सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के लिए सुनहरा अवसर, उद्यमी उठाएं पीएमएफएमई योजना का लाभ: एसडीएम
-सीडीएलयू के ऑडिटोरियम में पीएमएफएमई योजना के तहत जागरूकता शिविर का आयोजन
-स्कीम का लाभ उठाकर उद्योग शुरू करने वाले उद्यमियों को किया गया सम्मानित
एसडीएम राजेंद्र कुमार ने कहा कि सरकार द्वारा आत्मनिर्भर अभियान के तहत सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के लिए योजना क्रियान्वित की जा रही है। वोकल फार लोकल मुहिम के तहत उद्यमिता विकास के लिए प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्योग उन्नयन योजना चलाई जा रही है। इसके तहत अनुदान पर ऋण उपलब्ध करवाए जा रहे है। योजना का लाभ उठाकर उद्योग स्थापित कर न केवल स्वयं बल्कि दूसरों को भी रोजगार उपलब्ध करवाएं।
एसडीएम शुक्रवार को सीडीएलयू के ऑडिटोरियम हाल में पीएमएफएमईं के अंतर्गत जागरूकता शिविर में उपस्थितजन को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान एसडीएम ने योजना के तहत अपना उद्योग शुरु करने वाले उद्यमियों को सम्मानित भी किया और दूसरों को भी इनसे प्रेरणा लेते हुए सरकार की योजना का लाभ उठाते हुए स्वयं का रोजगार स्थापित करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत नए व मौजूदा निजी एवं समूह सूक्ष्म उद्यमों को सहायता ऋण पूंजी पर 35 प्रतिशत अनुदान (अधिकतम 10 लाख रुपये तक) प्रदान किया जा रहा है। सामान्य बुनियादी ढांचे के लिए समूह उद्यमों (किसान-उत्पादक संगठन, किसान उत्पादक कम्पनी, स्वयं सहायता समूह, सहकारी समिति) को सहायता ऋण पूंजी पर 35 प्रतिशत अनुदान (अधिकतम 3 करोड़ रुपये तक) प्रदान किया जाता है। स्वयं सहायता समूह को 40 हजार रुपये प्रति सदस्य की दर से प्रारंभिक पूंजी एवं हैंड होल्डिंग सहयोग प्रदान किया जाता है। ब्रांडिंग एवं मार्केटिंग पर भी 50 प्रतिशत अनुदान का प्रावधान किया गया है।
इस अवसर पर उप निदेशक ज्ञान चंद लांग्याण, जिला उद्योग केंद्र उप निदेशक गुरप्रताप सिंह, जिला एमएसएमई केंद्र के उप निदेशक दिनेश कुमार, सीडीएलयू से हेड ऑफ डिपार्टमेंट फूड एंड टेक्रॉलोनजी डा. मंजू नेहरा, पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डा. विद्या सागर बांसल, एलडीएम सुनील कुकरेजा, जिला बागवानी अधिकारी रघुबीर सिंह झोरड़, उपमंडल कृषि अधिकारी सतबीर सिंह सहित अन्य अधिकारी सहित स्वयं सहायता समूह तथा सीडीएलयू के फूड एंड टेक्नोलॉजी के विद्यार्थियों ने भी भाग लिया।