Posts

सुरक्षित वाहन पॉलिसी के तहत विवेकानंद स्कूल और यूनिसन इंटरनेशनल स्कूल की स्कूल बसों का किया गया निरिक्षण

ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण पर लग रही रोक, सामाजिक संस्थाओं, दानी सज्जनों व ग्रामीणों का मिल रहा है भरपूर सहयोग : उपायुक्त प्रदीप कुमार

सिरसा, 20 मई।

– विपरीत परिस्थितियों में सही मार्गदर्शक की भूमिका निभा रहा है मीडिया : उपायुक्त
– जिला में 125 से अधिक मीडिया कर्मियों का किया वैक्सीनेशन
– उपायुक्त प्रदीप कुमार ने मीडिया सेंटर में आयोजित दो दिवसीय वैक्सीनेशन कैंप का किया शुभारंभ, वैक्सीनेशन कैंप में मीडिया कर्मियों ने लिया बढचढ कर भाग


उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए जिला की सामाजिक धार्मिक संस्थाओं, दानी सज्जनों तथा ग्रामीणों का भरपूर सहयोग मिला है, इससे अब गांवों में संक्रमण पर रोक लगने लगी है और जिला का रिकवरी रेट भी लगातार बढ रहा है। इनके सहयोग से जिला के गांवों में मेडिकल किटें भी वितरित करवाई गई है ताकि प्राथमिक लक्षण दिखने पर लोग घर पर ही सावधानी बरतें और समय पर उपचार लें। अब जिलावासी कोरोना संक्रमण को लेकर जागरूक हुए हैं, वैक्सीनेशन के लिए आगे आ रहे हैं और नियमों की भी गंभीरता से पालना कर रहे हैं जिसके सार्थक परिणाम नजर आने लगे हैं और पिछले एक सप्ताह से जिला में काफी सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि लोगों की जागरूकता में मीडिया बंधुओं का भी अहम योगदान रहा है।


उपायुक्त वीरवार को स्थानीय मीडिया सेंटर में मीडिया बंधुओं के लिए आयोजित दो दिवसीय वैक्सीनेशन कैंप का शुभारंभ करने उपरांत पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। कैंप में मीडिया बंधुओं ने वैक्सीनेशन के लिए बढचढ कर भाग लिया। वैक्सीनेशन कैंप के पहले दिन 125  से अधिक पत्रकारों को वैक्सीन लगाई गई।


उपायुक्त ने मीडिया बंधुओं को बधाई देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा पत्रकारों को फ्रंट लाइन वर्कर की श्रेणी में शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि पत्रकार एवं छायाकार कोरोना काल में सकारात्मक दृष्टिïकोण के साथ अति महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहें हैं। इन विपरीत परिस्थितियों में मीडिया ही एक ऐसा माध्यम है, जो लोगों तक शासन एवं प्रशासन का संदेश जनता तक पंहुचाकर सही मार्गदर्शक की भूमिका निभा रहा है। उन्होंने पत्रकारों से आह्वान किया कि वे लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन के प्रचार-प्रसार में पूर्ण सहयोग करें ताकि आमजन वैक्सीनेशन के लिए आगे आएं। उन्होंने कहा कि हिदायतों की पालना व बचाव उपायों को गंभीरता से अपना कर नागरिक कोरोना संक्रमण से बच सकते है। सभी लोगों को मास्क का प्रयोग करना चाहिए, दो गज की दूरी बना कर रखें तथा समय-समय पर हाथों को सैनिटाइज करते रहें, स्वयं व दूसरों की सुरक्षा के लिए ये नियम अपनाना बहुत जरूरी है। इन सावधानियों के अलावा सरकार द्वारा जारी अन्य नियमों की भी पालना हर हाल में करनी चाहिए।


उपायुक्त ने कहा कि जिला में ब्लैक फंगस के बढ़ते केसों को लेकर प्रशासन गंभीर है और सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। प्रशासन द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमितों के प्राथमिक उपचार के लिए मेडिकल प्रैक्टिशनर का सहयोग लिया जा रहा है और उन्हें मेडिकल किट भी दिए गए हैं। इसके अलावा गांवों में ही आइसोलेशन केंद्र भी बनाए गए हैं, जो लोग होम आइसोलेट नहीं हो सकते, उनका आइसोलेशन केंद्र में उपचार किया जा रहा है। इसके काफी सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने में ग्रामीण पूर्ण सहयोग करते हुए ठीकरी पहरे भी लगा रहे हैं और आमजन को बचाव उपाय अपनाने के लिए जागरूक भी कर रहे हैं। कोरोना के खिलाफ इस मुहिम में हर नागरिक के सहयोग व योगदान से ही हम कोरोना को हराने में निश्चित रूप से कामयाब होंगे। जिला में कोरोना संक्रमितों के ईलाज के लिए दवाइयों व ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। नागरिक कोरोना से घबराए नहीं बल्कि प्राथमिक लक्षण दिखते ही तुरंत टेस्टिंग करवा कर चिकित्सक के परामर्श अनुसार उपचार लें। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमित होने पर अस्पताल में दाखिल होना जरूरी नहीं है। होम आइसोलेट तथा जरूरी सावधानियां अपना कर व्यक्ति स्वस्थ हो सकता है।


उन्होंने मीडिया बंधुओं से कहा कि 21 मई को भी मीडिया सैंटर में वैक्सीनेशन कैंप जारी रहेगा, इसलिए जो मीडिया बंधु वैक्सीनेशन से वंचित रह गए हैं, वे कल अवश्य लगवा लें। उन्होंने सभी पत्रकार बंधुओं से अनुरोध किया कि वे टीकाकरण करवाएं और कोविड-19 नियमों का पालन अवश्य करें।

सुरक्षित वाहन पॉलिसी के तहत विवेकानंद स्कूल और यूनिसन इंटरनेशनल स्कूल की स्कूल बसों का किया गया निरिक्षण

बिजली मंत्री रणजीत सिंह के कोविड प्रबंधन की दिशा में किए प्रयासों से कोरोना रोकथाम में लगातार मिल रही सफलता

सिरसा, 19 मई।

For Detailed News-


बिजली मंत्री रणजीत सिंह जिन्हें सरकार की ओर से सिरसा का कोविड प्रभारी बनाया गया है, लगातार कोविड प्रबंधन को लेकर प्रशासन के साथ बैठकें कर रहे हैं। इसके साथ ही महामारी की रोकथाम में सहयोग स्वरूप समाजसेवियों व सामाजिक संस्थाओं के साथ भी कई बैठकें कर चुके हैं। उनके कोविड प्रबंधन की दिशा में किए जा रहे प्रयासों से कोरोना संक्रमण की रोकथाम में लगातार सफलता मिल रही है। लॉकडाउन व बेहतर कोविड प्रबंधों के चलते जिला में पिछले एक सप्ताह से कोरोना संक्रमण की रफ्तार में कमी आई है और रिकवरी रेट भी बढा है। मंत्री के आह्वान पर कोरोना की रोकथाम में समाजसेवियों व सामाजिक संस्थाओं का पूर्ण सहयोग मिल रहा है।


बिजली मंत्री के आह्वान पर सामाजिक संस्थाएं सहयोग के लिए आ रही आगे :


ग्रामीण क्षेत्र में बढते संक्रमण को रोकना के लिए प्रदेश के बिजली मंत्री रणजीत सिंह लगातार समाजसेवियों, सामाजिक संस्थाओं व गणमान्य व्यक्तियों के साथ बैठकें कर रहे हैं। मंत्री के आह्वान पर समाजसेवी व सामाजिक संस्थाएं महामारी की रोकथाम के लिए आगे रही हैं और शासन व प्रशासन का पूर्ण सहयोग कर रही हैं। इन्हीं के सहयोग से ग्रामीण क्षेत्र में कोविड दवाई की मेडिकल किटों का वितरण किया जा रहा है। इसके साथ ग्रामीण क्षेत्र में होमआईसोलेशन वार्ड भी बनाए जा रहे हैं, जिनमें कोविड इलाज व इसके बचाव की सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। वे स्वयं भी स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए 50 लाख रुपये की राशि दे चुके हैं।

https://propertyliquid.com


ग्रामीण मेडिकल प्रेक्सिनर का मिल रहा पूरा सहयोग :


ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना संक्रमण को रोकने तथा कोविड लक्षण वालों का गांव में ही इलाज के लिए बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने जिला के सभी गांवों के मेडिकल प्रेक्शिनर के साथ अलग-अलग गु्रपों में बैठकें की। इसके बाद से गांवों में  में मेडिकल प्रेक्टिशनर का महामारी की रोकथाम व कोविड मरीजों के इलाज में पूर्ण सहयोग मिल रहा है। सभी मेडिकल प्रेक्टिशनर को मेडिकल किटें भी दी गई हैं, ताकि वे कोविड लक्षण वालों के इलाज में इनका इस्तेमाल कर सकें।


सामुहिक प्रयास व सहयोग से महामारी पर लगेगी रोक :


बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने जिलावासियों से अपील की है कि कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए सामुहिक प्रयास व सहयोग जरूरी है। इसलिए आमजन संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए सरकार व प्रशासन का सहयोग करें और कोरोना बचाव उपायों का स्वेच्छा से पालन करें। विशेषकर उन्होंने ग्रामीणों से आह्वान किया कि वे कोरोना बीमारी की गंभीरता को समझते हुए, इससे बचाव नियमों की पालना करें। मास्क व सोशल डिस्टेसिंग को अपनाएं। प्रशासन द्वारा जो मेडिकल किट दी जा रही है, उससे कोरोना लक्षण वाले अपना उपचार करें। दवाईयों की कोई कमी नहीं है, जहां पर जरूरत होगी वहां पर दवाईयां उपलब्ध करवा दी जाएगी।


ग्रामीण महामारी की गंभीरता समझकर करें अपना बचाव :


बिजली मंत्री ने ग्रामीणों से आह्वान किया कि वे कोरोना बीमारी की गंभीरता को समझते हुए इससे बचाव के उपायों की स्वेच्छा से पालना करें और जो भी सरकार व प्रशासन की ओर से हिदायतें दी जाती हैं, उनका अनुसरण करें। उन्होंने कहा कि गांवों में कोविड मरीजों के इलाज में कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी। हर गांव में कोविड दवाई भिजवाई जा रही है। अब तक 25 हजार से अधिक मेडिकल किटें गांवों में वितरित की जा चुकी हैं। जिस भी गांव में कोविड की दवाई की जरूरत होगी, उसे तुरंत उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि कोरोना लड़ाई को सामुहिक प्रयासों व सहयोग से जीता जा सकता है। इसके लिए समाजसेवी व सामाजिक संस्थाएं आगे आ रही हैं, जोकि सराहनीय कदम है। 

*यादविन्द्रा गार्डन में 4 से 6 जुलाई तक लगेगा मैंगो मेला*

बुधवार को 3419 लाभार्थियों ने लगवाई कोरोना वैक्सीन, अब तक जिला में हुआ दो लाख 43 हजार से अधिक वैक्सीनेशन

सिरसा, 19 मई।

For Detailed News-


                उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बताया कि बुधवार को 3419 लाभार्थियों ने कोरोना की डोज लगवाई तथा अब तक जिला में दो लाख 43 हजार 11 लाभार्थियों को वैक्सीन की डोज दी जा चुकी हैैं। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीनेशन बेहद जरूरी है। उन्होंने बताया कि 18 से 44 आयुवर्ग के 24 हजार 344 लाभार्थियों, 45 से 60 वर्ष आयुवर्ग के 60 हजार 740 लाभार्थियों ने कोरोना की पहली तथा 14 हजार 631 लाभार्थियों ने कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगवा ली है। इसके अलावा 60 वर्ष से अधिक आयु के 94 हजार 937 लाभार्थियों ने पहली तथा 32 हजार 514 लाभार्थियों ने कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगवा ली है।


               उपायुक्त ने बताया कि वैक्सीनेशन पूरी तरह से सुरक्षित व प्रभावी है और किसी तरह का इससे कोई साइड इफेक्ट नहीं है। इसलिए नागरिक बिना किसी भय व संकोच के वैक्सीनेशन के लिए आगे आएं और अपनी आयुवर्ग के अनुसार वैक्सीनेशन करवाएं। वैक्सीनेशन के साथ-साथ नागरिक बचाव उपायों की भी पालना अवश्य करें। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए कि वे अपनी नैतिक जिम्मेवारी समझ कर बचाव उपायों व एसओपी गाइडलाइन की अनुपालना करें तभी कोरोना संक्रमण से बचाव संभव है। कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए नागरिकों का सहयोग जरूरी है, इसलिए आमजन जरा भी ढील न बरतें और टेस्टिंग व वैक्सीनेशन अवश्य करवाएं।

https://propertyliquid.com

*यादविन्द्रा गार्डन में 4 से 6 जुलाई तक लगेगा मैंगो मेला*

आवश्यक मूवमेंट के लिए 14 हजार 319 व्यक्तियों को जारी किए मूवमेंट पास

सिरसा, 19 मई।

For Detailed News-

-मूवमेंट पास के लिए घर बैठे सरल पोर्टल पर ऑनलाइन करें आवेदन


              महामारी अलर्ट-सुरक्षित हरियाणा के तहत जिला प्रशासन द्वारा आमजन को बिना किसी परेशानी के आवश्यक कार्यों के लिए घर बैठे मुवमेंट पास उपलब्ध करवाने की सुविधा दी जा रही है। इस सुविधा के लिए नागरिकों को सरलहरियाणाडाटजीओवीडाटईन पर ही आवेदन करना होगा। पोर्टल पर आवेदन करने के कुछ समय बाद ही पंजीकृत नंबर पर मूवमेंट पास नजर आएगा। प्रशासन की इस पारदर्शी प्रणाली से लॉकडाउन के दौरान अपने घर, बीमारी, इलाज और दूसरे राज्यों में जाने के लिए सहजता से ई-पास जारी किया जा रहे है। ई-पास की व्यवस्था के लिए कार्यकारी अभियंता पंचायती राज भरत सिंह को नोडल अधिकारी बनाया गया है।


              उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बताया कि जिला में अबतक 14 हजार 319 लोगों को मूवमेंट पास जारी किए जा चुके हैं। प्रशासन जिले में कोविड नियमों की सख्ती से पालना करवा रहा है। इस दौरान लोगों को मूवमेंट करने के लिए ई-पास जारी किए जा रहे है ताकि लोग बिना वजह मूवमेंट न करे। प्रशासन ने लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए ऑनलाइन पास जारी करने की सेवा को शुरु किया। जिले में लोग आवश्यक कार्यों के लिए सरलहरियाणाडाटजीओवीडाटईन पर मुवमेंट करने के लिए ई-पास हेतू आवेदन कर रहे है।

https://propertyliquid.com


आधार कार्ड, कोविड टेस्ट रिपोर्ट सहित अन्य दस्तावेजों को अपलोड करना अनिवार्य :


              उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बताया कि आमजन को अगर किसी जरूरी कार्य या फिर दूसरे राज्य में जाना है, उसके लिए सरलहरियाणाडाटजीओवीडाटईन पर आवेदन करना होगा। प्रशासन इसमें दो तरह के पास जारी कर रहा है। पहले मेडिकल या आवश्यक वस्तुओं के लिए मूवमेंट करने हेतु आटो अप्रूव्ड पास जारी किए जा रहे है। इसके अलावा किसी व्यक्ति ने अपने घर, दूसरे राज्य या अन्य कार्यों के लिए बाहर जाना है, तो उस व्यक्ति को सरलहरियाणाडाटजीओवीडाटईन पर आवेदन करना होगा, इसमें आवेदन करते ही कुछ औपचारिकताएं, जिनमें आधार कार्ड, कोविड टेस्ट की रिपोर्ट सहित अन्य दस्तावेजों को अपलोड करना होगा।  

*यादविन्द्रा गार्डन में 4 से 6 जुलाई तक लगेगा मैंगो मेला*

डीएसआर से धान की सीधी बिजाई से होती है पानी एवं समय की बचत

सिरसा, 19 मई।

For Detailed News-


                  सहायक कृषि अभियंता (इंजीनियर) गोपी राम सांगवान ने बताया कि किसान धान की सीधी बिजाई करके अधिक उत्पादन कर सकते हैं और इससे समय, धन व पानी की बचत भी होती है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार धान बिजाई का उपयुक्त समय सात जून से 20 जून तक है। उन्होंने कहा कि धान उगाने के लिए किसान रोपाई को तवज्जो देते है, जिसमें पानी ज्यादा मात्रा में प्रयोग होता है और इससे भूजल स्तर घटता जा रहा है। ऐसी स्थिति में धान की सीधी बिजाई होने पर 30 फीसदी जल की बचत होगी। अगर किसान धान की रोपाई की जगह सीधी बिजाई करते है तो वे न केवल आगामी फसल की बेहतर उपज ले सकते है। इसके साथ-साथ भूमि की उपजाऊ शक्ति भी बनी रहती है। इतना ही नहीं कम पानी वाले क्षेत्रों में भी धान की सीधी बिजाई एक विकल्प हो सकती है।


बत्तर सीधी बिजाई में खरपतवार नियंत्रण:
                  इंजीनियर गोपी राम सांगवान ने बताया कि हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार द्वारा जारी सिफारिशों के अनुसार डीएसआर से सूखी एवं बत्तर आने पर बिजाई की जा सकती है। बत्तर आने पर डीएसआर से तीन से पांच सेंटीमीटर गहरी बिजाई करते है और सुहागा लगाते है। बत्तर अवस्था में सीधी बिजाई धान में पैडीमिथालिन (स्टॉम्प 30 प्रतिशत ईसी या टाटा पनीडा 30 प्रतिशत ईसी) का 1.3 लीटर (प्रोडेक्ट)/एकड़ की दर से 200 लीटर पानी में घोल बनाकर बिजाई के तुरंत बाद नम भूमि में छिड़काव करें। बिजाई के 15-25 दिन बाद (खरपतवार की दो से चार पत्ती वाली अवस्था) बिस्पाइरीबैक- सोडियम (नोमिनी गोल्ड 10 प्रतिशत एससी या तारक 10 प्रतिशत एससी) का 100 मि.ली./एकड़ की दर से 120 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें।

https://propertyliquid.com
सूखी सीधी बिजाई में खरपतवार नियंत्रण:


                  इंजीनियर गोपी राम सांगवान ने बताया कि सूखी सीधी बिजाई में खेत तैयार कर सुुहागा लगाने के बाद दो से तीन सेंटीमीटर गहराई पर  ड्रिल की मदद से बिजाई की जाती है। तीन दिन के अन्दर खरपतवार नाषक  पेडिमेथिलिन दवा का छिडकाव किया जाता है। बिजाई के 15-25 दिन बाद बिस्पाइरीबैक सोडियम नोमिनी-गोल्ड 10 प्रतिशत एससी या तारक 10 प्रतिशत एससी ) बिस्पाइरीबैक- सोडियम (नोमिनी गोल्ड 10 प्रतिशत एससी या तारक 10 प्रतिशत एससी) का 100 मिली/एकड़ की दर से 120 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें।

सीधी बिजाई के लिए किस्में:


                  हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार द्वारा जारी सिफारिशों के अनुसार सुगंधित/बासमती धान की सभी किस्में: तरावडी बासमती, बासमती, सीएसआर 30, पूसा बासमती एक, पूसा बासमती 1121, सीधी बिजाई हेतु उपयुक्त है।


बीज उपचार की मात्रा एवं उपचार:


                  इंजीनियर गोपी राम सांगवान ने बताया कि हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार द्वारा जारी सिफारिशों के मुताबिक बीज की मात्रा 8.0 किलो ग्राम/एकड़ उपयुक्त है बीज का उपचार सिफारिश शुदा दवाओं के घोल (10 कि.ग्रा बीज हेतु 10 ग्रा. बाविस्टिन प्लस एक ग्राम स्ट्रैप्टोसाइक्लिन या 2.5 ग्राम पौसामाइसिन का 10 लीटर पानी में घोल में 24 घंटे डुबोकर करें। इसके बाद बीज का एक से दो घंटे छाया में सुखाएं ताकि अतिरिक्त नमी उड़ जाए व बीज ड्रिल द्वारा बिजाई योग्य हो जाएं।


सीधी बिजाई के प्रयुक्त बीज व खाद का करें प्रयोग:
                  इंजीनियर गोपी राम सांगवान के अनुसार धान के अच्छे जमाव के लिए बेहतर होगा कि पहले जमीन का लेजर लेवलर मशीन की मदद से समतलीकरण हो। इससे बीज की गहराई भी एक समान होगी एवं सिंचाई के जल का वितरण भी एक तरह का होगा। जमीन में बेहतर तरीके से बीज डालने के लिए बीज वितरण प्रणाली मशीन जिसमें झुकी एवं खड़ी प्लेट का उपयोग अच्छा रहता है। किसान धान की बिजाई करते समय  उन बीज एवं खाद का ड्रिल का प्रयोग करें, जो सीधी बिजाई के लिए प्रयुक्त हो। इस वितरण प्रणाली मे सही बीज की सही मात्रा डालने के साथ बीज की टूट-फूट नहीं होगी है जो कि फलोटेड रोलर प्रणाली मे होती है।


अनुदान पर ले सकते है डीएसआर:
                 इंजीनियर गोपी राम सांगवान ने बताया कि इस समय किसान विभाग से अनुमोदित निर्माताओं से डीएसआर खरीदकर अनुदान भी ले सकते है। इसके लिए वे विभागीय वेबसाइट (डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट एग्रीहरियाणासीआरएम डॉट कॉम) पर मशीन खरीदकर अपना बिल अपलोड कर सकते है।

*यादविन्द्रा गार्डन में 4 से 6 जुलाई तक लगेगा मैंगो मेला*

आयुर्वेदिक, होम्योपैथी व योगा परामर्श के लिए नंबर जारी, विशेषज्ञों से प्रात: 10 से 11 बजे तक कर सकते हैं संपर्क

सिरसा, 19 मई।

For Detailed News-


                  जिला आयुर्वेदिक विभाग द्वारा कोरोना महामारी के फैलाव के चलते आमजन की आयुष पद्धतियों में बढ़ती जिज्ञासा को देखते हुए चिकित्सीय परामर्श के लिए दूरभाष नंबर जारी किए गए हैं।

https://propertyliquid.com


उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बताया कि आयुर्वेदिक, होम्योपैथी व योगा विशेषज्ञ नागरिकों की समस्याओं के समाधान के लिए आमजन प्रात: 10 बजे से 11 बजे तक फोन पर उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने जनसाधारण से आग्रह हैं कि इन पद्धतियों से संबंधित परामर्श के लिए दूरभाष नंबर 01666-248106 पर आयुर्वेदिक परामर्श, 93067-11036 पर होम्योपैथी परामर्श व 97290-35480 (योगा परामर्श) के लिए संपर्क कर सकते हैं।

सुरक्षित वाहन पॉलिसी के तहत विवेकानंद स्कूल और यूनिसन इंटरनेशनल स्कूल की स्कूल बसों का किया गया निरिक्षण

मेडिकल प्रेक्टिशनर ग्रामीणों को कोरोना टेस्टिंग व इलाज के लिए करें प्रेरित : रणजीत सिंह

सिरसा, 18 मई।

-ग्रामीण क्षेत्र में 24 हजार मेडिकल किट की गई वितरित, कोरोना इलाज के लिए दवाईयों की नहीं कोई कमी
-300 गांवों के मेडिकल प्रेक्टिशनर को डॉक्टरों द्वारा कोविड इलाज बारे दिया जा चुका प्रशिक्षण
-ग्रामीण क्षेत्र में संक्रमण फैलाव की रोक के लिए प्रशासन गंभीरता से कर रहा काम
-सीडीएलयू के ऑडिटोरियम हाल में ग्रामीण मेडिकल प्रेक्टिशनर के साथ बैठक आयोजित, डॉक्टरों ने कोविड उपचार के लिए किया प्रशिक्षित


प्रदेश के बिजली, अक्षय ऊर्जा एवं जेल मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए सरकार व प्रशासन दिन-रात एक किए हुए है। गांव में संक्रमण का फैलाव चिंता का विषय है। ग्रामीणों को कोरोना बीमारी की गंभीरता को समझते हुए कोविड टेस्टिंग व इसके उपचार कार्यों में प्रशासन का सहयोग करना होगा। इस कार्य में मेडिकल प्रेक्टिशनर एक अहम रोल अदा कर सकते हैं। लक्षण वाले मरीजों के उपचार व बीमारी से बचाव के उपायों के प्रति ग्रामीणों को जागरूक करने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाएंं।

For Detailed News-


बिजली मंत्री मंगलवार को सीडीएलयू में आयोजित ग्रामीण मेडिकल प्रेक्टिशनर की बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान डॉक्टरों द्वारा मेडिकल प्रेक्टिशनर को कोविड लक्षणों वालों की पहचान व उनके उपचार बारे जानकारी दी और प्रेक्टिशनरों द्वारा कोरोना को लेकर पूछे गए सवालों के संतोषजनक जवाब देकर उनकी शंकाओं को दूर किया गया। इस अवसर पर उपायुक्त प्रदीप कुमार, पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह, एसडीएम जयवीर यादव, जिला परिषद सीईओ राजेश कुमार, डिप्टी सीएमओ बुधराम, डा. जी.के अग्रवाल, डा. एम.एम तलवार व डा. सुरेश व समाज सेवी एडवोकेट संजीव जैन आदि उपस्थित थे। इस दौरान मेडिकल प्रेक्टिशनर को मेडिकल किट भी दी गई।


बिजली मंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में संक्रमण फैलाव को रोकने के लिए सरकार व प्रशासन दिन-रात एक किए हुए हैं। बीमारी की रोकथाम में सामाजिक संस्थाओं का भी सहयोग मिल रहा है। इस महामारी को हम सभी को मिलकर हराना है और इसके लिए सभी को एकजुट होना होगा। ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना के मामले आना चिंता का विषय है। मेडिकल प्रेक्टिशनर गांव में लक्षण वाले व्यक्ति का समय पर उपचार करके तथा संक्रमण बचाव के लिए ग्रामीणों को जागरूक करके महामारी की रोकथाम में सहयोगी बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि यदि कोरोना के लक्षण दिखते ही गांव में ही समय पर कोरोना का इलाज कर लिया जाए तो संक्रमित को अस्पताल में आने की जरूरत नहीं पड़ेगी और संक्रमण के फैलने पर भी रोक लगेगी।

https://propertyliquid.com


उन्होंने बताया कि सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से डॉक्टरों की सलाह पर मेडिकल किटें तैयार करवाई गई हैं। अब तक 24 हजार किटों का वितरण गांवों में कर दिया गया है। मेडिकल प्रेक्टिशनर इन मेडिकल किटों को लक्षण वाले व्यक्तियों को लेने के लिए प्रेरित करें और स्वयं कोविड लक्षण वालों के इलाज में इनका इस्तेमाल करें। उन्होंने कहा कि कोरोना मरीजों के इलाज के लिए दवाईयों की कोई कमी नहीं है। जरूरत अनुसार मेडिकल किटें तैयार की जा रही हैं और जहां भी आवश्यकता हो उस बारे अवगत करवाएं तुरंत उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि मेडिकल प्रेक्टिशनर का गांवों में बीमारी के संबंध में अच्छा प्रभाव होता है और उन द्वारा दी गई सलाह को मानते भी हैं। इसलिए मेडिकल प्रेक्टिशनर लोगों को समझाएं कि कोरोना बीमारी की गंभीरता को समझाते हुए उन्हें टेस्ट करवाने तथा इलाज करवाने के लिए प्रेरित करें। इसके साथ ही मास्क व अन्य बचाव उपायों बारे भी लोगों को जागरूक करें।


उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि ग्रामीण मेडिकल प्रेक्टिसनर गांव में खांसी, जुकाम, बुखार आदि लक्षण वालों का कोरोना मानते हुए उपचार करें। इसके लिए प्रशासन द्वारा वितरित की जा रही मेडिकल किट का इस्तेमाल करें। ग्रामीणों को इस बात के लिए जागरूक करें कि शुरूआती लक्षण पर ही उपचार लिया जाए तो घर पर रहकर भी कोरोना का इलाज हो सकता है। ग्रामीणों को गिलोय का सेवन करने, गर्म पानी पीने, गर्म पानी करके भाप लेने आदि घरेलू उपायों को लेकर भी जागरूक करें। उन्होंने कहा कि गांव में जो मेडिकल किट वितरित की जा रही हैं, वे डॉक्टरों व विशेषज्ञों की सलाह पर तैयार की गई हैं। लक्षण वाले मरीजों को इन दवाईयों को लेने के लिए प्रेरित करें। इसके साथ ही वे अपने स्तर पर भी इन दवाईयों को मरीजों को दें। मेडिकल किट की जरूरत पर प्रशासन को अवगत करवाएं, उन्हें तुरंत उपलब्ध करवा दी जाएंगी। डा. जी.के अग्रवाल, डा. तलवार व डा. सुरेश बिश्नोई ने उपस्थित मेडिकल प्रेक्टिशनरों को लक्षण से कोरोना संक्रिमतों की पहचान तथा उपचार के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

सुरक्षित वाहन पॉलिसी के तहत विवेकानंद स्कूल और यूनिसन इंटरनेशनल स्कूल की स्कूल बसों का किया गया निरिक्षण

न वैक्सीन, न दवाई, न कमाई, न सरकार नाम की चीज, हो रही है किसानों की पिटाई : अशोक तंवर

For Detailed News-

सिरसा।  अपना भारत मोर्चा के संयोजक एवं पूर्व सांसद डॉ. अशोक तंवर ने कहा है कि देश में पूरी तरह से अव्यवस्था फैली हुई है। न देश में सभी लोगों को कोरोनारोधी वैक्सीन लगवाने की व्यवस्था है, न दवाई है। ऊपर से इस कोरोना काल में किसानों पर तीन कृषि कानून थोंप कर संघर्षरत किसानों की पिटाई भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि देश व प्रदेश में सरकार नाम की चीज नहीं है। देश में प्रधानमंत्री व मंत्रियों में व प्रदेश में मुख्यमंत्री व उनके मंत्रियों में आपस में तालमेल नहीं है। देश की अर्थव्यवस्था न्यूनतम स्तर पर पहुंच चुकी है। उन्होंने कहा कि देश में फैले कोरोना महामारी से बचाव की सरकारों द्वारा कोई तैयारी नहीं थी इसलिए देशभर में इतने भयंकर तरीके से महामारी फैली है और पूरे भारत वर्ष के गांव व शहरी क्षेत्र इसकी चपेट में है।  सरकार के पास न तो पर्याप्त मात्र में अस्पताल हैं, न ऑक्सीजन है और न ही दवाइयां हैं। ऑक्सीजन व दवाइयों की देशभर में कालाबाजारी हो रही है और सरकारें दवाई कंपनियों के आगे नतमस्तक हैं।


डॉ. तंवर ने कहा कि अगर केन्द्र व प्रदेश सरकारों ने समय रहते कोरोना से बचाव के लिए तैयारी की होती तो तकरीबन 3 लाख  कीमती जानें नही जाती और लोग इलाज के लिए इधर-उधर न भटकते। उन्होंने कहा कि देश में बेरोजगारी की दर पहले ही काफी ज्यादा थी और कोरोना के कारण और भी ज्यादा बेरोजगारी बढ़ गई है तथा हरियाणा प्रदेश की बेरोजगारी दर पूरे देश में सबसे ज्यादा है। उन्होंने कहा कि पिछले दो-तीन महीनों के अंदर करोड़ों लोगों के रोजगार छिन गए हैं।  इसके अलावा व्यापारियों के व्यापार चौपट हो गए हैं, उद्योग धंधे ठप्प हो गए हैं। किसानों को फसल का उचित मूल्य नहीं मिलता। किसानों की फसल मंडियों में खरीदी नहीं जा रही।  शहरी और ग्रामीण लोगों के लिए कोई कामधंधा नहीं है। शिक्षा की व्यवस्था दयनीय स्थिति में है। एक साल से बच्चों की पढ़ाई नहीं हुई है। प्रधानमंत्री का डिजिटल इंडिया हवा-हवाई होकर रह गया है।


डॉ. तंवर ने कहा कि जिस रफ्तार के साथ देश में कोरोनारोधी वैक्सीनेशन का कार्य चल रहा है और अभी तक केवल 20 प्रतिशत लोगों का ही टीकाकरण हुआ है वो भी अधिकतर लोगों को एक ही डोज़ लगी है। अगर ऐसी ही रफ्तार चलती रही तो 2024 तक सरकार केवल वैक्सीनेशन पर लगी रहेगी। ऐसे में कितने लोगों की जान इस महामारी से एनडीए की सरकार लेगी यह सोचनीय विषय है। उन्होंने सरकार से पुख्ता कदम उठाने की अपील करते हुए कहा कि कोरोना की तीसरी लहर आने से पहले जो गलतियां सरकार द्वारा पहले हुई हैं उन्हें सुधारा नहीं किया तो परिणाम और भी भयावह होंगे। इसलिए सरकार सचेत हो जाए और पहले की गलतियों को सुधारने का काम करे।  स्वास्थ्य एवं शिक्षा को ढांचे को जल्द ही सुदृढ़ करे।

https://propertyliquid.com


उन्होंने सभी चुने है नुमाइंदों से अपना भारत मोर्चा की तरफ से आग्रह किया है कि सभी एक फ्लेटफार्म पर आकर इस दिशा में कार्य करें। सरकार को भी चाहिए कि राजनीति छोड़कर सभी पार्टी के नेताओं व चुने हुए प्रतिनिधियों से बातचीत करे और इस दिशा में साकारात्मक कदम बढ़ाते हुए लोगों की जान की रक्षा करने का काम करे। 

सुरक्षित वाहन पॉलिसी के तहत विवेकानंद स्कूल और यूनिसन इंटरनेशनल स्कूल की स्कूल बसों का किया गया निरिक्षण

होमआईसोलेट 182 रोगी उठा चुके हैं घर पर दी जा रही ऑक्सीजन सुविधा का लाभ

सिरसा, 18 मई।

-होम आइसोलेट व गंभीर बीमारी के मरीजों की ऑनलाइन रिक्वेस्ट पर घर ही पहुंचाए जा रहे ऑक्सीजन सिलेंडर : उपायुक्त प्रदीप कुमार


उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बताया कि प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार रेडक्रॉस के माध्यम से होम आईसोलेट कोविड मरीजों के साथ-साथ अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों को घर द्वार पर ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचाए जा रहे हैं। अब तक 182 होम आईसोलेट व गंभीर बीमारी से पीडि़त लोग इस सुविधा का लाभ उठा चुके हैं। सोमवार को भी रेडक्रॉस कर्मचारियों ने 19 मरीजों को उनके घर पर ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचाए।

For Detailed News-


उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में घर द्वार पर ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचाने की सुविधा से लोगों को बड़ी राहत मिली है। जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा कोरोना संक्रमित होम आइसोलेट व गंभीर रोगों से ग्रस्त रोगियों को कोई असुविधा न हो, इसके लिए उनके घर द्वार पर ही उनकी ऑनलाइन रिक्वेस्ट के अनुसार ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचाए जा रहे हैं। कोई भी होम आईसोलेट व अन्य बीमारी से पीडि़त व्यक्ति इस सुविधा का लाभ लेना चाहता है, उसके लिए ऑक्सीजनएचआरवाईडॉटइन पर रजिस्टे्रशन करके अपनी रिक्वेस्ट डालना जरूरी है। उन्होंने बताया कि पंजीकरण प्रक्रिया जारी है, होम आईसोलेट के परिजन घर पर ही ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए ऑक्सीजनएचआरवाईडॉटइन पर रजिस्टे्रशन करके इस सुविधा का लाभ उठाएं।


सोमवार को 19 जरूरमंद मरीजों तक पहुंचाए ऑक्सीजन सिलेंडर :


उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बताया कि सोमवार को 19 जरूरतमंद रोगियों को ऑक्सीजन गैस सिलेंडर मुहैया करवाए गए। इनमें गांव दमदमा निवासी कुलदीप सिंह, कश्मीर कौर, गांव शाहपुरिया निवासी कमला, गांव अबूबशहर निवासी बिमला, बेगू रोड निवासी श्रवण कुमार, ढाणी प्रताप सिंह निवासी हाकम देवी, कंगनपुर रोड निवासी सुरजीत कौर, गावं नेजिया खेडा निवासी राम सिंह, गांव खाईशेरगढ़ निवासी मनी देवी, अगसैन कालोनी निवासी कवित जैन, आर्य समाज रोड निवासी बृजमोहन, वार्ड न 7 डबवाली निवासी रमन कुमार, जीटीएम कालोनी आत्मा राम, गांव चकेरियां निवासी वीरपाल,गांव नाथूसरी चौपटा निवासी शिशपाल, कीर्ति नगरनिवासी कपिल वत्स, डिंग मंडी निवासी सुभाष चंद्र, गांव केहरवाला निवासी मदनलाल, कोर्ट कालोनी निवासी विनोद अग्रवाल शामिल है। इन्होंने विभागीय पोर्टल पर ऑक्सीजन सिलेंडर लेने के लिए अप्लाई किया था। उन्होंने आमजन से आह्वïान किया है कि जिनके पास खाली सिलेंडर है वे जिला रेडक्रॉस सोसाइटी के कार्यालय में जमा करवा दें ताकि संकट की इस घड़ी में जरूरतमंद के पास ऑक्सीजन सिलेंडर की सप्लाई की जा सके।

https://propertyliquid.com

सुरक्षित वाहन पॉलिसी के तहत विवेकानंद स्कूल और यूनिसन इंटरनेशनल स्कूल की स्कूल बसों का किया गया निरिक्षण

ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से हो रहा सेनेटाइजेशन कार्य, सामाजिक व धार्मिक संस्थाएं सहयोग के लिए आ रही आगे

सिरसा, 18 मई।

For Detailed News-

-गांवों में कोरोना महामारी की रोकथाम की दिशा में उठाए जा रहे प्रभावी कदम  : उपायुक्त प्रदीप कुमार


शहर के साथ-साथ इस बार ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण का फैलाव हो रहा है। प्रशासन की ओर से गांवों में महामारी की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। इसी दिशा में गांवों में सेनेटाइजेशन का कार्य तेजी से किया जा रहा है, ताकि ग्रामीण कोरोना संक्रमण से बच सकें और इसका फैलाव भी न हो सके। सेनेटाइजेशन कार्य में सहयोग के लिए सामाजिक व धार्मिक संस्थाएं आगे आ रही हैं।  उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के फैलाव के मद्देनजर शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में भी बचाव नियमों की पालना के प्रचार और सेनेटाइजेशन का कार्य तेजी से किया जा रहा है।


जिला प्रशासन के इस मुहिम में सामाजिक, धार्मिक संस्थाओं के साथ- साथ समाजसेवी सहयोग के लिए आगे आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड प्रबंधन को लेकर प्रभावी कदम उठा रहा है।उपायुक्त ने कहा कि कोरोना संक्रमण के फै लाव पर पर अंकुश लगाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा हर स्तर पर इससे बचाव व रोकथाम के लिए हर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। जिला में सभी के सांझे सहयोग व योगदान की बदौलत कोरोना के मामलो में कमी आई है जो राहत की बात है, लेकिन सावधानी और सर्तकता बरतना बेहद जरूरी है। सभी के सामूहिक सहयोग से ही कोरोना को हराया जा सकता है। हर नागरिक जिम्मेवारी से संक्रमण से बचाव उपायों की पालना करें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। मास्क व सोशल डिस्टेसिंग आदि प्रभाव बचाव उपायों की दृढता से पालना करें और महामारी रोकथाम में प्रशासन के सहयोगी बनें।

https://propertyliquid.com


कोरोना लक्षण दिखने पर कोविड दवाई से समय पर करें उपचार :


उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण से आमजन का बचाव करने व संक्रमण के फैलाव की रोकथाम के लिए मेडिकल किटों (कोविड दवाई) का वितरण करवाया जा रहा है। मेडिकल किट को डॉक्टरों की सलाह पर तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण खांसी जुकाम व गला खराब होने के लक्षण दिखने पर इन दवाईयों के इस्तेमाल से अपना उपचार करें। समय पर लिया गया उपचार कोरोना बीमारी की ंगंभीर स्थिति से बचाव करेगा और अस्पताल में दाखिल होने की जरूरत नहीं होगी।