उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा विभिन्न योजनाओं की प्रगति और क्रियान्वयन का जायजा लेने के लिए बैठक की करी अध्यक्षता
कम लिंगानुपात वाले आंगनबाड़ी केन्द्रों में गाँव स्तरीय बैठक की जाए आयोजित-उपायुक्त
पंचकूला, 8 जून- उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा विभिन्न योजनाओं की प्रगति और क्रियान्वयन का जायजा लेने के लिए आज जिला सचिवालय के सभागार में आयोजित एक बैठक की अध्यक्षता की।
उपायुक्त ने निर्देश दिये कि कम लिंगानुपात वाले आंगनबाड़ी केन्द्रों में गाँव स्तरीय बैठक आयोजित की जाए तथा रिपोर्ट तैयार करके उचित कार्यवाही की जाए। उपायुक्त ने निर्देश दिए कि वन स्टाॅप सेंटरों का शेष कार्य शीघ्र अति शीघ्र पूरा करवाया जाये ताकि वन स्टॉप सेंटर की इमारत का उद्घाटन करवाकर वन स्टॉप सेंटर को सेक्टर 16 में शिफ्ट किया जाये तांकि पीड़ित महिलायों को सभी सुविधाएँ प्रदान की जा सकें।
इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी ने विभाग द्वारा चलाई जा रही स्कीमों के बारे में बताया जिसमें उन्होंने बेटी बचायो बेटी पढ़ायो स्कीम के बारे विस्तार में बताते 534 आंगनवाड़ी केन्द्रों की वर्ष 2022-23 का गाँव वाइज सेक्स रेश्यो का डाटा प्रस्तुत किया गया।
जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा प्रधान मंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत प्रथम नव जात शिशु को मिलने वाली 5000 रूपये की आर्थिक साहयता दो किश्तों में प्रदान की जाएगी के विषय में जानकारी दी एवं प्रधान मंत्री मातृ वंदना योजना के नए दिशानिर्देशों के अंतर्गत 1 अप्रैल 2022 के बाद दूसरी संतान यदि बेटी है, तो उस पर मिलने वाले लाभ के रूप में रू 6 हजार रूपए की राशि एक किस्त में दी जाएगी। इसके साथ हे हरियाणा सरकार द्वारा दूसरा बच्चा यदि लड़का है तो उसको भी 5000 रूपये की राशी एक किश्त प्रदान की जाएगी जो कि नियम एवं सर्तों को पूरा करेंगे, जो की एस प्रकार से हैं यदि महिला 40 प्रतिशत से जायदा अपंग है, महिला एससी अथवा एसटी जाति से संबंधित है ,बीपीएल राशन कार्ड से संबंधित है, यदि महिला प्रधानमंत्री जन आयोग योजना अंतर्गत कार्डधारक है, यदि महिला के पास ही ई-श्रम कार्ड है, यदि महिला के पास मनरेगा का जॉब कार्ड है , यदि महिला अथवा उसका परिवार किसान सम्मान निधि के अंतर्गत रजिस्टर्ड है, यदि महिला की पारिवारिक आय 8 लाख से कम है,यदि महिला आंगनवाड़ी कर्मचारी/ हेल्पर/आशा कर्मचारी के तौर पर कार्यरत हैं तो वह भी इस लाभ को प्राप्त कर सकती हैं।
इस अवसर पर श्रीमती आरू वशिस्ठ द्वारा वन स्टॉप स्कीम के बारे में जानकारी दी गई। उन्होेंने बताया कि वन स्टॉप सेंटर में कानूनी सहायता, काउंसलिंग, चिकित्सा कि सुविधा तथा पांच दिन का अस्थाई आश्रय भी प्रदान किया जाता हैं। वर्ष 2019 से सेक्टर 16 में स्थाई तौर पर बन रही वन स्टॉप सेंटर की ईमारत के निर्माण कार्य बारे चर्चा की गई ,जिसका कार्य पूर्ण होने वाला है। इसके अतिरिक्त महिला एवं बच्चों के विशेष सहिता कक्ष में घरलू हिंसा अधिनियम 2005 बल विव्ह अधिनियम 2006 के अंतर्ग्रत सरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी सोनिया सब्बरवाल कार्यरत हैं जिनका कार्यालय महिला थाना पंचकुला में है। जिला बाल संरक्षण इकाई के अंतर्गत बच्चों को दी जाने वाली सेवाओं के विषय में विस्तारपूर्वक बताया गया। वर्तमान समय में पंचकुला में तीन बाल देख-रेख संस्थाओं में बच्चों को आवासीय सेवाएँ प्रदान की जा रही हैं।
बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी, श्रीमति आरू वशिष्ठ ,महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारीयों ,सुपरवाइजरों, आशा एवं अगान्वाडी वर्करों व् अन्य अधिकारीयों ने भाग लिया।