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मुंह खुर- गलघोटू टीकाकरण अभियान के तहत अबतक एक लाख नौ हजार से अधिक पशुओं का किया जा चुका है टीकाकरण

सिरसा, 12 नवंबर।

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पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा जिला में पशुओं में मुंह खुर गलघोटू बीमारी के बचाव के लिए 30वें चरण के तहत टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत जिला के अब तक एक लाख नौ हजार 498 योग्य पशुओं को विभाग की 60 टीमों द्वारा घरद्वार पर जाकर टीकाकरण किया जा चुका है। राजकीय पशुधन फार्म हिसार के मुख्य अधीक्षक डा. एलसी रंगा ने शुक्रवार को राजकीय वैटनरी पोलिक्लिनिक सिरसा का दौरान कर टीकाकरण अभियान की समीक्षा की।


राजकीय पशुधन फार्म हिसार के मुख्य अधीक्षक डा. एलसी रंगा ने बताया कि इस टीकाकरण अभियान के माध्यम से अब तक जिला सिरसा के 26 हजार 518 पशुपालक लाभान्वित हो चुके है। इसके अतिरिक्त जिला की सभी गौशालाओं व नंदीशालाओं के योग्य पशुओं को भी यह वैक्सीन लगाई जा रही है। उन्होंने पशु चिकित्सकों को निर्देश दिए कि सभी योग्य पशुओं को 12 अंकों का टैग लगाकर, मुंह खुर व गलघोटू का टीकाकरण करना सुनिश्चित करें तथा इसका डाटा ईनाफ पोर्टल पर इंद्राज करें।


डा. रंगा ने अपनी देखरेख में राजकीय वेटनरी पॉलीक्लीनिक सिरसा में आए हुए पशुओं का टीकाकरण करवाया। इसके अलावा उन्होंने विभागीय कार्यों की समीक्षा करते हुए सभी पशु चिकित्सकों को निर्देश दिए कि सभी विभागीय योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुंचाना सुनिश्चित करें तथा कर्मठता से जनसेवा का कार्य करें। उन्होंने गौशालाओं में नस्ल सुधार कार्यक्रम के तहत सैक्स सोर्टिड सीमन के उपयोग पर बल दिया ताकि ज्यादा से ज्यादा अच्छी नस्ल की बछडियां पैदा हों।

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सघन पशुधन विकास परियोजना सिरसा के उपनिदेशक डा. विद्यासागर बंसल ने बताया कि मुंह खुर एक छूत का रोग है, जिससे प्रभावित पशुओं द्वारा पैर का पटकना, पशुओं के खुर के आसपास सूजन, पशुओं द्वारा लंगड़ाना, पशु के घाव में खून आना, कीड़े पडऩा व मुंह व पैरों में छाले होना आदि तथा गलघोंटू में पशुओं को सांस लेने में कठिनाई, गर्दन में सोजिश व बुखार जैसे लक्षण होते हैं। यह टीका पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा निशुल्क लगाया जा रहा है। यह टीका चार माह से अधिक उम्र के सभी गाय / भैंस प्रजाति के पशुओं को लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि निर्माता कंपनी ने सात महीने से अधिक गाभिन पशुओं को यह टीका न लगाने बाबत हिदायत दी है। उन्होंने जिला के सभी पशुपालकों से अपील करते हुए कहा कि वे अपने-अपने पशुओं को ये वैक्सीन जरूर लगवाएं।