राज्य मंत्री श्री रतन लाल कटारिया जी ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कोविड महामारी के काल में देश.दुनिया को दिए गए उनके कुशल नेतृत्व की तारीफ की।
पंचकूला 11 मार्च – राज्य मंत्री श्री रतन लाल कटारिया जी ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कोविड महामारी के काल में देश.दुनिया को दिए गए उनके कुशल नेतृत्व की तारीफ की।
श्री कटारिया ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा समय रहते लिए गए कड़े फैसलों का ही परिणाम है कि भारत आज इस महामारी पर विजय पाने के करीब है। पिछले साल जब कोरोना आया तभी प्रधानमंत्री मोदी जी ने आपातकालीन बैठक बुलाकर इस महामारी पर अंकुश लगाने के लिए कड़े कदम उठाते हुए लॉकडाउन लगाया जो बहुत बड़ा फैसला था। जिससे देशभर में कोविड महामारी के प्रसार को रोका जा सका एवं इसके साथ ही लोगों के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं तथा खाद्यान्न की पहुंच भी सुनिश्चित की जिससे लोगों के जीवन को बचाया जा सका। श्री कटारिया जी ने कहा कि कोरोना के इस कठिन दौर ने आम जनमानस के मन में सिद्ध किया है कि आज देश का नेतृत्व नरेन्द्र मोदी जी के सुरक्षित हाथों में हैं जो कठिन से कठिन लड़ाई में देश का नेतृत्व बेहद कुशलता के साथ करने में पूरी तरह से सक्षम हैं !
श्री कटारिया ने अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर बोलते हुए कहा कि लॉकडाउन के कारण एक समय पर देश की अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ने का संकट मंडराने लगा था लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी अर्थव्यवस्था को इस संकट के दौर से निकलने के प्रयासों में लगे रहे और लगातार सुधारवादी निर्णय लेते रहे। यही कारण है कि भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से पटरी पर आ रही है। आत्मनिर्भर भारत का संकल्प रखकर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने महामारी से निकले भारत की आत्मशक्ति को नए लक्ष्य दिए हैं। मईए 2020 में एक बड़े पैकेज की बात जरूर की जा रही थी लेकिन यह पैकेज 20 लाख करोड़ रुपये का होगा इसका अनुमान तब किसी को नहीं था। प्रधानमंत्री जी की अपील का ही असर है कि वोकल फॉर लोकल की भावना देश में बढ़ी है और यह देश की अर्थव्यवस्था के विकास के लिए ऐतिहासिक कदम होगा।
श्री कटारिया ने भारत द्वारा विकसित की गई कोविड वैक्सीन के प्रयासों की सराहना करते हुए बताया कि आज भारत ने कोविड वैक्सीन कार्यक्रम में बड़ी सफलता प्राप्त की है तथा आज विश्व भर के देशों में कोविड की वैक्सीन हमारे देश से सप्लाई की जा रही है जो अपने आप में गर्व करने वाली बात है। आगे श्री कटारिया ने कहा कि भारत में विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से भारत में 20 लाख लोगों को प्रतिदिन वैक्सीन लगाई जा रही है उससे कुछ महीनों में भारत की वैक्सीनेशन संख्या विश्व भर की वैक्सीनेशन संख्या से अधिक होगी। श्री कटारिया ने कहा कि कोविड पर काबू पाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना केवल हम ही नहीं बल्कि विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO के चेयरपर्सन ने भी की है। भारत ने कोविड वैक्सीन निर्माण के मामले में दुनिया भर के देशों में एक महत्वपूर्ण बढ़त बनाई है तथा विश्व भर के सामने उभरते भारत की तस्वीर स्थापित की है।
कटारिया जी ने भारत के सैकड़ों करोड़ों लोगों की ओर से मोदी जी को बहुत बहुत धन्यवाद किया जिन्होंने भारत को इस महामारी से बचाया है। श्री कटारिया ने बताया कि आने वाले समय में वो दिन दूर नहीं जब हम इस कोरोना की महामारी का भारत से पूरी तरह से सफाया करने में कामयाब होंगे।
श्री रतनलाल कटारिया जी ने कोरोना महामारी के दौरान कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों की भूमिका पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि जब पूरा देश इस संकट के समय मोदी जी के नेतृत्व में एकजुट होकर कोरोना के खिलाफ युद्ध लड़ रहा था तब ये विपक्षी पार्टियां अपने निज स्वार्थ के लिए लोगों के बीच हताशा पैदा करने वाली झूठी बातों का दुष्प्रचार करने में लगे हुए थे।
श्री कटारिया ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत सरकार द्वारा कोविड महामारी के युद्ध में किए कार्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि:-.
बजट 2021-22 में टीकाकरण अभियान के लिए 35,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
कोरोना काल के दौरान मोदी सरकार ने मिनी बजट्स के तौर पर जरूरी कदम उठाए जिसका असर है कि फौरी तौर पर इन तमाम चुनौतियों से देश खुद को बाहर निकाल सका।
लॉकडाउन की घोषणा के 48 घंटों के भीतर 2.76 लाख करोड़ के गरीब कल्याण योजना की घोषणा केन्द्र सरकार द्वारा की गई। इस योजना के तहत देश के 80 करोड़ लोगों को पूरे कोविड काल में अनाज व दाल जैसी जरूरी खाद्यान्न की सुविधा मुफ्त में प्रदान की गई।
8 करोड़ परिवारों को 3 गैस सिलेण्डर मुफ्त उपलब्ध कराए गए तो वहीं 20 करोड़ महिला जन.धन खातों में 500-500 रूपये की 3 किश्तें भेजी गईं।
दिव्यांगों विधवाओं और बुजुर्गों को लॉकडाउन के दौरान 1000 रुपए की आर्थिक सहायता दी गई तो किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 2 किस्तें दी गईं।
जून 2020 में प्रवासी मजदूरों के रोजगार के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार योजना शुरू की गई।
दूसरी तरफ अचानक से पैदा हुई स्वास्थ्य उपकरणों की जरूरतों जैसे पीपीई किट्स, टेस्टिंग, किट्स मास्क, वेंटिलेटर आदि की कमी भी नहीं होने दी और ये हमारी सरकार के प्रयासों का ही नतीजा है कि आज हमारा देश इन उपकरणों का दूसरे देशों को निर्यात करने की स्थिति में है।
एक नई केंद्रीय योजनाएं पीएम आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना की घोषणा की। इस योजना में सभी जिलों में एकीकृत सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशालाओं की स्थापना और 11 राज्यों में 3382 सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाइयों को स्थापित करना है।