*MCC Fire and Rescue Committee reviews monsoon preparedness and Fire Safety initiatives*

डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने नूंह में जल अभिषेक यात्रा से पहले सीमावर्ती राज्यों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की

जल अभिषेक यात्रा आयोजित करने की अनुमति नहीं दी गई

नूंह में 28 अगस्त तक इंटरनेट सेवाएं बंद रहेंगी

किसी भी व्यक्ति को कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी- डीजीपी

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पंचकूला, 26 अगस्त – हरियाणा के जिला नूंह में, कुछ संगठनों द्वारा आगामी 28 अगस्त को जल अभिषेक यात्रा फिर से शुरू करने के आह्वान के मद्देनजर, हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर ने आज पुलिस मुख्यालय, पंचकूला में  वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सीमावर्ती राज्यों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की और   संभावित स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए समन्वित प्रयास की आवश्यकता पर बल दिया ।

           बैठक में पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया। श्री कपूर ने कहा की नूंह प्रशासन ने 3 से 7 सितंबर तक नूंह में आयोजित होने वाली जी20 शेरपा की बैठक और 31 जुलाई को हुई घटना के बाद कानून व्यवस्था बनाये रखने के  मद्देनजर यात्रा के आयोजकों को अनुमति देने से इनकार कर दिया है।

उन्होंने कहा कि भले ही जल अभिषेक यात्रा आयोजित करने की अनुमति नहीं दी गई है, लेकिन कुछ ऐसे इनपुट हैं कि कुछ संगठनों द्वारा हरियाणा और अन्य पड़ोसी राज्यों के लोगों को 28 अगस्त को नूंह पहुंचने के लिए आमंत्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि इस आह्वान के मद्देनजर हरियाणा पुलिस द्वारा सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं। प्रस्तावित जल अभिषेक यात्रा को देखते हुए कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है। उन्होंने बताया  कि एहतियात के तौर पर नूंह में 26 अगस्त दोपहर 12 बजे से 28 अगस्त रात 11:59 बजे तक इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं।

           स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए खुफिया जानकारी साझा करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए श्री कपूर ने सीमावर्ती राज्यों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से सोशल मीडिया प्लेटफार्मों की नियमित निगरानी सुनिश्चित करने,  नफरत भरे भाषणों के माध्यम से शांति को बाधित करने की कोशिश करने वाले लोगों के बारे में जानकारी साझा करने तथा उनके विरुद्ध कानून के अनुसार कार्रवाई के लिए कहा है। इसके अलावा, उन्होंने लोगों की किसी भी तरह की भीड़ को रोकने के लिए अंतरराज्यीय सीमाओं पर  बैरिकेडिंग किए जाने पर बल दिया और कहा कि किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी।

           डीजीपी ने बताया कि एडीजीपी कानून एवं व्यवस्था श्रीमती ममता सिंह नोडल अधिकारी होंगी और वह नूंह में तैनात रहेंगी। उन्होंने सीमावर्ती राज्यों के पुलिस अधिकारियों से कहा कि यदि कोई भी ऐसी घटना उनके संज्ञान में आती है जिससे सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ सकता है, तो वे इसे तुरंत साझा करें ताकि समय पर आवश्यक कार्रवाई की जा सके।

बैठक में एडीजीपी सीआईडी श्री आलोक मित्तल, एडीजीपी कानून एवं व्यवस्था श्रीमती ममता सिंह और आईजीपी कानून एवं व्यवस्था श्री संजय कुमार उपस्थित थे जबकि विशेष पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था पंजाब श्री अर्पित शुक्ला, एडीजीपी कानून एवं व्यवस्था राजस्थान श्री आनंद श्रीवास्तव, एडीजीपी आगरा, उत्तर प्रदेश श्रीमती अनुपम कुलश्रेष्ठ,

ज्वाइंट सीपी दिल्ली श्री रजनीश गुप्ता, स्पेशल सीपी लॉ एंड ऑर्डर जोन 1, दिल्ली श्री दीपिंदर पाठक, स्पेशल सीपी लॉ एंड ऑर्डर जोन 2, दिल्ली श्री सागर प्रीत हुडा और एसएसपी यूटी चंडीगढ़ श्रीमती कंवरदीप कौर वर्चुअल रूप से बैठक में शामिल  हुए।

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