147 बुजुर्ग एवं दिव्यांगों ने भरा 12डी फार्म, रिटर्निंग अधिकारी घर-घर जाकर डलवाएंगे वोट - डा. यश गर्ग

इग्नू में जनवरी 2023 सत्र के लिए दाखिले शुरू: डा धर्म पाल

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पंचकूला दिसंबर 29: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त  विश्वविद्यालय (इग्नू) के क्षेत्रीय निदेशक प्रभारी डा धर्म पाल ने जानकारी देते हुए बताया की इग्नू ऑनलाइन लर्निंग और ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग के लिए भारत की सबसे प्रसिद्ध व प्रख्यात केंद्रीय विश्वविद्यालय है I इग्नू में एडमिशन के लिए साल में दो बार फार्म भरे जाते है। पहला जनवरी सत्र के लिए और दूसरा जुलाई सत्र के लिए I जनवरी 2023 सत्र की एडमिशन प्रक्रिया अभी जारी है।

उन्होंने बताया की जो लोग कौशल आधारित और ज्ञान आधारित शिक्षा लेना चाहते है उनके लिए इग्नू सबसे उपयुक्त विश्वविद्यालय है I इग्नू का उद्देश्य विद्यार्थियों का ज्ञान वर्धन  करके उनके लिए उत्थान के समान अवसर उपलब्ध करवाना है I  इग्नू रिमोट एरिया, गांव देहात के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा पहुंचाने का कार्य कर रही है I

डा धर्म पाल ने कहा की ऐसे विद्यार्थी जिनको मेरिट के चलते कॉलेज में ऐडमिशन नहीं मिला हो या किसी भी कारण से वो रेगुलर कॉलेज और विश्विद्यालय में नहीं जा सकते तो ऐसे विद्यार्थी आसनी इग्नू से पढ़ाई कर डिग्री हासिल कर सकते हैं। नौकरी पेशा वाले लोग भी आसनी से दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से अपनी उच्च शिक्षा जारी रख सकते हैं और इग्नू के किसी भी पाठ्यक्रम में एडमिशन ले सकते है

इग्नू से विभिन्न तरह के सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा, ग्रेजुएशन और पोस्ट  ग्रेजुएशन पाठ्यक्रम में दाखिला ले सकते है। इग्नू के सभी पाठ्यक्रमों की सूची एवं जानकारी इग्नू की वेबसाइट www.ignou.ac.in पर उपलब्ध है। इग्नू में एडमिशन की अंतिम तिथि 31 जनवरी 2023 है ।*मातृ मृत्यु दर में भारी गिरावट प्रधानमंत्री  के सुशासन, लोक कल्याण और देश की  महिला आबादी के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक – बंन्तो कटारिया *

पंचकूला दिसंबर 29: प्रदेश कार्यकारिणी की सदस्य व पूर्व गेल डायरेक्टर श्रीमती बंन्तो कटारिया ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम और जननी सुरक्षा योजना जैसी सरकारी योजनाओं को संशोधित किया गया है और इन्हें सुरक्षित मातृत्व आश्वासन जैसी अधिक सुनिश्चित एवं सम्मानजनक सेवा  वितरण योजनाओं में अपग्रेड किया गया है l
बंन्तो कटारिया ने कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान पीएमएमएसए विशेष रूप से उच्च जोखिम वाले गर्भधारण की पहचान करने और उनके उचित प्रबंध को सुविधाजनक बनाने पर केंद्रित हैं l रोकी जा सकने वाली मृत्यु दर को कम करने पर इसका महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है l लक्ष्य और मिडवाइफरी पहल सभी गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित प्रसव कराने का विकल्प सुनिश्चित करते हुए एक सम्मानजनक तथा गरिमापूर्ण तरीके से गुणवत्तापूर्ण देखभाल को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करती है l
बन्तो कटारिया ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ मनसुख मांडवीया ने भी मातृ मृत्यु दर (एमएमआर) में अभूतपूर्व गिरावट आने पर देशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा की एमएमआर का 130 से 97 पर आना श्री नरेंद्र मोदी  के सुशासन, लोक कल्याण और देश की 50 प्रतिशत महिला आबादी के प्रति प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता का प्रतीक है l

बंतो कटारिया ने बताया की एनसीआरबी के अनुसार 2020 में देश में यौन शोषण के प्रतिदिन लगभग 77 मामले दर्ज किए गए थे और कुल 28,046 मामले दर्ज किए जा चुके हैं. वहीं दुनियाभर में महिला हिंसा के 3,71,503 मामले दर्ज किए जा चुके हैं जिनका निपटान अति शीघ्रता से किया जा रहा है ।

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