हरियाणा के परिवहन तथा खनन एवं भूविज्ञान मंत्री श्री मूलचंद शर्मा पंचकूला में आयोजित 82वी टेबल टेनिस पुरुष चैम्पियनशिप के शुभारंभ पर संबोधित करते हुए।
पंचकूला, 20 फरवरी- हरियाणा के परिवहन तथा खनन एवं भूविज्ञान मंत्री श्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा खेल व खिलाड़ियों को दिए जा रहे प्रोत्साहनों की बदौलत खेल अब सुनहरे भविष्य और उज्ज्वल कैरियर की गारंटी बन गए हैं। राज्य सरकार ने ओलम्पिक के लिए चयन होने पर खिलाड़ियों को तैयारी के लिए 5 लाख रुपये देने का निर्णय लिया है। ऐसी सुविधा देने वाला हरियाणा देश का पहला ऐसा राज्य है।
श्री मूलचंद शर्मा आज पंचकूला में 82वी टेबल टेनिस पुरुष चैम्पियनशिप के शुभारंभ पर संबोधित कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि इस प्रतियोगिता का आयोजन टेबल टेनिस फैडरेशन ऑफ इण्डिया और हरियाणा टेबल टेनिस एसोसिएशन द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है।
श्री मूलचंद शर्मा ने खिलाड़ियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हार-जीत खेल का अभिन्न अंग होती है। जीवन में आई प्रत्येक असफलता हमारे लिए आगे बढने के नये रास्ते खोलती है। इसलिए आपको हार-जीत का ख्याल किए बिना सिर्फ अपने प्रदर्शन पर ध्यान देना है।
परिवहन मंत्री ने कहा कि किसी भी देश के भविष्य की जिम्मेदारी उसके युवाओं के कंधों पर होती है। युवाओं पर ही समाज के सम्पूर्ण विकास का दारोमदार होता है। इसलिए हमें अपने युवाओं को अनुशासित, परिश्रमी, ज्ञानवान, संस्कारी, सक्षम और साहसी बनाना है ताकि वे कड़ी प्रतिस्पर्धा के इस दौर में आने वाली चुनौतियों का मुकाबला कुशलता से कर सकें।
उन्होंने कहा कि पहले खेलों को केवल मनोरंजन के तौर पर ही खेला जाता था। एक समय था, जब खेल को खास महत्व नहीं दिया जाता था। बच्चों को कहा जाता था, खेलोगे कूदोगे बनोगे खराब, पढ़ोगे लिखोगे बनोगे नवाब। लेकिन आज कैरियर के लिहाज से खेलों की अहम भूमिका है। अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर किसी भी देश की प्रतिष्ठा और मान-सम्मान को बढ़ाने में खेलों का महत्वपूर्ण योगदान है।
श्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के कुशल नेतृत्व में हरियाणा में एक नई खेल संस्कृति विकसित हुई है। हमारे खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन खेल प्रतिभा का प्रदर्शन करके देश और प्रदेश का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि हमारे लिए बड़े गर्व की बात है कि ओलम्पिक खेलों में भाग लेने वाले 119 सदस्यीय भारतीय दल का हर छठा खिलाड़ी हरियाणा से था। यह सब नई खेल नीति और खिलाड़ियों की मेहनत का नतीजा है। इस खेल नीति के कारण बच्चे खेलों से जुड़ रहे हैं। उनकी भागीदारी बढ़ रही है। उन्हें नये-नये अवसर मिल रहे हैं और उनका मनोबल बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि ओलम्पिक खेलों में स्वर्ण पदक विजेता को 6 करोड़ रुपये, रजत पदक विजेता को 4 करोड़ रुपये और कांस्य पदक विजेता को अढ़ाई करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार दिये जाते हैं। इन खेलों में भाग लेने वाले प्रदेश के खिलाड़ी को भी 15 लाख रुपये दिए जाते हैं।
श्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने ऐसी व्यवस्था की है कि खिलाड़ियों को अपने कैरियर की कोई चिंता न रहे। एक तरफ खिलाड़ियों को कई तरह के प्रोत्साहन दिए जा रहे हैं तो वहीं सरकारी नौकरियों में क्लास वन से क्लास फोर तक के पदों पर सीधी भर्ती में आरक्षण का प्रावधान भी किया गया है। साथ ही, खिलाड़ियों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए हाल ही में खेल विभाग में 550 नये पद बनाए गए हैं। इससे न केवल खिलाड़ियों को रोजगार मिलेगा बल्कि हर खेल के प्रशिक्षण की भी बेहतर व्यवस्था होगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में खेल का माहौल बनाने के लिए गांव से लेकर खण्ड, जिला व राज्य स्तर पर खेल सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। प्रदेश में 2 राज्य स्तरीय, 22 जिला स्तरीय, 12 खण्ड स्तरीय और 160 राजीव गांधी खेल परिसरों का निर्माण किया जा चुका है। जिला सोनीपत के राई में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की स्थापना की जा रही है।
इस अवसर पर हाउसिंग बोर्ड, हरियाणा के चेयरमैन श्री राजदीप फोगाट और पंजाब के अटॉर्नी जनरल श्री अतुल नन्दा व अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद रहे।