हरियाणा विधानसभा स्पीकर श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने उमंग अभिव्यक्ति मंच की फाउंडर कवियत्री श्रीमती नीलम त्रिखा की पुस्तक मेरी बेटी मेरा अभिमान काव्य संग्रह का विमोचन अपने निवास स्थान पंचकूला में किया।
पंचकूला, 13 नवंबर- हरियाणा विधानसभा स्पीकर श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने उमंग अभिव्यक्ति मंच की फाउंडर कवियत्री श्रीमती नीलम त्रिखा की पुस्तक मेरी बेटी मेरा अभिमान काव्य संग्रह का विमोचन अपने निवास स्थान पंचकूला में किया। इस अवसर पर उनके साथ पूर्व पार्षद श्री सी बी गोयल, रजनीश चंद्र त्रिखा, जीएस चहल के साथ-साथ स्थानीय निवासी व उमंग अभिव्यक्ति मंच के सदस्य भी उपस्थित थे।

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने उनकी इस पुस्तक की सराहना करते हुए बधाई दी है और मंगल कामना की है कि वे इस तरह की पुस्तके जो बेटियों के लिए जागरूकता का काम करती है, आगे भी लेकर आएंगी। उन्होंने कहा कि समाज में बेटा और बेटी में भेद नही होना चाहिए। लड़कियां समाज का अह्म हिस्सा होती है। देश को आगे बढ़ाने में वे अपना काफी सहयोग देती है। आज देश में कोई भी ऐसा कार्य नहीं हो जो लड़किया न कर सके। उन्होंने कहा कि आज हर क्षेत्र में लड़कियां लड़कों से आगे बढ़ रही है। कार्यक्रम के आरंभ में रजनीश चंद्र त्रिखा, दृष्टि त्रिखा व नीलम त्रिखा, शिखा श्याम राणा ने मंच के सदस्यों के साथ फूल माला व गुलदस्ता भेंट करके अध्यक्ष का सम्मान किया और उसके बाद पुस्तक का लोकार्पण कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रम के पश्चात सभी का मिठाई व लड्डू से मुंह मीठा कराया गया।

नीलम त्रिखा ने बताया की उनकी पुस्तक मेरी बेटी मेरा अभिमान की सभी कविताएं बेटियों के गौरव गान पर लिखी हुई हैं। समाज में बेटा और बेटी में कोई भेद न हो, इसके लिये लोगों को जागरूक किया गया है। इसमें बताया गया है कि बेटिया किसी से कम नहीं है। उन्होंने संदेश दिया है कि अपनी बेटियों को आगे बढ़ाएं और भ्रूण हत्या जैसे जघन्य अपराध ना करें। उनकी सारी कविताएं बहुत ही सरल भाषा में लिखी हुई है। उन्होंने बेटियों के गौरव गान के साथ-साथ आम जीवन में भी भेदभाव के कारण बेटियों को कितनी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, इस विषय में भी कविताओं के माध्यम से बताया है। उनका ऐसा मानना है कि ऐसा कोई कार्य नहीं है जो बेटियां नहीं कर सकती। अपने मंच के माध्यम से भी वह बेटियों व नारी के लिए अनेक तरह के जागरूक अभियान पहले भी करती आई हैं।
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