गांव-गांव में उठी नशा विरोधी आवाज, ग्रामीणों ने ली गांव को नशा मुक्त बनाने की शपथ

उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण के दिशा निर्देशन में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत शुक्रवार को जिला के गांवों में सरपंचों ने ग्रामीणों को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई। पंचायत सदस्यों व ग्रामीणों ने प्रशासन की इस मुहिम की सराहना करते हुए जिला को नशा मुक्त बनाने में हर संभव योगदान देने का आश्वासन दिया। सरपंचों ने कहा कि यह अभियान केवल मात्र सरकार या प्रशासन का नहीं है बल्कि युवा पीढ़ी के हित के लिए हम सबका सामूहिक अभियान है। अपने जिला और गांव को नशा मुक्त बनाने के लिए नशे के खिलाफ इस यज्ञ में हर आदमी अपनी संपूर्ण आहुति दे और यह संकल्प ले कि हम अपने गांव में नशे में लिप्त लोगों को इस दलदल से निकालेंगे। इसके साथ-साथ हमें यह भी संकल्प लेना होगा कि हमारे गांव में नशे की बिक्री न हो।
उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण के दिशा-निर्देशन में जिला में चल रहे नशा मुक्ति अभियान को ग्राम पंचायतों ने प्रशासन का सराहनीय कदम बताया है। सभी ग्राम पंचायतें नशा को खत्म करने की इस मुहिम में हर प्रकार से सहयोग देने के लिए तैयार हैं। नशा मुक्ति को लेकर प्रशासन की इस मुहिम के बारे में गांव रामगढ के सरपंच जोगेन्द्र सिंह ने बताया कि नशा को खत्म करने के लिए लोगों में जागरूकता बहुत जरूरी है और इस दिशा में प्रशासन की नशा मुक्ति मुहिम कारगर सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि गांव की तरफ से नशा मुक्त अभियान को पूरा सहयोग दिया जाएगा। ग्रामीण भी चाहते हैं कि गांव से नशा खत्म हो और इसके लिए ग्रामीण विशेषकर युवा गांव में नशा के प्रति जागरूक कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवा नशे से दूर होकर खेल व अन्य रचनात्मक कार्यों पर अपना ध्यान केंद्रित कर अपने परिवार, गांव, जिला व प्रदेश का नाम रोशन करें।
गांव मीरपुर के सरपंच जसवीर सिंह ने कहा कि प्रशासन का नशा मुक्त अभियान गांव से नशा को खत्म करने में अहम भूमिका निभाएगा। प्रशासन की ओर से गांव के नशा मुक्त होने पर अतिरिक्त विकास कार्यों के लिए धन राशि उपलब्ध करवाने जो पहल है, इससे नशा मुक्ति की मुहिम को और अधिक बल मिलेगा। प्रत्येक ग्रामीण चाहता है कि उसके गांव का युवा नशा से दूर हो और गांव का विकास हो। इस दौरान ग्रामीणों ने सां यकीय अधिकारी सुरेंद्र कुमार से कहा कि नशा मुक्त अभियान के तहत वे प्रशासन का पूरी तरह से सहयोग करेंगे।
गांव मोरीवाला के सरपंच सुरेंद्रपाल सिंह ने कहा कि नशे से धन, स्वास्थ्य, समाज प्रतिष्ठा की हानि तो होती है, इसके अलावा नशे करने वाले लोगों के घरों में क्लेश भी होता है। इसलिए नागरिक नशे जैसी बुराइयों को छोड़कर नशामुक्त जीवन यापन करें। उन्होंने कहा कि विशेषकर युवा पीढ़ी नशे जैसी बुराई से दूर रहें। अगर युवा बचेगा तो देश बचेगा, और युवा बढ़ेगा तो देश बढ़ेगा। इस अवसर पर तहसीदार चुनाव हनुमान दास सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
गांव खैरेकां के सरपंच निशांत ने कहा कि नशे से युवा शक्ति बर्बाद हो रही है, जिसका असर न केवल उसके परिवार पर बल्कि पूरे गांव व समाज पर पड़ रहा है। नशा को खत्म करने में ग्राम पंचायत की ओर से जो भी सहयोग होगा, दिया जाएगा। नशा को खत्म करने में सभी को अपना सहयोग करना होगा तभी जिला के नशा मुक्ति का सपना साकार होगा। जिला मत्स्य अधिकारी जगदीश चंद्र ने कहा कि नशे के खिलाफ इस मुहिम में अगर हर घर से एक व्यक्ति जुड़ेगा तो हम जरुर कामयाब होंगे।
गांव ढुकड़ा के सरपंच सीता राम ने कहा कि नशा एक सामाजिक बुराई है। नशा मानसिक व सामाजिक समस्या है और इसके इलाज के लिए व्यक्ति, परिवार, दोस्त, समाज और कानून को एक साथ मिलकर एक दिशा में काम करना पड़ेगा तभी हम इस नशा नामक बुराई को समाज से अलग कर सकते हैं। अपने देश को नशा मुक्त कर सकते हैं। यदि कोई परिवार नशे से बर्बाद होगा तो उसका प्रभाव समाज पर भी पड़ेगा। जब समाज ही नहीं रहेगा, तो देश भी बिखरता चला जाएगा। देश के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए लोगों को नशे के जाल से निकालना होगा। इसके लिए हमें लोगों को जागरूक करना होगा। यदि हम मिलकर प्रयास करें, तो निश्चित ही हम अपने समाज और देश को नशा मुक्त कर सकते हैं। इस अवसर पर जिला आयुष अधिकारी डा. गिरीश चौधरी ने कहा कि कोई भी अभियान सामूहिक योगदान के बिना अधूरा होता है। सामूहिक प्रयास से हम नशे की बीमारी को जड़मूल से खत्म कर सकते हैं। उन्होंने ग्रामीणों से आह्वïान किया कि गांव को नशा मुक्त बनाने के लिए नशे में लिप्त लोगों को नशा छोडऩे के लिए प्रेरित करें।
गांव बणी के सरपंच राम सिंह ने कहा कि युवाओं को युवा की तरह सोचना होगा कि जिस बुराई को वह खरीद रहे हैं कहीं उसका प्रभाव उनके स्वास्थ्य, परिवार व समाज पर तो नहीं पड़ रहा है। उन्होंने नशे के अवैध कारोबार पर पूर्ण रूप से पुलिस द्वारा अंकुश लगाए जाने में सहयोग की अपील भी ग्रामीणों से की। उन्होंने ग्रामीणों को अपने गांव के लोगों को नशा मुक्त करने की शपथ भी दिलवाई। इस मौके पर जिला बागवानी अधिकारी रघुबीर सिंह ने कहा कि नशा छुड़वाने के लिए ईलाज के साथ-साथ निरंतर संवाद भी बेहद जरुरी है। नशे के आदी युवाओं को उनके अभिभावक उनसे प्यार से संवाद करें और उनकी परेशानी समझते हुए सकारात्मक व्यवहार करें। इसके अलावा ऐसे युवाओं को इलाज के लिए नशा मुक्ति केंद्र लेकर आएं और उनके भविष्य को सही दिशा देने के लिए उनका सहयोग करें।