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पशुओं में लम्पी स्किन बीमारी को फैलने से रोकने के लिये पशुओं के अंतर जिला आवागमन पर लगाई गई रोक-डीसी महावीर कौशिक

-पशुओं में लम्पी स्किन बीमारी को लेकर जिला में स्थिति नियंत्रण में

-जिला में 7 हजार गौवंश का किया जा चुका टीकाकरण, शेष के टीकाकरण का कार्य जारी

-24×7 स्थिति पर नजर रखने के लिये पशु पालन विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों की 15 टीमों का किया गया गठन

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पंचकूला, 20 अगस्त- हरियाणा के मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य के सभी जिला उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों तथा पशु पालन विभाग के अधिकारियों के साथ पशुओं में लम्पी स्किन रोग को लेकर बैठक की तथा उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दिये।


श्री कौशल ने निर्देश दिये कि पशुओं में लम्पी स्किन रोग को फैलने से रोकने के लिये पशुओं की अंतर्राज्यीय तथा अंतर जिला आवाजाही पर तुरंत प्रभाव से रोक लगाई जाये।


उन्होंने सभी पशुओं (गाय व भैंस) का कल सायं तक टीकाकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे पशु जो इस बीमारी से ग्रस्ति है उन्हें फिलहाल वैक्सिनेशन ना दी जाये। श्री कौशल ने निर्देश दिये कि यदि इस बीमारी से  किसी पशु की मृत्यु हो जाती है तो उसे कम से कम 8 से 10 फीट तक की गहराई में दफनाया जाये ताकि बीमारी के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि लम्पी स्किन बीमारी के संदिग्ध आवारा पशु जिन्हें गउशालाओं ने लेने से इंकार कर दिया है, ऐसे पशुओं के लिये एक अलग उपयुक्त जगह चिन्हित की जाये ताकि उन्हें आसरा दिया जा सके। यह कार्य गांव में पंचायती राज तथा शहरों में नगर निगम द्वारा किया जायेगा।


श्री कौशल ने निर्देश दिये कि लम्पी स्किन बीमारी के बारे में लोगों को अधिक से अधिक जागरूक किया जाये कि यह बीमारी सिम्टोमैटिक है और इसका इलाज संभव हैं। लोगों को इस बीमारी से खबराने की आवश्यकता नहीं है।


जिला सचिवालय के सभागार में वीडियो कांफ्र्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में उपस्थित श्री महावीर कौशिक ने बताया कि जिला में स्थिति नियंत्रण में है। पशुओं के अंतर जिला आवागमन पर रोक लगा दी गई है। उन्होंने बताया कि जिला में लगभग 1400 पशु इस बीमारी से संक्रमित हुये है, जिनमें से 375 ठीक हो चुके है और 7 पशुओं की मृत्यु हुई। उन्होंने बताया कि जिला में कुल 32 हजार गौवंश है, जिसमें से 7 हजार का टीकाकरण पूरा हो चुका है और शेष बचे पशुओं का टीकाकरण भी जल्द पूरा कर लिया जायेगा। उन्होंने बताया कि नगर निगम के माध्यम से उद्यौगिक क्षेत्र में स्लाॅटर हाउस की खाली पड़ी इमारत को चिन्हित किया गया है, जहां ऐसे बेसहारा बीमार पशु जिन्हें गउशालाओं ने लेने से मना कर दिया है, उन्हें वहां आसरा दिया जायेगा। इसके अलावा पशु पालन विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों की 15 टीमों का गठन किया गया है जोकि 24×7 स्थिति पर नजर रखेंगी।


उपायुक्त ने बताया कि नगर निगम को कल तक जिले की सभी 14 गउशालाओं में फ्यूमिगेशन/स्प्रे करवाने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि जिला की 14 पंजीकृत गउशालाओ ंमें कुल 5500 गौवंश है, जिसमें से लगभग 3700 गौवंश का टीकाकरण हो चुका हैं। सुखदर्शनपुर स्थित गउशालाओं में टीकाकरण का कार्य जारी है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी से लोगों को डरने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने सुझाव देेते हुये कहा कि लोग दूध को उबालने के पश्चात ही प्रयोग करें। उन्होंने बताया कि पंपलैट व अन्य प्रचार माध्यमों से लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक किया जा रहा है।


इस अवसर पर पुलिस उपायुक्त सुरेंद्र पाल सिंह तथा पशु पालन विभाग पंचकूला के उपनिदेशक डाॅ अनिल बनवाला भी उपस्थित थे।

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