केन्द्रीय मंत्री रतन लाल कटारिया नशामुक्त अभियान का लोगो एवं टैगलाईन जारी करते हुए।
पंचकूला 26 जून- नशीले पदार्थों के दुरुपयोग और अवैध व्यापार के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय दिवस के मौके पर सामाजिक न्याय व अधिकारिता राज्य मंत्री रतनलाल कटारिया ने 272 जिलों में वेबीनार के माध्यम से नशा मुक्ति अभियान की शुरुआत की । इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री ने नशा मुक्ति अभियान का लोगो व -टैगलाइन नशा मुक्त भारत – सशक्त भारत – को भी लांच किया ।
कटारिया ने कहा कि नशीली दवाई का सेवन ना केवल चिरकालिक समस्या है बल्कि इसका नशे के आदी व्यक्ति, उसके परिवार और समाज के बहुत बड़े वर्ग पर खतरनाक प्रभाव पड़ता है । नशीली दवा की मांग में कमी लाने के लिए सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्रालय नोडल मंत्रालय है । यह नशीली दवाओं के दुरुपयोग के रोकथाम के सभी पहलुओं पर निगरानी करता है जिसमें समस्या के विस्तार का मूल्यांकन, नशे के आदी व्यक्ति का उपचार और पुनर्वास, सूचना का प्रचार प्रसार तथा जागरूकता सृजित करना व नशा मुक्ति केंद्र चलाने के लिए देशभर में एनजीओ को वित्तीय सहायता प्रदान करना शामिल है ।
उन्होंने बताया कि 2020-21 के लिए मंत्रालय अत्यधिक प्रभावित 272 जिलों में वार्षिक कार्य योजना, नशा मुक्ति अभियान को आज आरंभ कर रहा है । नशीली दवा दुरुपयोग से पीड़ित व्यक्तियों, उनके परिवार और समाज की सहायता के लिए हमने नशीली दवा समर्पित राष्ट्रीय टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1800-11- 0031 उपलब्ध कराया है । यह मार्च 2017 से 24 Û 7 आधार पर कार्य कर रहा है ।
उन्होंने कहा कि नशीली दवा के सेवन को उसकी शुरुआत होने से पहले ही रोका जा सकता है, इसलिए युवाओं की मानसिकता को समझने हेतु कौशल के लिए माता-पिता और शिक्षकों को सुग्राही बनाना बेहद महत्वपूर्ण है । स्कूली शिक्षा के स्तर पर ही इसकी बुनियाद रखना आवश्यक है जहां छोटी उम्र से ही बच्चों को नशीली दवाओं के दुरुपयोग से समाज को होने वाली हानि की संभावना के बारे में अवगत कराया जा सके और शराब व नशीली दवा के प्रति संयम बरतना भी सिखाया जा सके । उन्होंने कहा कि वह समाज के सभी वर्गों का उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करने के लिए सभी को इस जानलेवा समस्या को दूर करने में अपना भरसक योगदान देना होगा । उन्होंने उम्मीद जताई कि हम सब अपने योगदान से इस नशा मुक्ति अभियान को कामयाब करेंगे और भारत को नशा मुक्त भारत व सशक्त भारत बनाएंगे ।