कृषि एवं किसान कल्याण विभाग हरियाणा द्वारा फसल अवशेष प्रबंधन योजना के तहत व्यक्तिगत कैटेगरी एवं कस्टम हायरिंग सैंटरों के लिए ऑनलाइन बिल अपलोड करने की अंतिम तिथि 27 नवंबर कर दी गई है।
सहायक कृषि अभियंता इंजीनियर डीएस यादव ने बताया कि अब ऐसे किसान जिन्होंने पहले ऑनलाइन आवेदन कर रखा है और विभागीय शर्ते पूरी करते है तथा किसी कारणवश आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने से वंचित रह गए थे, वे दिनांक 27 नवंबर 2020 तक अपने कृषि यंत्र से संबंधित दस्तावेज ऑनलाइन अपलोड कर सकते हैं। किसान विभागीय पोर्टल डब्ल्यूडब्लयूडब्ल्यूएग्रीहरियाणासीआरएमडॉटकॉम पर अपलोड कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि किसान पोर्टल पर अपना कृषि यंत्र का खरीद बिल, ई-वे बिल, कृषि यंत्र के साथ रंगीन फोटो व पराली न जलाने बारे घोषणा पत्र अपलोड कर सकते है। उन्होंने बताया कि जिन किसानों ने ऑनलाइन आवेदन कर रखा है और विभागीय शर्ते पूरी करते है, परंतु कृषि यंत्र खरीद नहीं पाए, वे किसान निर्धारित तिथि तक अपने दस्तावेज पोर्टल पर अपलोड कर सकते है।
https://news7world.com/wp-content/uploads/2019/03/s1.jpg160162News 7 Worldhttps://news7world.com/wp-content/uploads/2018/12/Untitled.jpgNews 7 World2020-11-20 12:51:322020-11-20 12:51:34अब किसान 25 नवंबर तक करवा सकते हैं कृषि यंत्रों के बिल पोर्टल पर अपलोड
उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि परिवार पहचान पत्र(पीपीपी) प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना है। आगामी समय में प्रदेश सरकार की योजनाओं का लाभ परिवार पहचान पत्र के माध्यम से दिया जाएगा। परिवार पहचान पत्र योजना के महत्व को इसी बात से समझा जा सकता है कि मुख्यमंत्री स्वयं परिवार पहचान पत्र कार्य की समीक्षा कर रहे हैं। इसलिए संबंधित अधिकारी इस कार्य को प्राथमिकता दें और सकारात्मक सोच के साथ सौ प्रतिशत लक्ष्य पूरा करने की दिशा में कार्य में लग जाएं।
उपायुक्त शुक्रवार को लघुसचिवालय के सभागार में परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) योजना की कार्य प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह ने जिला में अब तक हुए परिवार पहचान पत्र के अपडेशन व सत्यापन कार्य की जानकारी दी। बैठक में एसडीएम जयवीर यादव, एसडीएम दिलबाग सिंह, एसडीएम अश्वनी कुमार, सिटीएम संदीप कुमार, सीएमजीजीए सुकन्या जर्नादन, डीआईओ एनआईसी रमेश कुमार सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
उपायुक्त ने कहा कि अधिकारी परिवार पहचान पत्र कार्य को प्रमुखता देते हुए इसे निर्धारित समय में पूरा करने की दिशा में काम करें। उन्होंने कहा कि परिवार पहचान पत्र प्रदेश सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है। मुख्यमंत्री स्वयं इस योजना की समीक्षा कर रहे हैं और इस संबंध में लगातार बैठक ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला में परिवार पहचान पत्र अपडेशन का कार्य अपेक्षा के अनुरूप नहीं हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्र की अपेक्षा शहरी क्षेत्र में परिवार पहचान पत्र अपडेशन कार्य धीमा चल रहा है। इसलिए शहरी क्षेत्र में विशेष तौर पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। अधिकारी इस कार्य को गंभीरता से लें। कोई अधिकारी या कर्मचारी इस कार्य में कोताही बरतता है तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि अधिकारी सकारात्मक सोच के साथ कार्य करेंगे तो कोई भी लक्ष्य हो उसे पूरा किया जा सकता है। कार्य को बोझ नहीं बल्कि अवसर समझकर उसे समय अवधि में पूरा करने का प्रयास करें।
उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि कोई भी कार्य हो उसमें जितना आमजन का सहयोग होगा, वह काम उतना ही आसान होगा। इसी प्रकार परिवार पहचान पत्र कार्य में भी जन प्रतिनिधियों व आमजन का सहयोग लें। गांव में सरपंच को परिवार पहचान पत्र के महत्व को बारे में बताएं ताकि वह ग्रामीणों को परिवार पहचान पत्र बनवाने के लिए प्रेरित कर सकें। इसी प्रकार शहर में पार्षद को इस कार्य में शामिल करके लोगों को परिवार पहचान पत्र बनवाने व इसे अपडेट करवाने के लिए जागरूक करें।
परिवार पहचान पत्र नि:शुल्क होता है अपडेट, शुल्क लेने वाले पर होगी कार्रवाई :
उपायुक्त ने कहा कि परिवार पहचन पत्र बनवाने या इसे अपडेट करवाने के लिए कोई भी शुल्क नहीं लिया जाता है। सरकार द्वारा स्थापित सीएससी सेंटर पर कोई भी नागरिक अपने परिवार के पहचान संबंधी दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, बैंक पासबुक, जन्म तिथि का प्रमाण पत्र व पहचान पत्र इत्यादि लेकर परिवार पहचान पत्र आईडी का रजिस्ट्रेशन या डाटा ठीक करवा सकते हैं। यदि कोई भी सीएससी सेंटर संचालक परिवार पहचान पत्र बनवाने या इसे अपडेट करवाने के लिए शुल्क लेता है तो उसकी आईडी को ब्लॉक करते हुए उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए परिवार पहचान पत्र जरूरी :
उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि प्रदेश सरकार की सोच है कि पात्र व्यक्ति को सरकारी योजनाओं का लाभ पारदर्शी तरीके से सीधे पहुंचे। परिवार पहचान पत्र इसी सोच का हिस्सा है। आगामी समय में प्रदेश सरकार की सभी योजनाओं का लाभ परिवार पहचान पत्र के आधार पर ही मिल पाएगा। उन्होंने कहा कि परिवार पहचान पत्र सभी के लिए जरूरी है। बुढ़ापा पैन्शन, विधवा पैन्शन और दिव्यांग पेंशन आदि के लाभ लेने के लिये परिवार पहचान पत्र अनिवार्य कर दिया गया है। उदाहरण के तौर पर परिवार पहचान पत्र में किसी भी सदस्य की आयु 60 साल हो जाती है, तो सरकार की ओर से उसकी पैंशन बना दी जाएगी। पैंशन बनवाने के लिए उसे कहीं पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसी प्रकार सदस्य की आयु 18 साल होते ही उसका वोटर कार्ड बन जाएगा। इसलिए आमजन अपने नजदीकी केंद्रों पर जाकर जल्द से जल्द अपने परिवार का डाटा अपडेट व सत्यापन करवाएं।
अतिरिक्त उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों पीपीपी के अपडेशन कार्य का दिया लक्ष्य :
अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह ने अधिकारियों को परिवार पहचान पत्र कार्य के संबंध में टारगेट देते हुए इसे समय अवधि में पूरा करने बारे दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी इस कार्य में पूरी गंभीरता के साथ जुट जाएं। इस कार्य में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं होगी। कोई भी दिक्कत या परेशानी आती है, तो उनको या डीआईओ एनआईसी को इस बारे अवगत करवाएं। उन्होंने शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास, श्रम विभाग आदि को पीपीपी के अपडेशन कार्य का टारगेट दिया और इस समय अवधि में पूरा करने के लिए दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी वर्कर या अन्य कोई सक्षम युवा किसी परिवार के डॉक्यूमेंट लेकर आता है तो सीएससी संचालन उसे अपडेट करेगा और अपडेट के उपरांत संबंधिक कर्मचारी को वापिस देगा। सीएससी संचालक लमिनेशन के नाम पर भी पैसे नहीं ले सकते।
https://news7world.com/wp-content/uploads/2019/03/s1.jpg160162News 7 Worldhttps://news7world.com/wp-content/uploads/2018/12/Untitled.jpgNews 7 World2020-11-20 12:47:362020-11-20 12:47:39अधिकारी परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) के अपडेशन व सत्यापन कार्य में लाएं तेजी : उपायुक्त प्रदीप कुमार
Chandigarh, November 19:-The Municipal Corporation Chandigarh joined the Safaimitra Suraksha Challenge competition to be held between 243 cities throughout the country from November 19, 2020 and May, 2021. The competition launched by Sh. Hardeep Singh Puri, MoS, I/C, Housing and Urban Affairs, Govt. of India through webinar from New Delhi, has been joined by Sh. K.K. Yadav, IAS, Commissioner, Municipal Corporation, Chandigarh here today.
The Challenge, aptly launched on the occasion of World Toilet Day, is aimed at preventing ‘hazardous cleaning’ of sewers and septic tanks and promote their mechanized cleaning.
Explaining the contours of the Challenge, the Commissioner said that the challenge will focus extensively on creating citizen awareness on this critical issue along with infrastructure creation for mechanized cleaning and capacity building of workforce.
He said that the actual on-ground assessment of participating cities will be conducted in May 2021 by an independent agency and results of the same will be declared on 15 August 2021. Cities will be awarded in three sub-categories – with population of more than 10 lakhs, 3-10 lakhs and upto 3 lakhs, with a total prize money of Rs 52 crores to be given to winning cities across all categories.
Sh. Sorabh Arora, Joint Commissioner, Sh. Shailender Singh, Chief Engineer, Sh. Vijay Kumar Premy, Executive Engineer, MCPH and other concerned officers were also present during the webinar at Chandigarh Smart City Ltd. office premises, Sector 17, Chandigarh.
चंडीगढ़, 19 नवंबर ( ):फेफड़ों के खराब होने से संंबंधित करोनिक आब्सट्रक्टिव पलमोनेरी डिजीज (सीओपीडी) के बारे जागरूकता पैदा करने के लिए पारस अस्पताल पंचकूला के डाक्टरों की एक टीम ने इस रोग से संबंधित कई तथ्यों तथा काल्पनिक बातों के बारे जानकारी दी। इस अवसर पर फेफड़ों संबंधी सीनियर सलहाकार डा. एस.गुप्ता व सीनियर मेडीसन कंस्लटेंट डा. सुमित जैन मौजूद थे। उन्होंने बताया कि पूरी दुनिया में लाखों लोग सी.ओ.पी.डी. रोगों से पीडि़त हैं, जिनमें एमफिसिमा, सोजिश, ना ठीक होने वाला दमा तथा सोजिश के कुछ अन्य लक्ष्ण शामिल हैं। करोनिक आब्सट्रक्टिव पलमोनेरी डिजीज (सीओपीडी ) फेफड़ों संबंधी सभी बीमारियों के लिए प्रयोग किया जाने वाला आम नाम है। इस बीमारी की पहचान सांस लेने में तकलीफ से होती है।
करोनिक आब्सट्रक्टिव पलमोनेरी डिजीज (सीओपीडी) रोग तथा इसके इलाज पर प्रकाश डालते हुए अस्पताल पंचकूला के फेफड़ों संबंधी सीनियर सलहाकार डा. एस.के. गुप्ता ने कहा कि दिल की बीमारियां तथा कैंसर के बाद सीओपीडी दुनिया में सबसे ज्यादा लोगों की मौत का कारण बनता है। ज्यादातर लोग सांस लेने में तकलीफ व खांसी को अपनी बढ़ती उम्र से जोड़ लेते हैं। हो सकता है कि इस बीमारी के शुरूआती दौर में आपको इसके लक्षणों के बारे पता न लगे। सी.ओ.पी.डी. रोग कई वर्षों तक बगैर लक्ष्णों से भी रह सकता है। जब यह रोग बहुत ज्यादा बढ़ जाता है, उस समय आपको इसके लक्ष्ण देखने को मिलते हैं। इसकी पहचान फेफड़ों के अंदर तथा बाहर हवा के दौरे में रूकावट से होती है, जिससे सांस लेना मुश्किल हो जाता है।
पारस अस्पताल पंचकूला में इनटरनल मेडीसन के सीनियर सलाहकार डा. सुमित जैन ने अपने अनुभव सांझे करते हुए कहा कि सी.ओ.पी.डी. आम तौर पर 40 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में देखने को मिलता है। इस रोग से पीडि़त हर कोई नही, पर ज्यादातर (90 प्रतिशत) लोग ऐसे होते हैं, जो कि धूम्रपान करते हैं। सीओपीडी ऐसे लोगों को भी हो सकता है, जो लंबे समय तक फेफड़ों के लिए खतरनाक हालात जैसे रसायनों, धूल या धुएं में तथा चूल्हे के सामने काम करते रहे हैं। ऐसे लोगों को भी यह रोग हो सकता है, जिन्होंने कभी धूम्रपान नहीं किया या वह कभी लंबे समय तक प्रदूषण भरे वातावरण में नहीं रहे। भारत में सी.ओ.पी.डी. की दर 5.5 से 7.55 प्रतिशत है। बीते समय दौरान हुए सर्वेक्षण में बताया गया है कि पुरुषों में सी.ओ.पी.डी. की अधिक से अधिक दर 22 प्रतिशत है, जबकि महिलाओं ये यह 19 प्रतिशत है।
इस अवसर पर डा. सुमित जैन ने कहा कि इस रोग से पीडि़त लोगों को थोड़ा दूर चलने-फिरने में सांस चढ़ जाता है तथा यह बहुत जल्द बीमारियों तथा निमोनिया का शिकार हो जाते हैं। अकसर, पीडि़तों को रोजाना 24 घटें तक आक्सीजन की जरूरत रहती है। यदि आप में एफीसिमा या सोजिश की समस्या है तो आप सी.ओ.पी.डी. से पीडि़त हैं। सी.ओ.पी.डी. के लंबे समय रहने से दिल का बायां तरफ का हिस्सा बड़ा हो जाता है, जिससे अंत में व्यक्ति की मौत हो जाती है। उन्होंने कहा कि सी.ओ.पी.डी. का कोई स्थाई इलाज नहीं है, पर रोग से शरीर का ज्यादा नुकसान होने से बचाने तथा जीवन का स्तर बेहतर करने के तरीके मौजूद हैं।
डा. एस.के. गुप्ता ने यह भी कहा कि जब सर्दी आती है तो सी.ओ.पी.डी. से पीडि़त लोगों का स्वास्थ्य खराब हो जाता है। उनको ज्यादा ठंड, जुकाम तथा अन्य सांस संबंधी बीमारियां होती हैं। इस रोग के लक्ष्ण सॢदयों दौरान ज्यादा बढ़ जाते हैं। उन्होंने कहा कि फेफड़े खून में आक्सीजन मिलाने का काम करते हैं तथा दिल खून का दौरा चलाता हैं, जिससे आक्सीजन शरीर के अलग-अलग हिस्सों में पहुंचती हैं। तापमान घटने से सांस नली सिकुड़ जाती है, जिससे खून का दौरा रूकता है तथा दिल को आक्सीजन नहीं मिलती। दिल का ज्यादा तेजी से धडक़ता है तथा ब्लड प्रैशर बढ़ जाता है। इसलिए ठंड के मौसम में सांस प्रणाली से ज्यादा भार पड़ता है। इसलिए यह जरूरी है कि जब भी आपको इस तरह के लक्षण दिखें आप डाक्टर को जल्द से जल्द संपर्क करें।
इस अवसर पर मौजूद पारस अस्पताल पंचकूला के फैसिलिटी डायरेक्टर डा. आशीष चड्ढा ने कहा कि मौजूदा समय की मांग है कि बीमारियों से बचाव की तरफ ज्यादा ध्यान दिया जाए। इसमें सी.ओ.पी.डी तथा अन्य फे$फड़ों से संबंधित बीमारियां तथा इनके खतरों के बारे जागरूकता फैलाना शामिल है। जिसके लिए सी.ओ.पी.डी. तथा संबंधित समस्याओं के लिए बड़े सतर पर सार्वजनिक शिक्षा प्रोग्राम, वर्कशाप तथा सलाहकार सेशन चलाने चाहिए।
https://news7world.com/wp-content/uploads/2019/03/s1.jpg160162News 7 Worldhttps://news7world.com/wp-content/uploads/2018/12/Untitled.jpgNews 7 World2020-11-19 12:11:362020-11-19 12:16:53दिल व कैंसर के बाद स्वास रोग दुनिया भर में मौतों का सबसे बड़ा कारण: डा.एस.के. गुप्ता
The Department of English and Cultural Studies has become the first department in Panjab University to organize an online “Ice Breaking Session” under the guidance of Prof. Deepti Gupta, Chairperson. This event was an effort by the students of MA English Final Year to welcome the new batch.
Prakhar Sinha, Class Representative, MA Final Year welcomed everyone and introduced his classmates who were serving as the speakers and mentors, to their juniors.
The new students introduced themselves with their respective career aspirations and academic backgrounds. They were high on energy and posed several questions about the department and its academics. Senior students enthusiastically resolved their queries and briefed them about various highlights of the department. COVID-19 had put students through challenging times but the Ice Breaker and a hearty conversation cheered everyone up. Marking pattern, Hostel admission procedure, Optional subject choice related questions were the most frequent ones. Many of them were anxious about the new syllabus introduced in 2019, but final year students reassured them with the promise of thorough guidance. The pandemic didn’t allow the senior students to meet and greet the new batch, but technology allowed them to connect which left everyone ecstatic. Senior students spoke about the kinds of challenges they faced when preparing for exams and provided juniors with study strategy and tips to score well. Inspiring examples of the class toppers were given to motivate juniors for meritorious academic performance.
The boarding students spoke about plenty of student accommodations available for students who don’t qualify for a hostel. Senior students discussed the major attractions of Punjab University like Annual Fests, Departmental events, Campus life and the liberal hostel life. New students were reassured about the University’s institutional support, gender inclusive space, innumerous platforms for talent and an equal environment for all. Regular initiatives taken by the senior students to bond with junior students were also discussed in detail. Seniors concluded by saying that all students should support each other.
The new students felt that the interactive session had been immensely helpful to them. They expressed their gratitude to the senior students for the warm welcome. The session ended with everyone hoping to meet soon.
https://news7world.com/wp-content/uploads/2019/03/s1.jpg160162News 7 Worldhttps://news7world.com/wp-content/uploads/2018/12/Untitled.jpgNews 7 World2020-11-19 10:47:092020-11-19 10:47:13Seniors of English Deptt,PU Interact with The Freshers Online in the Ice Breaking Session
एसडीएम ने की खंड सिरसा व नाथूसरी चौपटा के सक्षम योजना कार्यों की समीक्षा
एसडीएम जयवीर यादव ने कहा कि अधिकारी सक्षम योजना के तहत किए जा रहे कार्यक्रमों में तेजी लाएं और विद्यार्थियों के लर्निंग लेवल को बढाने बारे कार्य योजना बनाकर उसका बेहतर तरीके से क्रियान्वयन करें। सक्षम योजना विद्यार्थियों के लर्निंग लेवल बढाने की दिशा में प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना है, इसलिए अधिकारी योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए गंभीरता से कार्य करें।
एसडीएम वीरवार को लघुसचिवालय स्थित सभागार में सक्षम हरियाणा योजना के तहत खंड सिरसा व नाथूसरी चौपटा के कार्र्याें की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में खंड शिक्षा अधिकारी कमलेश, जसपाल सिंह व दोनों खंडों के एबीआरसी, बीआरपी सदस्य उपस्थित थे। बैठक में सीएमजीजीए सुकन्या जर्नादन ने योजना संंबंधी रिपोर्ट प्रस्तुत की। एसडीएम जिला के दोनों खंडों में शिक्षा विभाग की ओर से चलाए जा रहे सक्षम अभियान की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में एसडीएम ने कोविड-19 की हिदायतों की अनुपालना बारे भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोरोना के बचाव संबंधी उपायों के बारे में आमजन को जागरूक करें। उन्होंने कहा कि अधिकारी व कर्मचारी अपने कार्यों को समय अवधि में पूरा करें, ताकि आमजन को किसी प्रकार की असुविधा न हो और उसे सरकार की योजनाओं का लाभ अविलंब मिल सके।
https://news7world.com/wp-content/uploads/2019/03/s1.jpg160162News 7 Worldhttps://news7world.com/wp-content/uploads/2018/12/Untitled.jpgNews 7 World2020-11-19 10:39:012020-11-19 10:39:04अधिकारी सक्षम योजना के सफल क्रियान्वयन की दिशा में करें कार्य : एसडीएम जयवीर यादव
उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी प्रदीप कुमार ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्दशानुसार एक जनवरी 2021 को आधार मानकर मतदाता सूचियों का पुनरीक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसके तहत मतदाता सूची के संबंध में 15 दिसंबर तक दावे व आपत्तियां प्राप्त किए जाएंगे। इस अवधि के दौरान कोई भी पात्र व्यक्ति नये वोट बनवाने, कटवाने, वोट शुद्धि आदि के लिए अपना आवेदन संबंधित मतदान केंद्र पर जमा करवा सकेंगे। इसी कड़ी में 28 व 29 नवंबर तथा 12 व 13 दिसंबर 2020 को विशेष अभियान चलाया जाएगा। इन विशेष तिथियों में बूथ लेवल अधिकारी प्रात: 9 से सायं 5 बजे तक अपने बूथ पर उपस्थित रहकर दावे व आपत्तियों के आवेदन प्राप्त करेंगे। दावे व आपत्तियों का निपटारा 5 जनवरी, 2021 तक किया जाएगा तथा 15 जनवरी 2021 को मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन कर दिया जाएगा।
उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी प्रदीप कुमार वीरवार को अपने कार्यालय में विशेष पुनरीक्षण मतदाता सूची को लेकर अधिकारियों व राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर रहे थे। इस दौरान उपायुक्त ने जहां अधिकारियों को मतदाता सूची व मतदान केंद्रों के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए, वहीं इस कार्य में सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से सहयोग की अपील की। बैठक में एसडीएम जयवीर यादव, एसडीएम दिलबाग सिंह, एसडीएम अश्वनी कुमार, चुनाव तहसीलदार हनुमानदास, कानूनगो बलवंत सिंह, सतपाल, हवासिंह, जगदीश चंद्र सहित राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
उपायुक्त ने कहा कि 18 एवं 19 आयु वर्ग के युवा मतदाताओं के अधिक से अधिक वोट दर्ज किए जाएं ताकि कोई भी मतदाता ना छुटे। विशेष रूप से महिलाओं के पंजीकरण पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से कहा कि त्रुटिरहित मतदाता सूची तैयार करने में वे अपना सहयोग करें और जल्द से जल्द अपने-अपने बूथ लेवल एजेंट नियुक्त करें। कोई भी पात्र व्यक्ति अपना फार्म नंबर-6 भरकर निर्वाचक पंजीयन अधिकारी, ऑनलाइन पोर्टल एनवीएसपी एवं अपनी नजदीकी सीएससी पर आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आयोग की वेबसाईट पर उपलब्ध मोबाईल एप का भी प्रयोग किया जा सकता है। जानकारी के लिए नेशनल सर्विस सेंटर 1950 पर फोन किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आवेदन पर आवेदक के हस्ताक्षर व फोटो जरूर होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पारदर्शिता के लिए इस बार आवेदन फार्म बंडलों में ईक्_ïा करके नहीं लिए जाएंगे। अभियान के तहत नये मत या मत में शुद्घि के लिए हिंदी व अंग्रेजी दोनों भाषाओं के आवेदन भरवाए जाएंगे। पंचायत राज अधिनियम के तहत होने वाले चुनाव भी अंतिम प्रकाशित मतदाता सूची के अनुरूप ही होगा।
28, 29 नवंबर तथा 12, 13 दिसंबर को चलेगा विशेष अभियान : उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बताया कि आमजन की सुविधा के लिए 28, 29 नंवबर तथा 12, 13 दिसंबर को विशेष अभियान चलाया जाएगा। इन अभियान तिथियों के दिन बूथ लेवल अधिकारी संबंधित मतदान केंद्रों पर प्रात: 9 से सायं 5 बजे तक उपस्थित रहकर नये वोट बनवाने, वोट कटवाने, वोट शुद्धि आदि के बारे में आवेदन प्राप्त करेंगे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने बूथों को इन तिथियों में निरीक्षण कर सुनिश्चित करेंगे कि सभी बीएलओ बूथ पर उपस्थित रहकर आवेदन प्राप्त कर रहे हैं या नहीं।
https://news7world.com/wp-content/uploads/2019/03/s1.jpg160162News 7 Worldhttps://news7world.com/wp-content/uploads/2018/12/Untitled.jpgNews 7 World2020-11-19 10:34:192020-11-19 10:34:2215 दिसंबर तक चलेगा मतदाता सूचियों का पुनरीक्षण कार्यक्रम : उपायुक्त प्रदीप कुमार
पंचकूला, 18 नवंबर- हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से तीन महान शख्सियतों, महान लेखक व पत्रकार बाबू लाल मुकंद गुप्त, जन जन में अपनी रागनियों के माध्यम से मानवीय संवेदनाओं को स्पंदित करने वाले लोक सूर्य कवि पंडित लखमीचंद जी और संत कवि सूरदास जी भारतीय संत परंपरा एवं कृष्ण काव्य के महाकवि की प्रतिमाओं का लोकार्पण किया।
इस अवसर पर हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि हरियाणा की पावन भूमि पर तीनों विभूतियों ने जन्म लिया। प्रत्येक हरियाणवी के लिये गर्व की बात है। सूरदास जी जन्म से अंधे होते हुए भी उन्होंने एक लाख से अधिक पदों की रचना की। कलम के तीखे तेवरों से ब्रिटिश समा्रज्यवाद को चुनौति देने वाले बाल मुकुंद गुप्त ने युवाओं में देशभक्ति की भावना पैदा की। जन जन में अपनी रागनियों व सांग के माध्यम से मानवीय संवेदनाओं को स्पंदित करने वाले लोक कवि पंडित लखमीचंद जी ने हरियाणा की इस माटी की सोंधी गंध में जन्म लिया है। तीनों महाविभूतियों ने समाज को अपने रचनाओं, साहित्य व काव्य और लेखनी से प्ररेणा दी। इन तीनों महाभूतियों को सदियों तक याद रखा जायेगा। आने वाली पीढ़ी के लिये भी ये प्रेरणा के स्त्रोत रहेंगे।
अतिरिक्त मुख्य सचिव पब्लिक रिलेशनस धीरा खंडेलवाल ने बताया कि तीनों महान शख्सियत बाल मुकंद गुप्त, लोककवि लखमीचंद व कवि सूरदास जी हरियाणा के सोनीपत, फरीदाबाद और रेवाड़ी में जन्में थे। बाल मुकंद गुप्त जी अनुवादक, संस्थापक, देश प्रेम जगाने वाली शख्सियत थे। उन्होंने कहा कि श्री गुप्त ने हम सभी में जन्म भूमि से प्यार करने की प्रेरणा दी और जीवन में ऐसे कार्य करें, जिससे हम अमर हो जाये। लोक कवि पंडित लखमीचंद जी के सांग और लोकगीत पूरे देश में प्रसिद्ध हुए। सूर्य कवि सूरदास जी कृष्ण महाकाव्य के रचियता है। उन्होंने हिंदी साहित्य को नया आयाम दिया। उन्होंने इस अवसर पर हिंदी पत्रकारिता के मसीहा गुप्त जी, की गुड़ियानी और गुमनामी की पीर नामक पुस्तक का भी विमोचन किया। उन्होंने कहा कि हरियाणवी भाषा आज भारत में ही नहीं विश्व में भी बोली जाती है। बाॅलीवुड की फिल्मों व नाटकों में तो हरियाणवी संस्कृति विशेषतौर पर देखने को मिलती है। उन्होंने तीनों महान विभूतियों की प्रतिमाओं को बनाने वाले रामकुमार वर्मा की भी प्रशंसा की।
इस अवसर पर साहित्य कला अकादमी के निदेशक डाॅ. चंद्र त्रिखा ने पंडित लखमीचंद जी और सूर्य कवि सूरदास जी और बाबू लाल मुकंद गुप्त जी के योगदान का वर्णन किया। उन्होनंे कहा कि तीनों महाविभूतियां हमारे लिये वंदनीय है और तीनों ही हमारे जीवन की धड़कनों में बसती हैं। करोना काल खत्म होते ही साहित्य अकादमी इन तीनों कालजयी साहित्यकारों की जन्मस्थलियों की साहित्यक यात्रा का आयोजन करेगी। मुझे इस बात की खुशी है कि आज सूर्य कवि लखमीचंद जी के पडपोत्र विषणुदत जी और बाबू बाल मुुकंद गुप्त के गांव गुड़ियानी एवं रेवाड़ी से उनके साहित्यिक वंशज सत्यवीर नाहड़िया हमारे बीच उपस्थित है। इस मौके पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने करोना महामारी के दौर के खत्म होने के बाद तीनों महाविभूतियों के पैतृक गांव में जाने का भी वायदा किया।
इस मौके पर उपायुक्त पंचकूला मुकेश कुमार आहूजा, एसडीएम रिचा राठी, धरोहर संग्रहालय कुरूक्षेत्र के महासिंह पूनिया, केंद्रीय साहित्य अकादमी के उपाध्यक्ष माधव कौशिक आदि गणमान्य व्यक्ति व साहित्यकार उपस्थित थे।
https://news7world.com/wp-content/uploads/2019/06/s1.jpg160162News 7 Worldhttps://news7world.com/wp-content/uploads/2018/12/Untitled.jpgNews 7 World2020-11-18 12:41:362020-11-18 12:53:31हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से तीन महान शख्सियतों, महान लेखक व पत्रकार बाबू लाल मुकंद गुप्त महाकवि की प्रतिमाओं का लोकार्पण किया।
जीरो से 10 वर्ष की बेटी का किसी भी डाकघर या बैंक में खुलवा सकते हैं खाता
उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को साकार रूप देने के लिए भारत सरकार द्वारा सुकन्या समृद्धि योजना कारगर सिद्ध हो रही है। इस योजना के अंतर्गत मिलने वाली धनराशि बेटी की उच्च शिक्षा के लिए तथा उसके विवाह के समय सहायक सिद्ध होगी। आमजन को इस योजना का लाभ डाकघरों व बैंकों के माध्यम से दिया जा रहा है।
उपायुक्त ने बताया कि सुकन्या समृद्धि योजना के तहत कोई भी माता-पिता अपनी बेटी के नाम पर किसी भी पोस्ट ऑफिस या बैंक में खाता खुलवा सकता है। अधिकतम दो बच्चियों के नाम पर खाता खुलवाया जा सकता है। सुकन्या समृद्धि योजना के तहत दस साल तक की आयु की बच्ची के नाम पर अकाउंट खुलवाया जा सकता है। इस स्कीम में 15 साल तक निवेश किया जा सकता है। अगर बेटी की उम्र 18 साल हो जाती है और उसे पढ़ाई या उसकी शादी के लिए पैसों की जरुरत है तो जमा राशि की 50 फीसदी तक राशि निकाल भी सकते हैं। बेटी के 21 साल के होने पर खाते को बंद किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि योजना के तहत 0 से 10 वर्ष तक की उम्र में बेटी का खाता खुलवाया जा सकता है। किसी भी अधिकृत बैंक की शाखा या डाकघर में इस स्कीम के लिए खाता खुलवा सकते हैं। इसमें हर महीने कम से कम 250 रुपये और साल में अधिकतम 1.50 लाख रुपये निवेश कर सकते हैं। लेकिन हर साल अपना खाता चालू रखने के लिए न्यूनतम निवेश बरकरार रखना होगा। योजना के अंतर्गत इस समय 7.6 फीसदी का ब्याज सरकार की ओर से मिलता है। हर साल न्यूनतम 250 रुपये जमा नहीं करने पर आपका अकाउंट डिस्कंटीन्यू कर दिया जाता है और न्यूनतम रकम के साथ 50 रुपये की जुर्माने के भुगतान के बाद इस अकाउंट को फिर से जारी रखा जा सकता है।
उन्होंने बताया कि जरुरत पडऩे पर बेटी की उच्च शिक्षा के लिए आंशिक राशि निकाली जा सकती है। इसके अलावा इंट्रा ऑपरेटेबल नेट बैंकिंग व इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (आईपीपीबी) के माध्यम से खाते में रुपये जमा करवाने की सुविधा भी उपलब्ध है। सुकन्या समृद्धि अकाउंट स्कीम में खाते में माता-पिता व संरक्षक द्वारा किया निवेश धारा 80 सी के तहत आयकर से छूट है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत 22 जून 2015 को पानीपत से सुकन्या समृद्धि योजना का शुभारंभ किया था।
इन डाक्यूमेंट की पड़ेगी जरुरत :
उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बताया कि सुकन्या समृद्धि योजना का लाभ लेेने के लिए बालिका का जन्म प्रमाण पत्र, पहचान प्रमाण, निवास प्रमाण पत्र, कानूनी अभिभावक के दो फोटो आवश्यक दस्तावेज हैं तथा सुकन्या समृद्धि अकाउंट की शुरुआती जमा राशि के साथ खोला जा सकता है। किसी महीने या किसी वित्तीय वर्ष में जमा राशि की कोई सीमा नहीं है। सुकन्या समृद्धि योजना लड़कियों के आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देती है। कन्या के वयस्क होने तक उसके अभिभावक द्वारा कन्या के नाम पर खाते में नियमित रूप से पैसे की बचत के साथ लड़की के लिए एक निश्चित वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है।
https://news7world.com/wp-content/uploads/2019/06/s1.jpg160162News 7 Worldhttps://news7world.com/wp-content/uploads/2018/12/Untitled.jpgNews 7 World2020-11-18 12:01:332020-11-18 12:01:36बेटियों के उज्जवल भविष्य की दिशा में कारगर साबित हो रही है सुकन्या समृद्धि योजना : उपायुक्त प्रदीप कुमार
Chandigarh, November 18:-Smt. Raj Bala Malik, Mayor, Chandigarh today launched the facility of issuing clearance certificate in respect of residential property tax paid by the residents of Chandigarh without making any request.
While launching this facility at command and control centre at MCC office premises in presence of Sh. K.K.Yadav, IAS, Commissioner, Sh. Anil Kumar Garg, Additional Commissioner, the Mayor said that the Corporation will issue near about 80000 certificates within 2 months time frame.