उपायुक्त ने जिला एवं उपमण्डल स्तरीय सतर्कता समितियों को भ्रष्टाचार की शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के दिये निर्देश
– कोई भी जिलावासी इन समितियों को भ्रष्टाचार संबंधी शिकायत कर सकता है, की जाएगी तुरंत कार्रवाई-महावीर कौशिक
– जिला और उपमण्डल स्तरीय सतर्कता समितियों का उद्देश्य सरकारी विभागों और सार्वजनिक क्षेत्रों में हो रहें कार्यों में पारदर्शिता लाकर भ्रष्टाचार को खतम करना है- उपायुक्त
-वरिष्ठ अधिकारियों को औचक निरीक्षण के लिए किए गए हैं कार्यालय आबंटित
पंचकूला 17 फरवरी- उपायुक्त श्री महावीर कौशिक ने जिला एवं उपमण्डल स्तरीय सतर्कता समितियों को सरकारी कार्यालयों में अधिकारियों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति, लंबित फाइलों और विसंगतियों और विभिन्न निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कोई भी जिलावासी इन समितियों को भ्रष्टाचार संबंधी शिकायत कर सकता है, उनकी शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
श्री महावीर कौशिक आज लघु सचिवालय के सभागार में जिला स्तरीय और उपमण्डल स्तरीय सतर्कता समितियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। अतिरिक्त उपायुक्त जिला स्तरीय सतर्कता समिति के अध्यक्ष हैं जबकि संबंधित एसडीएम पंचकूला और कालका की उपमण्डल स्तरीय समितियों के अध्यक्ष हैं।
श्री महावीर कौशिक ने कहा कि ये समितियां जिला की जनता के लिए गठित की गई हैं। उन्होंने कहा कि जिला और उपमण्डल स्तरीय सतर्कता समितियों का उद्देश्य सरकारी विभागों और सार्वजनिक क्षेत्रों में हो रहें कार्यों में पारदर्शिता लाकर भ्रष्टाचार को खतम करना है। इसके अलावा विभागों के विभिन्न कार्यों और गतिविधियों का निरीक्षण और जाँच करके प्रशासनिक तंत्र को और अधिक प्रभावी बनाना है। उन्होंने अधिकारियों विशेषकर इंजीनियरिंग कार्य से जुड़े अधिकारियों को निर्माण कार्यों में गुणवत्तापूर्ण सामग्री सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
जिला एवं उपमण्डल स्तरीय सतर्कता समितियों की प्रगति की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने तीनों समितियों के अध्यक्षों को सभी लंबित शिकातयों का जल्द से जल्द निपटान करने के निर्देश दिये ताकि इसकी रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजी जा सके। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा विजिलेंस कमेटियों के कार्यों की नियमित समीक्षा की जा रही है। उन्होंने समितियों को सिविल कार्यों के निरीक्षण के दौरान गुणवत्ता परीक्षण हेतु नमूने एकत्रित करने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि कार्यों में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को निरीक्षण के लिए कार्यालय आबंटित किए गए हैं।
अतिरिक्त उपायुक्त इन-इन कार्यालयों का कर सकते हैं औचक निरीक्षण
उप मंडल अधिकारी (ना0) पंचकुला और कालका, डीईटीसी (बिक्री), सचिव आरटीए, जिला खाद्य और आपूर्ति और उपभोक्ता मामलों के नियंत्रक, सिविल अस्पताल सेक्टर -6 और जिला पंचकूला के सभी पेट्रोल पंप।
एसडीएम पंचकूला और कालका इनका कर सकते हैं औचक निरीक्षण
उनके अधीनस्थ क्षेत्रों के सभी कार्यालय, ईंट भट्ठे, खनन स्थल, स्कूल, पीएचसी और सीएचसी।
सीईओ जिला परिषद इन स्थानों का कर सकते हैं निरीक्षण
सभी खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय, सभी आंगनवाडी केंद्र और सभी सीडीपीओ।
इसी प्रकार हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरा के संपदा अधिकारी जिला स्तर के एचएसवीपी कार्यालय, नगर निगम के संयुक्त आयुक्त जिला स्तर के सभी निगम कार्यालयों और नगराधीश पंचकूला उपायुक्त कार्यालय और लघु सचिवालय स्थित सभी कार्यालयों का निरीक्षण कर सकते हैं।
ये रहे बैठक में उपस्थित
अतिरिक्त उपायुक्त वर्षा खनगवाल, एसडीएम पंचकूला ममता शर्मा, एसडीएम कालका रूचि सिंह बेदी, नगराधीश गौरव चैहान, जन स्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग के कार्यकारी अभियंता विकास लाठर, लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता गौरव जैन, अरूण सिंहमार, उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम के कार्यकारी अभियंता भूपेन्द्र वधावन, जन स्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग के एसडीओ धमेन्द्र सिंह, लोक निर्माण विभाग के एसडीओ डीके राठी सहित अन्य संबंधित अधिकारी।