*MC Chandigarh takes action against encroachments in Sector 15 Patel Market*

उपायुक्त महावीर कौशिक ने अनुसूचित जाति/जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम 1989 के तहत जिला में दर्ज मामलों की जांच में तेजी लाने के दिये निर्देश

-पीड़ितों को जल्द से जल्द न्याय दिलाकर आर्थिक सहायता प्रदान करना होना चाहिये, मुख्य उद्देश्य-उपायुक्त


-अधिनियम के तहत दर्ज मामलों की जांच में तेजी लाये पुलिस विभाग

For Detailed News

 पंचकूला, 24 फरवरी- उपायुक्त महावीर कौशिक ने आज जिला सचिवालय के सभागार में जिला स्तरीय सर्तकता एवं निगरानी कमेटी की त्रिमासिक बैठक की अध्यक्षता की और अनुसूचित जाति/जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम 1989, संशोधित 2016 के अंतर्गत जिला पंचकूला में दर्ज मामलों की समीक्षा की।


बैठक में श्री कौशिक ने पुलिस विभाग को निर्देश दिये कि वे अनुसूचित जाति/जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम 1989 के तहत जिला में दर्ज हुये मामलों की जांच में तेजी लाये ताकि पीड़ितों को जल्द से जल्द न्याय दिलाकर आर्थिक सहायता प्रदान की जा सके। साथ ही उन्होंने पुलिस को तय समय सीमा में जांच पूरी करने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देश दिये कि जिला कल्याण अधिकारी कार्यालय, पुलिस विभाग तथा जिला न्यायवादी कार्यालय आपस में सामंजस्य स्थापित करते हुये कार्य करें ताकि पीडित व्यक्तियों को शीघ्र न्याय मिल सके।


बैठक में बताया गया कि अनुसूचित जाति/जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम 1989 संशोधित 2016 के अंतर्गत गैर अनुसूचित जाति के व्यक्तियों द्वारा पीड़ित अनुसूचित जाति के व्यक्तियों पर होने वाले अत्याचारों जैसे भूमि का अनाधिकृत कब्जा, कत्ल, डकैती, बलात्कार, आगजनी तथा नरसंहार आदि से पीड़ित व्यक्तियों को 85 हजार से 8.25 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता प्रदान करने का प्रावधान है। पीड़ित व्यक्ति द्वारा संबंधित थाने में अनुसूचित जाति/जनजाति (अत्याचार निवारण) के तहत एफआईआर दर्ज हो, ऐसा व्यक्ति इस योजना के तहत आर्थिक सहायता प्राप्त करने का पात्र है। उपायुक्त ने निर्देश दिये कि जिला स्तरीय सर्तकता निगरानी कमेटी के मनोनित गैर सरकारी सदस्यों की भी सहभागीता सुनिश्चित की जाये।

https://propertyliquid.com/


बैठक में उपायुक्त ने जिला स्तरीय सर्तकता एवं निगरानी कमेटी के गैर सरकारी सदस्यों से भी सुझाव आमंत्रित किये है।


बैठक में अनुसूचित जाति एवं पिछड़े वर्ग कल्याण विभाग की संयुक्त निदेशक शिल्पी पातड, एसीपी राजकुमार कौशिक, डीडब्ल्यूओ दीपिका, एडीए मोनिका बूरा सहित विभिन्न विभागों के संबंधित अधिकारी व समिति के गैर सरकारी सदस्य जशमेर सिंह बंजारा व अशोक गुप्ता भी उपस्थित थे।