मोरनी खंड के गांव दूधगढ़ में ग्रामीणों की समस्याओं को सुनते हुए उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा।
पंचकूला, 11 फरवरी- उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने आज प्रशासन चला गांव की ओर कार्यक्रम के तहत मोरनी खंड के गांव राजी- टिकरी और दूधगढ़ गांवों में लोगों की समस्याएं सुनी। इस दौरान उनके साथ प्रशासन के सबंधित अधिकारी भी उपस्थित रहे। गांव राजी टिकरी में ठंडोग, धारला, कोटी, दावसू, भोेज बालग, भोज जब्याल आदि गांवों के सरंपचों, पचों, ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं प्रशासन के सम्मुख रखी। इसके बाद गांव दूधगढ़ में भी उपायुक्त ने लोगों की समस्याएं सुनी। ग्रामीणों ने उनके सम्मुख लगभग 193 समस्याएं रखी जिनमें से 144 समस्याएं राज-टिकरी तथा इसके आस-पास के गांवों व 49 समस्याएं गांव दूधगढ में रखी गई। लोगों की ज्यादातर समस्याएं रोजगार, पीने के पानी, बिजली, शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार व परिवहन की सुविधाओं की कमी के बारे तथा अन्य मूलभूत सुविधाओं के बारे में समस्याएं रखी। उपायुक्त ने लोगों की समस्याएं सुन कर अधिकारयिों को निर्देश दिए व लोगों को जल्द से जल्द उनकी समस्याओं के समाधान का आश्वासन भी दिया। उपायुक्त ने विशेष रूप से इस क्षे़त्र की सड़कों और परिवहन की सुविधाओं को अधिक बढाने के लिए पीडब्लयूडी एवं परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि क्षे़त्र को बेहतर कन्कैटिविटी की जरूरत है। यह क्षे़़त्र पंचकूला, मोहाली और चंढीगढ से बहुत ही नजदीक हैं। और पर्यटन व बागवानी की यहां बहुत ही संभावनाएं हैं। मशरूम व कईं प्रकार की जड़ी- बूटियों के लिए बहुत ही अनुकूल क्षेत्र है।
उन्होंने इस दौरान अतिरिक्त उपायुक्त मनिता मलिक और जिला उद्यान अधिकारी अशोक शर्मा को निर्देश दिए कि स्वंय सहायता समूह की महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्म- निर्भर करने के लिए उनके द्वारा अपने खेतों में उगाई गई सब्जियों तथा जड़ी-बूटियों के लिए पंचकूला एवं कालका की मंडियों में जगह दिलवाएं तथा जरूरत पड़ने पर उनके लिए परिवहन के लिए भी व्यवस्था करें ताकि एक तो उनके उत्पादों एवं सह उत्पादों को प्रत्यक्ष मंडी में ग्राहकों को बेचा जा सके और उन्हें बीच के दलालों से बचाया जाए और परिवहन की सुविधा से माल बेकार होेने से बचे। उन्होनें महिलाओं के लिए सिलाई कढाई व ब्यूटी पारलर तथा अन्य प्रशिक्षण उनके ही गांवों में खोलने के लिए अधिकारयिों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महिलाओं की आर्थिक दशा सुधारने से ही वास्तविक विकास संभव होगा। उन्होंने मोरनी में चल रहे मशरूम, हरड फार्मों का भी निरिक्षण किया और इसमें ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को शामिल करने को कहा।
इस अवसर पर डीडीपीओ कंवरदमन, हिमाचल प्रदेश के भाजपा नेता व कृषि बिपणन बोर्ड के चैयरमैन बलदेव भंडारी, सभी संबधित गांवों के सरपंच व संबधित अधिकारी उपस्थित थे।
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