पोषण अभियान के तहत 25 से अधिक गांवों में किया गया नाटकों का मंचन : उपायुक्त प्रदीप कुमार
उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पोषण अभियान के तहत आमजन को पोषण के महत्व के बारे में जागरूक करने के लिए नुक्कड़ नाटकों का मंचन किया जा रहा है। नाटक मंडलियों द्वारा गांवों में नाटकों के माध्यम से महिलाओं एवं बच्चों में खून की कमी को दूर करने, पौष्टिïक भोजन के महत्व बारे जानकारी देने के साथ-साथ प्रदेश सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं बारे में अवगत करवाया जा रहा है। नाटक मंडलियों द्वारा अब तक जिला के 25 गांवों को कवर किया जा चुका है।
उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बताया कि नाटकों के माध्यम से कलाकार जहां संतुलित पौष्टिïक आहार के फायदों के बारे में बता रहे हैं वहीं पौष्टिïक तत्वों की कमी से होने वाली बीमारियों के बारे में भी अवगत करवाया जा रहा है। नाटकों के मंचन के दौरान कलाकारों द्वारा महिलाओं द्वारा खान पान व स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही से होने वाली बीमारियों से बचाव के तरीकों बारे बताया जाता है वही उन्हें नियमित रुप से पौष्टिïक आहार लेने व अच्छे स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने का संदेश भी दिया जा रहा है। इसके अलावा आमजन को साफ-सफाई के महत्व के बारे में बताते हुए अपने घरों व आसपास में स्वच्छता का माहौल बनाए रखने की अपील की जा रही है क्योंकि गंदगी से बच्चों के बीमार होने की अधिक संभावना रहती है। लोगों को कूड़ा-कर्कट हमेशा डस्टबिन में ही डालने तथा गीला व सूखा कचरा अलग-अलग डालने के बारे मे बताया जा रहा है। साथ ही उन्हें खाना खाने से पहले स्वयं तथा बच्चों के अच्छे से हाथ धुलवाने के लिए भी प्रेरित किया जाता है।
उपायुक्त ने बताया कि नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से विभाग द्वारा क्रियांवित की जा रही योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना, आपकी बेटी-हमारी बेटी योजना के अंतर्गत पहली, दूसरी तथा तीसरी बेटी को एक वर्ष के अंदर-अंदर फार्म भरने पर मिलने वाले लाभ की जानकारी दी जा रही है। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के संदर्भ में नाटक के माध्यम से यह भी संदेश दिया जा रहा है कि यदि बेटी नहीं होगी तो सृष्टि कैसे चलेगी, बेटी एक वरदान है, पढी लिखी बेटी किसी पर बोझ नहीं है। अगर बेटी को सही मार्गदर्शन व प्रोत्साहन मिले तो वे किसी भी क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा कर अपने जिला, प्रदेश व परिवार का नाम रोशन कर सकती है।
नाटकों के माध्यम से दिया जा रहा है पौष्टिïक आहार का महत्व व योजनाओं की जानकारी : उपायुक्त प्रदीप कुमार
उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बताया कि विभाग द्वारा पोषण अभियान के तहत जिला के ग्रामीण व शहरी इलाकों में 5 नाटक मंडलियों द्वारा नुक्कड़ नाटकों का मंचन किया जा रहा है। ऐलनाबाद व रानियां खंड में कर्ण लड्डïा एंड पार्टी, डबवाली व ओढ़ां खंड में मुकेश सपरा एंड पार्टी, नाथूसरी चौपटा में सोनम सात्विक आर्टस, माधोसिंघाना व सिरसा में संदीप कुमार सत्परंग आर्टस तथा बड़ागुढा में जनकल्याण परिषद भून्ना द्वारा पोषण अभियान व महिला एवं बाल विकास विभाग की कल्याणकारी योजनाओं के बारे में आमजन को अवगत करवाया जा रहा है। इन नाटक मंडलियों द्वारा अबतक गांव धनूर, अभोली, रानियां, सुलतानपुरिया, नानुआना, धोतड़, कुस्सर, गिंदड़, घोड़ांवाली, खैरेकां, वनसुधार, कुसुंबी, फूलकां, नानकपुर, भंभूर, केलनिया, झोरडऩाली, मंगाला, माधोसिघाना, ढूढियांवाली, जगजीत नगर, सादेवाला, बाहिया, चामल, मोरीवाला, सुचान, लहंगेवाला व कोटली आदि गांवों में नाटकों का मंचन किया जा चुका है। इन कार्यक्रमों के दौरान मुख्य रूप से सरपंच, पंच, आंगनवाड़ी वर्कर, हेल्पर सहित गांव के बच्चे, महिलाएं एवं गांव के अन्य लोग भी मौजूद रहे।
स्वच्छता बनाए रखने व संपूर्ण टीकाकरण का दिया जा रहा है संदेश :
महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यक्रम अधिकारी डा. दर्शना सिंह ने बताया कि पोषण अभियान के तहत जिला के 25 से भी अधिक गांवों में नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। इन नाटकों के माध्यम से ग्रामीणों को पोषण के महत्व के बारे में समझाया गया तथा पौष्टिïक आहार की कमी से होने वाली बीमारी की जानकारी दी गई। हमारे आसपास फैली गंदगी के कारण बच्चों में उल्टी, दस्त की बीमारी हो जाती है जिसके कारण बच्चों की मृत्यु भी हो सकती है। इन नाटकों के माध्यम से साफ-सफाई रखने तथा बच्चों का समय पर संपूर्ण टीकाकरण करवाने का भी संदेश दिया गया।