ट्रैफिक पुलिस को दिया सीपीआर का प्रशिक्षण
सुदेश भंडारी चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा लगाया कैंप
सुदेश भंडारी चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा
सीपीआर प्रशिक्षण शिविर और नशा मुक्ति अभियान शिविरो का आयोजन किया 1 जुलाई से निरंतर लगाया जा रहा। पुलिस लाइन में ट्रैफिक पुलिस का कैंप डीसीपी निकिता खट्टर के मार्गदर्शन में लगाया गया। ट्रस्ट द्वारा आज के कार्यक्रमों में ट्रैफिक पुलिस कैंप पुलिस लाइंस मोगीनंद,पैशन अकादमी पिंजौर,लिटिल फ्लावर स्कूल सूरजपुर,सामुदायिक केंद्र, एमडीसी सेक्टर पांच,गुरुद्वारा साहिब रथपुर,पिंजौर और खाटू श्याम संस्था बलटाना में आयोजित किए गए।
कार्यक्रम में पुलिस कम्यूनिटी एंड आउटरीच से सत्यवीर पोसवाल, एसएचओ ट्रैफिक सतबीर सिंह, सनराइज ग्लोबल फाउंडेशन के सीइओ डीपी वशिष्ठ और फर्स्ट एड एंड होम नर्सिंग प्रवक्ता श्रीमती नीलम कौशिक ने शिरकत की।
सुदेश भंडारी चेरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन तरुण भंडारी ने बताया कि देश की 140 करोड़ की आबादी में कुछ प्रतिशत लोगो को ही सीपीआर के बारे में पता है। ऐसे में लोगो को इस तकनीक को जानकारी का प्रशिक्षण प्राप्त होने से बहुत से जिंदगियों को बचाया जा सकता है। इस मुहिम को प्रदेश भर में चलाया जायेगा ताकि सभी को सीपीआर तकनीक सिखाई जा सके।
श्रीमति नीलम कौशिक फर्स्ट एड एंड होम नर्सिंग प्रवक्ता ने शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि सीपीआर अर्थात कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन एक इमरजेंसी मेडिकल टेक्निक है जिसके जरिए किसी व्यक्ति की सांस या दिल के रुक जाने पर उसकी जान बचाई जा सकती है। जब किसी व्यक्ति का दिल धड़कना बंद कर देता है, तो उसे कार्डिएक अरेस्ट होता है। कार्डिएक अरेस्ट के दौरान, हृदय मस्तिष्क और फेफड़ों सहित शरीर के बाकी हिस्सों में खून पंप नहीं कर सकता है। उपचार के बिना मृत्यु मिनटों में हो सकती है। उन्होंने बताया कि सीपीआर में मरीज की छाती पर दबाव बनाया जाता है जिससे ब्लड फ्लो को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है और मरीज को जीवन दान मिल जाता है ।
एसएचओ ट्रैफिक सतबीर सिंह ने कहा कि आज का सीपीआर प्रशिक्षण शिविर ट्रैफिक पुलिस के लिए बहुत लाभदायक सिद्ध होगा,भविष्य में होने वाली आकस्मिक दुर्घटनाओं में यह तकनीक किसी को जीवनदान देने में अहम भूमिका निभायेगी। कार्यक्रम के अंत में सभी ने नशों से दूर रहने और नशे को खत्म करने को शपथ ली