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उपायुक्त ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत जिला स्तरीय निगरानी समिति की आयोजित बैठक की करी अध्यक्षता

-गैर ऋणी किसान काॅमन सर्विस सैन्टर के माध्यम से 31 जुलाई तक अपनी फसलों का करवा सकते हैं बीमा
-डाॅ. सोनी ने फसल बीमा योजना की गाईडलाईन अनुसार अधिक से अधिक किसानों को लाभ देने के लिए बैनर लगाकर जागरूक करने के दिये निर्देश

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पंचकूला, 27 जुलाई –   उपायुक्त डाॅ. प्रियंका सोनी ने आज जिला सचिवालय के सभागार में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत जिला स्तरीय निगरानी समिति की आयोजित बैठक की अध्यक्षता की।


इस अवसर पर कृषि एंव किसान कल्याण विभाग के उप निदेशक डा. सुरेन्द्र सिंह यादव तथा जिला राजस्व अधिकारी श्री कुलदीप सिंह भी उपस्थित थे।
बैठक में उपायुक्त को अवगत करवाया गया कि खरीफ 2022 में धान की फसल में आई बीमारी के कारण औसत पैदावार में जो कमी आई उस आधार पर इस स्कीम के तहत 1177 किसानों को 219.68 लाख रुपये तथा स्थानीय आपदाओं के अन्तर्गत 1 किसान को 27 हजार रुपये का मुआवजा भुगतान किया गया है। इसी प्रकार रबी 2022-23 में कुल 2841 किसान बीमित रहे व 62 किसानों का स्थानीय आपदाओं के अन्तर्गत आवेदन प्राप्त हुआ, जिसमें 57 किसानों का भुगतान बीमा कम्पनी द्वारा किया जाना है।


  डाॅ. प्रियंका सोनी ने 1 किसान, जिसका ब्यौरा आई0सी0आई0 बैंक, बरवाला द्वारा गलत दर्ज किया गया है, इस लम्बित क्लेम को 15 दिन के अन्दर-अन्दर भुगतान करने के निर्देश दिये।


  उन्होने एग्रीकल्चर इन्सोरेंस कम्पनी के प्रतिनिधि को आदेश दिए कि फसल बीमा योजना की गाईडलाईन अनुसार अधिक से अधिक किसानों को इस स्कीम का लाभ देने के लिए बैकों में, मंडियों में तथा कृषि विभाग के कार्यालयों में बैनर लगाकर जागरूक करें। बीमा कम्पनी के प्रतिनिधी कृषि विभाग के सभी खण्ड में अपना कार्यालय खोलें ताकि किसानों को इस स्कीम के लाभ बताये जा सकें तथा किसानों की स्कीम से सम्बन्धित समस्याओं का निपटान किया जा सकें। उन्होंने कहा कि बीमा कम्पनी किसानों को स्कीम के लाभ बताते हुए काॅमन सर्विस सैन्टर में जाकर विशेष कार्यक्रम करते हुए अधिक से अधिक गैर ऋणी किसानों को पंजीकृत करवाए।


  उपायुक्त ने बैक प्रतिनिधियांे को भी निर्देश दिए गए कि सभी बंैक शाखा इस स्कीम की विशेषताएं बताते हुए बैनर लगाए, सभी बैक सभी ऋणी किसानों के फसल का नाम, गांव का नाम, फसल का क्षेत्रफल, जमाबन्दी तथा भूमि का रिकार्ड की सूचना ध्यानपूर्वक पोर्टल पर अपलोड करें। उन्होंने सभी बैकों को इन सभी कार्य के लिये अभी से ही अभ्यास करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ऋणी व गैर ऋणी किसानों के मामले में किसी प्रकार की गलती पाई जाती है तो उसके लिए सम्बन्धित बैक व काॅमन सर्विस सैन्टर स्वयं जिम्मेदार होगें। उन्होंने जिला अग्रणी बैक अधिकारी को इन सभी कार्यो के लिये जिले के सभी बैकों की शाखा मनैजर के साथ बैठक करने के निर्देश दिये।


  डाॅ. सोनी ने बीमा कम्पनी के प्रतिनिधि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की नोटिफिकेशन व दिशा निर्देश की अनुपालना करने व किसानों के बीमित क्षेत्रफल की समय सीमा अनुसार जांच करने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि किसान स्थानीय आपदाओं/फसल कटाई प्रयोग/फसल कटाई के बाद में हुए नुकसान के सर्वे उपरान्त 6 दिन के अन्दर-अन्दर अपनी आपत्ति दर्ज करवा सकते हंै। इसी तरह बीमा कम्पनी भी इस बारे में 4 दिन के अन्दर-अन्दर अपनी आपत्ति दर्ज करवा सकता है। उन्होनें बताया कि फसलों को जोखिम मुक्त बनाने के लिए फसलों का बीमा करवाना जरूरी है। किसानों की भलाई के लिये ही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना शुरू की गई है।


  कृषि एंव किसान कल्याण विभाग के उप निदेशक डा. सुरेन्द्र सिंह यादव ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से किसानों की फसलों को विभिन्न आपदाओं से सुरक्षा देकर किसानों को आर्थिक आजादी दी जा रही है। सरकार ने किसानों को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लिया है और अधिक से अधिक किसान इस योजना से जुड़कर अपनी फसलों को बीमा रूपी सुरक्षा कवच पहनाऐं। उन्होने बताया कि खरीफ सीजन में धान, बाजरा, मक्का व कपास की फसलें अधिसूचित की गई है। ऋणी किसान बैकों में अपनी फसलों का सही ब्यौरा देकर अपनी फसलों का बीमा करवा सकते हैं व गैर ऋणी किसान काॅमन सर्विस सैन्टर के माध्यम से 31 जुलाई तक अपनी फसलों का बीमा करवा सकते हैं।


इस अवसर पर कृषि विभाग के जिला सहायक सांख्यिकी अधिकारी श्री उपेन्द्र सहरावत ने बताया कि किसानों को धान फसल के लिए 779.99 रुपये प्रति एकड़, बाजरा फसल के लिए 376 रुपये प्रति एकड़, मक्का फसल के लिए 399.99 रुपये प्रति एकड़ तथा कपास की फसल के लिए 1995 रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से प्रीमियम देना होगा। जो ऋणी किसान इस स्कीम का लाभ नही लेना चाहते, वे इस स्कीम से आॅप्टआउट करने का आवेदन अपने बैक में जाकर कर दंे सकते हैं।


इस मौके पर श्री सुरेन्द्र कुमार, जिला अग्रणी प्रबन्धक, पंजाब नैशनल बैंक, श्री नवीन दहिया, सांख्यिकी सहायक, श्रीमति मेघा, सांख्यिकी सहायक, श्री जसवीर सिंह, परियोजना अधिकारी, श्री मुकेश शर्मा ए0बी0एम0 आई0सी0आई0 बैंक, पंचकूला व एग्रीकल्चर इन्सोरेंस कम्पनी के प्रतिनिधि श्री कपील मौजूद रहे।

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