दिव्यांग समाज का अभिन्न अंग, स्नेह देकर बढाएं हौसला : उपायुक्त प्रदीप कुमार
लोहड़ी के उपलक्ष्य में दिव्यांग बच्चों के लिए बाल भवन में कार्यक्रम का आयोजन, उपायुक्त प्रदीप कुमार ने की शिरकत
मानसिक, दिव्यांग व जरूरतमंदों की सेवा करना ही सही मायनों में सच्ची मानवता है, समाज के हर व्यक्ति को दिव्यांग एवं जरूरतमंदों को हमेशा साथ देना चाहिए और उनका मनोबल बढ़ाना चाहिए, जिससे वह समाज की मुख्य धारा में अपनी कार्यक्षमता से और अधिक कार्य कर सके। उन्होंने कहा कि स्वयं के लिए सभी कार्य करते हैं लेकिन जब समाज के किसी दूसरे व्यक्ति के लिए कार्य किया जाता है उस व्यक्ति के चेहरे की खुशी आपको भी मिलती है।
यह बात उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बुधवार को बाल भवन में लोहड़ी पर्व पर मानसिक दिव्यांग बच्चों के लिए आयोजित कार्यक्रम में कही। कार्यक्रम का शुभारंभ उपायुक्त ने लोहड़ी की प्रतीक अलाव जलाकर किया। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम में उपायुक्त ने दिव्यांग बच्चों के साथ भाग लेकर उनका हौसला बढाया। इस अवसर पर जिला बाल कल्याण अधिकारी पूनम नागपाल, दलीप जैन सहित बच्चों के अभिभावक व अन्य व्यक्ति उपस्थित थे।
उपायुक्त ने कहा कि आज दिव्यांग प्रत्येक क्षेत्र में सामान्य व्यक्ति से कम नहीं हैं। खेल, शिक्षा इत्यादि क्षेत्रों में दिव्यांगों ने देश का नाम रोशन किया है। दिव्यांगजनों के साथ प्यार, प्रेम के साथ बातचीत व व्यवहार करे। उनके साथ सामान्य व्यक्ति की भांति व्यवहार करते हुए प्यार बांटें। उन्होंने कहा कि दिव्यांग होते हुए भी बहुत से व्यक्तियों ने समाज व देशहित में कार्य कर सफलता पाई है और देश-प्रदेश का नाम ऊंचा करने में अह्म योगदान दिया।
उन्होंने कहा कि दिव्यांग भी समाज का अभिन्न अंग हैं। समाज के लोगों को दिव्यांगों के साथ मित्रता का व्यवहार कर प्रोत्साहित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हर पर्व समाज को जोडऩे का काम करते हैं। दिव्यांग बच्चों को केवल स्नेह की आवश्यकता होती है, उनसे सहानुभूति रखें। दिव्यांग को समाज की मुख्यधारा के साथ जोडऩे के लिए हर व्यक्ति को अपना सहयोग करना चाहिए। जिला बाल कल्याण अधिकारी पूनम नागपाल ने बाल भवन में दिव्यांग बच्चों के लिए चलाई जा रही गतिविधियों व सुविधाओं के बारे में अवगत करवाया। उपायुक्त ने सभी दिव्यांग बच्चों को खिलौनें व एक्सरसाइट किट प्रदान की। लोहड़ी पर्व के उपलक्ष्य में सभी को मिठाई, मुंगफली व गजक भी बांटा गया।