*Chandigarh Shines in Swachh Survekshan 2024–25; Enters the Super Swachh League Cities*

कला के माध्यम से जल संरक्षण के प्रति जागरूकता का संदेश

पंचकूला, 22 मार्च।

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विश्व जल दिवस के उपलक्ष्य में पंचकूला स्थित ताऊ देवी लाल स्टेडियम में आयोजित जल शक्ति अभियान जागरूकता कार्यक्रम के दौरान एक अनूठी मूर्तिकला एवं चित्रकला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी का उद्घाटन हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री माननीय श्री सी. आर. पाटिल,  तथा हरियाणा सरकार में जल संसाधन मंत्री श्रीमती श्रुति चौधरी द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। यह आयोजन विश्व जल दिवस 2025 के उपलक्ष्य में और जल शक्ति अभियान: कैच द रेन 2025 के शुभारंभ के अवसर पर किया गया, जिसका विषय है — “जल संचय, जनभागीदारी: जन जागरूकता की ओर”।

प्रदर्शनी में युवा चित्रकारों और मूर्तिकारों द्वारा बनाए गए प्रभावशाली कला कार्यों को प्रदर्शित किया गया। इन रचनाओं के माध्यम से जल संरक्षण और जलवायु संकट की गंभीरता को दर्शाया गया है। इन कलाकृतियों में प्रकृति की उदारता, मानव की जिम्मेदारी, और जल उपभोग व संरक्षण के बीच के नाजुक संतुलन को उकेरा गया है।

चित्रों में कहीं मातृ पृथ्वी को आशा और प्रदूषण के जल में डूबी हुई दिखाया गया है, तो कहीं पत्थर की संरचना में समाहित जीवनदायिनी जल की बूंदों को दर्शाया गया है। हर एक कला कृति एक कहानी कहती है — समरसता की, क्षरण की, पुनरुत्थान की और सामूहिक प्रयास की।

प्रदर्शनी में “हाथों में वर्षा” नामक इंस्टॉलेशन, ये कलाकृतियाँ इस बात की गहरी याद दिलाती हैं कि जल केवल जीवन ही नहीं, बल्कि संस्कृति, भावना और निरंतरता का भी आधार है।

यह प्रदर्शनी राष्ट्रीय जल मिशन, जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वावधान में, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार और जल संसाधन विभाग, हरियाणा सरकार के सहयोग से आयोजित की गई। इस पहल का उद्देश्य कला और संस्कृति के माध्यम से जन संवाद, चिंतन और क्रियाशीलता को प्रोत्साहित करना है।

आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में जल संरक्षण एक जन आंदोलन बन चुका है। कैच द रेन जैसे अभियानों ने देशभर में जल के महत्व को लेकर नई सोच और जागरूकता को जन्म दिया है। प्रधानमंत्री जी द्वारा बार-बार जल संरक्षण पर दिए गए संदेशों से प्रेरित होकर आज समाज के सभी वर्ग, विशेष रूप से युवा और महिलाएं, जल संरक्षण के कार्यों में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं।

युवा चित्रकारों और मूर्तिकारों की रचनात्मक अभिव्यक्ति जनमानस में जल संचय के प्रति जागरूकता फैलाने का एक प्रभावशाली माध्यम है, और जनभागीदारी के बिना जल सुरक्षा का लक्ष्य प्राप्त नहीं किया जा सकता।

इस प्रदर्शनी को हरियाणा के विभिन्न हिस्सों से आए 10,000 से अधिक लोगों ने देखा, जो केवल आंकड़ों के माध्यम से नहीं बल्कि कला के माध्यम से विश्व जल दिवस का संदेश लेकर लौटे।

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