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उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने स्वच्छता सप्ताह के तहत सफाई अभियान का किया शुभारंभ

सिरसा, 27 अप्रैल।

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उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने नगर परिषद द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छता सप्ताह के तहत ने वीरवार को जेजे कॉलोनी में सफाई अभियान का शुभारंभ किया। नगर परिषद सिरसा द्वारा 27 अप्रैल से 3 मई तक स्वच्छता सप्ताह मनाया जा रहा है। उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विशेष अभियान को गंभीरता से लें, शहर को साफ सुथरा बनाने के साथ-साथ आमजन को स्वच्छता का संदेश देते हुए प्रेरित करें।


उपायुक्त ने कहा कि मनुष्य को अगर स्वस्थ रहना है तो स्वच्छ वातावरण का निर्माण करना होगा। गंदगी में बीमारियां पनपती है जोकि बीमारी का कारण बनती है। उन्होंने कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद को निर्देश दिए कि सफाई कर्मचारियों का ड्यूटी रोस्टर बना कर सफाई करवाएं। साफ सफाई रखना हम सबकी जिम्मेवारी है, इसलिए सभी अपने घरों व दुकानों में डस्टबीन रखें तथा कूड़ा कर्कट नगर परिषद द्वारा भेजी जाने वाली गाड़ियों में ही डाले। उन्होंने सभी दुकानदारों से अपील की कि दुकानों के बाहर रखे गए सामान को दुकानों के अंदर ही रखें ताकि बाजार खुला व साफ नजर आए और बाजार में आने-जाने वाले लोगों को परेशानी न हो। इस अवसर पर कार्यकारी अधिकारी संदीप मलिक सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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पर्यावरण के मद्देनजर सडक और बिजली से भी ज्यादा भविष्य के लिए जल-संरक्षण की आवश्यकता- डिप्टी सीएम

आईएमटी सोहना, खरखौदा और ग्लोबल सिटी में लगाएंगे नया वॉटर-ट्रिटमेंट सिस्टम -दुष्यंत चैटाला
– अमृत जल क्रांति की जल-संगोष्ठी के दूसरे दिन बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे डिप्टी सीएम

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पंचकूला, 27 अप्रैल – हरियाणा के उपमुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चैटाला ने कहा कि भविष्य में प्रदेश में जितने भी नए उद्योग लगाए जाएंगे उनमें नई एवं आधुनिक तकनीक से युक्त वॉटर-ट्रिटमेंट प्रक्रिया अपनाई जाएगी। हमारा प्रयास रहेगा कि आईएमटी सोहना, आईएमटी खरखौदा तथा ड्रीम-प्रोजेक्ट ग्लोबल सिटी को जीरो लिक्विड डिस्चार्ज की ओर लेकर जाएं और वहां के पानी को पुनः उपयोग के योग्य बनाए जाए।


 उपमुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चैटाला आज पीडब्लयूडी रेस्ट हाउस, सैक्टर-1 अमृत जल क्रांति के अंतर्गत आयोजित जल-संगोष्ठी कार्यक्रम के दूसरे दिन बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।


 श्री दुष्यंत चैटाला ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र से सीवेरज व बरसाती पानी की निकासी के लिए बनाए गए पुराने बुनियादी ढ़ांचा को भी अपडेट करने की दिशा में कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को पुराने रोहतक शहर के औद्योगिक क्षेत्र की सीवेरज आदि की व्यवस्था को नई तकनीक के माध्यम से पायलट तौर पर दुरूस्त करने का आह्वान किया ताकि पानी का फिर से उपयोग किया जा सके।


उन्होंने महाराष्ट्र के जिला लातूर में प्रयोग की जा रही है उस तकनीक का भी जिक्र किया जिससे डैड हो चुके बोरवेल को पुनः जीवित किया जा सकता है। उन्होंने प्रदेश के विशेषज्ञों से फरीदाबाद में डैड-बोरवेल को ठीक किए जा रहे प्रोजेक्ट को पूरे प्रदेश में लागू करने की दिशा में कार्य करने का सुझाव दिया। उन्होंने राज्य में प्राकृतिक झीलों के निर्माण पर चर्चा की और कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में जल-सरंक्षण के क्षेत्र में कम से कम एक-एक पायलट प्रोजेक्ट बनाया जाए ताकि उनके परिणामों के आधार पर लोगों को पे्रेरित कर सकें।


उपमुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चैटाला ने प्रदेश में पहली बार आयोजित की जा रही इस प्रकार की संगोष्ठी के लिए अधिकारियों को बधाई दी और कहा कि पर्यावरणीय परिस्थितियों को देखते हुए सडक और बिजली से भी ज्यादा भविष्य के लिए जल-संरक्षण की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से राज्य सरकार वॉटर-ट्रिटमेंट और जल-संरक्षण के क्षेत्र में काम कर रही है उससे उम्मीद है कि हरियाणा पूरे देश में एक रोल-मॉडल बन कर उभरेगा।


उन्होंने ‘जल ही जीवन है’ के स्लोगन का उदाहरण देते हुए कहा कि पानी के समुचित प्रबंधन के अभाव में ही वॉटर-क्राइसिस की नौबत आने लगी है, शहरों में टैंकर से पानी की सप्लाई करनी पड़ती है। उन्होंने सिंगापुर, कोरिया तथा यूएई जैसे देशों के वॉटर-मैनेजमैंट पर चर्चा करते हुए कहा कि उनको आशा है कि इस जल-संगोष्ठी से हरियाणा में भी जल-प्रबंधन बेहतर होगा।

इस अवसर पर हरियाणा  मुख्यमंत्री प्रधान सचिव वी उमाशंकर, उद्योग एवं काॅमर्स के एसीएस आनंद मोहन शरण, जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के एसीएस ए.के सिंह, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता विभाग के आयुक्त एवं सचिव, पंकज अग्रवाल, हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण की अध्यक्ष श्रीमति केशनी आनंद अरोडा, मुख्यमंत्री के सलाहकार (सिंचाई) श्री देवेंद्र सिंह, सहित संबंधित विभाग के अधिकारी मौजुद थे।

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अब तब पंचकूला की तीनों मंडियों में 29365 मिट्रिक टन गेहूं की हुई खरीद

18151 मीट्रिक टन गेहूं का किया जा चुका है उठान

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पंचकूला, 27 अप्रैल- जिला में रबी सीजन 2023-24 के दौरान गेंहू व सरसों की खरीद तथा उठान का कार्य सुचारू रूप से चल रहा है। सरकारी खरीद एजेंसियों द्वारा अब तब जिला की मंडियों में अब तक 29365 मिट्रिक टन गेंहू की खरीद की गई है और 18151 मीट्रिक टन गेंहू का उठान किया जा चुका है।


इस संबंध में जानकारी देते हुए खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि सरकारी खरीद एजंसियों हैफेड और हरियाणा वेयरहाउसिंग कारपोरेशन द्वारा पंचकूला, बरवाला और रायपुररानी स्थित अनाजमंडियों में गेंहू व सरसों की खरीद की जा रही है।


उन्होंने बताया कि पंचकूला, बरवाला तथा रायपुररानी अनाज मंडियों  से हैफेड और हरियाणा वेयरहाउसिंग कार्पाेरेशन द्वारा 26 अप्रैल को 480  मिट्रिक टन गेंहू की खरीद की गई जिसमें से 425 मीट्रिक टन हैफेड द्वारा रायपुररानी अनाज मंडी से तथा 55 मीट्रिक टन हैफेड द्वारा पंचकूला अनाज मंडी से खरीद शामिल है। वहीं हरियाणा वेयरहाउसिंग कार्पाेरेशन तथा हैफेड द्वारा 1011 मीट्रिक टन गेहूं का उठान किया गया जिसमें से 600 मीट्रिक टन हरियाणा वेयरहाउसिंग कार्पाेरेशन द्वारा बरवाला अनाज मंडी से, 388 मीट्रिक टन हैफेड द्वारा रायपुररानी अनाज मंडी से तथा 23 मीट्रिक टन गेहूं का पंचकूला अनाज मंडी से उठान शामिल है।

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राजकीय महाविद्यालय कालका में फुटबॉल नर्सरी में बच्चों के चयन के लिये 29 अप्रैल को लिये जायेंगे ट्रायल

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पंचकूला, 27 अप्रैल- हरियाणा खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग द्वारा संचालित फुटबॉल नर्सरी में बच्चों का चयन करने के लिये 29 अप्रैल 2023 को ट्रायल लिये जायेंगे। इन ट्रायल में भाग लेने के लिये खिलाड़ी की आयु 01-01-2009 से 31-12-2015 तक 8 से 14 वर्ष और 01-01- 2004 से 31-12-2008 तक 15 से 19 वर्ष होनी आवश्यक है। खिलाड़ियों के परीक्षण  ट्रायल  खेल विभाग के मापदंड के अनुसार लिए जाएंगे।
राजकीय महाविद्यालय की प्राचार्या श्रीमती कामना ने जानकारी देते हुए बताया कि खिलाड़ियों को अपने साथ हरियाणा का अधिवास प्रमाण पत्र यानि डोमिसाइल और आधार कार्ड लेकर आना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि 29 अप्रैल 2023 को राजकीय महाविद्यालय कालका के स्टेडियम में 4 बजे परीक्षण ट्रायल लिए जाएंगे।

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राजकीय महाविद्यालय कालका में गृह विज्ञान विभाग द्वारा पांच दिवसीय कटिंग एंड टेलरिंग कार्यशाला का किया गया आयोजन

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पंचकूला, 27 अप्रैल- राजकीय महाविद्यालय कालका की प्राचार्या कामना की अध्यक्षता में गृह विज्ञान विभाग द्वारा पांच दिवसीय कटिंग एंड टेलरिंग कार्यशाला का आयोजन किया गया।


प्राचार्या कामना ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस तरह की कार्यशाला लगाने का प्रयोजन विद्यार्थियों को भविष्य में उद्यमी बनाना है। गृह विज्ञान विभाग की प्रोफेसर डॉ सोनाली गुप्ता के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों को ड्राफ्टिंग, कटिंग और स्टिचिंग सिखाई गई। इस कार्यशाला में कुल 45 विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में वरिष्ठ प्रोफेसर नीना शर्मा, प्रोफेसर डॉक्टर बिंदु और प्रोफेसर डॉक्टर रविंद्र कुमार का विशेष योगदान रहा।

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सेक्टर-1 स्थित जिला अदालत में 13 मई 2023 को राष्ट्रीय लोक का किया जायेगा आयोजन

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पंचकूला, 27 अप्रैल- जिला एव सत्र न्यायाधीश एवं चेयरमैन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री हरबीर सिंह दहिया के निर्देशानुसार एव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी एव सचिव सम्प्रीत कौर की देख रेख में सेक्टर-1 स्थित जिला अदालत में 13 मई 2023 को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जायेगा।


इस संबंध में जानकारी देते हुये जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी एव सचिव सम्प्रीत कौर ने बताया कि  राष्ट्रीय लोक अदालत में वाहन दुर्घटना, श्रमिक, विवाद, चेक बाउंस, बैंक सबंधी, बिजली सबंधी, दीवानी केस, वैवाहिक मामले समेत कई मामलें रखे जाएंगे।

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अब तब पंचकूला की तीनों मंडियों में 28885 मिट्रिक टन गेहूं की हुई खरीद

17140 मीट्रिक टन गेहूं का किया जा चुका है उठान

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पंचकूला, 26 अप्रैल- जिला में रबी सीजन 2023-24 के दौरान गेंहू सरसों की खरीद तथा उठान का कार्य सुचारू रूप से चल रहा है। सरकारी खरीद एजेंसियों द्वारा अब तब जिला की मंडियों में अब तक 28885 मिट्रिक टन गेंहू की खरीद की गई है और 17140 मीट्रिक टन गेंहू का उठान किया गया है।


इस संबंध में जानकारी देते हुए खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि सरकारी खरीद एजंसियों हैफेड और हरियाणा वेयरहाउसिंग कारपोरेशन द्वारा पंचकूला, बरवाला और रायपुररानी स्थित अनाजमंडियों में गेंहू व सरसों की खरीद की जा रही है।


उन्होंने बताया कि पंचकूला, बरवाला तथा रायपुररानी अनाज मंडियों  से हैफेड और हरियाणा वेयरहाउसिंग कार्पाेरेशन द्वारा 25 अप्रैल को 906  मिट्रिक टन गेंहू की खरीद की गई जिसमें से 700 मीट्रिक टन हैफेड द्वारा रायपुररानी अनाज मंडी से, 166 मीट्रिक टन हरियाणा वेयरहाउसिंग कार्पाेरेशन द्वारा बरवाला अनाज मंडी से तथा 40 मीट्रिक टन हैफेड द्वारा पंचकूला अनाज मंडी से खरीद शामिल है। वहीं हरियाणा वेयरहाउसिंग कार्पाेरेशन तथा हैफेड द्वारा 1535 मीट्रिक टन गेहूं का उठान किया गया जिसमें से 979 मीट्रिक टन हरियाणा वेयरहाउसिंग कार्पाेरेशन द्वारा बरवाला अनाज मंडी से, 516 मीट्रिक टन हैफेड द्वारा रायपुररानी अनाज मंडी से तथा 40 मीट्रिक टन गेहूं का पंचकूला अनाज मंडी से उठान शामिल है।

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श्री रमनीक सिंह मान चीफ मीडिया कोओर्डिनेटर नियुक्त

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पंचकूला, 26 अप्रैल- हरियाणा सरकार ने पंचकूला के श्री रमनीक सिंह मान को सूचना, जन संपर्क एवं भाषा विभाग, हरियाणा में चीफ मीडिया कोओर्डिनेटर नियुक्त किया है।

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आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत ताउ देवी लाल स्टेडियम में ’बाल-क्रीडा’ का किया गया आयोजन

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पंचकूला, 26 अप्रैल- आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत ताउ देवी लाल स्टेडियम में आज ’बाल-क्रीडा’ का आयोजन जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास पंचकूला श्रीमती बलजीत कौर की अध्यक्षता में किया गया।


बाल क्रीडा समारोह के मुख्यातिथि श्रीमती प्रेम सोमा खेल जगत में राज्य स्तरीय पुरस्कृत एवं समाज सेवी ने समारोह का उद्घाटन किया और बच्चों का उत्साह बढ़ाया। इस समारोह में बाल संस्थाऐ (बाल निकेतन एवं आशियाना) में रह रहे बच्चों ने विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में बढ़चढकर भाग लिया। इस कार्यक्रम में जिला बाल संरक्षण अधिकारी ने बच्चों को खेल कूद के महत्व के विषय में भी अवगत करवाया।

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मुख्यमंत्री ने नागरिकों से किया आह्वान, पानी की उपलब्धता, मांग और पूर्ति हेतू पानी के समुचित उपयोग की ओर ध्यान देने की आवश्यकता

मुख्यमंत्री ने पंचकूला में 2 दिवसीय जल संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र को किया संबोधित

मुख्यमंत्री ने किसानों के मसीहा और किसानों की चिंता करने वाले सरदार प्रकाश सिंह बादल को समर्पित किया वॉटर कॉन्क्लेव

हरियाणा के पास प्राकृतिक रूप से पानी का स्त्रोत नहीं, पानी का संग्रहण कर हमें भविष्य के लिए सहेजना होगा- मनोहर लाल

पानी के समुचित उपयोग के लिए थ्री- आर यानी रिड्यूस, रीसाइकिल और रीयूज की अवधारणा को अपनाने की आवश्यकता- मुख्यमंत्री

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पंचकूला , 26 अप्रैल – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने नागरिकों से आह्वान किया कि आज के समय में पानी की उपलब्धता, मांग और पूर्ति हेतू जल संरक्षण, वर्षा जल संचयन सहित पानी के समुचित उपयोग की ओर ध्यान देने की आवश्यकता है। हम सभी का दायित्व बनता है कि जिस प्रकार हमें विरासत में हमारे पूर्वजों ने पानी दिया है, उसी प्रकार हम भी आने वाले पीढ़ियों को विरासत में जल दें। इसके लिए पानी बचाना ही एकमात्र उपाय है और यह जन भागीदारी के बिना सफल नहीं हो सकता। इसलिए सरकार के साथ-साथ नागरिकों को भी इसमें सहयोग करना होगा और अपने अपने स्तर पर पानी बचाने की मुहिम को मिशन मोड में लेना होगा।

मुख्यमंत्री आज पंचकूला में हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण द्वारा आयोजित 2 दिवसीय जल संगोष्ठी – अमृत जल क्रांति के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने किसानों के मसीहा और किसानों की चिंता करने वाले सरदार प्रकाश सिंह बादल को समर्पित किया वॉटर कॉन्क्लेव

श्री मनोहर लाल ने संबोधित करते हुए कहा कि संयोग से यह संगोष्ठी उस समय हो रही है, जब किसानों के मसीहा और उनकी चिंता करने वाले पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री सरदार प्रकाश सिंह बादल हमारे बीच नहीं रहे। वे सदैव किसानों की बात करते थे। पिछले वर्ष जब मैं उनसे मिलने अस्पताल गया था, उस समय भी उन्होंने मुझसे किसानों का ध्यान रखने की बात कही थी। ऐसे व्यक्तित्व को श्रद्धांजलि देते हुए यह जल संगोष्ठी उन्हें समर्पित है।

हरियाणा के पास प्राकृतिक रूप से कोई पानी का स्त्रोत नहीं, पानी का संग्रहण कर हमें भविष्य के लिए सहेजना होगा

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा के पास प्राकृतिक रूप से कोई पानी का स्त्रोत नहीं, पानी का संग्रहण कर हमें भविष्य के लिए सहेजना होगा। हरियाणा में केवल वर्षा का पानी और पहाड़ों से प्राकृतिक तौर पर प्रवाहित होने वाला पानी ही हमारा मुख्य स्रोत है। हरियाणा में यदि वर्षा की बात की जाए तो यहां 5 इंच यानी 150 मिलीमीटर औसतन वर्षा होती है। इसके अलावा, यमुना नदी से पानी की पूर्ति होती है। सतलुज-रावी-ब्यास का पानी भाखड़ा डैम के माध्यम से हमें मिलता है। 3.5 एमएएफ पानी एसवाईएल के कारण हमें नहीं मिल पा रहा है। वर्तमान में हरियाणा में पानी की उपलब्धता 20 एमएएफ है, जबकि मांग 34 एमएएफ है। इस 14 एमएएफ के अंतराल को पूरा करना हमारे लिए चुनौती है।

उन्होंने कहा कि यदि पानी के उपयोग के अनुसार देखा जाए तो सबसे बड़ा हितधारक किसान है, क्योंकि अधिकांश पानी सिंचाई के लिए उपयोग किया जाता है। इसके अलावा, उद्योगों तथा घरों में भी पीने के अलावा अन्य कार्यों में पानी की अधिकतर खपत होती है। लेकिन पानी बहुत ही सीमित मात्रा में है। आज प्रदेश के 85 ब्लॉक डार्क जोन में आ गए हैं।

वर्षा के पानी का संग्रह और भूजल रिचार्जिंग के लिए करना होगा काम

मुख्यमंत्री ने कहा कि पानी की मांग और उपलब्धता के अंतराल को पूरा करने के लिए वर्षा के पानी का संग्रह करने के सिस्टम खड़े करने होंगे। इसके अलावा, रिजरवायर, तालाबों और झीलों की क्षमताएं बढ़ानी होगी तथा भूजल रिचार्जिंग पर भी काम करना होगा। उन्होंने कहा कि आज भूजल रिचार्ज से ज्यादा पानी निकाला जा रहा है। भूमि से पानी का लगभग 139 प्रतिशत दोहन हो रहा है। आज के समय में जमीन की लेयर पेस्टिसाइड के इस्तेमाल से ठोस बन गई है, जिसके कारण भूजल रिचार्ज में एक बड़ी समस्या आ रही है। इस समस्या से निजात पाने के लिए भूमि सुधार की तकनीकों पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है।

पानी के समुचित उपयोग के लिए थ्री- आर यानी रिड्यूस, रीसाइकिल और रीयूज की अवधारणा को अपनाने की आवश्यकता

श्री मनोहर लाल ने कहा कि पानी के संग्रह के साथ-साथ उसके प्रबंधन के लिए काम करने की आवश्यकता है और वर्तमान समय में पानी की मांग को पूरा करने के लिए थ्री- आर यानी रिड्यूस, रीसाइकिल और रीयूज की अवधारणा को अपनाने की आवश्यकता है। इसलिए अधिक से अधिक ट्रीटेड वाटर का उपयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि ट्रीटेड वॉटर के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में 200 एसटीपी और वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाए गए हैं, जिनमें से लगभग 1800 एमएलडी पानी का उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा, एचएसवीपी द्वारा विकसित सेक्टरों में एक नया प्रयोग शुरू किया गया है, जिसमें घरों में डबल पाइप लाइन की व्यवस्था की गई है, एक पाइपलाइन पीने के पानी के लिए तथा दूसरी पाइपलाइन अन्य उपयोग के लिए। यह प्रयोग सफल हो रहा है।

नई तकनीकों का अध्ययन कर ट्रीटेड वॉटर को पीने योग्य बनाने की दिशा में बढ़ाने होंगे कदम

मुख्यमंत्री ने सिंगापुर का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां पर ट्रीटेड वाटर पीने के लिए उपयोग में लाया जा रहा है, जबकि हम अभी सिंचाई तथा अन्य उपयोगों के लिए ही ट्रीटेड वॉटर का उपयोग कर रहे हैं। हमें भी नई-नई तकनीकों का अध्ययन करें इस दिशा में आगे बढ़ने की आवश्यकता है। इतना ही नहीं, पानी की मांग और उसके उपयोग को रेगुलेट करने के साथ-साथ इसके इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना होगा तभी हम पानी को बचाने में सफल हो सकेंगे।

उन्होंने कहा कि पानी की आपूर्ति, इसके प्रबंधन तथा पानी की चोरी रोकने के लिए आरटीडास सिस्टम लगाए जा रहे हैं। अब तक 180 आरटीडास लगाए जा चुके हैं, जिससे विभाग द्वारा यह निगरानी रखी जा रही है कि किस स्थान से कितना पानी छोड़ा जा रहा है और अगले स्थान पर उतना पानी पहुंच रहा है या नहीं। उन्होंने कहा कि हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण द्वारा भूजल की गहराई का पता लगाने के लिए 1700 पिजोमीटर लगाए जा चुके हैं। लेकिन भूजल दोहन तथा इसके उपयोग की भी मॉनिटरिंग की व्यवस्था की जानी चाहिए तथा 6 माह या सालभर में भूजल का आंकलन किया जाना चाहिए।

पानी को बचाने के लिए विभागों द्वारा कार्य योजना की गई तैयार- केशनी आनंद अरोड़ा

जल संगोष्ठी में हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण की अध्यक्षा श्रीमती केशनी आनंद अरोड़ा ने मुख्यमंत्री के समक्ष प्राधिकरण द्वारा प्रदेशभर में किए गए भू जल की गहराई का आकलन, पानी की उपलब्धता, उसके उपयोग तथा पानी के गैप को पूरा करने की विधियों सहित विभिन्न बिंदुओं पर प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार पानी को बचाने के लिए विभागों द्वारा कार्य योजना तैयार कर ली गई है और इस 2 दिन की जल संगोष्ठी में विभागों द्वारा तैयार कार्य योजना, जल संचयन और पानी के उचित उपयोग सहित विभिन्न बिंदुओं पर विचार विमर्श किया जाएगा।

जल संगोष्ठी में नेशनल वाटर मिशन की मिशन निदेशक श्रीमती अर्चना वर्मा ने मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में जल संरक्षण के लिए प्रयासरत हरियाणा सरकार की सराहना करते हुए कहा कि यदि राजनीतिक इच्छाशक्ति किसी विषय को लेकर मजबूती से आगे बढ़ती है तो वह कार्य अवश्य निश्चित तौर पर सफल होता है। उन्होंने कहा कि मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देना समय की जरूरत है, क्योंकि इससे पानी की बचत होती है।

इस अवसर पर सांसद चौधरी धर्मवीर सिंह, विधायक डॉ अभय सिंह यादव, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री डी एस ढेसी, मुख्यमंत्री के सलाहकार (सिंचाई) श्री देवेंद्र सिंह, पंचकूला के महापौर श्री कुलभूषण गोयल, 10 विभागों के प्रशासनिक सचिव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे ।

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