गौ सेवा से मिलता है सबसे अधिक पुण्य, प्राचीन सभ्यता व ग्रंथों में गऊ पूजा का विशेष महत्व : बिजली मंत्री रणजीत सिंह
– धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल होने से सेवा भाव की मिलती है प्रेरणा : रणजीत सिंह
– बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने गांव जोधपुरिया की बाबा सोमनाथ गौशाला में आयोजित कार्यक्रम में की शिरकत, दो लाख रुपये देने की घोषणा की
बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि हरियाणा की एक तिहाई गौशाला सिरसा में हैं। इससे यह सिद्ध होता है कि सिरसा के लोगों में धर्म के प्रति कितनी श्रद्धा और विश्वास है। गौ सेवा से बड़ा कोई पुण्य का कार्य नहीं है, इसलिए व्यक्ति को अपने सामर्थ्य अनुसार गौशाला में सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि धार्मिक कार्यक्रम लोगों को जहां धर्म के प्रति आकर्षित करते हैं, वहीं समाज में अच्छा करने के लिए प्रेरित करते हैं। धार्मिक कार्यक्रमों में शिरकत करने से सेवा भाव बढता है।
बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने रविवार को गांव जोधपुरिया की बाबा सोमनाथ गौशाला में आयोजित श्रीमद् भगवद् कथा कार्यक्रम में की शिरकत की और पूजा अर्चना भी की। इस अवसर पर बिजली मंत्री ने गौशाला को अपने निजी कोष से दो लाख रुपये देने की भी घोषणा की। उल्लेखनीय है कि बिजली मंत्री पहले भी बाबा सोमनाथ गौशाला को पांच लाख रुपये गौशाला के विकास के लिए दे चुके हैं। इस अवसर पर गौशाला की ओर से विजय पाल कासनियां में बिजली मंत्री को स्मृति चिन्ह भी भेंट कर सम्मानित किया। बिजली मंत्री ने गौशाला के पंडाल में ग्रामीणों के साथ प्रसाद भी ग्रहण किया। इस अवसर पर गौशाला के प्रधान राजपाल कासनियां, नाथूराम, पूर्व सरपंच सुरेंद्र कुमार गोदारा, राजा राम लूणा, मंगतु राम शास्त्री, शंकर शर्मा सहित अन्य ग्रामीण मौजूद थे।
बिजली मंत्री ने कहा कि गौ सेवा से बढ़कर कोई सेवा नहीं है, इसलिए गऊमाता की सेवा व देखभाल करना हम सबका नैतिक दायित्व है। हमारी प्राचीन सभ्यता व ग्रंथों में भी गऊ पूजा व सेवा का विशेष महत्व बताया गया है। इसके अलावा स्वास्थ्य की दृष्टिï से भी गाय का दूध किसी औषधि से कम नहीं है और विभिन्न रोगों के उपचार में भी गोमूत्र का प्रयोग प्राचीन काल से किया जा रहा है। धार्मिक कार्यक्रम मनुष्य को सेवा भाव के लिए प्रेरित करते है, जिससे समाज में अच्छा करने की प्रेरणा मिलती है। गौशाला के प्रति मेरा व मेरे परिवार का हमेशा से ही श्रद्धा भाव रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा गौशालाओं को स्वावलंबी व आत्मनिर्भर बनाने के लिए अनेकों योजनाएं क्रियान्वित की गई हैं जिनके सराहनीय परिणाम सामने आ रहे हैं और दानी सज्जन भी गौसेवा के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं जो प्रशंसनीय हैं। प्रदेश सरकार गौशालाओं में सुधार के प्रति गंभीरता से कार्य कर रही है। प्रदेश सरकार तो अपने स्तर पर कार्य कर ही रही है, लेकिन लोगों को भी चाहिए कि वे गौशाला में अपने सामर्थ्य अनुसार आर्थिक सहयोग करें।