहा कि जिला के प्राईवेट अस्पतालों में 30 प्रतिशत बैड कोरोना पाॅजिटीव मरीजों के लिये आरक्षित किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि जिलाधीश एवं सिविल सर्जन द्वारा रेफर किये गये मरीजों को इन अस्पतालों में बैड की सुविधा प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध करवाई जायेगी।
श्री निगम आज लघु सचिवालय के सभागार में जिला में कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिये किये जा रहे उपायों की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उनके साथ विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता भी उपस्थित थे। कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार द्वारा एक नीति बनाई गई हैं, जिसके तहत हर जिले में एक एक उच्च आईएएस अधिकारी प्रतिदिन कोरोना के प्रसार को रोकने के लिये किये जा रहे कार्यों की समीक्षा करेंगे। इसी कड़ी में आज इस बैठक का आयोजन किया गया हैं।
श्री निगम ने कहा कि इस बार का वायरस पिछले वर्ष की अपेक्षा अधिक सक्रिय है और सभी को इससे सचेत रहने की आवश्यकता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जहां-जहां कोरोना टेस्टिंग के प्रबंध किये गये है वहां लोगों का कोविड टीकाकरण भी किया जाये। उन्होंने पुलिस, शहरी स्थानीय निकाय और पंचायतीराज विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे सरकार द्वारा समय समय पर लोगों के एकत्रित होने पर लगाई गई पांबदी को सख्ती से लागू करें। उन्होंने अतिरिक्त उपायुक्त और एसडीएम को भी निर्देश दिये कि वे लोगों जागरूक करें कि प्रशासन द्वारा ये पाबंदियां लोगों के हित में लगाई गई है और इनकी उल्लंघना करने पर चालान भी किया जा सकता है।
श्री निगम ने बताया कि आज ही स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है कि अब से जो भी व्यक्ति बीमारी के लक्षण के साथ किसी भी प्राईवेट डाॅक्टर के पास जाता है तो सबसे पहले डाॅक्टर द्वारा मरीज का कोराना टेस्ट करवाया जायेगा। इसके उपरांत ही मरीज का इलाज किया जायेगा। उन्होंने कहा कि मैडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च विभाग द्वारा पंचकूला को 100 नर्ससिंग स्टूडेंट उपलब्ध करवाये जायेंगे, जिनकी ड्यूटी सिविल सर्जन द्वारा रोस्टर के आधार पर लगाई जायेगी।
श्री निगम ने अतिरिक्त उपायुक्त व एसडीएम कालका को निर्देश दिये कि वे ऐसी धर्मशाला, गेस्ट हाउस, होटल आदि की लिस्ट मुहैया करवाये, जहां स्वास्थ्य कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित होने के साथ साथ कोविड सक्रिय ऐेसे मरीज जो घर में आईसोलेट नहीं होना चाहते, उनको इन कोविड केयर सेंटर में क्वारटाईन किया जा सके।
बैठक में बताया गया कि पंचकूला में 80 माइक्रो कंटेनमेंट जोन स्थापित किये गये है जहां पर पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा नाका बंदी की गई है तथा पुलिस द्वारा उस क्षेत्र की निगरानी की जा रही है। इसके अलावा बायोमैडिकल वेस्ट के उठान का कार्य नगर निगम पंचकूला द्वारा किया जा रहा है।
इस अवसर पर उपायुक्त मुकुल कुमार, डीएमईआर के निदेशक डाॅ. शालीन, पुलिस उपायुक्त मोहित हांडा, अतिरिक्त उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा, एसडीएम पंचकूला रिचा राठी, कालका राकेश संधु, नगर निगम आयुक्त आर के सिंह, नगर निगम के संयुक्त आयुक्त संयम गर्ग, नगराधीश सिमरनजीत कौर, ईओ एचएसवीपी ममता शर्मा, सिविल सर्जन जसजीत कौर और अन्य विभागों के संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।