नेशनल फारेंसिक सांइस यूनिवर्सिटी के कैम्पस की अस्थायी कक्षाएं शुरू करने के लिए उपायुक्त के नेतृत्व में टीम ने किया विभिन्न स्थानों का दौरा
नया भवन बनने तक अस्थाई बिल्डिंग मंे लगेगी कक्षाएं
पंचकूला, 25 जुलाई – पंचकूला में स्थापित होने वाले राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय के नए कैंपस बनने तक कक्षाएं शुरू करने हेतू एक अस्थायी स्थान की पहचान करने के लिए उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी के नेतृत्व में एक टीम ने आज कई स्थानों का दौरा किया ताकि नया भवन बनने तक किसी भी बिल्डिंग में अस्थाई कक्षाएं शुरू की जा सकें।
इस दौरान उपायुक्त के साथ पुलिस उपायुक्त श्री सुमेर प्रताप सिंह, गृह विभाग की संयुक्त सचिव श्रीमती राधिका सिंह और क्षेत्रीय फोरेंसिक साइंस लैब, सेक्टर-26, पंचकूला के सहायक निदेशक और इचार्ज श्री सिद्धार्थ कौशिक भी उपस्थित थे।
टीम ने कक्षाएं शुरू करने के लिए लगभग 50,000 वर्ग फुट का उपयुक्त क्षेत्र की पहचान करने के लिए विभिन्न स्थानों पर उपलब्ध स्पेस का आकलन किया।
इस दौरान, टीम ने सबसे पहले सेक्टर-23 में राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान पहंुची तथा उसके बाद सेक्टर -26 में राजकीय बहुतकनीकि संस्थान और सेक्टर -20, एग्रो मॉल का निरीक्षण किया ताकि कक्षाओं की अस्थायी स्थापना के लिए इन परिसरों में उपलब्ध जगह का पता लगाते हुए इसके उपयोग संबंधी व्यवहार्यता निर्धारित की जा सके।
गौरतलब है कि गुजरात के गांधी नगर में स्थित नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी अपना नया कैंपस पंचकूला में स्थापित करने जा रही है। हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञान चंद गुप्ता ने अधिकारियों को परिसर के लिए 50 एकड़ भूमि आवंटित होने व भवन बनने तक कक्षाएं संचालित करने के लिए एक उपयुक्त अस्थायी स्थान तलाशने के निर्देश दिये थे। इसके लिए अस्थायी रूप से क्लास शुरू करने के लिए उपयुक्त स्थान की तलाश हेतू उपायुक्त पंचकुला की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया था।
उपायुक्त ने कहा कि राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय के नए परिसर की स्थापना से युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे और साथ ही पंचकूला के साथ-साथ पूरे क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी।