गर्मी के मौसम मे जिला के गांवों और शहरों में की गई है पीने के पानी और बिजली की प्रयाप्त व्यवस्था -उपायुक्त श्री महावीर कौशिक
-शहरी क्षेत्र में 106 एमएलडी प्रतिदिन की जा रही है पानी की सप्लाई
-बढते हुए तापमान से गेहूं की फसल के बचाव के लिए जारी की गई है एडवाईजरी-उपायुक्त
पंचकूला, 15 मार्च- हरियाणा के मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल ने आज चण्डीगढ़ से वीडियो काॅफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिला उपायुक्तों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता की और आगामी महीनों में गर्मी को देखते हुए शहर और गांवों मे प्रयाप्त पीने के पानी और बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने के संबंध में की जा रही तैयारियों की समीक्षा की।
उपायुक्त श्री महावीर कौशिक ने लघु सचिवालय के सभागार मे वीडिया काॅफ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्य सचिव को अवगत करवाया कि पंचकूला जिला में पीने के पानी और बिजली की कोई समस्या नहीं है।
उन्होंने बताया कि जिला में टयूबवैल आधारित जल की आपूर्ति की जाती है। शहरों में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण और ग्रामीण क्षेत्रों में जन स्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग द्वारा प्रयाप्त मात्रा में लोगों को स्वच्छ पीने के पानी की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्र में कजौली वाटर वर्कस और कौशल्या डैम से 106 एमएलडी प्रतिदिन पानी की सप्लाई की जाती है जिसमें से 44 एमएलडी कजौली वाटर वर्कस से, लगभग 35 एमएलडी कौशल्या डैम से और 27 एमएलडी पानी की सप्लाई टयूबवैल से की जाती है। उन्होंने बताया कि अधिक गर्मी के दौरान कौशल्या डैम से की जाने वाली जल आपूर्ति मे कुछ कमी आ सकती है जिसे टयूबवैल की प्रतिदिन 2 घंटे की अतिरिक्त सप्लाई बढा कर पूरा कर लिया जाएगा। वर्तमान में एमडीसी क्षेत्र में 16 ट्यूबवैल हैं जिसमें से 4 ट्यूबवैलों के माध्यम से प्रयाप्त जलापूर्ति की जा रही है।
श्री महावीर कौशिक ने बताया कि जन स्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग द्वारा गांव में स्वच्छ पीने का पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है। मोरनी पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण वहां घग्गर नदी के जल को उपचारित करने उपरांत वाटरलिफ्टिंग के माध्यम से उपलब्ध करवाया जाता है। उन्होंने कहा कि गर्मियों मे घग्गर मे पानी का स्तर कम होने की स्थिति में टैंकरों के माध्यम से मोरनी क्षेत्र में पानी की आपूर्ति की जाती है।
उन्होंने बताया कि गांवों में पशुओं के पीने के पानी की व्यवस्था के लिए जोहड़ों और तालाबों का सर्वे करवाया जा रहा है और जिन-जिन तालाबो मे पानी की कमी पाई जाएगी उन्हें भरवाया जाएगा। उन्होंने वन एवं वन्य जीव विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि गर्मी के मौसम में जंगलों में फैलने वाली आग को रोकने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए जाएं। इसके अलावा जंगली जानवरों के पीने के पानी के लिए बनाए गए तालाबों में प्रयाप्त जलापूर्ति सुनिश्चित की जाए।
उपायुक्त ने बताया कि बढते हुए तापमान से गेहूं की फसल के बचाव के लिए एडवाईजरी जारी की गई है। दिन का तापमान 30-32 डिग्री से व रात का तापमान 15 डिग्री से नीचे रहता है तब तक किसानों को घबराने की जरूरत नहीं है।
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा पानी के दुरूपयोग को रोकने के लिए चलाया जाएगा विशेष अभियान
बैठक में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के कार्यकारी अभियंता श्री एनके पायल ने बताया कि प्राधिकरण द्वारा पीने के पानी के दुरूपयोग रोकने के लिए अप्रैल माह में एक विशेष अभियान चलाया जाएगा जिसके तहत जलापूर्ति समय के दौरान यदि कोई भी व्यक्ति घर पर वाहन धोता हुआ पाया जाएगा तो उसका 5000 रूपए का चालान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पहली और दूसरी बार पकड़े जाने पर 5000-5000 रूपए का जुर्माना लगाया जाएगा और तीसरी बार पानी का दुरूपयोग करते पाये जाने पर संबंधित का पानी का कनैक्शन काट दिया जाएगा।
ये रहे बैठक में उपस्थित
एसडीएम पंचकूला ममता शर्मा, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी राजन सिंगला, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उप निदेशक डाॅ. सुरेन्द्र यादव, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के कार्यकारी अभियंता एनके पायल, जन स्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग के एसडीओ धर्मेंन्द्र, आपदा प्रबंधन विभाग के परियोजना अधिकारी सौरव धीमान सहित अन्य संबंधित अधिकारी व कर्मचारी।